पटना, 14 मई (हि.स.)। बिहार के नालंदा जिले के उतरथु गांव निवासी बीएसएफ जवान सिकंदर राउत जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर में पाकिस्तान की गोलीबारी में शहीद हो गए। इस खबर से पूरे गांव में मातम छा गया।

कुछ महीने पहले तक झारखंड के रांची में पदस्थापित थे
सिकंदर राउत कुछ महीने पहले तक झारखंड के रांची में पदस्थापित थे। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए उन्हें कुपवाड़ा बुलाया गया। वहां तैनाती के दौरान एक आतंकी मुठभेड़ में वे गंभीर रूप से घायल हो गए। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई और देश ने एक और जांबाज सपूत को खो दिया।

सिकंदर राउत के शहादत की खबर उनकी पत्नी को मोबाइल फोन पर एसएमएस के जरिए मिली। शहीद सिकंदर राउत के चचेरे भाई रामरतन राउत ने बताया कि सिकंदर को कुछ महीने पहले ही रांची से कुपवाड़ा भेजा गया था। वे हमेशा देश सेवा के लिए तत्पर रहते थे लेकिन इस बार उनकी वापसी शव के रूप में हो रही है।

पुलिस अधीक्षक भारत सोनी ने कहा कि अभी तक बीएसएफ या किसी वरीय अधिकारी से इस संबंध में कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। बिंद थानाध्यक्ष चंदन कुमार सिंह ने भी कहा कि विभागीय स्तर पर उन्हें कोई सूचना नहीं मिली है, लेकिन ग्रामीणों ने सूचना दी है कि सिकंदर राउत शहीद हो गए हैं। सिकंदर राउत दो भाइयों में छोटे थे और अपने पूरे परिवार के लाडले थे। उनकी 10 साल पहले शादी हुई थी और उनके दो बच्चे हैं। एक बेटा 8 साल और दूसरा 4 साल का है।

सिकंदर राउत का पार्थिव शरीर 15 मई को गांव लाया जाएगा, जहां उन्हें पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी। स्थानीय प्रशासन और सेना के अधिकारी अंतिम संस्कार में शामिल होंगे।

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चंडीगढ़, 14 मई (हि.स.)। पाकिस्तान ने करीब 21 दिन बाद बीएसएफ के जवान को आज भारतीय सेना के हवाले कर दिया। कई बार की फ्लैग मीटिंग के बाद आज पाकिस्तान ने बीएसएफ जवान को रिहा करने का फैसला लिया।

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23 अप्रैल को गलती से पार कर गए थे भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा
पश्चिम बंगाल के रहने वाले जवान पूरनम कुमार शॉ 23 अप्रैल को भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास गश्त के दौरान गलती से सीमा पार कर गए थे। यह घटना पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर के पास हुई थी। वह बीएसएफ की 73वीं बटालियन में तैनात हैं। सीमा पार करते ही पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें हिरासत में ले लिया और पूछताछ के लिए अपनी कस्टडी में ले गए। जवान के लापता होने के तुरंत बाद बीएसएफ ने अपने समकक्ष पाकिस्तान रेंजर्स से संपर्क किया। तब इस बात की पुष्टि हुई कि जवान पाकिस्तान की हिरासत में है।


भारतीय अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद हुई रिहाई 
पूरनम कुमार शॉ की रिहाई के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच कई बार फ्लैग मीटिंग भी हुई। एक बैठक में पाकिस्तान का कोई प्रतिनिधि नहीं आया। इस बीच भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया और पाकिस्तान की तरफ से भारी सीमा में गोलाबारी की गई। दोनो देशों के बीच सीज फायर होने के बाद अब हालात सामान्य होने लगे हैं। कई बैठकों तथा भारतीय अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद बुधवार सुबह अमृतसर स्थित अटारी के संयुक्त चेक पोस्ट के माध्यम से पूरनम कुमार शॉ को भारत के हवाले कर दिया गया। यह प्रक्रिया शांतिपूर्वक और तय प्रोटोकॉल के तहत पूरी की गई। अधिकारियों ने बताया कि दोनों देशों की सीमा पर सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय के चलते यह संभव हो सका।

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नई दिल्ली: भारत सरकार ने नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में कार्यरत एक अधिकारी को ‘पर्सोना नॉन ग्राटा’ घोषित किया है। इस अधिकारी का नाम एहसान उर रहीम उर्फ डेनिश बताया जा रहा है। उन पर भारतीय सेना से संबंधित संवेदनशील जानकारियों को लीक करने के आरोप लगे हैं।

विदेश मंत्रालय के अनुसार भारत सरकार ने पाकिस्तान उच्चायोग, नई दिल्ली में कार्यरत एक अधिकारी को ‘पर्सोना नॉन ग्राटा’ घोषित किया है क्योंकि वह अपनी आधिकारिक स्थिति के अनुरूप गतिविधियों में लिप्त था। इस अधिकारी को 24 घंटों के भीतर भारत छोड़ने के लिए कहा गया है। इस संबंध में आज पाकिस्तान उच्चायोग के चार्ज द अफेयर्स को एक डेमार्च जारी की गई है।

उल्लेखनीय है कि पंजाब पुलिस ने इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। यह व्यक्ति पाकिस्तान के इस अधिकारी के साथ कथित रूप से जुड़ा हुआ था। गिरफ्तार व्यक्ति पर आरोप है कि उसने सुरक्षा से संबंधित जानकारियों को साझा किया। पंजाब पुलिस की कार्रवाई ने इस साजिश का पर्दाफाश किया।

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जम्मू, 11 मई (हि.स.)। जम्मू शहर के बाहरी इलाके नगरोटा में बीती रात सेना के शिविर के बाहर संदिग्ध आतंकवादी के साथ मुठभेड़ हो गई। इस दौरान सेना का एक जवान घायल हो गया। इसके तुरंत बाद इलाके को सुरक्षित करने के लिए व्यापक तलाशी अभियान चलाया गया जाे आज सुबह तक जारी था।

सेना की जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर ने कहा कि शनिवार की रात शिविर के पास संदिग्ध व्यक्ति को गतिविधि को देखते हुए नगरोटा सैन्य स्टेशन के सतर्क संतरी ने ललकारा। इसकेेसंदिग्ध आतंकवादी के साथ संक्षिप्त मुठभेड़ हुई, जिसमे संतरी को मामूली चोट आई हैं। संदिग्ध आतंकी फरार हो गया। उसके लिए तलाशी अभियान जारी है।

इस बीच पुलिस प्रवक्ता ने जम्मू के बाहरी इलाके आरएस पुरा सेक्टर में आतंकवादियों की मौजूदगी का दावा करने वाली रिपोर्टों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि लोग किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को दें, जिससे उसका सही तौर पर सत्यापन किया जा सके। सोशल मीडिया पर (आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में) असत्यापित संदेशों को अपलोड और फॉरवर्ड करने से आम जनता में दहशत फैलती है।

प्रवक्ता ने कहा कि इस तरह की असत्यापित पोस्टों के माध्यम से आम जनता के बीच दहशत पैदा करने का कोई भी जानबूझकर किया गया प्रयास कानूनी कार्रवाई के लिए पर्याप्त होगा। सभी लोग क्षेत्र में शांति और सामान्य स्थिति बनाए रखने के लिए पुलिस के साथ सहयोग करें।

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जम्मू, 10 मई (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के नगरोटा सैन्य स्टेशन पर शनिवार देर रात एक संदिग्ध घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी गई। सतर्क संतरी द्वारा समय रहते चुनौती देने पर संदिग्ध के साथ संक्षिप्त गोलीबारी हुई, जिसमें एक जवान को हल्की चोट आई है। सेना की व्हाइट नाइट कोर ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि संदिग्ध की तलाश में तलाशी अभियान जारी है।

व्हाइट नाइट कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर जानकारी दी, “परिधि के पास संदिग्ध गतिविधि दिखने पर सतर्क संतरी ने चुनौती दी, जिसके बाद गोलीबारी हुई। इस दौरान संतरी को मामूली चोट आई है। तलाशी अभियान चल रहा है।”

सुरक्षा एजेंसियां इस घटनाक्रम को हालिया भारत-पाक तनाव और संभावित आतंकी गतिविधियों से जोड़कर देख रही है। पूरे इलाके में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। सेना और पुलिस की टीमें मिलकर आसपास के इलाकों में कॉम्बिंग ऑपरेशन चला रही हैं। तलाशी अभियान के लिए अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं। अधिकारियों के अनुसार, यह संभावित आतंकी घुसपैठ की कोशिश हो सकती है।

 

Firing at Nagrota military station, one soldier injured, search operation continues to catch the intruder
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नई दिल्ली/बीजिंग, 11 मई (हि.स.)। भारत-पाकिस्तान के मध्य युद्धविराम की घोषणा के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच शनिवार देर रात अहम टेलीफोनिक वार्ता हुई। इस बातचीत का केंद्र बिंदु हाल ही में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और क्षेत्रीय शांति रहा।

डोभाल ने वांग यी को स्पष्ट किया कि पहलगाम आतंकी हमले में भारतीय नागरिकों की गंभीर क्षति के बाद आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई आवश्यक थी। उन्होंने कहा, “भारत युद्ध नहीं चाहता, यह हमारी पसंद नहीं थी, लेकिन आतंकी हमले के जवाब में एक्शन जरूरी था।” उन्होंने आशा जताई कि भारत और पाकिस्तान दोनों जल्द ही युद्धविराम के प्रति पूरी प्रतिबद्धता के साथ क्षेत्र में शांति और स्थिरता बहाल करेंगे।

चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने इस बातचीत में पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की और कहा कि चीन आतंकवाद के सभी रूपों का विरोध करता है। उन्होंने कहा, “वर्तमान वैश्विक परिदृश्य अस्थिर है और एशियाई क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बनाए रखना एक बड़ी चुनौती है। भारत और पाकिस्तान दोनों चीन के पड़ोसी हैं और इन्हें आपस में सहयोग और संवाद के रास्ते पर चलना चाहिए।”

वांग यी ने डोभाल के इस रुख की सराहना की कि युद्ध भारत की प्राथमिकता नहीं है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत और पाकिस्तान संयम बरतते हुए संवाद और परामर्श के माध्यम से अपने मतभेदों का समाधान निकालेंगे और तनाव को बढ़ने से रोकेंगे।

उन्होंने कहा, “चीन भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापक और स्थायी युद्धविराम का समर्थन करता है। यह दोनों देशों के साथ-साथ पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भी इच्छा है।”

उल्लेखनीय है कि बीते दिनों भारत द्वारा पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद क्षेत्र में तनाव बढ़ गया था। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सीजफायर की घोषणा की गई और अब चीन की मध्यस्थता की भूमिका से स्थिति में कूटनीतिक हलचल तेज हो गई है।

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नई दिल्ली, 10 मई (हि.स.)। पाकिस्तान ने भारत के साथ सैन्य कार्रवाई रोकने पर बनी सहमति के कुछ ही घंटे में इसका उल्लंघन करना शुरू कर दिया है। इस पर विदेश सचिन विक्रम मिस्री ने कहा है कि यह आक्रामकता बेहद निंदनीय है और इसके लिए पाकिस्तान स्वयं जिम्मेदार है।

तत्काल और उचित कार्रवाई की सलाह 
विदेश मंत्री ने कहा, “पाकिस्तान को स्थिति की गंभीरता को समझना चाहिए और इस आक्रामकता को रोकने के लिए तत्काल और उचित कार्रवाई करनी चाहिए।”

घुसपैठ से निपटने के लिए सख्त और कड़े कदम उठाने के निर्देश
उन्होंने बताया कि सेना स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है और उसे किसी भी घुसपैठ से निपटने के लिए सख्त और कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।

एक विशेष वीडियो वक्तव्य में विदेश सचिव ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से चल रही शत्रुता को रोकने के लिए आज शाम को सहमति बनी। हालांकि, पिछले कुछ घंटों में पाकिस्तान की ओर से इस समझौते का गंभीर उल्लंघन हुआ है। भारतीय सैनिक जवाबी कार्रवाई कर रहे हैं और सीमा पर इस घुसपैठ का जवाब दे रहे हैं।

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नई दिल्ली, 10 मई (हि.स.)। भारत और पाकिस्तान ने सीमा पर सभी प्रकार की सैन्य कार्रवाइयों को तत्काल रोकने पर सहमति व्यक्त की है। यह जानकारी भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने शनिवार को एक पत्रकार वार्ता में दी।

मिस्री ने बताया कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने आज दोपहर 3:35 बजे भारतीय डीजीएमओ को कॉल कर दोनों देशों के बीच युद्धविराम पर चर्चा की। बातचीत के दौरान यह सहमति बनी कि आज शाम 5 बजे से ज़मीन, समुद्र और हवा—तीनों मोर्चों पर फायरिंग और सैन्य कार्रवाई पूरी तरह बंद कर दी जाएगी। दोनों पक्षों ने अपने-अपने सैन्य अधिकारियों को इस समझौते को लागू करने के निर्देश भी दे दिए हैं।

विदेश सचिव ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) 12 मई को दोपहर 12 बजे फिर से बातचीत करेंगे, ताकि आगे की स्थिति का मूल्यांकन किया जा सके। इस समझौते को क्षेत्रीय शांति की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि विदेश सचिव के बयान से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रम्प और पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार का भी संघर्ष विराम से जुड़ा बयान आया था। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच अमेरिका की मध्यस्थता में चल रही बातचीत के बाद दोनों देशों ने पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमति व्यक्त की है। ट्रम्प ने बताया कि यह समझौता एक लंबी रात की बातचीत के बाद संभव हो पाया।

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नई दिल्ली, 10 मई (हि.स.)। भारत और पाकिस्तान ने सीमा पर सभी प्रकार की सैन्य कार्रवाइयों को तत्काल रोकने पर सहमति व्यक्त की है। यह जानकारी भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने शनिवार को एक पत्रकार वार्ता में दी।

मिस्री ने बताया कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने आज दोपहर 3:35 बजे भारतीय डीजीएमओ को कॉल कर दोनों देशों के बीच युद्धविराम पर चर्चा की। बातचीत के दौरान यह सहमति बनी कि आज शाम 5 बजे से ज़मीन, समुद्र और हवा—तीनों मोर्चों पर फायरिंग और सैन्य कार्रवाई पूरी तरह बंद कर दी जाएगी। दोनों पक्षों ने अपने-अपने सैन्य अधिकारियों को इस समझौते को लागू करने के निर्देश भी दे दिए हैं।

विदेश सचिव ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) 12 मई को दोपहर 12 बजे फिर से बातचीत करेंगे, ताकि आगे की स्थिति का मूल्यांकन किया जा सके। इस समझौते को क्षेत्रीय शांति की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि विदेश सचिव के बयान से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रम्प और पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार का भी संघर्ष विराम से जुड़ा बयान आया था। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच अमेरिका की मध्यस्थता में चल रही बातचीत के बाद दोनों देशों ने पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमति व्यक्त की है। ट्रम्प ने बताया कि यह समझौता एक लंबी रात की बातचीत के बाद संभव हो पाया।

अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रम्प ने एक महत्वपूर्ण बयान जारी करते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच अमेरिका की मध्यस्थता में चल रही बातचीत के बाद दोनों देशों ने पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमति व्यक्त की है। ट्रम्प ने बताया कि यह समझौता एक लंबी रात की बातचीत के बाद संभव हो पाया।

अपने आधिकारिक बयान में ट्रम्प ने कहा, “मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान पूर्ण युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं। मैं दोनों देशों को सामान्य ज्ञान और महान बुद्धिमत्ता का परिचय देने के लिए बधाई देता हूं।”

यह बयान ऐसे समय में आया है जब दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर था और अंतरराष्ट्रीय समुदाय युद्ध की आशंका से चिंतित था। ट्रम्प के इस दावे के बाद भारत ने भी इसकी पुष्टि की है।

पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री इशाक डार ने भी इसकी पुष्टी की है। पाकिस्तान और भारत ने तत्काल प्रभाव से युद्ध विराम पर सहमति जताई है। पाकिस्तान ने हमेशा अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से समझौता किए बिना क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए प्रयास किया है।

इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री की भारतीय विदेश मंत्री, पाकिस्तान के सेना प्रमुख और वहां के विदेश मंत्री से आज बातचीत हुई। इस बातचीत के बाद से दोनों देशों में तनाव कम होने की संभावना बढ़ी थी।

भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनाव को लेकर अमेरिका ने सक्रिय पहल की थी। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से बातचीत की। इसके साथ ही रुबियो ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार से भी बात की।

विदेश मंत्री जयशंकर ने एक पोस्ट में भी बातचीत की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत का दृष्टिकोण सदैव संतुलित एवं जिम्मेदाराना रहा है तथा आज भी ऐसा ही है।

इसके साथ ही रुबियो ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार से भी बात की। साथ ही अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर से फोन पर बातचीत की।

बीती रात भारत और पाकिस्तान दोनों ओर से सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के बाद आज पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने एक पाकिस्तानी टीवी चैनल से बातचीत में यह उम्मीद जताई थी। उन्होंने कहा कि हाल की कूटनीतिक गतिविधियों के चलते भारत के साथ संवाद का रास्ता खुल सकता है।

डार ने कहा, “भारत को रुक जाना चाहिए, … अगर वह रुकेगा तो हम भी रुकेंगे। हमें विनाश और संसाधनों की बर्बादी नहीं चाहिए।” उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की मंशा शांति की है। दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाएं अलग हैं और युद्ध किसी के हित में नहीं है।

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जम्मू, 10 मई (हि.स.)। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के बीच सीमा पार से की गई भारी गोलाबारी से जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, उरी और पुंछ में घरों और धार्मिक स्थलों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। स्थानीय लोगों ने हमलों के बावजूद भारतीय सेना के साथ खड़े रहने की कसम खाई है।

उरी में पाकिस्तान की गोलाबारी में घरों और संपत्तियों को भी भारी नुकसान हुआ है। पाकिस्तान ने नागरिक इलाकों को निशाना बनाकर हमला किया है।पुंछ में नागरिक इलाकों में घरों और पानी की टंकियों को भारी नुकसान पहुंचा है। पुंछ निवासी बलबीर सिंह ने कहा कि उनका घर क्षतिग्रस्त हो गया है। आसपास के घरों को भी नुकसान पहुंचा है। पाकिस्तान ने गुरुद्वारा, मंदिर और मस्जिद पर गोलाबारी की है। उन्होंने कहा कि लोग डरे हुए हैं जरूर हैं पर उनमें यह जज्बा है कि वह यहां रहना जारी रखेंगे और भारतीय सेना के साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से भीषण गोलीबारी जारी है।

राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), स्थानीय पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने आज जम्मू में आप शंभू मंदिर के पास के इलाके की घेराबंदी कर दी है। यहां पाकिस्तान ने हमला किया है। एसडीआरएफ कर्मियों ने पुष्टि की कि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। मंदिर के पास रहने वाले एक निवासी ने कहा कि शंभू मंदिर में लोग सुबह पूजा करने आते हैं लेकिन सायरन बजने के कारण यहां कम लोग थे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

इस बीच जम्मू पुलिस और अन्य एजेंसियां घटनास्थल से प्रेक्षापास्त्र के टुकड़े बरामद करने के लिए काम कर रही हैं। जम्मू के बिश्नाह और लासजान इलाकों में प्रेक्षापास्त्र बरामद किए गए हैं। अखनूर में भी छर्रे और मलबा मिला, हालांकि कोई बड़ी संरचनात्मक क्षति की सूचना नहीं है।

इस बीच आज तड़के भारतीय सेना ने पाकिस्तान के चार एयरबेसों पर हमला किया है। सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान ने भारत में 26 ठिकानों पर हमला किया। इसके तुरंत बाद भारत ने जवाबी हमला किया। नियंत्रण रेखा पर कई जगहों पर अभी भी रुक-रुक कर गोलीबारी जारी है।

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नई दिल्ली, 10 मई (हि.स.)। जी7 के देशों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। 22 अप्रैल को हुए इस हमले में कई लोगों की जान गई थी। जी7 विदेश मंत्रियों ने इस हमले को ‘घोर आतंकवादी हमला’ बताया है।

कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ के उच्च प्रतिनिधियों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि भारत और पाकिस्तान को अधिकतम संयम बरतना चाहिए।

बयान में कहा गया है कि अगर दोनों देशों के बीच सैन्य तनाव बढ़ा तो इससे पूरे क्षेत्र की स्थिरता को खतरा हो सकता है। जी7 ने अपील की कि दोनों देश सीधे संवाद में शामिल हों और तनाव घटाने की दिशा में कदम उठाएं।

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– भारत ने इस्लामाबाद, लाहौर और रावलपिंडी के चार एयरबेस पर जवाबी कार्रवाई की

नई दिल्ली, 10 मई (हि.स.)। भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार को रात भर हवाई संघर्ष हुआ है, जिसके बारे में भारतीय सेना सुबह 10 बजे साउथ ब्लॉक में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अधिकृत जानकारी देगी। पाकिस्तान ने रात में भारत के गुजरात, आदमपुर, अंबाला, उधमपुर, पठानकोट और जालंधर में सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की है, लेकिन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने इन हमलों को नाकाम किया है। जवाब में भारत ने भी पाकिस्तान के कई एयरबेस पर कार्रवाई की है। इस्लामाबाद, लाहौर और रावलपिंडी में चार एयरबेस के पास विस्फोट की खबरें हैं। इसी के बाद पाकिस्तान ने अपना एयर स्पेस बंद करके सभी तरह की उड़ानों पर रोक लगाई है।

भारतीय सेना ने शुक्रवार रात को जम्मू-कश्मीर के बारामूला से गुजरात के भुज तक 26 स्थानों पर पाकिस्तान के हालिया ड्रोन हमलों के बारे में जानकारी देने के लिए शनिवार तड़के 5.45 बजे साउथ ब्लॉक में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। इसी बीच भारतीय और पाकिस्तानी वायु सेना के बीच श्रीनगर, जम्मू और पंजाब के कुछ सीमावर्ती क्षेत्रों में हवाई लड़ाई हुई। इसलिए यह प्रेस कॉन्फ्रेंस सुबह 10 बजे तक के लिए टाल दी गई। पाकिस्तान ने भारत के गुजरात, आदमपुर, अंबाला, उधमपुर, पठानकोट और जालंधर में भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की है। पाकिस्तान ने भारत की ओर फतेह-2 और फतेह-1 मिसाइल दागी, लेकिन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने इन मिसाइलों को आसमान में ही मार गिराया। पाकिस्तान से दिल्ली की ओर दागी गई फतेह-2 मिसाइल को सिरसा (हरियाणा) में रोक लिया गया।

पाकिस्तान ने जम्मू में हिंदू समुदाय के प्रसिद्ध आप शंभू मंदिर को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन हमले को नाकाम कर दिया गया। मिसाइल मंदिर के गेट के पास गिरी, जिससे पवित्र स्थान को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। राजौरी में पाकिस्तानी हमले में घायल एक नागरिक को आज इलाज के लिए अस्पताल लाया गया है। श्रीनगर और आस-पास के इलाकों में सेना ने सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली सक्रिय की है। पाकिस्तान की गोलाबारी के कारण जम्मू शहर के नागरिक इलाकों को नुकसान पहुंचा है। जम्मू-कश्मीर के पुंछ इलाके में जोरदार धमाके की आवाजें सुनी जा रही हैं। राजौरी में जोरदार धमाके के बाद धुआं उठता दिखाई दे रहा है और क्षेत्र में लगातार विस्फोटों के बाद मकान और संपत्ति क्षतिग्रस्त हुए हैं।

पाकिस्तान की ओर से किये गए हवाई हमलों के जवाब में भारत ने भी पाकिस्तान के चार एयरबेस पर कार्रवाई की है। पाकिस्तान में कम से कम 4 एयरबेसों को भारतीय हमलों में निशाना बनाया गया है। इस्लामाबाद, लाहौर और रावलपिंडी में एयरबेस के पास विस्फोट की ख़बरों के बीच भारत की जवाबी कार्रवाई में इस बात का ध्यान रखा गया है कि शहरी आबादी को कोई नुकसान न पहुंचे। इसी के बाद पाकिस्तान ने अपना एयर स्पेस बंद करके सभी तरह की उड़ानों पर रोक लगाई है। पाकिस्तानी सेना का दावा है कि भारत ने नूर खान बेस, चकवाल में मुरीद बेस और पंजाब में शोरकोट बेस पर मिसाइल से हमला किया है। इसी के बाद पाकिस्तान ने अपना एयर स्पेस बंद करके सभी तरह की उड़ानों पर रोक लगा दी है। पाकिस्तान ने अभी तक अपने सिविल फ्लाइट पर रोक नहीं लगाई थी, जिसके बारे में भारतीय विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को नियमित ब्रीफिंग में सवाल उठाया था।

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