Chhapra: कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते प्रभाव को ध्यान में रखते हुए छपरा में इस बार रामनवमी के अवसर पर निकालने वाली शोभायात्रा को स्थगित कर दिया गया है. शहर में हर साल श्रीराम जन्मोत्सव शोभायात्रा समिति द्वारा रामनवमी के अवसर पर भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है. इस बार भी 2 अप्रैल को रामनवमी के अवसर पर शोभायात्रा का आयोजन करने के लिए समिति के द्वारा तैयारी जोर-शोर से चल रही थी. परन्तु कोरोना वायरस महामारी एवं लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए इस बार की शोभायात्रा को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया गया है.

इस संबंध में श्रीराम जन्मोत्सव शोभायात्रा समिति छपरा के कार्यकारी अध्यक्ष सियाराम सिंह (अनुज्ञप्तिधारी) ने वीडियो संदेश एवं प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि इस बार समिति के द्वारा 2 अप्रैल को रामनवमी के अवसर पर निकलने वाली शोभायात्रा को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है. सोमवार की शाम समिति के कार्यसमिति की बैठक एक बैठक की गई. जिसमें वर्तमान परिस्थियों को ध्यान में रखते हुए शोभायात्रा के आयोजन पर चर्चा की गई. जिसके बाद सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि समाजहित में इस बार रामनवमी पर शोभायात्रा का आयोजन नहीं किया जाएगा.

समिति ने बताया कि आगे यदि परिस्थितियों में परिवर्तन आता है, तो समिति के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर जैसा निर्णय लिया जाएगा, उससे लोगों को अवगत करवाया जाएगा.

हिन्दू नव वर्ष पर आयोजित कार्यक्रम रद्द

वहीं समिति के सदस्य लक्ष्मी गुप्ता ने बताया कि 25 मार्च को विक्रम संवत 2077 भारतीय हिन्दू नववर्ष का आगमन हो रहा है. इस अवसर पर भी समिति के द्वारा दीपोत्सव का आयोजन किया जाना था, पर इस कार्यक्रम को भी स्थगित कर दिया गया है. शोभायात्रा को लेकर भी 80 फीसदी तैयारी पूरी हो गई थी, पर कोरोना महामारी की वजह से शोभायात्रा को स्थगित करना पड़ रहा है. जिसका हमें काफी खेद है, पर समाजहित में, देशहित में यह निर्णय लिया गया है.

उन्होंने कहा कि हम सभी रामभक्तों से आग्रह करते हैं कि अपने घर पर ही रहें, 25 मार्च को हिन्दू नववर्ष के स्वागत में अपने घरों पर दीप जलाएं तथा रामनवमी के अवसर पर भी अपने घर पर ही हवन-पूजन करें. घर से बाहर न निकलें और कोरोना रूपी इस महामारी से लड़ने में सहयोग करें.

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इसुआपुर: कोरोना वायरस को लेकर इसुआपुर के जनप्रतिनिधियों ने फैसला लेते हुए सरकार द्वारा मिलने वाली वेतन की एक माह की राशि को प्रखंड में स्वास्थ्य व्यवस्था, मास्क और अन्य जरूरी सामानों की खरीददारी कर वितरण में लगाने का निर्णय लिया है.

प्रखंड प्रमुख सविता कुमारी ने बताया कि जनहित में यह फैसला सभी पंचायत समिति सदस्यों ने लिया है. सदस्यों द्वारा सरकार द्वारा दी जाने वाली एक माह के वेतन की राशि से वह सैनेटाइजर, साबुन, रुमाल, मास्क और फिनाइल की खरीददारी कर जनता के बीच वितरण करेंगे.

वही इस मुहिम में किसान एकता मंच के संयोजक अजय राय, अध्यक्ष अशोक यादव ने कहा कि राज्य में 12 करोड़ की आबादी है ऐसे में जनता को खुद ही इस वायरस से सतर्क होने की जरूरत है.

इस वायरस से बचाव को लेकर सभी के सहयोग की जरूरत है. उन्होंने एक बैंक खाता का नम्बर जारी करते हुए कहा कि अगर कोई जनहित में सहयोग करना चाहता है तो वह सहयोग करें. सहयोग में आने वाली राशि से पंचायतों में खाद्यान्न और अन्य जरूरत के सामानों का भी वितरण किया जाएगा.

प्रखंड प्रनुख ने अपने सभी बीडीसी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि विपदा की इस घड़ी में सभी ने जो सहयोग किया वह काबिलेतारीफ है.

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Chhapra: विश्व में फैले नोवेल कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने तथा बचाव के उपाय के बारे में आमजनों को जागरूक करने के मकसद से स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जिले के सभी इलाकों में प्रचार-प्रसार शुरू कर दिया गया है। इसके लिए 40 प्रचार वाहनों को सभी प्रखंडों में भेजा गया है। प्रत्येक प्रखंड में दो-दो प्रचार वाहन लगाए गए हैं।

सिविल सर्जन डा माधवेश्वर झा ने बताया कोरोना वायरस के प्रति आमजनों को जागरूक करने तथा इससे बचाव के उपाय की जानकारी देने के लिए ध्वनि विस्तारक यंत्रों के माध्यम से प्रचार शुरू किया गया है। इसके माध्यम से कोरोनावायरस के लक्षण तथा बचाव के उपाय एवं उपचार के बारे में जानकारी दी जा रही है । साथ ही इसको लेकर किसी भी तरह का आमजनों से अफवाह नहीं फैलाने की अपील भी की जा रही है।

दूसरे देश से आने वाले व्यक्ति के बारे में दें जानकारी

अगर किसी भी गांव या मोहल्ले में कोरोना प्रभावित देश व राज्य से आने वाले नागरिकों की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग को सूचना देने का भी अनुरोध किया गया है। सिविल सर्जन डॉ. झा ने प्रचार-प्रसार का अभियान अगले आदेश तक जारी रखने का निर्देश दिया गया है। साथ ही सभी प्रखंडों में चिकित्सा कर्मियों की 24 घंटे अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया है.

केंद्र सरकार ने एडवाइजरी जारी कर साफ कर दिया है कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है

जिला प्रशासन भी काफ़ी सक्रिय
कोरोनावायरस को लेकर जिले में लॉक डाउन की घोषणा होने के बाद जिला प्रशासन काफ़ी सक्रिय हो चुका है. सभी थाने की पुलिस ने अपने अपने क्षेत्र में लोगों को जागरूक करने का अभियान शुरू कर दिया है। पुलिस पदाधिकारियों के द्वारा पुलिस वाहन पर ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है। जिले के सभी थाने की पुलिस के द्वारा कम से कम एक तथा कई थानों में तीन तीन वाहनों से पुलिस पदाधिकारी प्रचार- प्रसार कर रहे है।

Corona Virus से निपटने के लिए बनाया गया कंट्रोल रूम, हेल्पलाइन नंबर जारी

ऑडियो के माध्यम से जागरूकता का संदेश

ध्वनि विस्तारक यंत्रों के माध्यम से पुलिस के द्वारा इससे सुरक्षा तथा बचाव के उपाय के बारे में विस्तार से जानकारी दी जा रही है। साथ ही इसको लेकर किसी भी तरह का अफवाह नहीं फैलाने और भ्रम में नहीं रहने की भी अपील की गयी। आवश्यक जानकारी तथा सहायता के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करने या सरकार की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबर 104 पर कॉल करने का अनुरोध किया गया।

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New Delhi: देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस(COVID-19) के संक्रमण को देखते हुए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने अब हुए प्राइवेट लैब को भी कोरोना वायरस की जांच की मंजूरी दे दी है. देश में अभी सिर्फ सरकारी लैब में कोरोना का टेस्ट होता है. बता दे कि देश में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 320 के पार हो गई है. अब तक 16911 लोगों में कोरोना संक्रमण की जांच की गई है. असम में कोरोना संक्रमण का पहला मामला आया है. झारखंड से असम पहुंची साढ़े 4 साल की बच्ची में कोरोना संक्रमण मिला है. आईसीएमआर ने शर्तों के साथ यह मंजूरी दी है. प्राइवेट लैब में कोरोना के टेस्ट के लिए 4500 रुपये का भुगतान करना होगा. इसमें संदिग्ध की स्क्रीनिंग के लिए 1500 रुपये और 3,000 रुपये कंफर्मेशन के लिए जाने हैं. आईसीएमआर ने कहा है कि निजी लैब सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही कोरोना का टेस्ट करें. अभी देश की 111 सरकारी लैब में कोरोना वायरस का टेस्ट हो रहा है.


आईसीएमआर ने कहा है कि हो सके तो निजी लैब मुफ्त में कोरोना का टेस्ट करें. प्राइवेट लैब उन्हीं लोगों का टेस्ट कर सकेंगी, जिन्हें किसी डॉक्टर ने रिफर किया हो और ये डॉक्टर ICMR द्वारा Covid-19 के इलाज के लिए अधिकृत किया हो.सरकार ने भविष्य को ध्यान में रखते हुए प्राइवैट लैबों को कुछ हिदायतें भी दी हैं. अगर किसी व्यक्ति का सैंपल पॉजिटिव आता है तो अंतिम जांच के लिए उसे पुणे स्थित आईसीएमआर की लैब भेजना आवश्यक होगा। इसके बाद ही व्यक्ति को कोरोना है या नहीं, इसकी पुष्टि हो सकेगी.

बता दें देशभर में कोरोना वायरस का कहर जोर पकड़ रहा है. इस बीच बड़े स्तर पर जांच करने की मांग उठ रही है. फिलहाल आईसीएमआर के पास करीब एक लाख टेस्टिंग किट हैं. दस लाख और किटों का ऑर्डर दिया गया है. फिलहाल उन्हीं लोगों की जांच की जा रही है, जो विदेशों से लौटकर आए हैं या संक्रमित लोगों के सीधे संपर्क में आए हैं. देश भर में कोरोना के तीन सौ से ज्यादा पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं. अबतक चार लोगों की मौत भी हो चुकी है. इस महामारी का सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र में पड़ा है.

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Patna: बिहार के सभी शहरों, प्रमंडल मुख्यालयों, अनुमंडल मुख्यालयों, नगर निकायों को सरकार ने 31 मार्च तक लॉक डाउन कर दिया है. सरकार का फैसला आते ही बिहार में यह लॉकडाउन तुंरत लागू भी हो गया है.

इसके तहत निजी प्रतिष्ठानों, कार्यालयों व सार्वजनिक परिवहन पूरी तरह बन्द रहेंगे, यही नहीं सभी निजी कार्यालय पूरी तरह बन्द रहेंगे.

हालांकि आवश्यक एवम अनिवार्य सेवाओं से सम्बंधित प्रतिष्ठानों तथा चिकित्सा सेवाओं खाद्यान एवम किराने के दुकान, दवा की दुकानें डेयरी एवम डेयरी से सम्बंधित प्रतिष्ठान आदि खुले रहेंगे. सरकार ने महामारी ऐक्ट का प्रयोग करते हुए इस आदेश को लागू किया है.यह आदेश सभी जिला मुख्यालय, सभी अनुमंडल मुख्यालय, सभी प्रखण्ड मुख्यालय एवम सभी नगर निकायों पर लागू हुआ है.

वहीं निम्न सेवाओ / प्रतिष्ठानो को इस आदेश से बाहर रखा गया है.

  • निजी हॉस्पिटल
  • टेलीकॉम सेवा
  • बैंकिंग व ATM सेवा
  • खाद्यान व किराने के प्रतिष्ठान
  • डेयरी एवम सम्बंधित प्रतिष्ठान
  • फल सब्जी की दुकानें
  • दवा दुकानें, सर्जरिकल आइटम से सम्बंधित दुकानें
  • पेट्रोल पंप
  • गैस एजेंसी
  • पोस्ट ऑफिस एवम कुरियर सेवाएं
  • ई कॉमर्स
  • इलेक्ट्रॉनिक व प्रिंट मीडिया

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Chhapra: कोरोना वायरस एक ऐसा नाम जो सभी की जुबान पर है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर स्वयं जनता ने अपने स्वास्थ्य, परिवार के स्वास्थ्य के लिए खुद को एक दिन के जनता कर्फ्यू में शामिल किया.

छपरा टुडे की ओर से शहर के लोगों का आभार जो आपने अपनी एकजुटता को प्रदर्शित किया. अपने लिए, देश के लिए, प्रदेश के लिए, अपने घरों में रहें.

निश्चित तौर पर देश मे आपदा ने दस्तक दी है. समाज के लोग इस आपदा से लड़ने के मूड में है. आम जनता के सहयोग के बिना इसको दूर भगाना सम्भव नही है. ऐसे में सबका सहयोग ही इस वायरस को कोसों दूर भगा सकता है.

देश, प्रदेश के लोगों की सुरक्षा को लेकर जिस तरह से देश, प्रदेश की सरकार, चिकित्सक, सुरक्षा कर्मी, पुलिस कर्मी, सड़कों पर बिना किसी डर के धैर्य के साथ खड़े है. इस कोरोना वायरस से लड़ रहे है.

ऐसे में संध्या 5 बजे ताली बजाने, थाली बजाने, शंख ध्वनि, घंटी, घंटा बजाकर जिस तरह से लोगों ने इस समर्पित लोगों को धन्यवाद दिया निश्चित तौर पर यह हमारी एकता अखण्डता को दिखाता है. यह बताता है कि भले ही हम नोकझोक करते हो लेकिन जब मुसीबत आती है तो हम सभी के साथ कंधा से कंधा मिलाकर उस मुसीबत से लड़ने के लिए तैयार है.

जनता कर्फ्यू को सफल बनाने एवं समर्पित सदस्यों की हौसला अफजाई के लिए www.chhapratoday.com की ओर से सभी छपरावासी, प्रदेशवासी और देशवासी को आभार.

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•सुबह 4 बजे से तैनात थी स्वास्थ्य विभाग की टीम
• प्रधान सचिव के निर्देश पर किया गया स्क्रीनिंग
• 300 से अधिक यात्रियों की हुई स्क्रीनिंग

छपरा: दुनिया मे फैले नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार अहम कदम उठाये जा रहें है। रविवार को प्रधान सचिव के निर्देश पर छपरा जंक्शन पर बाहर से आने वाले यात्रियों का थर्मल स्क्रीनिंग किया गया तथा कोरोना वायरस से बचाव के बारे में जागरूक किया गया। सुबह चार बजे से ही स्वास्थ्य विभाग की टीम छपरा जंक्शन पर यात्रियों की स्क्रीनिंग शुरू की गई थी। दो शिफ्ट में यह अभियान चलाया गया। सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस व गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेन से आने वाले 310 से यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई है। किसी भी यात्री में इस कोई लक्षण नहीं पाया गया है। जांच में सभी सामान्य पाए गए है।

सिविल सर्जन ने कहा बाहर से घर आने वाले यात्रियों को होम आईसोलेट करने की सलाह दी गयी है। सभी को सतर्क व सजग रहना है। स्वास्थ्य विभाग की टीम में सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा, डीपीएम अरविंद कुमार, डीपीसी रमेश चन्द्र प्रसाद, डॉ रीना सिन्हा, डॉ. अमरेंद्र कुमार सिंह, डॉ रूपेश पांडेय आदि शामिल थे।

अभी तक सारण जिले में एक भी मामले की पुष्टि नहीं:

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सारण जिला स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्कता बरत रही है। संक्रमण की रोकथाम के लिए सतर्कता ज्यादा जरूरी है। सिविल सर्जन ने बताया कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम को लेकर जिले में जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं। इस दिशा में जिला सहित सभी प्रखंडों के स्वास्थ्य कर्मियों को दिशा निर्देश दिया गया है।

क्या है थर्मल स्क्रीनिग

सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया थर्मल स्क्रीनिग गन शरीर का तापमान (टेंप्रेचर) मापने का यंत्र है। एक सामान्य मनुष्य के शरीर का तापमान 92 से 95 डिग्री. रहता है। अगर किसी यात्री के शरीर का तापमान 97 से 100 डिग्री है तो बुखार होने की पुष्टि होती है। इस जांच के दौरान यात्री का 102 या 103 डिग्री. तापमान होने पर उसे बुखार होने का पता चलता है।

जागरूकता से ही होगा बचाव:

सीएस ने बताया कि कोरोना वायरस के शुरुआती लक्षण साधारण सर्दी बुखार के सामान्य लक्षणों जैसे खांसी, बार-बार छींक आना, सांस फूलना से काफी मिलते जुलते हैं। इसलिए मामूली सर्दी जुकाम होने से भी लोगों में कोरोना होने का अफवाह डर का कारण बन गया है। किंतु कोरोना साधारण सर्दी बुखार या फ्लू से बिल्कुल अलग है।

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नगरा: नियोजित शिक्षकों की हड़ताल 34वे दिन भी जारी है. शिक्षकों की जारी इस हड़ताल और सरकार की शिक्षकों के प्रति बेरूखी से दिन प्रतिदिन शिक्षकों की स्थिति दयनीय हो रही है. इसके बावजूद भी शिक्षक अपनी मांगों को लेकर कायम है.

शिक्षक सरकार के साथ इस आपदा की घड़ी में कदम से कदम मिलाकर काम कर रहे है. कोरोना वायरस के प्रति लोगो को जागरूक कर रहे है. साथ ही साथ अपनी मांगों के खिलाफ आवाज को भी बुलंद कर शिक्षकों के प्रति सरकारी नीति का विरोध प्रदर्शन भी कर रहे है. हड़ताल के कारण शिक्षकों का वेतन स्थगित है जिसके कारण इनके समक्ष अब भुखमरी की स्थिति पैदा हो रही है.जिसके कारण शिक्षक अब सतुआ खाने को विवश है. हड़ताली शिक्षकों का कहना है कि बिहार सरकार नियोजित शिक्षकों को समान कार्य समान वेतन पे वार्ता नहीं कर रही है. वही नियोजित शिक्षकों को 3 माह से वेतन भी नसीब नहीं है. शिक्षकों ने भारत के प्रधानमंत्री की बातों का हवाला देते हुए कहा कि पीएम ने अपने संबोधन में किसी भी कर्मचारी का वेतन नहीं काटने की बात कही है, वही राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शिक्षकों को वेतन विहीन रख रहे है. वेतन नही मिलने से नगरा के शिक्षक भूखमरी के कागार पर पहुंच चुके है. शिक्षकों ने सतुआ खाकर अपना विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही शिक्षकों ने कोरोना वायरस से बचने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया. इस मौके पर विजयेंद्र कुमार विजय, सुनील कुमार सिंह, अम्बिका राय, विनायक कुमार यादव, राजेश कुमार सिंह, सिराजुद्दीन अंसारी, सैयद अली, एकबालू रहमान, प्रमोद कुमार सिंह, विमलेश कुमार सिंह, मनोज कुमार, जयप्रकाश, ऋषिकेश के साथ सैकडों शिक्षक मौजूद थे.

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Chhapra: स्थानीय सांसद राजीव प्रताप रूडी ने सारण जिले के सभी लोगों से अपील की है कि कोरोना वायरस को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बातों का अनुपालन करते हुए 22 मार्च को निर्धारित समयावधि में अपने घरों में रहने का आह्वान किया है.

प्रधानमंत्री की अपील को लेकर सारण में अनुपालन करवाने के लिए स्थानीय सांसद सह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी ने विशेष प्रयास दिखाया है.

उन्होंने नागरिकों से प्रधानमंत्री के संदेश का अनुपालन करते हुए जनता कर्फ्यू में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान किया है. साथ ही भाजपा के सारण जिला इकाई के पदाधिकारियों, नवगठित मोर्चा के पदाधिकारियों समेत स्थानीय स्तर पर कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर नागरिको को जागरूक करने के लिए कहा.

श्री रुडी द्वारा जनहित के कार्यों के त्वरित निष्पादन के लिए संचालित सांसद कंट्रोल रूम के माध्यम से भी सारण की जनता को कोरोना वायरस के प्रति लोगों को बचाव के लिए जागरूक करने के साथ ही कल जनता कर्फ्यू का आह्वान किया जा रहा है.

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Patna: कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए बिहार सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने सूबे के सभी रेस्तरां, होटल बैंक्वेट हॉल को 31 मार्च तक बंद करने का आदेश दिया है. यही नहीं राज्य की सभी बस सेवाओ का परिचालन भी बंद कर दिया गया है. अब 31 मार्च तक अंतरराज्यीय बस सेवा का भी संचालन नहीं होगा.

बता दें कि महामारी एक्ट तहत यह सभी फैसला आज से ही लागू कर दिया गया है. बिहार में अब आप किसी भी रेस्टोरेंट में बैठ कर खाना नहीं खा सकते. हालांकि होम डिलीवरी सेवाएं जारी रहेगी.

इसके अलावें राज्य के किसी भी बैंकट हॉल, होटल में किसी भी प्रकार का आयोजन भी नहीं किया जाएगा. यही नहीं 31 मार्च तक बैंक्वेट हाल मैरेज हॉल आदि की में भी किसी भी प्रकार की बुकिंग करने के लिए मनाही है.


राज्य सरकार के परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि कोरोना वायरस के संभावित संक्रमण के फैलने से बचाव के लिए एहतियात के तौर पर 31 मार्च तक सिटी बसों के साथ अंतरराज्यीय बसों के परिचालन पर रोक लगाई गई है. आवाजाही कम होगी तो वायरस के संक्रमण फैलने का भी खतरा कम होगा.

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कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने हेतु 22 मार्च को जनता कफ्र्यू लगाया जायेगा. जिसके अन्तर्गत रेलवे द्वारा 22 मार्च को गाड़ियों का संचलन निरस्त किया गया है, जो निम्नवत हैः-

सवारी गाड़ियों का निरस्तीकरण-

22 March को 00.00 बजे से (21/22 मार्च, मध्य रात्रि से) 22 मार्च, 22.00 बजे तक पूर्वोत्तर रेलवे के महत्वपूर्ण स्टेशनों यथा-गोरखपुर, लखनऊ जं., बस्ती, गोण्डा, बुढ़वल, सीतापुर, मनकापुर, नौतनवा, नानपारा, बहराइच, थावे, सीवान, भटनी, वाराणसी सिटी, छपरा, छपरा कचहरी, मंडुवाडीह, बलिया, गाजीपुर सिटी, मऊ, आजमगढ़, काठगोदाम, फर्रूखाबाद, कासगंज, रामनगर, टनकपुर, बरेली सिटी, लालकुआं, काषीपुर आदि से प्रस्थान करने वाली सभी सवारी गाड़ियां निरस्त रहेगी. यद्यपि 22 मार्च, 2020 को 07.00 बजे तक रन में रहने वाली सवारी गाड़ियों का संचलन गंतव्य तक किया जायेगा.

मेल/एक्सप्रेस एवं इंटरसिटी एक्सप्रेस गाड़ियों का निरस्तीकरण-

22 मार्च, 2020 को 04.00 बजे से लेकर 22.00 बजे के मध्य पूर्वोत्तर रेलवे के सभी स्टेशनों यथा- गोरखपुर, लखनऊ जं., बस्ती, गोण्डा, बुढ़वल, सीतापुर, मनकापुर, नौतनवा, नानपारा, बहराइच, थावे, सीवान, भटनी, वाराणसी सिटी, छपरा, छपरा कचहरी, मंडुवाडीह, बलिया, गाजीपुर सिटी, मऊ, आजमगढ़, काठगोदाम, फर्रूखाबाद, कासगंज, रामनगर, टनकपुर, बरेली सिटी, लालकुआं आदि से प्रस्थान करने वाली लम्बी दूरी की सभी गाड़ियों का संचलन निरस्त रहेगा. यद्यपि 22 मार्च, 2020 को 07.00 बजे तक रन में रहने वाली मेल/एक्सप्रेस एवं इंटरसिटी एक्सप्रेस गाड़ियों का संचलन गंतव्य तक किया जायेगा.

पहले से चल रही गाड़ियों के यात्री मार्गवर्ती स्टेषनों पर उतरते है तो उन्हें वेटिंग हाल, वेटिंग रूम और कानकोर्स एरिया में इस प्रकार ठहराया जायेगा ताकि वहां भीड़ न हो और स्टेशनों पर पर्याप्त पेयजल की व्यवस्था की जायेगी तथा भुगतान के आधार पर उन्हें अल्पाहार की सुविधा उपलब्ध रहेगी. गाड़ियों के निरस्तीकरण के फलस्वरूप टिकट रिफण्ड की उचित सुविधा उपलब्ध रहेगी.

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Rivilganj: सारण के मुकरेरा में 21 और 22मार्च को आयोजित होने वाले अखिल भारतीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता (दिन-रात्रि) को स्थगित कर दिया गया है. प्रतियोगिता को लेकर हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि कोरोना विषाणु तथा स्वास्थ्य संबंधी फैली महामारी के कारण इसे तत्काल स्थगित कर दिया गया है. उक्त प्रतियोगिता का आयोजन अगले अप्रैल माह में आयोजिय किये जाने पर विचार हो रहा है.

नई तिथि अब अगली बैठक में तय की जाएगी. बैठक में डॉ. राहुल राज, प्रखंड प्रमुख रिविलगंज, संजय सिंह (कोच, बि.पी.), अभिनव सिंह, पप्पू सिंह, राजगौरव सिंह, रितेश सिंह, घुटन सिंह, पिंटू सिंह, नुनु सिंह, अमित कु. सिंह, मनीश सिंह, टिंकू सिंह, अमित कुमार सिंह उपमुखिया तथा अन्य खेल प्रेमी शामिल थे.

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