नई दिल्ली (एजेंसी): भारत में मंकीपॉक्स के चार मरीजों की पुष्टि होने के बाद लोगों में इसे लेकर चिंता बढ़ गई है। हालांकि विशेषज्ञ कह रहे हैं कि यह कोरोना की तरह संक्रामक नहीं है। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं। नीति आयोग के विशेषज्ञ डॉ. वीके पॉल का कहना है कि लोगों को इससे डरने की जरूरत नहीं है। यह कोरोना की तरह तेजी से नहीं फैलता। इससे सावधान रहने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि लोगों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और इसके लक्षण महसूस होते ही चिकित्सीय सलाह लेकर खुद को एकांतवास में कर लेना चाहिए। इसका इलाज आसानी से हो सकता है बशर्तें लोग इसके लिए तैयार हों। केन्द्र सरकार इस संक्रमण को रोकने के लिए सभी उपाय कर रही है। इसमें लोगों का भी सहयोग जरूरी है।
मंकीपॉक्स के लक्षणः संक्रमण आमतौर पर 14 से 21 दिन तक रहता है। इसके प्रमुख लक्षणों में बार-बार तेज बुखार आना, पीठ और मांसपेशियों में दर्द, त्वचा पर दानें और चकते पड़ना, खुजली की समस्या होना, शरीर में सामान्य रूप से सुस्ती आना, गला खराब होना और बार-बार खांसी आना शामिल है। 

 
									 
									 
									 
									 
									 
									
																																 
									
																																 
									
																																 
									
																																 
									
																																 
									
																																 
									
																																 
									
																																



 
                         
                         
                         
                         
                         
																			 
				 
				 
				 
				 
				 
				 
				 
				