Chhapra: इस वर्ष हो रहे स्वच्छता रैंकिंग में क्या हाल रहेगा छपरा का ये भगवान भरोसे है. शहर की कई ऐसी मुख्य सड़क है जहाँ सड़कों पर नाले का पानी बह रहा है. राहगीरों के साथ साथ स्थानीय लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. नाले की सफाई नही होने से नाले का पानी सड़कों पर बह रहा है.
शहर के विभिन्न स्थानों से नियमित रूप से कचड़ों का उठाव होने के बावजूद भी कई मुख्य स्थानों पर कचड़ों का अंबार लगा है. नगर निगम कैंपस एवं नगरपालिका चौक, थाना चौक, मौना चौक, गांधी चौक, साहेबगंज, दरोगा राय चौक, बस स्टैंड, कचहरी स्टेशन सहित कई स्थानों पर ना हीं एक मूत्रालय है और ना ही शौचालय. जिससे गंदगी फैल रही है.
विदित हो कि वर्ष 2016 में देश के सिर्फ 73 शहरों का सर्वेक्षण किया गया था. जिसके बाद 2017 में 434 शहरों का सर्वेक्षण किया गया. जिसमे अपना शहर छपरा शामिल था और 422वे नम्बर पर था. वही विगत वर्ष 2018 में 4203 शहरों के सर्वेक्षण में 417वे नंबर पर था. अपना शहर 2018 के सर्वेक्षण के दौरान देश के सबसे 15 गंदे शहरों में 13वे नम्बर पर शामिल था.