Chhapra: जिला अल्पसंख्सक कल्याण कार्यालय द्वारा आयोजित फरोग- ए-उर्दू सेमिनार सह मुशायरा एवं कार्यशाला का उद्घाटन जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद ने दीप प्रज्वलित कर किया.
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि देश की तमाम भाषाओं में उर्दू की एक अलग अहमियत है. यह भाषा लोगों को उर्जा प्रदान करती है. उर्दू जुबान का प्रभाव देसी एवं विदेशी फिल्मों को सफल बनाने में किया जाता है. इस भाषा के विकास हेतु इस तरह के कार्यशाला के सफल आयोजन हेतु उन्होंने जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन से हमलोग उर्दू भाषा को और समृ़द्ध बना सकतें है. आजादी की लड़ाई में उर्दू भाषा के नुमाइंदों की अहम भूमिका रही है. उन्होंने उर्दू जुबान की तरक्की के लिए आम लोगों को अपने बोल चाल की भाषा में और अधिक इस्तेमाल करने की जरुरत पर बल दिया. इस भाषा से हमारी साहित्य को मजबुती मिलती है.
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त रौशन कुशवाहा, शायर सुनिल कुमार, तंज इनायतपुरी वरीय पत्रकार एवं समाजसेवी डा० लालबाबू यादव, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, राजद जिलाध्यक्ष, जिलानी मोबीन, राव्ता कमिटि के सचिव अफजल हुसैन, शायर खुर्शीद साहिल, गीतकार एवं शायर डा० मोअज्जम, समीम अहमद्, गोपालगंज के शायर ऐनुम बरौली, अजुमन तरक्की के जिलाध्यक्ष मो वजीर अहमद, समाजसेवी देवेश नाथ दिक्षित के अलावे नदीम अंहमद, मो० अफजल, रविरंजन, मो० अयुब आदि लोगों ने भी उर्दू जुबान के विकास के लिए अपनी राय प्रकट की.
इस अवसर पर तीन छात्राओं को उर्दू जबान पर बेहतर बोलने के लिए मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया. जिसमें स्नातक छात्रा रेशमा प्रवीण, संजीदा खातुन तथा रिजवान अहमद् का नाम प्रमुख है.