Chhapra:जयप्रकाश विश्वविद्यालय प्रशासन इन दिनों परीक्षा और परिणाम का कोरम पूरा करने में जुटा है. लंबित परीक्षाओं को संचालित करा कर विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने सिर से बड़ा बोझ तो हल्का कर लिया है पर लंबी समय से परीक्षा देने को लेकर परेशान छात्र अब परिणाम आने से और भी हलकान दिख रहे है. विश्वविद्यालय द्वारा जारी स्नातक द्वितीय खंड सत्र 2014-17 के परीक्षा परिणाम में भारी अनियमितता दिख रही है. परीक्षा में मात्र 37 प्रतिशत छात्र ही पास हो पाए है. इसको लेकर विश्वविद्यालय कड़ाई से परीक्षा लेने का तर्क दे रहा है. वही छात्र और छात्र संगठन अनियमितता का आरोप लगा रहे है. इसको लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ छात्र संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के जिला संयोजक रवि पाण्डेय ने कहा कहा कि स्नातक द्वितीय खंड सत्र 2014-17 के परीक्षा परिणाम में जिस प्रकार से अनियमितता हुई है वह चिंताजनक है. एक तरफ जहाँ इसी विवि में बीएड का रिजल्ट 98% से 89% तक एवं बीटेक का रिजल्ट 90% से ऊपर हुआ है. वही स्नातकोत्तर का रिजल्ट 25% तथा स्नातक द्वितीय खंड का रिजल्ट 36.87% हुआ, जो अपने-आप में संदेहास्पद है.
वही विवि छात्रसंघ अध्यक्ष रजनीकांत सिंह ने कहा कि परीक्षाफल में इस प्रकार की गड़बड़ी परीक्षा नियंत्रक के क्रियाकलापो पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है. 42.95% छात्रों का प्रमोटेड होना कोई साधारण बात नहीं है. इससे ऐसा प्रतीत होता है कि उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन में भारी अनियमितता हुई है.
अभाविप एवं छात्रसंघ ने तो विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है.