लोक कला को जीवंत रखने के संकल्प के साथ इप्टा के लोकोत्सव का हुआ समापन

लोक कला को जीवंत रखने के संकल्प के साथ इप्टा के लोकोत्सव का हुआ समापन

Chhpara: छपरा इप्टा का 24वाँ सम्मेलन सह लोकोत्सव रविवार को संपन्न हो गया. सम्मेलन के अंतिम दिन विभिन्न जिलों से आये कलाकरों ने अपनी लोक संस्कृतियों के रंग बिखेरे.

तीन दिवसीय लोकोत्सव के अंतिम दिन छपरा इप्टा के कलाकारों ने प्रस्तुति दी. अमित रंजन निर्देशित नाटक कुंभकर्ण का मंचन कलाकारों ने किया. साथ ही भागलपुर इप्टा के कलाकारों द्वारा लोक नृत्यों गोदना, मलाह, जट-जटिन आदि नृत्य की प्रस्तुति हुई. जिसे देख दर्शक झूमने पर विवश हो गए. सारण की लोक गायिका अनुभूति शांडिल्य, लोक गायक उदय नारायण सिंह ने भी अपनी प्रस्तुति दी. 

इसके पूर्व इप्टा छपरा की स्मारिका का विमोचन किया गया. इस अवसर पर विधान पार्षद डॉ वीरन्द्र नारायण यादव, अमित रंजन समेत सारण के युवा पत्रकारों की टोली ने स्मारिका का विमोचन किया.

कला को जीवंत रखने और लोक कलाओं के माध्यम से समाज को नई राह देने के संकल्प के साथ लोकोत्सव का समापन हो गया

नाटक कुंभकर्ण

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