Chhapra: भोले भाले युवाओं को अपने जाल में फंसाकर उन्हें रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देने वाले गिरोह का रेल पुलिस ने उद्भेदन किया है. रेल पुलिस ने इस फर्जीवाड़े के सरगना को उस वक़्त रंगेहाथ गिरफ्तार किया जब वह तीन युवकों को फर्जी जॉइनिंग लेटर देने के लिए छपरा जंक्शन पर पहुंचा था.
आरपीएफ द्वारा पहले से जाल बिछाकर उसे रंगेहाथों पूर्व मध्य रेलवे का फर्जी जॉइनिंग लेटर, आई कार्ड के साथ गिरफ्तार कर लिया. उंसके पास से बैंक पासबुक और अन्य कागजात भी बरामद किए गए है.
आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त अमित गुंजन ने बताया कि नौकरी की तलाश में जुटे भोले भाले छपरा और आसपास के युवाओं को गुमराह कर रेलवे में नौकरी दिलाने का लालच देकर उनसे 2 से 5 लाख रुपये तक इस गिरोह के द्वारा लिया जाता था. जिसके बाद फर्जी जॉइनिंग लेटर, आई कार्ड भी दी जाती थी. साथ ही कुछ महीने तक पैसे भी सैलरी के रूप में एकाउंट में भेजी जाती थी ताकि उन्हें विश्वास हो जाये की उनकी नौकरी लग गयी और वे अन्य लड़कों को भी ऐसा करने को कहें. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किया गया गिरोह के सरगना सारण जिले के अमनौर थाना क्षेत्र निवासी प्रमोद कुमार गुप्ता है. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है.
उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान उसने बताया कि 3 युवाओं को आज जॉइनिंग लेटर देने के लिए छपरा जंक्शन बुलाया था. गुप्त सूचना के आधार पर सिविल ड्रेस में आरपीएफ ने भी अपनी तैयारी पूरी कर ली थी. रंगे हाथ गिरफ्तार करने में आरपीएफ कामयाब रही. फिलहाल पूछताछ जारी है. वही जॉइनिंग लेटर लेने आये युवाओं से भी पूछताछ की जा रही है.
उन्होंने बताया कि उसके पास से फर्जी जॉइनिंग लेटर, युवाओं की डिग्री और चेक बुक भी बरामद किया गया है. इस गिरोह की गुप्त सूचना मिलने पर आरपीएफ द्वारा जाल बिछाया गया था. लगातार निगरानी के दौरान सिविल ड्रेस में आरपीएफ ने छपरा जंक्शन परिसर से गिरफ्तार किया है. आगे की जांच जारी है. केस को जीआरपी में रजिस्टर्ड कराया जा रहा है.