Chhapra: क्रिसमस पर शहर के गिरजाघर में तैयारी की गयी है. इस अवसर पर विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया जायेगा.
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इसके लिए गिरजा घर को आकर्षक तरीके से सजाया गया है.
रात 12 बजे के बाद गौशाला में ईशा मशीह का जन्म हुआ था. इसे यादगार बनाने के लिए लोग रातभर कार्यक्रम करते हैं. 25 दिसंबर भौगोलिक दृष्टि से वर्ष का सबसे बड़ा दिन माना जाता है. यह दिन ईशाई समुदाय के लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण है. ईसाई समुदाय के लोग भी ईशा मशीह के जन्म दिवस को शांति, आनंद, दया, प्रेम और क्षमापर्व के रूप में मनाते हैं.