नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपना साल का पहला मन की बात कार्यक्रम किया. आकाशवाणी पर उन्होंने इसमें नारी सशक्तिकरण पर जोर देते हुए महिलाओं की शक्ति की जमकर तारीफ की. पीएम मोदी ने कहा, “मेरे प्यारे देशवासियों, नमस्कार। यह साल की पहली मन की बात है। दो दिन पहले हमने गणतंत्र दिवस को बेहद उत्साह के साथ मनाया। पहली बार हमारे साथ इस कार्यक्रम में 10 देशों के मुखिया भी उपस्थित रहे।” पीएम ने आगे कहा, आज हम बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बात करते हैं, लेकिन सदिया पहले हमारे शास्त्रों में स्कंद पुराण में कहा गया है- दशपुत्र, समाकन्या, दशपुत्रान प्रवर्धयन्। यत् फलं लभर्तेर्म्य, तत् लभ्यं कन्यकैकया।। यानी एक बेटी दस बेटों के बराबर है। दस बेटों से जितना पुण्य मिलेगा एक बेटी से उतना ही पुण्य मिलेगा। बकौल मोदी, “हर क्षेत्र में हमारी नारी शक्तियों ने समाज की रुढ़िवादिता को तोड़े हुए असाधारण उपलब्धियां हासिल की हैं और नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं।”
मोदी ने इसके बाद प्रकाश त्रिपाठी की चिट्ठी का जिक्र किया, जिसमें भारत की पहली महिला अंतरिक्षयात्री कल्पना चावला की पुण्यतिथि (एक फरवरी) के बारे में कहा गया था। पीएम ने कहा कि चावला ने बहुत सारे लोगों को प्रेरणा दी है।