Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के राजेन्द्र महाविद्यालय के एक दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी ने सोमवार को विश्वविद्यालय परिसर में पहुँच आत्मदाह का प्रयास किया। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस और अन्य लोगों की तत्परता से वह आग लगाने में कामयाब नहीं हो सका।
दरअसल राजेन्द्र महाविद्यालय में कई वर्षों से दैनिक वेतन भोगी के रूप में कार्यरत राजन राज उर्फ भोला श्रीवास्तव ने विगत 5 साल से वेतन ना मिलने का आरोप लगाते हुए आत्मादाह का प्रयास किया। इस दौरान विश्वविद्यालय परिसर में कुछ समय के लिए अफरा तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया।
कर्मी का कहना था कि विश्वविद्यालय और महाविद्यालय प्रशासन ने द्वारा तत्कालीन कुलपति के एक पत्र का हवाला देते हुए उनका वेतन बंद कर दिया गया है जबकि उसी पत्र के बाकी लोग विश्वविद्यालय में अब भी कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि वेतन नहीं मिलने से उनके परिवार को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने राजेन्द्र महाविद्यालय के प्राचार्य पर काम करा कर वेतन का भुगतान नहीं करने का आरोप लगाया।
इस संबंध में पूछे जाने पर राजेन्द्र महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ सुशील कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि कर्मचारियों की नियुक्ति या वेतन देने का अधिकार उनके पास नही है। इसके लिए विश्वविद्यालय और राजभवन ही सक्षम हैं। उनके द्वारा मुझ पर लगाए गए आरोप गलत हैं।