Chhapra: ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) सारण जिला इकाई के छात्रों ने संगठन के राज्यव्यापी आह्वान पर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शहर के नगरपालिका चौक पर कड़ी धूप में एक दिवसीय उपवास किया.
उपवास पर बैठे राज्य उपाध्यक्ष राहुल कुमार यादव ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना, भयंकर बाढ़ व सरकार सरकार की जनविरोधी नीतियों ने आम से खास तक को बदहाली की जिंदगी जीने पर विवश कर दिया है. इस महामारी में शिक्षा से बेदखल करने के लिए एवं अपनी विचारधारा जबरन थोपने के लिए नई शिक्षा नीति 2020 केंद्र सरकार ने लाई है जिसे किसी भी सूरत में एआईएसएफ स्वीकार नहीं करेगा. राज्य सरकार सभी छात्राओं एवं अनुसूचित जाति जनजाति के छात्रों की पीजी तक निशुल्क शिक्षा देने की बात तो करती है लेकिन यह जमीनी तौर पर लागू नहीं हो पा रही है. इंटर नामांकन एवं परीक्षा फॉर्म भरने में एससी-एसटी छात्रों, अन्य छात्र-छात्राओं से मनमानी शुल्क वसूली पर जल्द रोक नहीं लगाई गई तो संगठन उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगा.
वहीं राज्य-पार्षद अमित नयन ने कहा कि इस सांकेतिक भूख हड़ताल के माध्यम से संगठन सरकार से मांग करता हैं कि इंटरमीडिएट नामांकन में छात्रों से अवैध वसूली पर जल्द रोक लगाई जाए और कॉलेजों द्वारा अवैध वसूली किए गए रुपए की जल्द वापसी कराई जाए, 6 माह की स्कूलों की फीस, रूम रेंट, बिजली बिल, माफ किया जाए, जेईई, मेन्स, नीट, नेट सहित सभी विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं तत्काल स्थगित किया जाए, रेलवे, शैक्षणिक, स्वास्थ्य संस्थानों सहित रोजगारपरक साधनों का निजीकरण बंद किया जाए और रोजगार सृजन की दिशा में ठोस कदम उठाई जाए.
एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम में मुख्य रूप से अभिषेक सौरभ, अविनाश उपाध्याय, मनोहर राम, प्रांजल कुमार, अभय चौबे, नवजीवन कुशवाहा, कृष्ण कुमार राम, आलोक कुमार, बिट्टू कुमार, सौरभ ओझा, गुड्डू यादव, विकास कुमार आदि मौजूद थे.