Chhapra: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हो रही बढ़ोत्तरी के विरोध में विपक्षी दलों के द्वारा आहूत भारत बंद का शहर में व्यापक असर देखने को मिला. बंद समर्थकों ने सुबह 8 बजे से ही सड़क पर उतर बंद कराना शुरू कर दिया था.
बंद समर्थकों के द्वारा शहर के मुख्य चौक-चौराहों को जाम कर दिया गया. इस दौरान टायर जलाकर आगजनी की गयी जिससे सड़क पर आवागमन पूर्ण रूप से बाधित हो गया. सड़कों पर दो पहिया वाहन ही दिखे. लोग पैदल आते जाते दिखे. रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड में सन्नाटा छाया रहा. यात्री जो ट्रेन से पहुंचे वह वाहन ना मिलने की वजह से स्टेशन पर ही फंसे रहे.
बंद के मद्देनजर शहर की दुकाने बंद रही. दुकानदारों ने संभावित तोड़फोड़ को देखते हुए अपनी दुकानों को बंद रखना ही सही समझा.दिन चढ़ते ही बढ़ी संख्या में बंद समर्थक जुटने लगे.
नगरपालिका चौक पर मढ़ौरा के राजद विधायक जितेन्द्र राय, छपरा के पूर्व विधायक रंधीर सिंह, राजद जिलाध्यक्ष जिलानी मोबिन, कांग्रेस नेता जीतेन्द्र कुमार सिंह, अनिल सिंह समेत अन्य नेताओं ने बंद समर्थकों के बीच पहुँच अपनी सहभागिता दी.
बंद को लेकर मढ़ौरा के राजद विधायक जीतेन्द्र राय ने कहा कि मोदी सरकार ने लोगों को झासा देने का काम किया है. तरह तरह की घोषणाओं ने आम आवाम को गुमराह किया गया है. पेट्रोल डीजल की कीमत से आम लोग परेशान है जिससे सभी में आक्रोश है. जिसको लेकर आम लोग सड़क पर है और बंद का समर्थन कर रहे है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को 2019 में पता चल जायेगा की आम लोगों का रुख क्या है.
पूर्व विधायक रंधीर सिंह ने कहा कि कांग्रेस के आह्वान पर आहूत बंद महंगाई के विरोध में है. उन्होंने कहा कि सरकार के आने के बाद हर चीज की कीमत दोगुनी हो गयी है. जिससे सभी परेशान है जिसका नतीजा है की आज सभी भारत बंद के समर्थन में सड़क पर उतरे हुए है.
कांग्रेस नेता अनिल सिंह ने कहा की जनता की मुलभुत सुविधाओं के दाम आसमान छू रही है. जिससे लोगों ने आज स्वतः स्फूर्त बंद का समर्थन किया है.
बंद को लेकर गरखा में पूर्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी के नेतृत्व में बंद समर्थकों ने आवागमन को बाधित किया. वही परसा में अनोखा विरोध देखने को मिला जब बंद समर्थकों ने बंद के दौरान बैलगाड़ी से सडकों पर घूम बंद कराया.
जबकि छपरा पहुंचे सत्तारूढ़ दल के उपमुख्य सचेतक व कुम्हरार के विधायक अरुण कुमार ने बंद को फेल बताया. उन्होंने कहा कि बंद समर्थकों ने बंद के नाम पर जो गुंडई की है उसके लिए जनता उन्हें मांफ नहीं करेगी. कुल मिलकर जिले में भारत बंद का व्यापक असर देखने को मिला.