Chhapra: डीएलएड (एनआईओएस) कार्यशाला के द्वितीय सत्र का समापन सह सेमिनार का आयोजन बीआरसी सदर कार्यालय पर आयोजित किया गया.
कार्यक्रम का उद्घाटन विद्यालय निरीक्षक डॉ द्विजेंद्र राय ने दीप प्रज्वलित कर किया. सेमिनार ‘शिक्षक की व्यवसायिक गुण’ विषयक पर सभी वक्ताओं ने अपने उद्गार व्यक्त किये. इस अवसर पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया तथा साधन सेवियों को सम्मानित भी किया गया.
आयोजक प्रशिक्षु प्रशांत कुमार ने बताया कि रविवार को बीआरसी सदर पर समापन समारोह सह सेमिनार का आयोजन किया गया. जिसमें कई प्रखंड साधन सेवी को सम्मानित किया गया. उन्होंने कहा कि जीवन में समय का महत्व एवं शासन शिक्षक वर्ग के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है, जो मनुष्य समय का महत्व नहीं समझता है, उसे जीवन में सफलता हासिल नहीं होती है.
कार्यक्रम में ‘शिक्षक की गरिमा’, ‘शिक्षक की कलम’, अजनबी के प्रश्न’ आदि विषय पर शानदार प्रस्तुति हुई. धन्यवाद ज्ञापन प्रशांत कुमार ने किया, वहीं साकेत श्रीवास्तव ने मंच संचालन किया. कार्यक्रम के अंत मे राष्ट्रीय गान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया.
इस अवसर पर कार्यक्रम में समन्वयक जनार्दन सिंह, डॉ विनोद कुमार सिंह, शंभू शर्मा, शैलेंद्र प्रसाद सिंह, सुनील कुमार पांडेय, प्रशांत कुमार, श्रीभगवान राम, शिखा सिंहा, अमित कुमार, शहजाद आलम, रवि कुमार, रितेश कुमार, मनीष कुमार, रोहित प्रियदर्शी का अभिन्न योगदान रहा. स्वागत भाषण सुजाता शर्मा ने किया.