Chhapra: छपरा शहर के प्राचीनतम खनुआ नाला का जीर्णोद्धार का कार्य चल रहा है. 29 करोड़ की लागत से इसका जीर्णोद्धार होना है.
इस प्रोजेक्ट में अतिक्रमण बड़ी बाधा बन गयी है. अतिक्रमण के कारण ही इसके अस्तित्व पर संकट खड़ा कर दिया है. अगर इस साल भी आने वाले मानसून से पहले नाले की सफाई या निर्माण का कार्य नही हुआ तो शहरवासियों को जलजमाव का सामना करना पड़ सकता है.
खनुआ नाले के निर्माण कार्य में लगी कंपनी बुडको के अधिकारी द्वारा बताया गया कि प्रयास है कि बरसात से पहले कार्य पूरा किया जाए. लेकिन अतिक्रमण की वजह से कार्य में देरी हो रही है. एक सिरे से कार्य नहीं हो पा रहा है. 228 दुकानों खनुआ नाले पर बनी है. अतिक्रमण होने से नाली की सफाई नही हो पा रही है और टूटे नाले का निर्माण नही हो पा रहा है.
बताते चलें कि शहर के लिए यह मेगा प्रोजेक्ट है. खनुआ नाला के जीर्णोद्धार के साथ ही सीवरेज प्लांट भी लगाया जाएगा. गंदे पानी की सफाई कर उसे कृषि कार्य के लिए उपयोगी बनाने पर कार्य होगा.