Chhapra: शहर में निर्माणाधीन डबल डेकर के कार्य की रफ्तार धीमी होने से स्थानीय लोगों एवं राहगीरों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पुल निर्माण निगम के अधिकारियों के द्वारा जन सुविधाओं को देखते हुए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है.
आम लोग जान जोखिम में डालकर सड़क पर चलने को मजबूर है. प्रतिदिन छोटे हादसे होते रहते हैं. कई जगहों पर इनकी लापरवाही बड़े हादसों को दावत दे रही है.
गांधी चौक से भिखारी चौक के बीच डबल डेकर के कार्य से आसपास के इलाकों में विगत वर्ष से जलजमाव है. जलजमाव को लेकर जिलाधिकारी द्वारा भी निरीक्षण किया गया, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हो सकी है. लोगों में जलजमाव से आक्रोश का माहौल है. लोगों का कहना है कि अगर पुल निर्माण निगम के अधिकारी जल्द जलजमाव से निजात नहीं दिलाते हैं तो सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होंगे. वही विगत वर्ष मोहल्लावासियों की शिकायत पर मुख्यमंत्री कार्यालय हरकत में आया था और पुल निर्माण एजेंसी और जिलाधिकारी से रिपोर्ट तलब की गयी थी. जिसके बाद इन इलाकों में जलजमाव की समस्या से थोड़ी राहत मिली थी.
जबकि नगरपालिका चौक से लेकर राजेंद्र सरोवर तक सड़क पर पैदल चलना तो दूर वाहन के चलने के लायक नहीं बची है. बेतरतीब तरीके से कार्य कर रहे पुल निर्माण निगम के द्वारा आम जनों के चलने के लिए भी रास्ता तक नहीं छोड़ा है. बारिश होने के बाद जलजमाव फिसलन भरी कीचड़ होने से प्रतिदिन हादसे होते हैं. वही सड़क के बंद होने से इन इलाकों में स्थित व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर असर पड़ रहा है. साथ ही रास्तों के डाइवर्ट होने से छोटी गलियों में ट्रैफिक जाम की समस्या उत्पन्न हो जा रही है. जिससे सड़क पर लोग घंटों जाम में फंसे रह रहें है.
बताते चलें कि देश के सबसे लम्बे डबल डेकर का निर्माण छपरा शहर में किया जा रहा है. जो भिखारी चौक के 200 मीटर बाद से लेकर दरोगा राय चौक के 200 मीटर पहले तक बनाया जाना है. इसका निर्माण कार्य 2024 में पूरा होने का लक्ष्य रखा गया है. हालाकि निर्माण कार्य की गति धीमी होने के कारण इसके समय पर पूर्ण होने पर संशय बरक़रार है.