छपरा: 11 मार्च से 18 मार्च तक चलने वाली मैट्रिक परीक्षा में प्रतिनियुक्त सभी केन्द्राधीक्षकों, उड़नदस्ता, गश्ती/स्टेटिक दंडाधिकारी एवं संबंधित पदाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को नगरपालिका सभाकक्ष में संबोधित करते हुए डीएम दीपक आनंद ने कहा कि हर हाल में मैट्रिक की परीक्षा कदाचार मुक्त होगी. कदाचार की शिकायत मिलने एवं प्रमाणित होने पर परीक्षा कार्य में संलग्न सभी स्तर के पदाधिकारियों एवं कर्मियों पर कार्रवाई होगी. यदि अभिभावक मटरगश्ती करते हुए मिले और उनके पास चीट पुर्जा बरामद हुआ तो उनके विरूद्ध भी बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई करते हुए जेल भेजा जाएगा.
डीएम ने कहा कि कदाचार मुक्त मैट्रिक की परीक्षा संचालन के लिए जिला प्रशासन संकल्पित है. कदाचार मुक्त परीक्षा संचालन में बाधा डालने पर संगत धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी. यदि कोई छात्र कदाचार के आरोपी होते हैं तो उन्हें एक या एक से अधिक वर्षो के लिए परीक्षा से वंचित करते हुए अन्य संगत कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.
डीएम ने सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे निर्धारित समय से पहले अपने परीक्षा केन्द्रों पर पहुंचकर परीक्षार्थियों की सघन जांच कराकर परीक्षा हाॅल में इन्ट्री कराएंगे. जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि महिला केन्द्रो पर महिला वीक्षको की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी एवं पुरूष केन्द्रो पर पुलिस वीक्षक तैनात रहेंगे.
डीएम ने कहा कि परीक्षा केन्द्रों पर किसी भी परीक्षार्थी को मोबाईल ले जाने की सख्त मनाही होगी. परीक्षा केन्द्र में छात्र के पास मोबाईल पाये जाने की स्थिति में परीक्षार्थी को परीक्षा से वंचित होना पड़ेगा साथ ही वीक्षक एवं केन्द्राधीक्षक पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी. जिलाधिकारी ने परीक्षा केन्द्रों पर पहुंचने वाले अभिभावको से विशेष आह्वान किया है कि वे कम से कम संख्या में छात्रों के साथ आये ताकि शहर में जाम की समस्या न उत्पन्न हो. ट्रैफिक यातायात पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया कि 11 मार्च से 18 मार्च तक होने वाली परीक्षा के दौरान शहर की जाम की समस्या से निजात पाने के लिए आवश्यक कार्रवाई करे तथा पार्किंग का उपयोग सुनिश्चित कराये. एसडीपीओ, एसडीओ को निर्देश दिया गया है कि मजिस्ट्रेट एवं पुलिस फोर्स ससमय परीक्षा केन्द्र पर पहुंचे एवं फोटोकाॅपी की दुकान पर प्रशासन की सख्त निगरानी रहेगी.
डीएम ने बताया कि परीक्षार्थी सीसीटीवी कैमरा/विडियोग्राफी की निगरानी में रहेंगे और परीक्षार्थियों के लिए नकल की कोई गुजांइश नहीं रहेगी. यदि उनके द्वारा प्रयास किया गया तो वे पकड़े जाएंगे और एक या एक से अधिक वर्षो के लिए परीक्षा के लिए अयोग्य कर दिए जाएंगे, साथ ही कानूनी कार्रवाई भी होगी.
बैठक में सहायक पुलिस अधीक्षक, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी तथा सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं केन्द्राधिक्षक उपस्थित थे.
मैट्रिक परीक्षा के कदाचार मुक्त संचालन के लिए सभी प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गयी है. जिला प्रशासन दृढ़ प्रतिज्ञ है कि किसी भी परिस्थिति में परीक्षा में कदाचार नहीं होने दिया जाएगा और जो कोई भी इसमें लिप्त पाए जाएंगें उनके विरूद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई होगी. उक्त जानकारी जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी बी के शुक्ला ने दी.