बजरंग दल की बैठक में निर्णय नहीं बनने देगे चर्च, बजरंगियों को सतर्क और सजग रहने का निर्देश

Chhapra: विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल की आपात बैठक शुक्रवार को जिला कार्यालय पर संपन्न हुई जिसमे सैकड़ों की संख्या में विभिन्न प्रखंडों के अध्यक्ष संयोजक के साथ नगर के सभी दायित्ववान कार्यकर्ताओं ने बैठक में भाग लिया.

बैठक में मुख्य रूप से जिले के सदर प्रखंड स्थित नैनी जटुआ गांव के सीमा पर ईसाई मिशनरी द्वारा जमीन अधिग्रहण को लेकर चर्चा हुई.

इस बैठक में जिला मंत्री लक्ष्मी नारायण गुप्ता ने बोला की उक्त जमीन पर पहले से ही भगवान हनुमान की पूजा पीपल के पेड़ के नीचे करते चले आ रहे है. उन्होंने कहा की किसी भी कीमत पर उस जमीन पर ईसाई मिशनरी का कब्जा नहीं होने दिया जाएगा और उसी जमीन पर हनुमान मंदिर का भव्य निर्माण लोगों के सहयोग से करवाया जाएगा.

उन्होंने कहा की पूरे जिले में ईसाई मिशनरी पुरी तरह सक्रिय है और गरीब हिंदू परिवारों को पैसे का लोभ लालच देकर धर्मांतरण करवा रही है. जिसका हम लोग पुरजोर विरोध करते हैं. इस संबंध में विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल द्वारा जिलाधिकारी सारण को ज्ञापन भी दिया गया है.

उन्होंने कार्यकर्ताओं को सजग रहने की सलाह दी और कहा की पूरे जिले में कहीं भी इस तरह की घटना हो तो उसकी सूचना तुरंत जिले के पदाधिकारी को दे, ताकि समय रहते हम लोग इसको रोग सके.

इस बैठक में बजरंगदल के नगर संयोजक अनुज कुमार ने कहा की अगर प्रशासन ने इस घटनाओं पर कठोर कार्यवाही नही की तथा दोषियो को चिन्हित कर जेल नही भेजी तो बजरंग दल अपने तरीके से करवाई करने को स्वतंत्र है. उस कार्यवाही में अगर किसी प्रकार की कोई क्षति हुई तो इसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी.

उन्होंने बजरंगदल कार्यकर्ताओं से अपील की चाहे किसी भी तरह की परेशानी आए दिक्कत आए बजरंगदल पीछे नहीं हटेगा और किसी भी स्तर पर जा कर इन ईसाई मिशनरी के उद्देशों को पूरा नहीं होने देगा.नगर मंत्री प्रभात कुमार सिंह के द्वारा इस घटना से वहा के स्थानीय निवासियों में भी बहुत आक्रोश है.

इस बैठक में मुख्य रूप से नगर सह संयोजक धनंजय कुमार, रितेश गुप्ता, कुलदीप,गुड्डू , आयुष, रोहन, अनमोल, सौरभ, दीपक, भोलू, अमन, संस्कार इत्यादि लोग मौजूद थे.

लहलादपुर: जनता बाजार थाना क्षेत्र के बानपुर लतीफ गांव में दो बच्चे नहाते वक्त पोखरे में डूब गये. जिससे उनकी मौत हो गयी. इस घटना के बारे में ग्रामीणों ने बताया कि मृतक दोनों बच्चे अपने अन्य दोस्तों के साथ पोखरा में नहा रहे थे. नहाने के दौरान ही दोनों डूबने लगे. जिसके बाद उनकी मौत हो गई.  दोनों मृतकों में एक बानपुर लतीफ गांव निवासी असगर अली शाह का 12 वर्षीय अनमोल है, जबकि दूसरा उन्हीं का नाती 12 वर्षीय राजा है. राजा अपने माँ-बाप का इकलौता पुत्र था, जो अपने ननिहाल में ही अपनी माँ एवं दो बहनों के साथ रहा करता था.

 
नगरा:  प्रखंड के कादीपुर पंचायत के बन्नी गांव स्थित उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक के सुनहरा सपना केंद्र के निरीक्षण के दौरान बैंक के वित्तिय सलाहकार अजीत कुमार राय ने कहा कि इन छोटे-छोटे बैंक शाखाओं द्वारा गांवो में ही वित्तिय सुविधाएं ग्राहकों दे दी जा रही है.
ग्राहक देश-विदेश से रुपया तो मंगा रहे है साथ ही बीमा एवं पेंशन की भी सुविधा उपलब्ध हैंकिसान क्रेडिट कार्ड में भी ग्रहकों को ऋण की सुविधा दी जा रही है. परन्तु ऋण खातों में लेन-देन ठीक से नही होने से 2 प्रतिशत के केसीसी का अनुदान तथा फसल बीमा का लाभ से वंचित होना पड़ रहा हैं. उन्होंने ग्राहकों से अपील की ऋण के खाता के समय समय पर संचालन हो रहे है.
इस मौके पर श्रीप्रकाश मिश्रा, जयप्रकाश मिश्रा, नगनरायण मिश्रा आदि मौजूद थे.

छपरा: छपरा से पटना जाने वाला एक मात्र जुगाड़ू पुल पर पानी चढ़ गया है. बरसात के कारण नदी के जलस्तर में हुई बढोतरी के कारण यह पुल धीरेधीरे डुब रहा है. पुल पर पानी चढने से पूरी तरह यातायात बंद हो चुका है. अब दियरा क्षेत्र अकिलपूर में आने-जाने का एकमात्र साधन नाव ही बचा है.
जुगाड़ु पुल पर पानी चढने से छपरा से पटना जाने वाले लोगों की मुश्किलें बढ गई है. अब इस पुल से पानी हटने के बाद जब-तक उसे पूरी तरह से मरम्मत नहीं किया जाता तब-तक इस पुल पर आवागमन बहाल नहीं हो सकता. लेकिन मौसम विभाग के बरिश के अनुमान को  देखकर लगता है कि अब 2017 में ही इस पुल पर आवागमन बहाल होगा.
बताते चलें कि छपरा से पटना जाने के लिए दिघवारा नदी किनारे बास बल्ले की सहायता से छोटी नदी पर जुगाड़ पुल स्थानीय लोगों द्वारा बनाया गया. इस पुल के बनने से पटना की दूरी महज़ 55 किमी हो जाती हैं, अकिलपुर गांव होते हुए दानापुर लोग आसानी और सहजता से 30 से 45 मिनट में पहुंच जाते हैं लेकिन इस पुल को पार करने के लिए मोटरसाईकिल को 10 तथा  चारपहिया वाहन को 50 रुपये का शुल्क अदा करना पड़ता है. अब इस पूल के उपर पानी चढ जाने से  हाजीपुर के रास्ते गाँधी सेतु पार कर पटना जाना होगा. जो राहगीरों के लिए बड़ी चुनौती है.

छपरा: सोनपुर दीघा रेल-सह-सड़क पुल निर्माण में अधिगृहित भूमि-सह-मकान के भुगतान न होने की शिकायत गुरुवार को ग्रामीणों ने जिलाधिकारी दीपक आनंद से की. भरपुरा ग्रामवासी सतेन्द्र कुमार सिंह, कामेश्वर सिंह, ओमप्रकाश सिंह, बहादुर सिंह एवं अन्य का कहना था कि भरपुरा ग्राम के चादर नं0 1 तथा चादर नं0 2 में भूमि-सह-मकान को खाली कराने हेतु जिलाधिकारी की अध्यक्षता में भूमि स्वामियों की एक बैठक हुई थी जिसमें जिलाधिकारी की मौखिक आश्वासन मिलने पर हमलोगो ने भू-स्थल खाली कर दिया था लेकिन आजतक भुगतान कराने की कोई कार्रवाई नहीं की गयी.

जिलाधिकारी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि भुगतान की कार्रवाई हेतु विभाग को अवगत कराये. जिलाधिकारी ने आवेदको को कहा कि आपके मांगो से विभाग को अवगत कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि गठित समिति को जांच के आदेश दिए गए थे, गठित समिति की जांच में यह पाया गया कि अधिग्रहण प्रारंभ होने के बाद कई मकान का निर्माण किया गया है. जिला भू-अर्जन पदाधिकारी ने अवगत कराया कि भू-अर्जन अधिनियम का प्रावधान है कि अधिसूचना की तिथि निर्गत होने के बाद भूमि का क्रय विक्रय या संरचना का निर्माण अवैध नहीं होना चाहिए. भुगतान करने के संबंध में प्रधान सचिव राजस्व विभाग से मार्गनिर्देशन की मांग की गयी है. मार्गनिर्देशन प्राप्त होने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.