Chhapra: बिहार विधानसभा चुनाव अक्टूबर-नवम्बर में होने की उम्मीद है. इसे लेकर तमाम राजनीतिक दलों के द्वारा तैयारियां की जा रही है. इसके साथ ही विभिन्न दलों के संभावित और निर्दलीय प्रत्याशियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण और जनसंपर्क शुरू कर दिया है. कोरोना महामारी के बीच अब चुनावी बयार दिखने लगी है.
छपरा विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहाँ दलों से टिकट की आशा में दर्जनों लोग मैदान में है. वही कुछ प्रत्याशी अपने नाम और काम पर लोगों के बीच पहुँच अपने पक्ष में गोलबंद करने में जुट गए है. इस विधानसभा क्षेत्र से पूर्व में तीन बार अपनी किश्मत आजमा चुके सुभाष राय उर्फ़ झरिमन राय एक बार फिर से जनता की सेवा के लिए चुनाव लड़ने को तैयार है. उनके द्वारा इन दिनों लगातार विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया जा रहा है और लोगों से समर्थन मांगा जा रहा है. लोगों का साथ भी उन्हें बखूबी मिलता दिख रहा है.
झरिमन राय का कहना कि विगत 30 सालों से राजनीति के क्षेत्र में रहते हुए उन्होंने क्षेत्र के लोगों के हर सुख दुःख में हर संभव साथ दिया है. जरुरत के समय लोगों की मदद करने के लिए वे हमेशा आगे आकर काम करते रहे है. ऐसे में इस बार जनता की मांग पर पुनः चुनावी मैदान में उतरने को तैयार है. उन्होंने बताया कि वे शुरू से शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार करने के हिमायती रहें है. उन्हें मौका मिलने पर जनता के लिए इन व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की कोशिश की जाएगी.
झरिमन राय के द्वारा छपरा विधानसभा क्षेत्र के पंचायत राज कारिंगा के ग्राम बीन टोली पोखरा के बुजुर्ग और नवजवानों के साथ चुनाव के लड़ने को लेकर बैठक किया गया. लोगों का कहना है कि आजादी के 73 साल बाद यह ग्राम बीन टोली पोखरा आज भी पिछड़ा हुआ है. कोई भी नेता गांव के विकास के विषय पर ध्यान नहीं दिया. झारिमन राय ही गांव का विकास कर सकते है. इसलिए झरीमन राय को समर्थन दिया जाएगा. ताकि वे क्षेत्र का विकास कर सकें.
आपको बता दें कि सुभाष राय उर्फ़ झरिमन राय ने तीन बार इस विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा पर जीत तो नहीं हासिल कर सके, लेकिन तीनों ही चुनाव में तीसरे स्थान पर वे रहे.