Mumbai/Chhapra: मुंबई में आयोजित वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट सम्मिट (Waves) में दुनिया भर के ऑडियो विजुअल कंटेंट क्रिएटर्स, सिनेमा, पॉडकास्ट, रेडियो आदि के लोगों ने भाग लिया। इसी कार्यक्रम के दौरान आठवां सामुदायिक रेडियो सम्मेलन और 10 वें राष्ट्रीय सामुदायिक रेडियो पुरस्कार की घोषणा की गई। जिसमें देश भर से लगभग 500 कम्युनिटी रेडियो ने भाग लिया ।

आयोजन में बिहार के सारण जिला अंतर्गत रेडियो मयूर को प्रथम पुरस्कार दिया गया। रेडियो मयूर को ये पुरस्कार थीमेटिक कैटेगरी में प्रथम पुरस्कार के रूप में दिया गया। पुरस्कार सूचना एवं प्रसारण तथा संसदीय कार्य राज्य मंत्री एल मुरुगन द्वारा प्रदान किया गया। 

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 महिलाओं के जागरूकता के कार्यक्रम “टेक सखी” के लिए मिल पुरस्कार 

रेडियो मयूर पर महिलाओं के जागरूकता के लिए एक प्रोग्राम “टेक सखी” चलाया गया था जो महिलाओं के डिजिटल सेफ्टी के ऊपर आधारित था। रेडियो मयूर के स्टेशन हेड कहते हैं कि,”हम 9 साल से काम कर रहे हैं और समाज में एक बदलाव लाने का प्रयास कर रहे हैं। रेडियो के क्षेत्र में राष्ट्रीय पुरस्कर मिलना अपने आप में एक सौभाग्य की बात है। ये एक तरह से हमारे लिए हमें और भी बेहतर काम करने को प्रेरित करेगा।”

पुरस्कार लेने के लिए रेडियो मयूर से सुष्मिता पल्लवी और अभिषेक अरुण मौजूद थे। इस अवसर पर आम जन ने रेडियो मयूर के इस उपलब्धि पर बधाई दी है।

 

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Chhapra: सारण जिलान्तर्गत बेहतर विधि-व्यवस्था संधारण, अपराध नियंत्रण एवं बेहतर प्रशासनिक सुगमता हेतु जिले के पुलिस पदाधिकारी को थाना, ईकाई में पदस्थापित किया गया है.

साथ ही  अविलंब अपने नव पदस्थापन स्थल पर योगदान कर योगदान प्रतिवेदन समर्पित करने हेतु निर्देशित किया गया है।

देखिए सूची:-

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खसरा और रूबेला से बच्चों को बचाने के लिए चलाया जा रहा है विशेष टीकाकरण अभियान

• 9 माह से 2 वर्ष तक के बच्चों के लिए टीका अनिवार्य

• खसरा-रूबेला 2026 तक उन्मूलन का लक्ष्य

छपरा:  जिले में बच्चों को खसरा और रूबेला जैसी गंभीर बीमारियों से बचाने के लिए विशेष टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गयी है। इस अभियान का उद्देश्य 9 माह से 2 वर्ष तक के बच्चों को खसरा और रूबेला का टीका लगवाना है, ताकि भविष्य में इन बीमारियों को पूरी तरह से समाप्त किया जा सके। यह अभियान खसरा-रूबेला उन्मूलन अभियान के तहत संचालित किया जाएगा, जो राज्य और केंद्र सरकार की पहल है। जिले के सभी प्रखंडों में विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है।

टीकाकरण बच्चों के जीवन और भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण:

जिले के डीआईओ डॉ. सुमन कुमार ने बताया कि इस अभियान के तहत, जिले में टीकाकरण की दर को बढ़ाना और प्रत्येक बच्चे को इस जीवन रक्षक टीके के साथ कवर करना प्राथमिक उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण बच्चों के जीवन और भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, और यह सभी अभिभावकों से अपील की गई है कि वे अपने बच्चों को इस टीकाकरण अभियान में अवश्य शामिल कराएं। कुछ बच्चों को अभी भी टीका नहीं लगाया गया है, और इन्हें भी इस विशेष अभियान के दौरान टीका लगवाया जाएगा।

खसरा-रूबेला 2026 तक उन्मूलन का लक्ष्य:

इस टीकाकरण अभियान के माध्यम से जिले में खसरा और रूबेला का प्रभावी ढंग से उन्मूलन करने के प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार का लक्ष्य है कि 2026 तक खसरा और रूबेला पूरी तरह से समाप्त हो जाएं, जिससे बच्चों को इन बीमारियों से बचाया जा सके।
9 माह से 2 वर्ष तक के बच्चों के लिए विशेष अभियान:
यूनिसेफ के एसएमसी आरती त्रिपाठी ने बताया कि विशेष टीकाकरण अभियान 9 माह से 2 वर्ष तक के बच्चों के लिए आयोजित किया जा रहा है, जिसमें स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर बच्चों को टीका लगवाने का कार्य करेंगे। इसके अतिरिक्त, टीकाकरण के लिए 12 माह से पहले और फिर 16 से 24 माह के बीच दो डोज़ बच्चों को लगाई जाती है, जिससे उनका शरीर इन बीमारियों के खिलाफ बेहतर सुरक्षा प्राप्त कर सके।

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Chhapra: ज्यूडिशियल एकेडमी के निर्माण हेतु दिघवारा प्रखंड अंतर्गत भूमि के चयन हेतु स्थलीय निरीक्षण किया गया। 

जिलाधिकारी अमन समीर एवं पुलिस अधीक्षक  डॉ0 कुमार आशीष द्वारा संयुक्त रूप से  उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की टीम एवं माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के साथ स्थलीय निरीक्षण किया।

इस दौरान भूमि के चयन हेतु सम्बन्धित पदाधिकारियों को आवश्यक निदेश दिया गया।

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सारण के 20 प्रखण्डों में 469 अनु० जाति एवं अनु० जनजाति टोलों में विशेष विकास शिविर का हुआ आयोजन

Chhapra: डॉ० अम्बेदकर समग्र सेवा अभियान के तहत 30 अप्रैल तक सारण जिला के 20 प्रखण्डों में 469 अनु० जाति एवं अनु० जनजाति टोलों में विशेष विकास शिविर का आयोजन किया गया। इस विशेष विकास शिविर से पूर्व एवं शिविर के दौरान कुल 22 सेवाओं के अंतर्गत 49221 आवेदन प्राप्त हुये। विशेष शिविर के अवसर तक इनमें से 18690 आवेदनों का निष्पादन कर संबंधित आवेदक को वांछित योजना/सेवा का लाभ प्रदान किया गया।

विशेष विकास शिविर का आयोजन प्रत्येक बुधवार एवं शनिवार को प्रत्येक अनु० जाति एवं अनु०जनजाति टोलो में क्रमावर्त्त रूप से किया जा रहा है। इसमें सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से वंचित अनु० जाति एवं अनु०जनजाति के शत प्रतिशत पात्र व्यक्तियों को सरकारी योजनाओं से आच्छादित किया जा रहा है।
जिलाधिकारी अमन समीर स्वयं विशेष विकास शिविर के प्री-कैम्प, कैम्प एवं पोस्ट कैम्प आवेदनों की प्राप्ति एवं त्वरित रूप से देय योजना/सेवा से आवेदक को लाभान्वित करने का प्रतिदिन समीक्षा कर रहे हैं।
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विधानसभा चुनाव: इवीएम का एफएलसी कार्य हुआ प्रारम्भ, सारण को एम-थ्री मॉडल की 6210 बैलेट यूनिट, 4993 कंट्रोल यूनिट और 6134 वीवी पैट प्राप्त
चुनाव आयोग के एसओपी का सख्ती से करें अनुपालन: डीएम
छपरा: आसन्न विधानसभा आम चुनाव के लिए इवीएम की प्रथम स्तरीय जांच (एफएलसी) शुक्रवार को प्रारम्भ किया गया। पहले दिन जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी अमन समीर ने अपनी निगरानी में कार्य प्रारम्भ कराया। उन्होंने कहा कि एफएलसी प्रक्रिया अति महत्वपूर्ण कार्य है। सारण को इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड हैदराबाद से एम-थ्री मॉडल की निर्मित 6210 बैलेट यूनिट, 4993 कंट्रोल यूनिट और 6134 वीवी पैट प्राप्त हुए हैं। एफएलसी के माध्यम से उनके भौतिक और तकनीकी रूप से बिल्कुल दुरुस्त होने की जांच की जा रही है। उन्होंने कार्य में लगे इसीआईएल के अभियंताओं और कर्मियों को निदेश दिया कि जांच की इस प्रक्रिया को बिलकुल सूक्ष्मता से अंजाम दें। थोड़ी गडबड़ी होने पर भी मशीन को रिजेक्ट में डाल दें। उन्होंने कहा कि एफएलसी जितने अच्छे से इसे किया जाएगा चुनाव के दौरान उतनी ही कम मशीनें खराब निकलेंगी। इससे भविष्य की आफ्टर और बिफोर पोल की परेशानियों से बचा जा सकेगा। उन्होंने मशीनों की जांच, पैकिंग, रखरखाव को हैंडल विद केयर के साथ करने की ताकीद की।
एसओपी का होगा सख्ती से अनुपालन
मौके पर मौजूद उप निर्वाचन पदाधिकारी जावेद एकबाल को उन्होंने चुनाव आयोग के एसओपी का सख्ती से अनुपालन करवाने का निदेश दिया। श्री एकबाल ने बताया कि कोई भी अनाधिकृत व्यक्ती हॉल में प्रवेश नहीं कर सकता है। सभी अधिकारियों, कर्मियों और राजनीति दल के प्रतिनिधियों को आई कार्ड जारी किए गए हैं। हॉल में मोबाईल या किसी प्रकार का इलेक्ट्रिक गजेट ले जाना सख्त वर्जित है। राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि लॉगबुक समेत विभिन्न प्रकार के फार्मेट, पंजीयों पर अपना हस्ताक्षर दर्ज करेंगे। साथ ही यदि वे चाहें तो सीयू पर लगने वाले पिंक पेपर सील पर भी अपना साइन कर सकते हैं।
सीधे चुनाव आयोग कर रहा है निगरानी
एफएलसी की प्रक्रिया के निगरानी के लिए तीन सतह की व्यवस्था की गयी है। हाईटेक आईपी कैमरे से वेब टेलीकास्ट किया जा रहा है। जिसे कंट्रोल रूम में पदस्थापित दंडाधिकारी, जिला पदाधिकारी समेत राज्य व भारत निर्वाचन आयोग माॅनिटर कर रहे हैं। वहीं दूसरे सतह पर वेयरहाउस का अपना सीसीटीवी कैमरा चप्पे-चप्पे की रिकार्डिंग कर रहा है। इसके साथ ही वीडियोग्राफी के माध्यम से भी सभी कार्रवाइयों को रिकार्ड किया जा रहा है।
त्रिस्तरीय सुरक्षा के साथ पारदर्शिता का खास इन्तेजाम
मौके पर मौजूद एफएलसी कोषांग के वरीय प्रभारी पदाधिकारी सह नगर आयुक्त श्री सुनील कुमार पांडेय ने बताया कि यह कार्य कड़ी सुरक्षा वयवस्था में संपन्न कराया जा रहा है। वेयरहाउस के अपने स्टैटिक सुरक्षा कर्मी के साथ ही जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्बारा अलग से मजिस्ट्रेट और चार एक का फोर्स प्रतिनियुक्त किया गया है। किसी को भी मेटल डिटेक्टर डोर से गुजर कर और फ्रिक्सिंग के बाद ही प्रवेश करना है। वेयरहाउस में मेडिकल टीम की भी तैनाती की गयी है।
इसीआईएल ने भेजे हैं अपने 15 अभियंता एफएलसी की पूरी प्रक्रिया को नोडल पदाधिकारी सह डीएमडब्लूओ श्री रवि प्रकाश ने समझाते हुए कहा कि यह मशीनों की प्रथम स्तरीय जांच है। जिसे इसीआईएल के अभियंता पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न कर रहे हैं। इसके लिए पहले सभी मशीनों की प्री एफएलसी जांच की जा रही है। तब विविपैट में डमी सिम्बाॅल की लोडिंग करने के बाद प्रत्येक बीयू, सीयू और विविपैट को कनेक्ट कर प्रत्येक 16 बटन पर छह-छह वोट डाले जा रहे हैं। अंत में डाले गए कुल वोटों के रिजल्ट से विविपैट के पर्ची की गिनती कर मिलान किया कर टेस्ट में पारित और रद्द मशीनों को आयोग के विशेष ऐप ईएमएस-0.2 पर स्कैन के माध्यम से अपलोड किया जा रहा है। इस दौरान सीयू पर लगने वाले पिंक पेपर सील का भी विशेष नंबर अपलोड किया जा रहा है। मौके पर जदयू के मो फिरोज, राजद के उपेन्द्र यादव, एलजेपी के कौशल सिंह, आरएलएसपी के डॉ अशोक कुशवाहा आदि उपस्थित थे।
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एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन से बदल रही है आयुष्मान आरोग्य मंदिर की तस्वीर
• सारण के दो आयुष्मान आरोग्य मंदिरों को मिला राज्य स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणीकरण
• अब नेशनल प्रमाणीकरण के लिए किया जायेगा आवेदन
• ग्रामीणों को घर के पास मिल रही है उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं
छपरा: सुदुर ग्रामीण इलाके के लोगों को घर के पास हीं उच्च गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराना सरकार के प्राथमिकताओं में शामिल है। जिले में आयुष्मान आरोग्य मंदिर (हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर) पर मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही है। स्वास्थ्य सेवाओं के गुणवत्ता में सुधार के लिए राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक के तहत प्रमाणीकरण किया जा रहा है। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक के तहत प्रमाणीकरण से आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की तस्वीर बदल रही है। जिले के दो आयुष्मान आरोग्य मंदिरों को राज्य स्तरीय राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक के तहत प्रमाणीकरण किया गया। जिले के मांझी प्रखंड के मटियार आयुष्मान आरोग्य मंदिर को राज्य स्तरीय असेस्मेंट में 89 प्रतिशत तथा सोनपुर के गोविन्दचक आयुष्मान आरोग्य मंदिर को 84 प्रतिशत अंक मिला है। अब नेशनल सर्टिफिकेशन के लिए आवेदन किया जायेगा। जिसके बाद नेशनल टीम असेस्मेंट करेगी।
कई महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर असेस्मेंट करती है विशेष टीम:
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम अरविन्द कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र प्रदान करने के लिए विशेषज्ञों की टीम द्वारा आयुष्मान आरोग्य मंदिर की सेवाओं और संतुष्टि स्तर का विभिन्न मानकों पर मूल्यांकन किया जाता है। इनमें उपलब्ध सेवाएँ, मरीजों के अधिकार, इनपुट, सपोर्ट सर्विसेस, क्लिनिकल सर्विसेस, इन्फेक्शन कंट्रोल, गुणवत्ता प्रबंधन और आउटकम जैसे पैरामीटर शामिल हैं। प्रमाणीकरण के लिए कम से कम 70 प्रतिशत अंक अनिवार्य होता है। इन कड़े मानकों पर खरा उतरने वाले आयुष्मान आरोग्य मंदिर को ही गुणवत्ता प्रमाण-पत्र जारी किये जाते हैं।
स्वास्थ्य सेवाओं को वैश्विक सर्वोत्तम मानकों के अनुरूप ढालना:
डीपीसी रमेश चंद्र कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक का उद्देश्य सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को वैश्विक सर्वोत्तम मानकों के अनुरूप ढालना है। इसके तहत स्वास्थ्य केंद्रों के लिए पूर्व निर्धारित मानकों के आधार पर मूल्यांकन किया जाता है। इन मानकों में साफ-सफाई, मरीजों को मिलने वाली सुविधाएं, उपकरणों की स्थिति, उपचार की प्रक्रिया और रोगियों की संतुष्टि शामिल हैं। साथ ही, मानक संचालन प्रक्रियाओं और प्रोटोकॉल के पालन की भी जांच की जाती है। एनक्वास का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य केंद्रों को अपनी गुणवत्ता का आकलन करने और उसे सुधारने के लिए प्रेरित करना है, ताकि नागरिकों को उच्चतम स्तर की चिकित्सा सेवाएं मिल सकें।
151 प्रकार की दवा और 14 प्रकार की जांच की सुविधाएं:
मांझी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रोहित कुमार ने बताया कि आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर (हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर) पर 151 प्रकार का दवा, 14 प्रकार के जाँच की सुविधाएं, टीकाकरण, प्रसव पूर्व जाँच, परिवार नियोजन की सेवा, ओपीडी, संचारी रोग, गैर संचारी रोग, मानसिक स्वास्थ्य, पीने का पानी, हर्बल गार्डन, शौचालय, अग्निश्मन यंत्र के साथ स्वच्छ वातावरण में गुणवत्ता पूर्ण सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रहीं है। बीमारियों की जांच के लिए 14 प्रकार की जांच सुविधा उपलब्ध है। यहां पर मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करायी जा रहा है।
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आई.सी.डी.एस अंतर्गत राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत प्रखण्ड समन्वयक के अनुबंध आधारित भर्ती के हेतु आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की दिनांक 7 एवं 8 मई को होगी काउंसलिंग
Chhapra: निदेशालय आई.सी.डी.एस., बिहार, पटना से प्राप्त निदेश के आलोक में राष्ट्रीय पोषण मिशन अन्तर्गत प्रखण्ड समन्वयक के अनुबंध आधारित भर्ती के माध्यम से रिक्त पदों पर नियोजन हेतु ऑफलाईन आवेदन आमंत्रित किये गये थे।
प्राप्त आवेदन के आलोक में जिला स्तरीय चयन समिति द्वारा लिये गये निर्णय के अनुसार कुल-441 अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र की जाँच/ काउंसलिंग दिनांक-07.05.2025 को क्रम संख्या -01से 221 तक एवं क्रम संख्या -222 से 441तक दिनांक- 08-05-2025 को पूर्वाह्न 11 बजे से 05 बजे तक भिखारी ठाकुर प्रेक्षा गृह, (राजकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, छपरा के बगल में) सारण, छपरा में किया जायेगा।
सत्यापन कार्य हेतु सभी संबंधित अभ्यर्थियों को निर्देश दिया जाता है कि वे अपने साथ प्रमाण पत्रों की मूल प्रति तथा उनकी दो-दो स्व-अभिप्रमाणित छायाप्रति के साथ उपरोक्त निर्धारित स्थल पर ससमय उपस्थित होना सुनिश्चित करेंगे। अभ्यर्थी के पास मैट्रिक का अंक प्रमाण पत्र एवं मूल प्रमाण पत्र, इंटरमीडिएट का अंक प्रमाण पत्र एवं मूल प्रमाण पत्र, स्नातक का अंक पत्र एवं मूल प्रमाण पत्र के साथ-साथ विज्ञापन के कंडिका-23 में अंकित वांछित कार्यानुभव के अनुरूप सक्षम प्राधिकार से निर्गत कार्यानुभव प्रमाण पत्र, सक्षम प्राधिकार से निर्गत आई०सी०डी०एस० से संबंधित कार्य अनुभव, मूल आवासीय प्रमाण पत्र, अंचल अधिकारी द्वारा निर्गत जाति प्रमाण पत्र (यदि आरक्षित वर्ग से है) लाना अनिवार्य है।
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वाराणसी मंडल  पर 2253 किलो वाट क्षमता (के.डब्ल्यू.पी.) के रूफ टॉप सोलर पैनल स्थापित

वाराणसी: पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल पर सुनियोजित प्रयासों से ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों के अपेक्षित परिणाम मिल रहे हैं। इससे वाराणसी मंडल पर ऊर्जा के गैर पारम्परिक स्रोत सौर ऊर्जा का उपयोग बड़े पैमाने पर किया जा रहा है साथ ही ऊर्जा दक्ष उपकरणों का प्रयोग सुनिश्चित कर ऊर्जा खपत में बचत की जा रही है। रेलवे स्टेशन भवनों, कार्यालय भवनों की छतों, सर्विस भवनों, चिकित्सालय, प्रशिक्षण केंद्रों, कोचिंग कॉम्प्लेक्स, कारखाना, अतिथि गृह, विश्रामगृह, प्रेक्षागृह एवं समपार फाटक आदि पर सोलर पैनल लगाये गये हैं।

वाराणसी मंडल पर अप्रैल,2025 तक कुल 2253 किलो वाट क्षमता (के.डब्ल्यू.पी.) के रूफ टॉप सोलर पैनल स्थापित किये गये हैं, जिससे वर्तमान वित्त वर्ष में माह अप्रैल तक 3.94 लाख यूनिट सौर ऊर्जा का उत्पादन किया गया, जो कि वर्ष-2024 के समान अवधि में उत्पादित किये गये सौर ऊर्जा से 2.59% अधिक है । इस सौर ऊर्जा के उत्पादन से लगभग रू. 21,30,561 का रेल राजस्व की बचत हुई ।

वित्त वर्ष 2025-26 में माह अप्रैल तक वाराणसी मंडल द्वारा कुल 519 किलोवाट क्षमता के सोलर पावर प्लान्ट स्थापित किये गये है, जिसमें बनारस स्टेशन पर 141 किलोवाट,मऊ स्टेशन पर 71 किलोवाट,वाराणसी सिटी कोचिंग डिपो में 60 किलोवाट,बलिया स्टेशन पर 146 किलोवाट,मसरख स्टेशन पर 40 किलोवाट,गोपालगंज स्टेशन ओर 35 किलोवाट एवं थावे स्टेशन पर 26 किलो वाट क्षमता (के.डब्ल्यू.पी.) के रूफ टॉप सोलर पैनल लगाये जा चुके हैं । NGT के मानकों के अनुरूप वाराणसी मंडल के अन्य स्टेशनों पर भी वर्ष 2025-26 में रूफ टॉप सोलर पैनल लगाये जाने की प्रक्रिया प्रगतिशील है।

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समन्वय की बैठक में निर्वाचन पूर्व तैयारी को पूर्ण करने का मिला निर्देश 
समाहरणालय सभागार में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में साप्ताहिक समन्वय बैठक का हुआ अयोजन
Chhapra: जिलाधिकारी अमन समीर द्वारा आज समाहरणालय सभागार में साप्ताहिक समन्वय बैठक आहुत की गई। न्यायालय से संबंधित मामलों में सभी संबंधित अधिकारियों को ससमय तथ्य विवरणी दाखिल करने को कहा गया। जिस पदाधिकारी द्वारा तथ्य विवरणी दाखिल करने में अनावश्यक विलंब किया जायेगा, उनसे स्पष्टीकरण पूछते हुये अनुशासनिक कार्रवाई की जायेगी। आपदा प्रबंधन के तहत मुआवजा भुगतान हेतु मार्च, 2025 तक के लंबित मामलों को सूचीबद्ध करते हुए इनका निष्पादन प्राथमिकता से सुनिश्चित कराने का निदेश दिया गया।
निर्वाचन पूर्व तैयारी के संदर्भ में सभी ईआरओ एवं एईआरओ को वल्नेरीबी मैपिंग से संबंधित वांछित रिपोर्ट भेजने को कहा गया। प्रत्येक बूथ पर BAG ( बूथ अवेयरनेस ग्रुप) का गठन एवं मतदाता साक्षरता क्लब का गठन करने हेतु अभी से कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा। अर्धसैनिक बलों के आवासन हेतु उपयुक्त स्थल चिन्हित करने तथा चिन्हित स्थलों पर उपलब्ध बुनियादी सुविधाओं तथा आवश्यक अन्य सुविधाओं को संकलित कर रिपोर्ट भेजने का निदेश सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को दिया गया।
अम्बेडकर समग्र सेवा अभियान के तहत महादलित टोलों में आयोजित हो रहे विशेष विकास शिविर से पूर्व तथा शिविरों में सभी पात्र लोगों को सरकार की योजनाओं की पूरी जानकारी देने तथा इन योजनाओं का लाभ लेने हेतु उन्हें प्रेरित करने को कहा गया। शिविर से पूर्व की गतिविधि के तहत सभी लोगों से डोर टू डोर संपर्क कर पात्रता के अनुरूप विभिन्न योजनाओं/सेवाओं का लाभ देने के लिये आवेदन प्राप्त कर लाभ देने के लिये प्रक्रिया को शीघ्रता से पूरा करने को कहा गया ताकि शिविर के दिन अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित किया जा सके। पूर्व में आयोजित शिविरों में प्राप्त आवेदनों के संदर्भ में योजना /सेवा का लाभ देने के लिये लंबित मामलों का शीघ्र निष्पादन सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया। सभी सम्बंधित विभागों के पदाधिकारियों को उनके विभाग से संबंधित योजनाओं/सेवाओं से संबंधित आवेदनों के त्वरित निष्पादन कराने का निदेश दिया गया।
बैठक में उपविकास आयुक्त , अपर समाहर्त्ता, बंदोबस्त पदाधिकारी, नगर आयुक्त, विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी तथा विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी अनुमंडल पदाधिकारी, भूमि सुधार उपसमाहर्त्ता, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी आदि जुड़े थे।
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जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सोनपुर आयोजना क्षेत्र प्राधिकार की बैठक
सोनपुर आयोजना क्षेत्र के विस्तार को मिली स्वीकृति
सोनपुर आयोजना क्षेत्र का अब 600 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में होगा फैलाव
chhapra: जिलाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में आज सोनपुर आयोजना क्षेत्र प्राधिकार की बैठक आहूत की गई। फरवरी 2025 में आहुत प्राधिकार की बैठक में सोनपुर आयोजना क्षेत्र के जीआईएस आधारित मास्टर प्लान के इनसेप्शन रिपोर्ट को स्वीकृति प्रदान की गई थी। इसी बैठक में सोनपुर आयोजना क्षेत्र के विस्तार हेतु मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सोनपुर आयोजना क्षेत्र प्राधिकार को नगर विकास विभाग को प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया गया था। भेजे गये प्रस्ताव के आलोक में सोनपुर आयोजना क्षेत्र के विस्तार को स्वीकृति मिल गई है। विस्तारित रूप में सोनपुर आयोजना क्षेत्र का 600 वर्ग किलोमीटर में फैलाव होगा, जो पहले लगभग 256 वर्ग किलोमीटर था। विस्तारित सोनपुर आयोजना क्षेत्र के अंतर्गत सम्पूर्ण सोनपुर, दिघवारा, दरियापुर एवं परसा प्रखंड तथा गड़खा प्रखंड के 4 पंचायत शामिल किये गए हैं।
जीआईएस आधारित मास्टर प्लान बनाने वाली कंपनी क्रिएटिव सर्कल, नागपुर द्वारा सोनपुर आयोजना क्षेत्र के आगामी 20 वर्षों के विकास कार्यों की रूप रेखा तैयार की गई है।
मास्टर प्लान का ड्राफ्ट तैयार करने के लिये टाइम लाइन का निर्धारण किया गया। 25 जून तक ड्राफ्ट प्लान तैयार करने को कहा गया। इससे पूर्व 10 मई तक विभिन्न संबंधित विभागों से वांछित डेटा का संग्रहण करने को कहा गया। 25 जून तक ड्राफ्ट प्लान तैयार करने तथा 10 जुलाई तक फाइनल ड्राफ्ट बनाने को कहा गया। फाइनल ड्राफ्ट को 10 जुलाई तक प्रकाशित कर इसपर आगामी 20 दिनों के अंतर्गत दावा/आपत्ति प्राप्त किया जायेगा। प्राप्त दावा/आपत्तियों के विधिवत निष्पादन के उपरांत मास्टर प्लान को अंतिम रूप देने के लिये अग्रेतर कार्रवाई की जायेगी।
बैठक में उपविकास आयुक्त,वन प्रमंडल पदाधिकारी सारण,अपर समाहर्ता, कार्यपालक पदाधिकारी नगर पंचायत सोनपुर, कंसल्टेंट प्रतिनिधि एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
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Chhapra: प्रथम छपरा चेस एकेडमी ओपन चेस टूर्नामेंट का आयोजन किया गया। इस आयोजन के मुख्य अतिथि लायन धर्मनाथ उर्फ पिंटू और और विशिष्ट अतिथि लायंस क्लब छपरा सिटी के संस्थापक एवं विभिन्न समाजिक एवं अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं के प्रमुख आदित्य अग्रवाल थे. मनोज कुमार सिंह, लायन लायन कुंवर जायसवाल, लायन डॉ राजेश डाबर, लायन प्रवीण ओबेरॉय एवं लायन सुमित कुमार भी उपस्थित रहे।

इस प्रतियोगिता में प्रथम 10 खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया गया। छपरा चेस अकादमी के बच्चों के लिए तीन स्पेशल पुरस्कार थे। शतरंज संघ से लायन मनोज वर्मा संकल्प ने सभी प्रतिभागियों को बढ़ाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की है। 

इस प्रतियोगिता में प्रथम प्रेम कुमार, द्वितीय शिवम आनंद, तृतीय आदित्य प्रताप, चौथे सानया वर्मा , पांचवें विवान भारद्वाज रहे। इस प्रतियोगिता में मुख्य निर्णायक की भूमिका सनी कुमार सिंह और निर्णायक रणधीर कुमार सिंह थे। इस टूर्नामेंट का आयोजन छपरा चेस एकेडमी के सागर कुमार ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन के उपरांत कार्यक्रम का समापन हुआ।

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