छपरा सदर अस्पताल में लठमार नर्सों से सावधान ! मेडिकल बनवाने आए युवकों की बर्बरतापूर्ण पिटाई, वीडियो हो गया वायरल

छपरा सदर अस्पताल में लठमार नर्सों से सावधान ! मेडिकल बनवाने आए युवकों की बर्बरतापूर्ण पिटाई, वीडियो हो गया वायरल

Chhapra: सावधान! अगर आपको किसी प्रकार के मेडिकल प्रमाण पत्र छपरा के सदर अस्पताल से बनवाने की जरूरत है और आप सदर अस्पताल जा रहे है, तो आपको सावधान रहने की जरूरत है.

अस्पताल प्रशासन आपको जैसा कहे, जब बुलाए, तभी आए किसी तरह की कोई आनाकानी या सवाल जवाब नही करें और ना ही वीडियो फोटो बनाए, अगर आपने कुछ ऐसा वैसा किया या इसके खिलाफ आवाज उठाने की कोशिश की तो आपको किसी कमरे में बंद कर लठमार नर्सों द्वारा जमकर ईलाज कर दिया जाएगा. ये हम नही बल्कि सदर अस्पताल में विगत दो दिनों अपना मेडिकल बनवाने पहुंचे दो लड़कों की लठमार नर्सों द्वारा पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कही जा रही है. वायरल विडियो की छपरा टुडे पुष्टि नहीं करता है. लेकिन इस वीडियो में जिस प्रकार सदर अस्पताल में कार्यरत नर्सों द्वारा अस्पताल के कुछ कर्मियो की सह पर इन दोनो लडको को जिस तरह से बर्बरतापूर्ण तरीके से पीटा गया निश्चित तौर पर यह उनकी आम जनता के प्रति क्रूरता को प्रदर्शित करता है.

डॉक्टर और नर्स लोगों के जख्मों पर मरहम लगाकर ठीक करते है लेकिन इन लठमार नर्सों को देखकर ऐसा नहीं लगता की ये किसी को जख्मों पर मरहम लगायेगे बल्कि अपने ओहदे के नशे में चूर ये नर्स लोगों के शरीर पर जख्म ही दे रहे है.

इस वायरल विडियो को लेकर बताया जा रहा है कि छपरा सदर अस्पताल में विगत 14 अक्टूबर को ओपीडी में दो युवक अपना मेडिकल प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान अस्पताल में संबंधित डॉक्टर अनुपस्थित थे. बहुत देर रुकने के बाद युवकों ने डॉक्टर और कर्मियों का अपने कक्ष में अनुपस्थित रहने का वीडियो बना लिया गया. वीडियो बनाने की घटना की जानकारी नर्सों को हुई. जिसके बाद वहां मौजूद कर्मियों और दलालों की सहायता से नर्सों द्वारा दोनो युवकों को जबरन एक रूम में बंद कर दिया गया और डंडे से खूब पिटाई की गई. युवकों की पिटाई कर रही नर्स की पहचान पूजा कुमारी और साक्षी कुमारी के रूप में हुई है. जो युवकों को लाठी से बुरी तरह पीटते हुए यह कह रही है कि मेडिकल बनवाना है लो बनवाओ. उनके द्वारा यह भी कहा जा रहा है की फोटो खींचना है, वीडियो बनाओगे अब बनाओ. नर्स पूजा कुमारी द्वारा युवकों की पिटाई के बाद कुछ लोगों की मदद से उनका मोबाइल छीनकर उसमे ली गई फोटो और वीडियो को भी डिलीट करने की बात भी कही जा रही है.

इस पूरे वायरल विडियो पर अस्पताल प्रशासन कुछ भी कहने से परहेज कर रहा है. वही इसमें शामिल नर्सों द्वारा यह कहा गया है कि दोनो युवकों ने उनके साथ छेड़खानी की तथा वीडियो बनाया गया.

अब सवाल यह उठता है कि जब युवकों ने इन नर्सों के साथ छेड़खानी की तो नर्सों द्वारा अस्पताल में मौजूद बिहार पुलिस, प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड या अन्य अस्पताल के कर्मियों को क्यों नही बताया गया. युवकों पर आरोप लगाकर कमरे में बंद कर लाठी से इस तरह की पिटाई की जरूरत आखिर क्यों पड़ गई. आखिर नर्सों को यह अधिकार किसने दिया. जहां सभी जगहों पर पुलिस कर्मी और सुरक्षा कर्मी मौजूद हो वैसी जगहों पर छेड़खानी की घटना होने पर पुलिस और सहकर्मियों को सूचना देने की बजाय खुद से डंडा उठाकर बेरहमी से पिटाई करना अपनी कमजोरी छिपाने जैसा लग रहा है. बरहाल युवकों की बर्बरता पूर्ण पिटाई का वीडियो अब वायरल है और इन नर्सों की कार्यशैली तथा अस्पताल में अवैध दलालों के जमघट को बयां कर रहा है. जिसपर अस्पताल प्रशासन और जिला प्रशासन के पदाधिकारियों को संज्ञान लेना चाहिए.

युवकों की पिटाई का वीडियो दो दिन बाद सामने आया है. पिटाई का यह वीडियो देखने के बाद कहा जा सकता है कि इन नर्सों के साथ रहने वाले ने ही यह वीडियो बनाया है. अस्पताल के कमरे में मौजूद आखिर वे कौन लोग थे जिनकी उपस्थिति में इन युवकों की बर्बरता से पिटाई हुई अगर वे विभागीय कर्मचारी थे उन्होंने इस घटना को रोका क्यों नही. इस पूरे मामले पर अस्पताल में लगी सीसीटीवी फुटेज से ही परदा हटेगा.

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