बिहार में ही होगी दवाओं की जांच, पटना को मिली अत्याधुनिक औषधि नियंत्रण प्रयोगशाला

पटना: बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं को नई मजबूती देने की दिशा में एक बेहद महत्वपूर्ण पहल की गई है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने पटना में आज पटना के अगमकुआं स्थित जीएनएम प्रशिक्षण संस्‍थान, एनएमसीएम में 30 करोड़ रुपये की लागत से औषधि नियंत्रण प्रयोगशाला का उद्घाटन किया। यह प्रयोगशाला अत्याधुनिक सुविधा से लैस की गई है। इस प्रयोगशाला में अब राज्य में ही दवाओं और खाद्य उत्पादों की गुणवत्ता की जांच की जा सकेगी।

इस मौके पर स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा कि इससे स्वास्थ्य सुरक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति आएगी। उन्होंने कहा कि अब दवाओं और खाद्य उत्‍पादों की गुणवत्ता की जांच के लिए सैंपल कोलकाता जैसे शहरों नहीं भेजा जायेगा। उन्होंने कहा कि सैंपल की रिपोर्ट आने में पहले कई महीने लग जाते थे। मगर अब समय रहते आवश्यक कार्रवाई कर पाना आसान होगा। इस नई प्रयोगशाला के शुरू होने से अब जांच न केवल तुरंत होंगी, बल्कि गलत व नकली दवाओं की पहचान कर उन्हें बाजार से हटाने में भी तेजी आएगी।

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि यह प्रयोगशाला बिहार की 13 करोड़ जनता के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा की मजबूत गारंटी है। अब सरकार न केवल इलाज की बेहतर सुविधा दे रही है, बल्कि यह सुनिश्चित कर रही है कि मरीजों को गुणवत्तापूर्ण दवाएं ही उपलब्ध कराई जाएं।” उन्होंने कहा कि इस पहल से जनता का स्वास्थ्य अधिकार और अधिक सुरक्षित होगा और यह केंद्र सरकार की “सुरक्षित भारत, स्वस्थ भारत” की परिकल्पना को भी मजबूती देगा। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष नन्द किशोर यादव, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य प्रत्यय अमृत, बीएमएसआईसीएल के एमडी दिवेश रामचन्द्र देवरे सहित अन्य अधिकारी और नेता मौजूद रहे।

इस प्रयोगशाला में 28 आधुनिक उपकरण लगाए गए हैं, जिनके जरिए दवाओं और खाद्य पदार्थों की सूक्ष्म स्तर पर जांच संभव हो सकेगी। यह सुविधा राज्य को स्वास्थ्य क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाएगी और तकनीकी रूप से भी स्वास्थ्य विभाग को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाएगी।

प्रमुख बातें:

-प्रयोगशाला की लागत: 30 करोड़

-कुल उपकरण: 28 अत्याधुनिक मशीनें

-प्रमुख उद्देश्य: दवाओं और खाद्य पदार्थों की जांच

-पुरानी व्यवस्था: कोलकाता भेजे जाते थे सैंपल

-लाभ: समय की बचत, नकली दवाओं पर रोक, स्थानीय आत्मनिर्भरता

file photo 

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Chhapra: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर सारण जिले का एकमात्र सुप्रसिद्ध फार्मेसी संस्थान विवेकानंद VIP फार्मेसी संस्थान में निदेशक डॉ राहुल राज की अध्यक्षता में योग शिविर का आयोजन किया गया। इस योग शिविर में संस्थान के प्राचार्य, सभी शिक्षकगण तथा विद्यार्थीगण उपस्थित हुए।

इस कार्यक्रम का आयोजन बच्चों, अभिभावकों और शहरवासियों को योग के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से किया गया। इस मौके पर विशिष्ट योग आचार्य ने योग के महत्त्व को सिखाया। उन्होंने बताया कि योग के माध्यम से शरीर के सामंजस्य को ठीक रखा जा सकता हैं। कार्यक्रम की शुरूआत ऊं व गायत्री मंत्र के उच्चारण के साथ हुई। उसके बाद योगाचार्य ने सभी को विभिन्न आसन व प्राणायामों के बारे में व उनसे होनेवाले लाभ के बारे में बताया।

निदेशक डॉ राहुल राज ने कहा कि स्वस्थ जीवन जीने के लिए योग अभ्यास प्रतिदिन करना चाहिए। योग हमें शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ और तनाव मुक्त रखता है। संस्थान के प्राचार्य महोदय ने भी बच्चों को योग के बारे में विस्तार से बताया तथा योग से होने वाले शारीरिक, मानसिक एवं आत्मिक फायदों से अवगत कराया। उन्होंने यह भी बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को योग अपनी नित्य दिनचर्या में अपनाना चाहिए, क्योंकि यह हमारी सोच, हमारे विचार और क्रिया में सकारात्मक बदलाव लाता है।

निदेशक ने देश के प्रत्येक नागरिक को योगासन कर शरीर और मन दोनों से सेहतमंद रहने का संदेश दिया। अध्यक्ष सह पूर्व प्रखंड प्रमुख विपिन कुमार सिंह ने योग शिविर को सफल करने के लिए सभी योग शिक्षको का धन्यवाद किया तथा अपने मन्तव्यों में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच के कारण आज योग विश्व के कोने-कोने तक पहुंचा है और योग दिवस को एक उत्सव के रूप में पूरे विश्व में मनाया जा रहा है। योग से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं। आदिकाल से ऋषि-मुनियों ने योग को अपनाया है और उनकी शक्ति एवं सफलता के पीछे योग एवं ध्यान ही रहे हैं। शिविर में योग साधकों ने प्रार्थना से योग की शुरूआत की।

इस दौरान सूर्य नमस्कार, ताड़ासन, वृक्षासन, पाद हस्तासन, अर्ध चक्रासन, त्रिकोणासन, बज्रासन, उष्ट्रासन, शशकासन, भुजंगासन, मकरासन, उत्तान पाद आसन, अर्ध हलासन, पवन मुक्तासन, शवासन, कपालभाती, अनुलोम विलोम, नाड़ी शोधन, भ्रामरी का अभ्यास करने के साथ ध्यान लगाने का अभ्यास किया। योगाचार्य ने कहा कि भारतीय योग व ध्यान से मन में प्रसन्नता आती है।

योग से जीवन के सर्वांगीण विकास के साथ ही शांति का अनुभव होता है। यदि योग को अपना लिया जाए तो बीमारियां कोसों दूर रहेंगी। योग से जीवन के सर्वांगीण विकास के साथ ही शांति का भी अनुभव होता है। सभी उपस्थितजनों में इस कार्यक्रम को लेकर उत्साह का माहौल देखा गया।।

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योग आत्मिक संतुलन, मानसिक शांति और शारीरिक सुदृढ़ता के लिए आवश्यक: प्रमेन्द्र रंजन सिंह

Chhapra: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर गंगा सिंह महाविद्यालय छपरा के एनएसएस यूनिट 1 की ओर से महाविद्यालय परिसर में ‘योग संगम’ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर योग प्रशिक्षक डॉ प्रहृष्ठ सिंह ने उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों को योग के विभिन्न आसनों की जानकारी देते हुए उसकी महत्ता बतलाई।

योग संगम के अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो प्रमेन्द्र रंजन सिंह ने कहा कि हमारा देश सांस्कृतिक विविधताओं का प्रदेश रहा है। सभी धर्मों का चिंतन एवं दर्शन तथा जीवन-पद्धति एवं आचार-व्यवहार अपनी-अपनी विशिष्टताओं के साथ हमारे बीच मौजूद है। योग एक ऐसी साधनात्मक पद्धति है, जिसे शारीरिक एवं मानसिक शुचिता तथा आध्यात्मिक शांति के लिए लाभकारी माना गया है।

प्राचार्य ने कहा कि हमारा प्रदेश तो प्राचीन काल से ही ज्ञान व अध्यात्म की भूमि रही है। यह गौरव का विषय है कि मुंगेर का बिहार योग विद्यालय विश्व का पहला योग विश्वविद्यालय रहा है। योग तो हमारे जीवन और चिंतन में समाहित है। कार्यक्रम का संचालन एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ कमाल अहमद ने किया।

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Chhapra: 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर श्री मोती सिंह जागेश्वरी आयुर्वेद कॉलेज और अस्पताल द्वारा एक विशेष योग शिविर का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर सुबह में कॉलेज परिसर में आयोजित किया जाएगा।

इस योग शिविर में कॉलेज के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, चिकित्सकों सहित आम जनता को भी आमंत्रित किया गया है। कार्यक्रम का उद्देश्य योग के माध्यम से शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है।

कॉलेज के सचिव रमाकांत सिंह सोलंकी ने बताया कि 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अनुभवी योग प्रशिक्षकों द्वारा विभिन्न योगासन, प्राणायाम और ध्यान तकनीकों का अभ्यास करवाया जाएगा। साथ ही योग के वैज्ञानिक लाभों और इसके आयुर्वेदिक दृष्टिकोण पर एक विशेष व्याख्यान भी आयोजित किया जाएगा।

कॉलेज के प्राचार्य ने बताया कि “योग भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर है, और इस दिवस पर इसका अभ्यास करते हुए हम न केवल शरीर को स्वस्थ रखते हैं, बल्कि मन को भी शांति प्रदान करते हैं।”

योग शिविर के आयोजन को लेकर छात्रों और स्थानीय नागरिकों में उत्साह देखा जा रहा है। आयोजन समिति ने सभी इच्छुक लोगों से समय पर पहुंचकर भाग लेने की अपील की है।

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दस्त की रोकथाम के लिए अस्पतालों में बनाए जाएंगे जिंक कॉर्नर, आशाकर्मी हर घर में बांटेंगी ओआरएस पैकेट व जिंक की गोली

स्टॉप डायरिया अभियान 15 जुलाई से होगा शुरू 

14 सितम्बर तक चलेगा दस्त नियंत्रण अभियान

बरसात के दिनों में 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में बढ़ जाता है डायरिया का खतरा

Chhapra। बच्चों को होने वाली विभिन्न रोगों एवं जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार लगातार अभियान चला रही है ताकि शिशु मृत्य दर में कमी लायी जा सके। इसी उद्देश्य से जिले में 15 जुलाई से 14 सितंबर (2 माह) तक स्टॉप डायरिया अभियान चलाया जाएगा. इस दौरान आशा कार्यकर्ता घरों में जाकर ओआरएस का पैकेट एवं जिंक की टैबलेट देंगी। जिन घरों में दस्त से पीड़ित बच्चे पाए गए उस घर में 2 पॉकेट ओआरएस एवं 14 जिंक की टैबलेट प्रदान की जाएगी। 0 से 5 साल के बच्चे अक्सर डायरिया से पीड़ित हो जाते हैं। इससे बचाव को लेकर यह पखवाड़ा मनाया जाता है। अभियान जिले के सभी आंगनबाड़ीकेंद्रों में चलाया जाएगा।

ओआरएस व जिंक की गोली जरूरी

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ सुमन कुमार ने बताया कि गर्मी व बरसात के दिनों में 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में डायरिया का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में प्राथमिक उपचार में ओआरएस घोल एवं जिंक का टैबलेट बहुत फायदेमंद होता है। डायरिया के दौरान बच्चों में डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है जो बच्चों के लिए जानलेवा भी साबित हो सकती है। ऐसे में 2 दिनों तक लगातार ओआरएस का घोल एवं 14 दिनों तक लगातार जिंक की गोली बच्चों के लिए फायदेमंद होती है। इससे बच्चों की जान बचाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि 0 से 6 महीना के बच्चों को दस्त हो जाये तो इसे दो दिनों तक लगातार ओआरएस का घोल एवं आधा जिंक की गोली रोज देना है। 7 माह से 5 साल के बच्चे को घोल के साथ एक जिंक की गोली लगातार 14 दिनों तक देना है। 14 दिनों तक जिंक की गोली देने के बाद अगले तीन महीनों तक बच्चों को डायरिया होने का खतरा कम हो जाता है।

स्वच्छता को लेकर किया जाएगा जागरूक

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. सुमन कुमार ने बताया कि बच्चों में डायरिया होने में गंदगी की अहम भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि इस पखवाड़ा के दौरान आशा कार्यकर्ता ओआरएस एवं जिंक की गोली देने के साथ-साथ स्वच्छता के प्रति भी जागरूक करेंगी जिसमें सही तरीके से हाथ धोने की जानकारी भी शामिल है। घरेलू उपचार से बच्चे को डायरिया से पीड़ित होने से कैसे बचाया जाए, यह जानकारी भी देंगी।

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विश्व रक्तदान दिवस विशेष: समाज के वैसे लोग जिन्होंने अपने रक्त को दान कर दूसरों को दी नई जिंदगी

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नवादा में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पखवाड़ा शुरू,छात्र युवाओं ने लिए हिस्से

नवादा: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के पूर्व पखवाड़ा शनिवार को नवादा जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट ) , नवादा के प्रांगण में निःशुल्क योग प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन डायट के प्राचार्य विनय कुमार सिंह चौधरी ने किया ।

योग प्रशिक्षक डॉ. राजू रंजन कुमार के निर्देशन में प्रारंभ योग प्रशिक्षण शिविर के पहले दिन विभिन्न आसनों , प्राणायामों एवं मुद्राओं का परिचय कराया गया और असाध्य से असाध्य रोगों पर काबू पाने के तरीके बताये गए । खासकर डायविटीज , ब्लड्प्रेसर , साइटिका , थायरायड , गैस्टिक , जोड़ों का दर्द , रीढ़ की बीमारी आदि के लिए अलग-अलग आसन और प्राणायाम का अभ्यास कराया गया । गीत-संगीत से भरपूर इस योग प्रशिक्षण का लाभ हर उम्र के महिला पुरुष और बच्चों ने उठाया ।

योग का प्रारंभ डायट प्राचार्य ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया और उपस्थित योगाभ्यासियों को स्वस्थ सुंदर , दीर्घायु एवं क्रियाशील होने की कामना की ।

नामचीन चिकित्सक डॉ सुनीति कुमार ने कहा कि डॉ . राजू रंजन कुमार के निर्देशन में चलने वाले इस शिविर का लाभ प्रत्येक लोगों को उठाना चाहिए क्योंकि इनकी संप्रेसनियता, ग्येयता और कलात्मकता से सभी आसन सुलभ और प्रभावी हो जाते हैं 

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देश में कोरोना के एक्टिव मामले बढ़कर हुए 5,755, पिछले 24 घंटे में चार की मौत

नई दिल्ली: देश में एक बार फिर कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। शनिवार को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 5,755 हो गई है।

मंत्रालय के अनुासर पिछले 24 घंटे के दौरान देश में कोरोना के 391 मामले सामने आए हैं। केरल में सबसे अधिक कोरोना के मामले आए हैं। केरल में 24 घंटे में 127 मामले सामने आए हैं। यहां 1,806 सक्रिय मामले हैं। इसके बाद गुजरात, पश्चिम बंगाल और दिल्ली सबसे ज्यादा सक्रिय मामले हैं। बीते 24 घंटे में चार मरीजों की मौत हुई है। ये चार मौतें केरल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु में हुई हैं। वहीं अब तक 5,484 लोग संक्रमित होने के बाद ठीक हो चुके हैं।

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विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस के अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
Chhapra : विश्व माहवारी, स्वच्छता दिवस के अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन राजकीय अन्य पिछडा वर्ग कन्या प्लस टू आवासीय विद्यालय सारण के प्रांगण में किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन जिला प्रोग्राम पदाधिकारी सह नोडल पदाधिकारी कुमारी अनुपमा के द्वारा किया गया।
जिला प्रोग्राम पदाधिकारी के द्वारा बच्चियों को विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया तथा यह कहा गया कि प्रति वर्ष 28 मई को विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस इसलिए मनाया जाता है, क्योंकि मासिक चक्र 28 दिनों का होता है। लगभग 5 दिनों तक चलता है। इस दौरान किशोरी बच्चियों को अपनी सेहत एवं साफ-सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए। अनुमण्डल कल्याण पदाधिकारी निवेदिता तिवारी ने कहा कि माहवारी एक कुदरती प्रक्रिया है और इसके लिए किसी भी तरह की शर्म या झिझक बच्चियों में नहीं होनी चाहिए।
जिला मिशन समन्यवक निभा कुमारी ने कहा कि इस वर्ष विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस का विषय Together for a period friendly world है। हम सभी को यह प्रयास करना चाहिए की मासिक धर्म शिक्षा, स्वास्थ्य, या अवसरों तक पहुँच को सीमित ना करें। विश्व मासिक स्वच्छता दिवस के अवसर पर महिला एवं बाल विकास निगम के द्वारा एक अनोखी पहल की गई है जिसके अन्र्तगत कोई भी महिला या किशोरी माहवारी से जुड़ी किसी भी समस्या के समाधान के लिए 181 महिला हेल्पलाईन नम्बर पर डायल कर सकती है तथा दिनांक 28 मई एवं 29 मई 2025 को दोपहर 12 बजे से 03 बजे तक स्त्री एवं प्रसूती रोग विशेषज्ञ से निःशुल्क सलाह प्राप्त कर सकती है। इसके अतिरिक्त 181 और 1098 चाइल्ड हेल्प लाईन नम्बरों के विषय में भी विस्तृत जानकारी दी गई।
केन्द्र प्रशासक मधुबाला के द्वारा घरेलू हिंसा, बाल विवाह एवं वन स्टॉप सेन्टर के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गई। इस अवसर पर कुमारी अनुपमा, नोडल पदाधिकारी सह जिला प्रोग्राम पदाधिकारी  निवेदिता तिवारी (केंद) प्रेम प्रकाश, जिला परियोजना प्रबंधक निभा कुमारी, जिला मिशन समन्वयक  मधुबाला, केंद्र प्रशासक  ऋषिकेश कुमार सिंह, लैंगिक विशेषज्ञ  सत्येंद्र कुमार, वित्तीय साक्षरता विशेषज्ञ  लालबाबू प्राचार्य  कुमारी शैलजा, परामर्शी सुशील कुमार, लेखा सहायक एवं मो. इमामुद्दीन, डाटा एंट्री ऑपरेटर मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में खिलती कलियाँ” नामक शॉर्ट फिल्म दिखाकर माहवारी स्वच्छता के बारे में सभी को जागरूक करने का प्रयास किया गया। छात्राओं द्वारा रेड डॉट चैलेंज का प्रदर्शन अपने हाथों में रेड डॉट लगाकर किया गया।इस अवसर पर सभी छात्राएं काफी उत्साहित दिखी।
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  • सारण के सभी पंचायतों में विशेष अभियान चलाकर बनाया जायेगा आयुष्मान कार्ड
  • 26 से 28 मई तक चलेगा विशेष अभियान
  • 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी लोगों का बनेगा आयुष्मान कार्ड
  • डेडिकेटेड काउंटर की होगी स्थापना

Chhapra: सरकार का उद्देश्य राज्य के हर नागरिक को बिना पैसे के इलाज की सुविधा उपलब्ध कराना है। प्रधानमंत्री जन-आरोग्य योजना एंव मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने को लेकर जिले के सभी पंचायतों में विशेष अभियान चलाया जायेगा। अभियान के तहत सभी पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जायेगा। इसको लेकर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने सभी जिला पदाधिकारियों को आदेश जारी किया है। निर्देश में कहा गया है कि बिहार सरकार द्वारा आयुष्मान भारत–प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना (MM-JAY) के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराने के लिए एक “विशेष अभियान” चलाया जा रहा है। यह अभियान 26 मई से 28 मई 2025 तक राज्यभर में आयोजित किया जाएगा।

डेडिकेटेड काउंटर की होगी स्थापना:

आयुष्मान भारत के प्रभारी जिला समन्वयक अभिनय कुमार ने बताया कि ग्राम सभा, पंचायत बैठक और विशेष शिविरों के माध्यम से योजना के प्रचार-प्रसार और जागरूकता को बढ़ावा दिया जाएगा। प्रत्येक पंचायत स्तर पर एक समर्पित हेल्प डेस्क / काउंटर की स्थापना की जाएगी जहाँ कार्ड बनाए जाएंगे। पंचायत स्तर पर शिविर आयोजन हेतु आवश्यक मानव संसाधन और संसाधनों की सूची बनाकर माइक्रो प्लान तैयार करने का निर्देश दिया गया है। शिविर सुबह 6:30 से 9:30 तक लगाए जाएंगे ताकि अधिक से अधिक बुजुर्ग लाभ उठा सकें। अभियान शुरू होने से पहले हर पंचायत में ग्राम सभा, पंचायत समिति, आंगनवाड़ी, आशा कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों की बैठक के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जाएगा। लाभार्थियों की पहचान सुनिश्चित करने हेतु सूची तैयार की जा रही है।

70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी वरिष्ठ नागरिकों का बनेगा कार्ड:

सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी वरिष्ठ नागरिकों को योजना से जोड़ना और उन्हें मुफ्त चिकित्सा सुविधा दिलाना है। इस अभियान में 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के प्रत्येक व्यक्ति का कार्ड बनाया जायेगा, चाहे उसकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति जैसी भी हो। इसके तहत योग्य लाभार्थियों को 5 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा दी जाएगी। कॉमन सर्विस सेंटर, पंचायत स्तर पर कार्यरत प्रतिनिधियों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की मदद से विशेष शिविरों का आयोजन किया जायेगा। आयुष्मान ऐप और पोर्टल के माध्यम से “Beneficiary Login” की प्रक्रिया को भी सरल बनाने के लिए जागरूकता फैलाई जाएगी। वरिष्ठ नागरिकों के लिए पंचायत भवन, ब्लॉक ऑफिस, सीएससी केंद्रों, अनुमंडल कार्यालय, जिला अस्पताल, सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों एवं निजी सूचीबद्ध अस्पतालों में डेडिकेटेड काउंटर स्थापित किए जाएंगे।

जिले में 12 लाख से अधिक लाभार्थियों का बना कार्ड:

सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि जिले में 27 लाख 61 हजार 472 लाभार्थियों का कार्ड बनाने का लक्ष्य विभाग ने तय किया है। अब तक 12 लाख 32 हजार 472 लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा चुका है। वहीं अब तक 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के 7406 लाभार्थियों का कार्ड बन चुका है। अभियान के ज्यादा से ज्यादा लाभार्थियों का कार्ड बनाने का निर्देश दिया गया है।

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Chhapra: सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सारण वासियों को बड़ी सौगात दी है। 24 करोड़ 37 लाख की लागत से निर्मित तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और एक अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन कर जनता की सेवा में सर्मपित कर दिया।

सारण जिले के लहलादपुर, बनियापुर और नगरा में नवनिर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और बनियापुर के भिट्टी में अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन किया।

इस मौके पर उन्होने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की सोच सिर्फ भवन बनाना नहीं बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर और सेवाओं का विस्तार करना भी है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि नरेन्द्र मोदी और नीतीश कुमार की डबल इंजन की सरकार का मकसद आमजनों को सभी सुविधा आसानी से उपलब्ध कराने का है। सरकार का मकसद सामान्य और लाचार व्यक्ति को स्वास्थ सहायता के लिए किसी के सामने हाथ नहीं उठाना पड़े इसका है।

सभी अस्पतालों में आसानी से उपचार सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पर्याप्त मात्रा में दवाई उपलब्ध कराया जा रहा है। मंगल पांडेय ने कहा कि पिछले पांच छह वर्षों से हमने चमकी को लगभग समाप्त सा कर दिया है। शुभारंभ के मौके पर स्वास्थ्य मंत्री ने एएनएम को चमकी किट भी प्रदान किया। उन्होंने कहा कि यह हर स्वास्थ्य संस्थानों को दिए जाएगें। इसमें 13 प्रकार के उपकरण हैं। उन्होने कहा कि जल्द हीं स्वास्थ्यकर्मियों और डॉक्टरों की कमी को दूर किया जायेगा।

अब हर मरीज को मिलेगा समुचित इलाज, नए अस्पतालों में सभी आधुनिक सुविधाएं:

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के द्वारा सारण जिले के लहलादपुर, बनियापुर और नगरा में नवनिर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, और बनियापुर के भिट्टी में अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन के जनता के सेवा के लिए समर्पित कर दिया। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आधुनिक सुविधाओं से लैस सुसज्जित अस्पताल का निर्माण कराया गया है। प्रत्येक सामुदयिक स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण में करीब 7 करोड़ 69 लाख रूपये की लागत आयी है। वहीं अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 1 करोड़ 30 लाख की लागत से बना है। उन्होने बताया कि 30 बेड का लहलादपुर और बनियापुर सीएचसी G+2 बना है। वहीं 30 बेड नगरा सीएचसी चार मंजिला बनाया गया है। BMSICL द्वारा निर्माण कार्य किया गया है। प्रत्येक सीएचसी निर्माण लागत ₹7.69 करोड़ है। यहां पर ओपीडी डॉक्टर रूम, Minor OT, एक्सरे, अल्ट्रा साउंड, प्रसव पूर्व और बाद देखभाल की सुविधा मेजर ओटी, आईसोलेशन वार्ड, महिला और पुरुष वार्ड, मेडिकल गैस पाइपलाइन, फायर फाइटिंग सिस्टम, विशेष उपचार इकाई,आरओ जल, महिला-पुरुष-दिव्यांग शौचालय, वर्षा जल संचयन आदि की सुविधा उपलब्ध है। कुल 24 करोड़ 37 लाख की योजनाओं की सौगात दी है।

1 करोड़ 30 लाख की लागत से बना है एपीएचसी:

बनियापुर प्रखंड के भिट्टी में एक करोड़ 30 लाख लागत से बना एपीएचसी का भी उद्घाटन किया गया। Minor OT (ऑपरेशन थियेटर), हेल्थ & वेलनेस हॉल, बच्चों की देखभाल कक्ष, स्टाफ रूम, औषधि भंडारण कक्ष, चिकित्सा अधिकारी कक्ष,अन्य आधुनिक सुविधाएँ: फर्नीचर, सीसीटीवी, शुद्ध पेयजल, शौचालय (महिला, पुरुष व दिव्यांग) है।

तीन माह के अंदर 41 हजार स्वास्थ्यकर्मियों की बहाली:

बिहार के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार का फोकस है कि लोगों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में नौकरी दी जाए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने इसे लेकर पिटारा खोल दिया है। तीन माह के अंदर तकरीबन 41 हजार लोगों को नौकरी मिलेगी। इसके अलावा अगले 15 दिनों के अंदर 10,600 एएनएम की भी नियुक्ति की जाएगी।

इस मौके पर महाराजगंज के सांसद जर्नादन सिग्रीवाल, सारण एमएलसी सच्चिदानंद राय, एकमा के विधायक श्रीकांत यादव, एकमा के पूर्व विधायक धूमल सिंह, सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा, डीएमओ डॉ. दिलीप कुमार सिंह, डीपीएम अरविन्द कुमार, लहलादपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रजनी कुमारी, बनियापुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, नगरा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. महेंद्र मोहन समेत अन्य मौजूद थे।

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Chhapra: जिला के सभी अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केंद्रों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं आम लोगों को मिले, इसके लिये प्रशासन लगातार प्रयासरत है। कुछ प्रखंड स्वास्थ्य सेवाओं के विभिन्न इंडिकेटर में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं तो कुछ प्रखण्डों का प्रदर्शन कमतर है।
उपविकास आयुक्त यतेंद्र कुमार पाल ने स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा की। समाहरणालय सभागर में आहुत बैठक में उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित विभिन्न पैरामीटर्स की एक एक कर समीक्षा की तथा अपेक्षित सुधार हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिया। ओपीडी में औसत प्रतीक्षा समय को कम करने के लिये लगातार प्रयासरत रहने को कहा गया।
सभी आशा का भव्या एप्प पर निबंधन हो चुका है, सभी को प्रशिक्षण भी दिया गया है।इस एप्प के माध्यम से शत प्रतिशत आशा के माध्यम से ऑनलाइन रिपोर्टिंग सुनिश्चित कराने को कहा गया।
टेली कंसलटेंसी स्पोक एंड हब प्रणाली
लक्ष्य के विरुद्ध टेली कंसलटेंसी के मामलों में अपेक्षित सुधार लाने का निदेश दिया गया। टेली कंसलटेंसी स्पोक एंड हब प्रणाली के आधार पर कार्य करता है। स्पोक में सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर स्पोक के रूप में काम करते हैं, जहाँ से सीएचओ हब में बैठे डॉक्टर से मरीज की दूरभाष के माध्यम से बात कराकर चिकित्सीय परामर्श प्राप्त करते हैं। टेली कंसलटेंसी के माध्यम से डॉक्टर द्वारा प्रेस्क्राइब की गई दवाइयां संबंधित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर या हेल्थ सब सेंटर के माध्यम से मरीज को उपलब्ध कराई जाती है।
प्रत्येक आशा के पोषक क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं की सूची के आधार पर आशावार समीक्षा करने को कहा गया।इसके आधार पर गर्भवती महिलाओं के एएनसी एवं प्रसव की मॉनिटरिंग की जायेगी। अगर कोई आशा किसी गर्भवती महिला को निजी अस्पताल ले जाती है, तो इसकी भी ट्रैकिंग हो सकेगी तथा संबंधित आशा के विरुद्ध कार्रवाई की जा सकेगी।
टीकाकरण में  लगभग 95 प्रतिशत की उपलब्धि दर्ज
संपूर्ण टीकाकरण में जिला में लगभग 95 प्रतिशत की उपलब्धि दर्ज की गई है। कुछ प्रखण्डों की उपलब्धि औसत से कम पाई गई जिन्हें अपेक्षित सुधार लाने का निदेश दिया गया। 102 एम्बुलेंस सेवा के रिस्पांस टाइम में कमी लाने एवं सेवा में सुधार लाने हेतु स्पष्ट निदेश दिया गया। सभी सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों द्वारा मरीजों को जेनेरिक दवाएं ही प्रेस्क्राइब की जानी हैं।
इस संबंध में प्रत्येक पीएचसी, अनुमंडलीय अस्पताल एवं सदर अस्पताल में नियमित रूप से रेंडमली प्रेस्क्रिप्शन की जाँच करने को कहा गया।
बैठक में उपविकास आयुक्त, सिविल सर्जन, डीपीएम, सभी एमओआईसी, बीएचएम, बीसीएम आदि उपस्थित थे।
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