Chhapra: सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र चुनाव के नामांकन के चौथे दिन 4 प्रत्याशियों ने नामांकन किया.

आयुक्त सह निर्वाची पदाधिकारी के समक्ष प्रत्याशियों ने नामांकन किया. नामांकन करने वालों में एनडीए समर्थित प्रत्याशी डॉ चंद्रमा सिंह, CPM समर्थित प्रत्याशी केदारनाथ पांडेय, निर्दलीय डॉ रंजीत सिंह और जेपीयू के पूर्व कुलसचिव  डॉ अशोक कुमार यादव ने नामांकन किया.

सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र चुनाव के लिए अबतक पांच प्रत्याशियों ने नामांकन किया है. नामांकन को लेकर सुबह से ही आयुक्त कार्यालय  के बाहर गहमा गहमी दिखी. प्रत्याशियों के समर्थक जुटने लगे थे. 

बता दें कि सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र चुनाव में सूबे के पांच जिलों (सारण, सीवान, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण) के शिक्षक मतदाता मतदान करते है. 

 

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Chhapra: विधान परिषद की सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र सीट पर नामांकन का आज चौथा दिन है. आज नामांकन के रफ्तार पकड़ने की संभावना है.


मिली जानकारी के अनुसार आज पार्टियों के समर्थित उम्मीदवार के साथ साथ कई निर्दलीय प्रत्याशी भी नामांकन करेंगे. आज नामांकन करने वालों में सीपीएम समर्थित केदारनाथ पांडे, भाजपा समर्थित डॉ चंद्रमा सिंह, निर्दलीय डॉ रंजीत कुमार शामिल है.

नामांकन सारण के आयुक्त कार्यालय में निर्वाची पदाधिकारी सह आयुक्त आर एल चौंगथू के समक्ष दाखिल होगा. अब तक केवल एक प्रत्याशी निर्दलीय लालू प्रसाद यादव ने ही नामांकन किया है.

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Patna: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया आज से शुरू हो जाएगी. पहले चरण में 71 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है.

नामांकन की प्रक्रिया 8 अक्टूबर तक चलेगी. 12 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे. मतदान 28 अक्टूबर को होगी. वही परिणाम 10 नवम्बर को आएंगे.

बिहार में फिलहाल किसी भी गठबंधन में सीटों का बंटवारा नही हो सका है.

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Patna: मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोडा के नेतृत्व में निर्वाचन आयोग के पूर्ण दल ने बिहार के विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से पटना में मुलाकात की. जनता दल यूनाईटेड ने मांग की कि निर्वाचन आयोग मतदाताओं के बीच मतदान पर्ची वितरित करने की जिम्मेदारी ले. पार्टी ने आयोग की बैठक में सीमित संख्या में लोगों की उपस्थिति पर चिंता व्यक्त की.

कांग्रेस ने दस मतदान केन्द्रों के बीच एक चिकित्सा दल तैनात करने की मांग की. दूसरी ओर लोक जनशक्ति पार्टी ने आग्रह किया कि पंचायत चुनावों की तर्ज पर विधानसभा चुनाव के मतदान केन्द्र हों.

बाद में आयोग का दल सारण, सीवान, गोपालगंज और मुजफ्फरपुर सहित 26 जिलों के पुलिस आयुक्तों और जिला मजिस्ट्रेटों के साथ पटना में समीक्षा बैठक की गई.

निर्वाचन आयोग का यह दल आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों की समीक्षा के लिए राज्य के तीन दिन के दौरे पर है. मुख्य निर्वाचन आयुक्त के साथ निर्वाचन आयुक्त सुशील चन्द्र और राजीव कुमार भी हैं. आयोग के इस दल ने कल बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी और नोडल अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी. बिहार अकेला ऐसा राज्य है जहां कोविड-19 महामारी के दौरान विधानसभा चुनाव कराए जा रहे हैं.

निर्वाचन आयोग कल गया जाएगा, जहां 12 जिलों के जिला मजिस्‍ट्रेटो और पुलिस अधीक्षकों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी. इन जिलों में औरंगाबाद, कैमूर और रोहताश शामिल है. दिल्‍ली वापसी से पहले निर्वाचन आयोग बिहार के मुख्‍य सचिव, गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ समीक्षा बैठक करेगा.

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Chhapra: बिहार विधानसभा का चुनाव भारतीय राजनीति में बहुत खास होने वाला है. कोरोना संक्रमण काल मे हो रहे इस चुनाव में बहुत कुछ बदला बदला सा नज़र आएगा. भारतीय चुनाव में बदलाव की शुरुआत बिहार से होने जा रही है.

वैसे भी भारतीय राजनीति में बड़े बड़े कार्यक्रमों का शंखनाद भी बिहार से ही होता है, चाहें वह किसी राजनीतिक पार्टी की रथयात्रा के प्रारंभ करने को बात हो या पदयात्रा की. बिहार के राजनीतिज्ञों का आशीर्वाद कार्यक्रम को सफ़ल जरूर बनाता है. लेकिन इस बार ऐसा कुछ नही है मतलब इस बार शुरुआत खुद निर्वाचन आयोग कर रहा है.

बिहार चुनाव 2020 को लेकर तिथि की घोषणा हो चुकी है. 3 चरण में राज्य के 243 सीटों पर चुनाव होने है. ऐसे में कोरोना के बीच चुनाव स्वच्छ एवं निष्पक्ष के साथ स्वस्थ रूप से कराना एक चुनौती तो है. लेकिन इसके लिए मुकम्मल तैयारी पूरी है.बिहार चुनाव में इस बार मतदाताओं को रिझाने के लिए राजनीतिक पार्टियों को एड़ी चोटी का जोड़ लगाना होगा. आम तौर पर सभाओं में भीड़ जुटाने को लेकर राजनीतिक पार्टी उड़नखटोला का सहारा लेती है. दूर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में आकाश में उड़नखटोला के मंडराने के साथ ही भीड़ जुट जाती है. कुछ उड़नखटोला को देखने आते है तो कुछ उसके ज़मीन पर उतारने से आकाश में उड़ने तक की घटना को देखने. भीड़ जुटती है तो नेता गदगद होते है.

लेकिन इस चुनाव शायद ऐसा कुछ नही दिखे. कारण है कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन. बिहार चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों की रैली इस बार वर्चुअल होने वाली है. जिसके कारण आसमान में उड़नखटोला का उड़ना ना के बराबर है.उधर इस बार के विधानसभा चुनाव प्रचार में कोविड महामारी के कारण कई बदलाव किए गए है. साथ ही विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए है.

चुनाव आयोग के निर्देश पर राजनीतिक पार्टी की चुनावी सभा के लिए जिला निवार्चन पदाधिकारी द्वारा स्थल का चयन कर उसमे आने जाने के रास्तों के प्रबंध किया जाना है.इन चुनावी सभा स्थलों में आने वालों के लिए सामाजिक दूरी का पूरा ख्याल रखने के लिए व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए गए है. कोविड महामारी के दिशानिर्देशों के पालन के लिए नोडल जिला स्वास्थ्य अधिकारी की पूरी व्यवस्था में सम्मिलित होंगे और उनकी जिम्मेवारी होगी. जिला निर्वाचन पदाधिकारी और पुलिस अधीक्षक यह सुनिश्चित करेंगे कि सभा स्थल पर पहुंचने वालों की संख्या राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के दिशानिर्देशों से अधिक ना हो.

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Chhapra: सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र चुनाव के नामांकन का आज तीसरा दिन है. विधान परिषद की इस सीट के लिए अबतक एक नामांकन हुआ है.

मंगलवार को निर्दलीय प्रत्याशी लालू प्रसाद यादव ने नामांकन पत्र दाखिल किया. लालू प्रसाद यादव पंचायत से लेकर सांसद तक के चुनाव को लड़ने में अपनी दिलचस्पी दिखाते है. लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने नामांकन किया था हालांकि उन्हें सफलता नही मिली थी.

आपको बता दें कि मढ़ौरा प्रखण्ड के जादो रहीमपुर निवासी लालू प्रसाद यादव ने इससे पूर्व भी पंचायत से लेकर सांसद के चुनाव के लिए नामांकन तो किया. राजद सुप्रीमो से मिलते जुलते नाम के कारण उन्होंने सुर्खियां तो खूब बटोरी पर अबतक कामयाबी नही मिल सकी है.

आपको बता दें कि सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में बिहार के 5 जिलों ( सारण, सिवान, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण) के शिक्षक मतदाता मतदान करते है. चुनाव के नामांकन के लिए सारण प्रमंडल के आयुक्त सह निर्वाची पदाधिकारी के कार्यालय में नामांकन हो रहा है.

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Chhapra: विश्व हिंदू परिषद की इकाई बजरंग दल ने इस बार सारण ज़िले के दो विधानसभा सीटों पर संघ विचार परिवार के प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारने का ऐलान किया है.

मंगलवार को आयोजित एक प्रेस वार्ता में बजरंग दल के ज़िला सह संयोजक पप्पू सिंह ने कहा कि कल के कार्यकर्ता हर दुःख सुख में समाज के लिए हमेशा खड़े रहते है. लेकिन सारण के किसी भी जनप्रतिनिधि के द्वारा कार्यकर्ताओं की समस्याओं के लिए कभी भी कोई कारगर कदम नही उठाया गया. शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, सफ़ाई की से लोग जूझ रहे है.

उन्होंने बताया कि ऐसे में बजरंग दल ने निर्णय लिया है कि अपनी विचारधारा का प्रत्याशी चुनाव में उतारने का निर्णय हुआ है.

इस अवसर पर ज़िला सह संयोजक संजय राय, आदित्य, बजरंगी आदि उपस्थित थे.

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सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र चुनाव के निर्दलीय प्रत्याशी डॉ रणजीत कुमार से खास बातचीत

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Chhapra: बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद सीटों का घमासान जारी है. एनडीए और महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर फिलहाल कोई फैसला नहीं हुआ है. जल्द ही सीट बंटवारे को लेकर फैसला होने की उम्मीद है. वहीं दूसरी तरफ भावी प्रत्याशी टिकट की चाह में प्रदेश कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं. सारण से जदयू राजद और भाजपा के कई नेता टिकट मांगने के लिए पार्टी के आला अधिकारियों से लगातार मुलाकात कर रहे हैं. ये नेता चुनाव के घोषणा  दिन से ही टिकट की उम्मीद में पटना में डेरा जमाए हुए हैं.

सारण में 10 विधानसभा सीट है, अगर एनडीए की बात करें तो 4 सीटों पर भाजपा, 5 सीटों पर जदयू और एक सीट लोजपा चुनाव लड़ सकती है. हालांकि सीट बंटवारे पर अभी तक माथापच्ची चल रही है. कौन सी सीट किस के खाते में जाएगी यह अभी तक क्लियर नहीं हो सका है.

छपरा के कई भावी प्रत्याशी पटना में सम्बंधित पार्टी के प्रदेश कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं, जदयू के नेता जदयू प्रदेश कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं, वहीं राजद के नेता लालू यादव के आवास और राजद प्रदेश कार्यालय में विधानसभा चुनाव के टिकट की जुगाड़ में लगे हुए हैं. यहीं नहीं कुछ नेता तो टिकट की चाह में लालू यादव से मिलने रांची भी गए और टिकट की दावेदारी पेश की है.

पहले चरण के चुनाव के लिए 1 तारीख को अधिसूचना जारी की जाएगी, विभिन्न राजनीतिक पार्टी जल्द ही प्रत्याशियों की घोषणा कर सकते हैं.  राजनीतिक पार्टियों के लिए टिकट बांटना आसान काम नहीं है, पार्टी सबको साथ लेकर चलेगी. हालांकि पार्टियों के लिए टिकट बांटना एक चुनौती होगी. क्योंकि एक विधानसभा सीट पर एक ही पार्टी के कई दावेदार हैं. ऐसे में राजनीतिक पार्टियों के सामने टिकट बांटने के दौरान चुनौतियां भी होगी.

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Patna: तमाम अटकलों क़यासों के बाद आख़िकार बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने जनता दल यूनाइटेड का दामन थाम लिया है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मुख्यमंत्री बिहार नीतीश कुमार ने उन्हें सदस्यता दिलायी.

इसके बाद पार्टी के कार्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी और सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ़ लल्लन सिंह ने इसकी आधिकारिक घोषणा की.

इस अवसर पर गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि पार्टी का अनुशासित सिपाही हूँ. चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी जो निर्णय लेगी उसपर काम होगा.

इससे पहले गुप्तेश्वर पांडेय ने जब वीआरएस लिया था तभी से उनके जदयू में शामिल होने की चर्चाएँ होने लगी थी. अब इन बातों पर विराम लग गया है.

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Patna: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने केंद्रीय पदाधिकारियों की घोषणा की है.

जेपी नड्डा की नई टीम में बिहार से पांच नेताओं को जगह मिली है.

इस टीम में पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह को उपाध्यक्ष, डॉ संजय मयूख, पूर्व सांसद शाहनवाज हुसैन और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी और गुरुप्रकाश को प्रवक्ता की जिम्मेवारी मिली है. राजीव प्रताप रूडी और शाहनवाज हुसैन को फिर से प्रवक्ता की जिम्मेवारी मिली है.

इसके साथ भी भाजपा ने तीन महासचिवों को भी बदल दिया है.

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New Delhi: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने केंद्रीय पदाधिकारियों की घोषणा की है.

जेपी नड्डा की नई टीम में डॉ रमन सिंह, वसुंधरा राजे सिंधिया, राधा मोहन सिंह, विजयंत जय पांडा, रघुवर दास, मुकुल राय, रेखा वर्मा, अन्नपूर्णा देवी, डॉ भारती बेन शियाल, डीके अरुणा, एक चौबा एओ, अब्दुल्ला कुट्टी को उपाध्यक्ष बनाया गया है.

वही 8 महामंत्री बनाये गए है. जिनमें भूपेंद्र यादव, अरुण सिंह, कैलाश विजयवर्गीय, दुष्यंत कुमार गौतम, डी पुरुन्देश्वरी, सी टी रवि, तरुण चुग और दिलीप सैकिया शामिल है. राष्ट्रीय संगठन मंत्री बी एल संतोष, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री वी सतीश.

राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल बलूनी, संजय मयूख, डॉ संबित पात्रा, डॉ सुधांशु त्रिवेदी, शाहनवाज हुसैन, राजीव प्रताप रूडी, नवीन एस कोहली, राजीव चंद्रशेखर, गौरव भाटिया, सैयद जफर इस्लाम, टॉम वडक्कन, संजू वर्मा, गोपाल कृष्ण अग्रवाल, इकबाल सिंह लालपुरा, सरदार आरपी सिंह, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, अपराजिता सारंगी, हिना गावित, गुरुप्रकाश, एम किकोन, नूपुर शर्मा, राजू विष्ट और केके शर्मा.

यहां देखें पूरी सूची

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