इंदौर, 2 जून (हि.स.)। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ ने कहा कि भारत और नेपाल के बीच संबंधों में नए इतिहास की शुरुआत हुई है। भारत नेपाल के बीच संबंधों में नए आयाम जुड़े हैं। यह बात उन्होंने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा शुक्रवार की रात उनके सम्मान में इंदौर में दिए गए रात्रि भोज के दौरान कही।

नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ ने अपने सम्बोधन में कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कल की मुलाकात के दौरान कहना कि हम अपने रिश्तों को हिमालय जितनी ऊंचाई देने के लिए काम करते रहेंगे और इसी भावना से, हम सभी मुद्दों का, चाहे बाउंड्री का हो या कोई और विषय, सभी का समाधान करेंगे, यह हमारे लिए खुशी और गर्व का विषय है।

प्रचंड ने कहा कि मेरा प्रधानमंत्री के रूप में भारत भ्रमण चौथी बार हो रहा है। इस बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नेपाल के बीच जो सहमति हुई है, यह दूर तक जाने वाली सहमति है। कनेक्टीविटी, वॉटर रिसोर्स, ऊर्जा के क्षेत्र में जो सहमति बनी है, उसके दूरगामी परिणाम मिलेंगे। मैं नेपाल जाकर नेपाली जनता को बताऊंगा कि भारत नेपाल के बीच संबंधों में नए इतिहास की शुरूआत हुई है। भारत नेपाल के संबंधों में नए आयाम जुड़े है। इसको मजबूत करना हम सबका कर्तव्य है।

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में जो गर्मजोशी से स्वागत हुआ है, वह अविस्मरणीय है। भगवान महांकाल के दर्शन कर मेरा सपना साकार हुआ है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में जो विकास हुए हैं, वह अभूतपूर्व है। इसके लिये उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बधाई दी।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वागत भाषण देते हुये प्रदेश की नौ करोड़ जनता और राज्य शासन की ओर से प्रधानमंत्री प्रचंड का स्वागत अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि प्रचंड को हमारे बीच पाकर हम अभिभूत हैं, उनका स्वागत कर हम गौरवांवित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति, सभ्यता और परम्पराएं लगभग एक जैसी है। ऐसा लग रहा है कि अपनों के बीच अपने ही आये हैं। कार्यक्रम का संचालक सांसद शंकर लालवानी ने किया।

दरअसल, नेपाल के प्रधानमंत्री शुक्रवार को दो दिवसीय प्रवास पर इंदौर पहुंचे। वे सबसे पहले उज्जैन गए और भगवान महाकाल के दर्शन किए। इसके बाद उन्होंने शाम को देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में स्वच्छता संबंधी प्रबंधन के कार्यों को देखा। इस दौरान उन्होंने जैविक अपशिष्ट से बायो सीएनजी बनाने वाला एशिया के सबसे बड़े तथा देश में अपने तरह के पहले और अनूठे प्लांट का अवलोकन भी किया।

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नई दिल्ली, 02 जून (हि.स.)। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को ओडिशा ट्रेन हादसे पर दुख जताने के साथ ही मुआवजे का ऐलान किया है। वह दुर्घटना स्थल पर पहुंच रहे हैं।

रेल मंत्री वैष्णव ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा कि वे घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। भुवनेश्वर और कोलकाता से बचाव दल जुटाया गया है। एनडीआरएफ, राज्य सरकार, टीमें और एयरफोर्स भी जुट गई है। बचाव कार्य के लिए सभी की सहायता ली जाएगी।

एक अन्य ट्वीट में रेल मंत्री ने ओडिशा ट्रेन हादसे के लिए मुआवजे का ऐलान करते हुए कहा कि मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2 लाख रुपये और मामूली चोटों के लिए 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।

उल्लेखनीय है कि ट्रेन सं. 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस और ट्रेन सं. 12864 एसएमवीबी- एचडब्ल्यूएच सुपरफास्ट एक्सप्रेस शुक्रवार को लगभग 6.55 बजे बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गई।

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कोलकाता, 2 जून (हि.स.)। ओडिशा के बालेश्वर के पास चेन्नई जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद हावड़ा से दक्षिण भारत जाने वाली सभी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।

दक्षिण पूर्व रेलवे से शुक्रवार शाम जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई है। इसमें बताया गया है कि शाम के समय बालेश्वर से 20 किलोमीटर दूर बहानागा बाजार स्टेशन के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस की टक्कर मालगाड़ी से होने के कारण ट्रेन पटरी से उतर गई है। इसमें कई लोगों के मारे जाने की खबर है। रेलवे की ओर से फिलहाल इस बारे में आंकड़ा स्पष्ट नहीं किया गया है।

दुर्घटना की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मालगाड़ी से टक्कर के बाद कोरोमंडल एक्सप्रेस का इंजन मालगाड़ी पर चढ़ गया है। इसके बाद हावड़ा से दक्षिण भारत जाने वाली सभी ट्रेनों को फिलहाल के लिए रद्द कर दिया गया है।

ओडिशा जाने वाली ट्रेनें भी रद्द की गई हैं। इसकी वजह से कई यात्री परेशानी में पड़े हुए हैं। जिन ट्रेनों को रद्द किया गया है उनमें उल्लेखनीय तौर पर अप जगन्नाथ एक्सप्रेस, अप पूरी एक्सप्रेस, यशवंतपुर एक्सप्रेस और चेन्नई मेल शामिल है।

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– कई लोगों के हताहत होने की आशंका, एनडीआरएफ एवं ओड्राफ टीमें घटनास्थल पहुंचीं
– मुख्यमंत्री पटनायक ने राजस्व मंत्री समेत अन्य आलाधिकारियों को तत्काल मौके पर भेजा
– रेलवे ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर 06782-262286

भुवनेश्वर, 02 जून (हि.स.)। ओडिशा के बालेश्वर जिले के बाहानगा रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार शाम कोरोमडंल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। इसमें कई लोगों के हताहत होने की आशंका है। इस दुर्घटना की जानकारी मिलने के बाद एनडीआरएफ एवं ओड्राफ तथा अग्निशमन विभाग की टीमें पहुंच कर स्थानीय लोगों की सहायता से राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है। घायलों को बालेश्वर जिले के बाहानगा एवं सोर मेडिकल तथा गंभीर रूप से घायल लोगों को बालेश्वर स्थित मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया जा रहा है। इधर, रेलवे की ओर से आपातकालीन नियंत्रण कक्ष का नंबर 06782-262286 जारी किया गया है।

दुर्घटना के बारे में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने जानकारी ली है। उन्होंने राजस्व मंत्री प्रमिला मलिक, विशेष राहत कमिश्नर सत्यव्रत साहू व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचने के लिए निर्देश दिया है।

इस बड़ी दुर्घटना में अभी भी पलटी बोगियों के अंदर फंसे यात्रियों को निकालने का कार्य जारी है। भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी हेमंत शर्मा, बलंवत सिंह घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। घायलों एवं गंभीर रूप से घायलों को मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बालेश्वर स्थित मेडिकल कालेज, कटक स्थित एससीबी मेडिकल कालेज व आसपास के तीन जिला मुख्यालय अस्पतालों को तैयार रहने के लिए कहा गया है। एनडीआरएफ की तीन टीमें, ओड्राफ की चार टीमें तथा अग्निशमन विभाग के टीमों के साथ साथ 50 एंबुलेंस को बचाव कार्यों में लगाया गया है।

बाहानगा रेलवे स्टेशन पर पणपणा के निकट यह हादसा हुआ है। इसमें एक्सप्रेस ट्रेन दूसरी लाइन में खड़ी एक मालगाड़ी को टक्कर मार दी। इसके बाद ट्रेन की कई बोगियां पटरी से उतर गईं।

विशेष राहत आयुक्त कार्यालय के मुताबिक बालेश्वर स्थित ओड्राफ की टीम को घटनास्थल पर पहुंच कर बचाव कार्य करने के लिए निर्देश दिए हैंं। बालेश्वर के जिलाधिकारी को भी दुर्घटनास्थल पर पहुंच कर व्यवस्था करने के लिए कहा है। यदि किसी प्रकार की अतिरिक्त सहायता की आवश्यकता हो तो तत्काल एसआरसी को सूचना दें।इसके अलावा एनडीआरएफ की टीम और भद्रक से पांच एंबुलेंस और भद्रक से दो अग्निशमन विभाग की टीम को घटनास्थल के लिए भेजा गया है। बालेश्वर मेडिकल कालेज के डॉक्टरों की टीम को भी रवाना किया जा रहा है।

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– ओडिशा के एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से बैलिस्टिक मिसाइल का सफल प्रक्षेपण किया
– मिसाइल ने सभी परिचालन और तकनीकी मापदंडों को सफलता के साथ सत्यापित किया

नई दिल्ली, 01 जून (हि.स.)। भारत ने गुरुवार को ओडिशा के एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-1 का सफल प्रक्षेपण किया। परमाणु मिसाइल ने बंगाल की खाड़ी में 1000 किमी दूर बड़ी सटीकता के साथ अपने नियोजित लक्ष्य को सफलतापूर्वक भेदा। प्रशिक्षण लॉन्च ने मिसाइल ने सभी परिचालन और तकनीकी मापदंडों को सफलता के साथ सत्यापित किया।

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि यह मिसाइल बहुत उच्च स्तर की सटीकता के साथ लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। ओडिशा के एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से किये गए प्रक्षेपण में मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-1 ने 1000 किमी दूर लक्ष्य को निशाना बनाया। यह नियोजित लक्ष्य बंगाल की खाड़ी में रखा गया था, जिसे प्रशिक्षण लॉन्च ने मिसाइल के सभी परिचालन और तकनीकी मापदंडों को सफलतापूर्वक सत्यापित किया।

भारत ने करीब 10 साल के फासले में अपनी ताकत अग्नि-1 मिसाइल से अग्नि-5 मिसाइल तक पहुंचा दी है। 2002 में सफल परीक्षण की रेखा पार करने वाली अग्नि-1 मध्यम रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल थी। इसकी मारक क्षमता 700 किलोमीटर थी और इससे 1000 किलो तक के परमाणु हथियार ढोए जा सकते थे। फिर इसके बाद अग्नि-2, अग्नि-3 और अग्नि-4 मिसाइलें आईं। ये तीनों इंटरमीडिएट रेंज की बैलिस्टिक मिसाइलें हैं। इनकी मारक क्षमता 2000 से 3500 किलोमीटर है।

चीन-पाकिस्तान समेत यूरोप और अफ्रीकी देशों को अपनी जद में लेने वाली परमाणु-सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का भी सफल परीक्षण किया जा चुका है। पांच हजार किलोमीटर से अधिक दूरी तक लक्ष्य को भेदने में सक्षम मिसाइल की नई तकनीकों और उपकरणों को मान्य करने के लिए यह परीक्षण किया गया है। इस परीक्षण ने अग्नि-5 मिसाइल की मारक क्षमता बढ़ाने की क्षमता को साबित कर दिया है। सबसे शक्तिशाली और गेम चेंजर अग्नि-5 को सेना में शामिल करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

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मृतकों के आश्रितों को दो लाख रुपये अनुग्रह अनुदान

पटना, 30 मई (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जम्मू-कश्मीर के नेशनल हाइवे, झज्जर कोटली के पास बस के खाई में गिरने से हुए हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने हादसे में बिहार के लोगों की मृत्यु पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।

मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। साथ ही इस दुर्घटना में बिहार के मृतकों के आश्रितों को 02 लाख रुपये अनुग्रह अनुदान मुख्यमंत्री राहत कोष से देने की घोषणा की है। नीतीश ने स्थानिक आयुक्त, नई दिल्ली को निर्देश दिया है कि कश्मीर सरकार जम्मू आवश्यक समन्वय स्थापित कर हादसे में घायल लोगों के समुचित इलाज की व्यवस्था एवं हरसंभव सहायता सुनिश्चित करें। उन्होंने दुर्घटना में सभी घायलों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उनके शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है।

जम्मू-कश्मीर बस हादसा, बिहार पुलिस ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

अमृतसर से कटरा (जम्मू ) जा रही बस UP-81CT 3537 के जम्मू जिले के झज्जर ब्रिज के नजदीक दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना प्राप्त हुई है। इस दुर्घटना में कतिपय व्यक्तियों की मृत्यु एवं 55 व्यक्तियों के जख्मी होने की सूचना प्राप्त हुई है।
सभी जख्मियों का समुचित चिकित्सा Govt. Medical College & Hospital, Jammu में करायी जा रही है। बिहार पुलिस, लगातार जम्मू एवं कश्मीर पुलिस के सम्पर्क में है किसी भी तरह की सूचना/सहायता के लिए बिहार पुलिस मुख्यालय के नियंत्रण कक्ष के दूरभाष सं० 0612-2294319 एवं जम्मू एवं कश्मीर पुलिस के दूरभाष सं० 0191- 2542000/2542001 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

 

 

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नई दिल्ली, 30 मई (हि.स.)। कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को पार्टी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति को मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर ज्ञापन भी सौंपा।

ज्ञापन में कहा गया है कि हमारे लोगों की सुरक्षा सरकार की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होनी चाहिए। हम उम्मीद करते हैं कि सत्तारूढ़ शासन मणिपुर में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए ठोस कदम उठाएगा।

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जम्मू, 30 मई (हि.स.)। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर आज सुबह एक यात्री बस खाई में गिर गई। इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में करीब 55 यात्रियों को चोट आई है। इनमें से चार की हालत गंभीर है। उन्होंने जम्मू के मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। जम्मू डीसी अवनी लवासा और एसएसपी चंदन कोहली ने इसकी पुष्टि की है।

पुलिस के अनुसार यह बस श्रद्धालुओं को लेकर अमृतसर से कटरा जा रही थी। जम्मू जिले के कटरा से करीब 15 किलोमीटर दूर झज्जर कोटली के पास चालक का अचानक बस पर से नियंत्रण खो गया। इसके बाद बस खाई में गिर गई। हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका है।

डीसी अवनी लवासा ने बताया कि गंभीर रूप से घायल लोगों को जीएमसी जम्मू लाया गया है। अन्य घायलों को स्थानीय सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। फिलहाल मृतकों व घायलों की पहचान नहीं हो पाई है। अधिक विवरण की प्रतीक्षा है।

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धनबाद, 29 मई (हि.स.)। हावड़ा-नई दिल्ली रेल मार्ग पर सोमवार को धनबाद और गोमो स्टेशन के बीच निचितपुर रेल फाटक के पास बड़ा हादसा हुआ है जिसमें आठ लोग जिंदा जल गए। इस हादसे में करीब एक दर्जन से अधिक झुलस गए हैं।

बताया जाता है कि निचितपुर रेल फाटक के पास मजदूर पोल गाड़ रहे थे और उन्होंने शटडाउन नहीं लिया था। काम के दौरान पोल डगमगा कर 25000 वोल्ट के ओवरहेड तार से छू गया, जिसके बाद करंट की चपेट में आने से मौके पर आठ लोगों की मौत की हो गई। एक दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं।

यह हादसा 25000 वोल्ट बिजली की तार की चपेट में आने से हुआ है। घटना के बाद ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशनों पर रोका गया है।

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श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश), 29 मई (हि.स.)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों ने आज (सोमवार) पूर्वाह्न 10 बजकर 42 मिनट पर जीएसएलवी-एफ12 सैटेलाइट (भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान) को लॉन्च कर दिया।


इसरो के वैज्ञानिकों ने बताया कि इसे सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लॉन्च पैड से लॉन्च किया गया। 51.7 मीटर लंबा जीएसएलवी अपनी उड़ान में 2,232 किलोग्राम वजनी एनवीएस-01 नौवहन उपग्रह को लेकर रवाना हुआ। प्रक्षेपण के करीब 20 मिनट बाद, रॉकेट लगभग 251 किलोमीटर की ऊंचाई पर भू-स्थिर स्थानांतरण कक्षा (जीटीओ) में उपग्रह को स्थापित करेगा। एनवीएस-01 अपने साथ एल1, एल5 और एस बैंड उपकरण ले जाएगा। पूर्ववर्ती की तुलना में, दूसरी पीढ़ी के इस उपग्रह में स्वदेशी रूप से विकसित रुबिडियम परमाणु घड़ी भी है।

इसरो ने कहा कि यह पहली बार है जब स्वदेशी रूप से विकसित रुबिडियम परमाणु घड़ी का सोमवार के प्रक्षेपण में इस्तेमाल किया गया है। वैज्ञानिक पहले तारीख और स्थान का निर्धारण करने के लिए आयातित रूबिडियम परमाणु घड़ियों का इस्तेमाल करते थे। अब, उपग्रह में अहमदाबाद स्थित अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र द्वारा विकसित रूबिडियम परमाणु घड़ी लगी है। यह महत्वपूर्ण तकनीक कुछ ही देशों के पास है।

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नई दिल्ली, 29 मई (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन में प्रवीण कुमार श्रीवास्तव को केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) पद की शपथ दिलाई। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में इस बाबत जानकारी दी गई।

विज्ञप्ति में बताया गया है कि आज राष्ट्रपति भवन में 10.30 बजे आयोजित एक समारोह में प्रवीण कुमार श्रीवास्तव ने केंद्रीय सतर्कता आयुक्त के रूप में शपथ ली। उन्होंने राष्ट्रपति मुर्मू के समक्ष अपने पद की शपथ ली और शपथ पत्र पर हस्ताक्षर किए।

इस मौके पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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Chhapra: देश में इन दिनों बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने, उसकी तुलना प्रतिबंधित संगठन पीएफआई से करने से राजनीति गरमाई हुई है। इन मुद्दों पर विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे से छपरा टुडे डॉट कॉम के संपादक सुरभित दत्त ने बातचीत की।

विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि कुछ राजनैतिक दल हिन्दू हित में कार्य करने वाले संगठनों का अपमान कर वोट बटोरना चाह रहें हैं जो विशुद्ध रूप से मुस्लिम तुष्टीकरण की नीति है। इस देश में 80 प्रतिशत हिन्दू हैं। हिंदुओं का इतिहास ही इस देश का इतिहास है, हिंदुओं की संस्कृति ही इस देश की संस्कृति है।

बजरंग दल की तुलना पीएफआई से करना बिल्कुल गलत है। बजरंग दल अनुशासन के साथ कानून के दायरे में रह कर कार्य करने वाला संगठन है।

उन्होंने कहा कि यदि मुस्लिम तुष्टीकरण के लिए हिंदुओं का अपमान होगा तो हिन्दू समाज को यह सोचना ही चाहिए की सत्ता में कैसे लोग बैठेंगे। हिन्दू हित के विपरीत सोचने वाले लोग यदि सत्ता में बैठेंगे तो इस देश की दुर्दशा हो जाएगी।

उन्होंने कहा कि विश्व हिन्दू परिषद Day To Day की राजनीति नहीं करता। राजनीति से विश्व हिन्दू परिषद का कोई लेना देना नहीं है। किसी भी राजनीतिक दल से जुड़ा व्यक्ति विश्व हिन्दू परिषद का सदस्य नहीं बन सकता।

उन्होंने हिन्दू राष्ट्र बनाने की चर्चाओं पर कहा कि विश्व हिन्दू परिषद की सोंच है कि भारत हिन्दू राष्ट्र था, है, और रहेगा। इसे हिन्दू राष्ट्र बनाना कोई विषय नहीं है। यह हिन्दू राष्ट्र है ही। कुछ लोगों के पास हिन्दू राष्ट्र के विषय में ठीक से समझ नहीं है। जैसे कोई इस्लामिक और ईसाई देश होता है, वैसे वो हिन्दू राष्ट्र को समझना चाहते हैं। उन्हे मन में वह एक राजनैतिक संकल्पना है। मगर हिन्दू राष्ट्र राजनीतिक संकल्पना नहीं है,यह समझना होगा। वह भू राजनैतिक संकल्पना नहीं है। वह भू सांस्कृतिक संरचना है। विश्व हिन्दू परिषद इस राष्ट्र को संगठित, प्रबल और शक्तिशाली बनाने का कार्य कर रहा है।

किसी भी जिम्मेदार संगठन और नागरिक का यह कर्तव्य है कि राष्ट्र में क्या हो रहा है, योग्य नीतियाँ बन रहीं हैं की नहीं, इसके बारे में सोचना ही चाहिए। विश्व हिन्दू परिषद का आह्वान है कि सभी नागरिकों को मतदान करना चाहिए। हिन्दू हित ही देश हित है, यह किसी के भी विरुद्ध नहीं है। हिन्दू हित राजनीति का नहीं बल्कि विश्वास का विषय बनाना चाहिए।

 

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