जलालपुर: प्रखंड के देवरिया निवासी प्रसिद्ध समाजसेवी व शिक्षक अखिलेश्वर पांडेय की माता स्व राजपति देवी के प्रथम स्मृति दिवस पर आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में दर्जनों प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया.
सम्मानित किए जाने वाले युवाओं में मैट्रिक व इंटर परीक्षा 2022 में 80% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले दो दर्जन से अधिक छात्र-छात्राएं, उत्क्रमित मध्य विद्यालय देवरिया के वार्षिक मूल्यांकन 2022 के सभी वर्गों के प्रथम द्वितीय तथा तृतीय श्रेणी के विद्यार्थी तथा योगी बाबा क्विज क्लब द्वारा आयोजित क्विज कॉन्टेस्ट के तीन दर्जन से अधिक युवा प्रतिभागी शामिल हैं.
प्रतिभागियों को सम्मानित करते हुए प्रमोद सिग्रीवाल ने कहा कि प्रसिद्ध समाजसेविका के सम्मान में युवा प्रतिभागियों को सम्मानित करना एक प्रेरक कार्यक्रम है. समाज में ऐसे लोगों की याद में युवाओ को प्रोत्साहित करना, उन्हें शिक्षा के लिए प्रेरित करना, उनके उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करना.
माता राजपति देवी को याद करते हुए कहा कि उनकी प्रेरणा से उनके पुत्र अखिलेश्वर पांडेय पिछले 22 वर्षों से लगातार निशुल्क क्विज चला रहे हैं. आज इसके बदौलत 200 से अधिक युवा विभिन्न नौकरियों में अपनी उपलब्धि हासिल कर चुके हैं. उन्होने कहा कि माता के प्रेरणा से पुत्र आगे बढ़ता है. पुत्र यदि उनके यश को बढ़ाता है तो यह सभी के लिए प्रेरणादाई है.
वहीं अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज कुमार सिंह ने कहा कि समाज में मां का स्थान सर्वोपरि है और एक माता के सम्मान में इस तरह से कार्यक्रम आयोजित करना नई पीढ़ी को एक संदेश देना है. उन्होंने उनके प्रति श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि माता राजपति देवी एक प्रसिद्ध व कुशल समाजसेविका थी. वे सब बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रेरित करती रही हैं.
कार्यक्रम मे बोलते हुए शिक्षक नेता राजेश तिवारी ने कहा कि समाज में मां हमेशा आदरणीय रही हैं. मां का सम्मान करना हमारी प्राचीन परंपरा रही है और उनके दिवंगत होने पर उनके सम्मान मे युवाओ को सम्मानित करना है यह गौरवशाली है. ऐसे कार्यक्रम से समाज मे सुंदर संदेश जाता है.
कार्यक्रम में शिक्षक नेता मनीष कुमार, शैलेंद्र साधु, राधेश्याम गुप्ता, ब्रजेश कुमार सिंह, मिथिलेश कुमार सिंह मनोज तिवारी, विजय कुमार साह ने भी अपने विचार रखे. संचालन अखिलेश्वर पांडेय ने किया.
इसके पहले कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन दीप प्रज्वलन के साथ किया गया. कार्यक्रम में पांच दर्जन से अधिक प्रतिभागियों को अंग वस्त्र, ईयर बुक प्रतियोगी पुस्तकें व धार्मिक पुस्तकों से सम्मानित किया गया.