बनियापुर: प्रखण्ड के कराह गण्डकी नदी तट पर वाराणसी के बटुकों द्वारा गंगा महाआरती का आयोजन किया जाएगा. इस दौरान 151 गरीबो के बीच कंबल का भी वितरण किया जायेगा.
घाट का सफाई का कार्य अपने अंतिम चरण में है, नदी में पानी की कमी के कारण कृत्रिम तालाब का निर्माण किया जा रहा है.
बनियापुर प्रखण्ड के कराह गाव गण्डकी नदी तट पर इस बार नदी में पानी की कमी के कारण व्रती परेशान दिख रहे है. कभी यह गण्डकी नदी जिले के सबसे पवित्र नदी मानी जाती थी. इस नदी को बंद कर दिया गया. जिसके कारण कीचड़ और जलकुंभी का अधिपत्य इस नदी में बना हुआ है.
इस घाट पर इब्राहिमपुर, कराह और हरपुर गाव के हजारों श्रद्धालुओं के द्वारा छठ के मौके पर अर्घ्य देने की परंपरा है. पिछले 15 वर्षों से घाट की सफाई और सजावट का जिम्मा स्थानीय युवाओं ने राकेश निकुम्भ के नेतृत्व में संभाला है.
कार्य्रकम के संयोजक राकेश निकुंभ ने बताया कि नदी घाट पर सजावट और साउंड की व्यवस्था की गई है.
हालांकि नदी में पानी नही होने से नदी में ही कृत्रिम पोखर बनाने का कार्य शुरू किया गया है.
वही इस वर्ष उदयीमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के पूर्व भगवान भास्कर को समर्पित गंगा महाआरती बाराणसी के बटुकों द्वारा किया जाएगा.
20 नवम्बर को 151 गरीबो के बीच कंबल वितरण किया जाएगा जिस समारोह में एसडीओ सदर संजय कुमार राय, बीडीओ कर्पूरी ठाकुर, थानाध्यक्ष ओमप्रकाश चौहान के साथ एम्स पटना के कैंसर सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ जगजीत पांडेय के साथ कार्यक्रम के संरक्षक नरसिंह सिंह, बच्चन सिंह ,सूरज कुमार, शशांक शेखर त्रिपाठी, धूप नारायण सिंह, रामकिशोर सिंह गुडडू , डब्लू सिंह, विनोद सिंह, संतलाल प्रसाद, डॉ शिव नारायम सिंह सतन प्रसाद, राम प्रवेश सिंह और अन्य ग्रामीण उपस्थित रहेंगे.