Chhapra: विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विवेकानंद VIP फार्मेसी कॉलेज के छात्रों द्वारा पौधारोपण
किया गया। छात्रों ने पर्यावरण के प्रति सजग व जागरूक रहने के उद्देश्य से इसकी महत्ता को केंद्र बनाते हुए विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान के व्यवस्थापक सह वी आई पी ग्रुप के निदेशक डॉ राहुल राज ने किया। इस कार्यक्रम में संस्थान परिवार के सभी सदस्यों प्राचार्य, शिक्षक एवं सभी विद्यार्थियों आदि ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

आयोजन का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण को हरा-भरा बनाना, उसकी देखभाल व सुरक्षा करना तथा प्लास्टिक मुक्त वातावरण बनाना भी रहा क्योंकि पर्यावरण के बिना जीवन असंभव है।

कार्यक्रम में उपस्थित वी आई पी ग्रुप के निदेशक डॉ राहुल राज ने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा हमारा प्रथम दायित्व होना चाहिए, क्योंकि यह हमारे लिए जीवनदायिनी है। हम सभी को आज यह दृढ़ संकल्प लेना होगा कि पर्यावरण को दूषित होने से बचाने का हर संभव प्रयास करेंगे तथा साथ ही पर्यावरण को हरा भरा बनाने के उद्देश्य से अपने आस-पास अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाएंगे जिससे धरती पर ऑक्सीजन की कमी न हो और तापमान भी सामान्य रहे।

संस्थान के शिक्षकों ने भी पर्यावरण के बारे में लोगों को महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की तथा अधिक से अधिक पौधो को लगाने पर बल दिया। संस्थान के बी फार्मा व डी फार्मा के विद्यार्थियों ने भी अपने शिक्षकों के सानिध्य में एक टीम गठित करते हुए नजदीकी नर्सरी गार्डन से लाभप्रद पौधों की खरीदारी करते हुए महाविद्यालय प्रांगण के हर्बल गार्डन में एक साथ पौधारोपण कर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया तथा साथ ही शपथ भी लिया कि पर्यावरण को सदा हरा-भरा बनाए रखेंगे। इतना ही नहीं बल्कि उन विद्यार्थियों द्वारा चार्ट पेपर पर एक से बढ़कर एक प्रोजेक्ट तैयार किए गए, जो लोगों में पर्यावरण सुरक्षा को लेकर विशेष संदेश देने का काम किया।

संस्थान के प्राचार्य ने भी इस मौके पर बताया कि ओजोन परत में बड़े बड़े छिद्र हो जाने के कारण सूर्य की पारा बैगनी किरणे सीधे पृथ्वी पर पड़ रही हैं जो पृथ्वी पर काफी बुरा असर डाल रही हैं, आने वाले समय में पृथ्वी पर जीवनयापन दुर्लभ हो सकता है, ऐसी स्थिति में हरे-भरे वृक्ष ही हमारे लिए संजीवनी के रूप में एक मात्र सहारा है। अतः हम सभी को वृक्षों की कटाई को रोकते हुए अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने होंगे तथा पर्यावरण को दूषित होने से पूर्णतः रोकना होगा। संस्थान के सभी सदस्यों में इस कार्यक्रम को लेकर काफी रोचकता देखने को मिली।

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Chhapra: गंगा सिंह महाविद्यालय, छपरा की एनएसएस यूनिट-1 के द्वारा “विश्व पर्यावरण दिवस” के अवसर पर आज एक परिचर्चा का आयोजन किया गया।

परिचर्चा को संबोधित करते हुए प्रो प्रमेन्द्र रंजन सिंह ने कहा कि एक स्वस्थ और स्वस्थ राष्ट्र की परिकल्पना के निमित्त अपने पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित रखने की आज महती आवश्यकता है। प्रत्येक नागरिक का यह मौलिक कर्तव्य है कि वह अपने वातावरण की स्वच्छ्ता पर विशेष ध्यान दे। माननीय प्रधानमंत्री की संकल्पना “एक पेड़ माँ के नाम” के उद्देश्यों की विस्तार से चर्चा करते हुए उन्होंने युवा पीढ़ी से आग्रह किया कि वे भी इस मुहिम का हिस्सा बन कर अपने समय और समाज के बदलाव में भागीदार बनें। प्लास्टिक प्रदूषण के विभिन्न आयामों को रेखांकित करते हुए उन्होंने वृक्षारोपण की महत्ता पर विशेष प्रकाश डाला।

परिचर्चा का संचालन एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ कमाल अहमद ने किया। इस अवसर पर कॉलेज के प्राध्यापक प्रो आदित्य चंद्र झा, डॉ धर्मेंद्र सिंह, डॉ हरिमोहन पिंटू, डॉ राजेश कुमार मांझी, डॉ अतुल शुक्ला, डॉ राजेश कुमार, डॉ बशिष्ठ शर्मा, डॉ रुद्र नारायण शर्मा आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं की महत्तम उपस्थिति रही।

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नई दिल्ली, 3 जून (हि.स.)। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली ने मंगलवार को जेईई एडवांस्ड 2025 परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवारों के लिए ओपन हाउस कार्यक्रमों की घोषणा की है। यह आयोजन दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में आयोजित किया जाएगा, जिसका उद्देश्य छात्रों को आईआईटी दिल्ली के अकादमिक, शोध, सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों और कैंपस जीवन को समझने में मदद करना है।

आईआईटी दिल्ली ने बयान जारी कर सभी जेईई एडवांस्ड 2025 के योग्य उम्मीदवारों को इन सत्रों में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है। प्रतिभागियों को करियर सेवा कार्यालय (ओसीएस) के प्रभारी से आईआईटी दिल्ली में उपलब्ध करियर, प्लेसमेंट और इंटर्नशिप के अवसरों के बारे में जानकारी मिलेगी।

ओपन हाउस के मुख्य आकर्षण:

– संवादात्मक सत्र: आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रो. रंगन बनर्जी के साथ-साथ अकादमिक और छात्र मामलों के डीन के साथ संवादात्मक सत्र होंगे, जो संस्थान की अकादमिक उत्कृष्टता और छात्र सहायता प्रणालियों के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे।

– उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र: एक विशेष खंड में आईआईटी दिल्ली के उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र पर प्रकाश डाला जाएगा, जिसमें दिखाया जाएगा कि कैसे छात्रों को अपने विचारों को प्रभावशाली उद्यमों में बदलने के लिए सशक्त बनाया जाता है।

– आईआईटीडी अबू धाबी परिसर: आईआईटी-डी के अबू धाबी परिसर में यूजी प्रवेश पर एक सत्र होगा, जो प्रवेश प्रक्रिया और जीवन पर प्रकाश डालेगा।

– लाइव प्रदर्शन और प्रदर्शनियां: छात्र क्लब और सोसाइटी लाइव प्रदर्शन और प्रदर्शनियां पेश करेंगे, जो आईआईटीडी में मौजूद सह-पाठ्यचर्या अवसरों की एक झलक प्रदान करेंगे।

कार्यक्रम का समय और स्थान:

– ऑनलाइन सत्र: 6 जून (शुक्रवार) को शाम 6 बजे “आईआईटी दिल्ली कॉलिंग” सत्र होगा।

– हाइब्रिड मोड: 7 जून (शनिवार) को आईआईटी दिल्ली में हाइब्रिड मोड में (सुबह 09:45 बजे – शाम 05:00 बजे) और आईसीटी मुंबई में ऑफलाइन (सुबह 11 बजे – दोपहर 2 बजे) होगा।

– बेंगलुरु सत्र: 8 जून (रविवार) को दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक आईआईएससी बैंगलोर में आयोजित किया जाएगा।

पंजीकरण:

जेईई एडवांस्ड योग्य छात्रों को इन सत्रों में भाग लेने के लिए पंजीकरण करना होगा। पंजीकरण के लिए लिंक https://forms.gle/qTsaZjVHNfRu9TRC8 है। अधिक जानकारी के लिए, आईआईटी दिल्ली की वेबसाइट पर जाएं। यह आयोजन छात्रों को आईआईटी दिल्ली के परिसर और संस्कृति का अनुभव करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगा।

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Chhapra: नियोजन कैम्प में Nava Bharath Fertilizer LTD के द्वारा कुल रिक्त सेल्स रिप्रेजेंटेटिव के 20 पदों पर अभ्यर्थियों का चयन किया जायेगा। नियोजन कैम्प में भाग लेने हेतु अभ्यर्थियों की शैक्षणिक योग्यता 12 वीं होना आवश्यक होगा।

नियोजन पदाधिकारी, अवर प्रादेशिक नियोजनालय, छपरा से प्राप्त जानकारी के अनुसार अवर प्रादेशिक नियोजनालय (पता-बाजार समिति, साढ़ा, प्रेम नगर, काजरिया टाईल्स के सामने) छपरा के द्वारा दिनांक 30.05.2025 को नियोजन कैम्प का आयोजन नियोजन कार्यालय, छपरा में किया जाएगा।

सेल्स रिप्रेजेंटेटिव के 20 पदों पर पात्र अभ्यर्थियों का चयन किया जायेगा

इस नियोजन कैम्प में Nava Bharath Fertilizer LTD के द्वारा जॉब लोकेशन छपरा, सीवान एवं गोपालगंज जॉब लोकेशन के लिए रिक्त सेल्स रिप्रेजेंटेटिव के 20 पदों पर पात्र अभ्यर्थियों का चयन किया जायेगा।

योग्यता 

नियोजन कैम्प में भाग लेने हेतु शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास होना आवश्यक है। आयु सीमा 20 से 40 वर्ष के बीच होना आवश्यक होगा। वेतन -10,000 से 14500 रुपये TA ओर DA भी देय होगा।

निबंधन की प्रक्रिया ऑनलाईन कर दी गयी है 

नियोजन कैम्प में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के लिए आवश्यक है कि उनका निबंधन नियोजनालय में हो। नियोजनालय में निबंधन की प्रक्रिया ऑनलाईन कर दी गयी है जो कि भारत सरकार के पोर्टल (www.ncs.gov.in) के माध्यम से होता है। कोई भी अभ्यर्थी घर बैठे अपना निबंधन इस पोर्टल के माध्यम से कर सकता है। साथ ही अवर प्रादेशिक नियोजनालय, छपरा कार्यालय में भी ऑनलाईन निबंधन हेतु संपर्क किया जा सकता है। अभ्यर्थी अपना नियोजनालय निबंधन इस पोर्टल पर आवश्यक रूप से करा लेंगे। नियोजन कैम्प में भी ऑनलाईन नियोजनालय निबंधन की व्यवस्था रहेगी। रोजगार के इच्छुक अभ्यर्थी इस नियोजन कैम्प में भाग लेकर रोजगार प्राप्त कर सकते हैं।

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Chhapra: दून सेंट्रल स्कूल के 41 विद्यार्थियों ने अखिल भारतीय सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा 2025 में 225 या उससे अधिक अंक प्राप्त किए।

छपरा शहर के प्रतिष्ठित दून सेंट्रल स्कूल के 41 विद्यार्थियों ने अपने प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा 2025 में कुल 300 अंक में 225 या उससे अधिक अंक हासिल किए।

जिसमे सर्वप्रथम राजवीर कुमार सिंह 291 अंक प्राप्त किया। इस अभूतपूर्व एवं शानदार सफलता के अवसर पर स्थानीय रामकृष्ण मिशन आश्रम में स्वामी अतिदेवानन्द जी महाराज के द्वारा टॉपर छात्र को सम्मानित किया गया।

स्वामी जी ने इस सफलता पर अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि दून सेन्ट्रल स्कूल के अथक प्रयासों का सुफल इस परिणाम में परिलक्षित हो रहा है। उन्होंने इन सफल बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना भी की।

निदेशक संतोष कुमार मिश्रा के द्वारा नामांकन से सम्बन्धित पूर्ण जानकारी देते हुए बताया गया कि सभी विद्यार्थियों का रजिस्ट्रेशन तीन जून तक sainikschoolecounselling पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा। उसके बाद सोसाइटी के द्वारा पोर्टल पर 8 चरणों में ई काउंसिलिंग के माध्यम से स्कूल चयन किया जाएगा। जिन बच्चों को चयनित विद्यालय की सूची में नामांकन लेना होगा तो पोर्टल पर स्वीकार (ACCEPT) कर आगे कि प्रक्रिया जैसे मेडिकल, दस्तावेज तैयार कर नामांकन की पार्क्रिया पूर्ण करना होता है। जिन बच्चों का चयनित सूची में नाम अंकित है ओर नामांकन नहीं लेना है तो पोर्टल पर पुनः विचार कर आगे की काउंसलिंग का प्रतीक्षा करना पड़ेगा।

उन्होंने Cutt Off के बारे मे बताया कि सैनिक स्कूल के लिए 240 अंक से अधिक तथा न्यू सैनिक स्कूल के लिए 225 अंक से अधिक प्राप्त करने वाले छात्रों के चयन की संभावना है।

निदेशक ने बताया कि इसके अलावा दो छात्रों ने राम कृष्ण मिशन विद्यापीठ देवघर में एवं 15 विद्यार्थियों ने गुरुकुल कुरुक्षेत्र हरियाणा में सफलता प्राप्त की है।

इस अवसर पर निदेशक संतोष कुमार मिश्रा, प्राचार्य श्रीकांत सिंह एवं प्रबंधक जय प्रकाश सिंह उपस्थित थे।

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Chhapra: सारण जिले के छपरा में स्थित सुप्रसिद्ध शैक्षिणक  संस्थान ‘विवेकानंद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल’ के 38 में से 21 नियमित छात्र-छात्राओं ने ऑल इंडिया सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा 2025′ की प्रवेश परीक्षा के पहली मेरिट लिस्ट में ही सफलता हासिल कर परचम लहराया।

इन छात्र-छात्राओं  ने हासिल की सफलता 

सफलता हासिल करने वाले विद्यार्थियों में ऋषिकांत सिंह, नवीन सिंह, मयंक सिंह, ऋषभ राज रणधीर, कृष राज, ऋषभ राज, रौशन कुमार, अनन्या साक्षी, सत्यम सागर, सूरज कुमार, सन्नी सिंह, नीरज, सुरभि, फरहीन, सौम्या यदुवंशी, आदित्य सिंह ऋषिका एवं परिधि कुमारी आदि जैसे मेधावी छात्र/छात्रा हैं।

संस्थान के निदेशक डॉ० राहुल राज ने बताया कि ये उत्तीर्ण विद्यार्थी इस मुकाम तक पहुंचने के लिए निरंतर प्रयासरत थे। जिसमें विद्यालय परिवार के सभी योग्य एवं अनुभवी शिक्षक/शिक्षिकाओं का उनकी तैयारी में अतुलनीय योगदान रहा है। इन बच्चों ने अपने और विद्यालय के साथ-साथ अपने अभिभावकों और जिले का भी नाम रौशन किया है। ये वही बच्चे हैं जो विद्यालय के डे-बोर्डिंग कक्षा में निरंतर 4 वर्षों से अध्ययनरत रहे हैं, जिसमे विद्यालय के योग्य एवं अनुभवी शिक्षकों का विशिष्ट योगदान रहा। इस प्रवेश परीक्षा का परिणाम आने तथा इन विद्यार्थियों की उत्तीर्णता की सूचना प्राप्त होते ही पूरे विद्यालय परिवार में खुशी की लहर दौड़ उठी। सभी में उत्साह का एक नया रंग देखने को मिला।

 

 

विद्यालय की प्राचार्या ने इन प्रतिभाशाली उत्तीर्ण छात्र/छात्राओं को अपना शुभाशीष प्रदान करते हुए कहा कि  इन बच्चों ने प्रारम्भ काल से ही अपनी शिक्षा को प्राथमिकता दिया है, यदि इंसान दृढसंकल्पित हो तो निश्चय ही वह सफलता प्राप्त कर सकता है, जिसका जीता-जागता उदाहरण ये बच्चे हैं।

विद्यालय के निदेशक सह भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डॉ० राहुल राज तथा अध्यक्ष महोदय विपिन कुमार सिंह ने भी इस हर्षित बेला में अपने प्रशंसित शब्दों में कहा कि ये उत्तीर्ण बच्चे उन सभी बच्चों के लिए एक मिशाल है जो अपने भविष्य के सुनहरे सपनों को लिए अध्ययनरत हैं। आज की तारीख में लड़के-लड़कियां सभी प्रत्येक क्षेत्र में आगे हैं, बस जरूरत है तो  सही दिशा और मार्ग-दर्शन की, जो उसे अपने परिवार और शिक्षकगणों से बखूबी प्राप्त हो सकता है। इन बच्चों की इस सफलता से पूरे विद्यालय में उत्साह और प्रसन्नता का माहौल कायम है।

 

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वाशिंगटन, 23 मई (हि.स.)। संयुक्त राज्य अमेरिका के बाहर के देशों के युवाओं का अब उच्च शिक्षा के लिए हार्वर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ने का सपना पूरा नहीं हो पाएगा। कुछ समय से चल रहे टकराव के बाद आखिरकार ट्रंप प्रशासन ने गुरुवार को हार्वर्ड विश्वविद्यालय की अंतरराष्ट्रीय छात्रों को दाखिला देने की पात्रता को रद्द कर दिया। इससे अमेरिका का सबसे पुराना यह शिक्षण संस्थान सकते में है।

मौजूदा विदेशी छात्रों को स्थानांतरित होना होगा
सीएनएन चैनल की खबर के अनुसार, हार्वर्ड विश्वविद्यालय को ट्रंप प्रशासन की नीतिगत मांगों के आगे झुकने से इनकार करने की कड़ी सजा मिली है। अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग ने बयान में कहा, “हार्वर्ड अब विदेशी छात्रों को दाखिला नहीं दे सकता है और मौजूदा विदेशी छात्रों को स्थानांतरित होना होगा या अपनी कानूनी स्थिति खोनी होगी।”

गृह सुरक्षा सचिव क्रिस्टी नोएम ने अपने विभाग को हार्वर्ड विश्वविद्यालय के छात्र और विनिमय आगंतुक कार्यक्रम प्रमाणन को समाप्त करने का आदेश दिया है। दरअसल गृह सुरक्षा विभाग ने पिछले महीने हार्वर्ड से अनुरोध कर विदेशी छात्रों के आचरण का रिकॉर्ड तलब किया था। हार्वर्ड ने यह रिकार्ड विभाग को सौंपने से इनकार कर दिया था। ट्रंप प्रशासन के फैसले पर यहां के प्रोफेसर्स ने कहा कि हार्वर्ड इस समय अपनी वैचारिक स्वायत्तता के लिए प्रशासन से सीधी लड़ाई लड़ रहा है। उन्होंने चेतावनी दी है कि विदेशी छात्रों के बड़े पैमाने पर पलायन से संस्थान की शैक्षणिक क्षमता को नुकसान पहुंचने का खतरा है।

व्हाइट हाउस ने ट्रंप प्रशासन के फैसले का बचाव करते हुए कहा,”विदेशी छात्रों का नामांकन एक विशेषाधिकार है। वह अधिकार नहीं है। साथ ही हार्वर्ड अपनी महानता खो चुका है। परिसर अमेरिका विरोधी, यहूदी विरोधी और आतंकवाद समर्थक आंदोलनकारियों का अड्डा बन गया है।”

व्हाइट हाउस की प्रवक्ता अबीगैल जैक्सन ने बयान में कहा, ” हार्वर्ड देश के छात्रों पर नकारात्मक प्रभाव डालने वाली गतिविधियों को बंद नहीं करा पाया है। अब उसे इस ढिलाई की कीमत तो चुकानी ही होगी।”

हार्वर्ड विश्वविद्यालय और ट्रंप प्रशासन के अधिकारी महीनों से टकराव में उलझे
उल्लेखनीय है कि हार्वर्ड विश्वविद्यालय और ट्रंप प्रशासन के अधिकारी महीनों से टकराव में उलझे हुए हैं। प्रशासन ने विश्वविद्यालय से कई बार कहा कि वह कैंपस प्रोग्रामिंग, नीतियों, भर्ती और प्रवेश प्रक्रिया में बदलाव करे, जिससे कैंपस में यहूदी विरोधी भावना को जड़ से खत्म किया जा सके।प्रशासन का दावा है कि इजराइल-हमास युद्ध पर परिसर में विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला थम नहीं सका है। विश्वविद्यालय के नेतृत्व का तर्क है कि उसके छात्रों और कर्मचारियों के दृष्टिकोण का मूल्यांकन संघीय सरकार की भूमिका से बहुत आगे हैं। हार्वर्ड के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन कोई नहीं कर सकता। हार्वर्ड अपनी अकादमिक स्वतंत्रता की रक्षा हर हाल में करेगा।

विश्वविद्यालय के प्रवक्ता जेसन न्यूटन ने इस फैसले को गैरकानूनी बताया
हार्वर्ड विश्वविद्यालय ने ट्रंप प्रशासन की तीखी आलोचना की है। विश्वविद्यालय के प्रवक्ता जेसन न्यूटन ने इस फैसले को गैरकानूनी बताया। उन्होंने बयान में कहा कि विश्वविद्यालय 140 से अधिक देशों से आने वाले छात्रों और विद्वानों की मेजबानी करने के लिए प्रतिबद्ध है। ट्रंप प्रशासन की प्रतिशोधात्मक कार्रवाई हार्वर्ड समुदाय और अमेरिका को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है। उन्होंने कहा कि इस समय विश्वविद्यालय में 9,970 विदेशी छात्र पढ़ रहे हैं। 2024-25 शैक्षणिक वर्ष में 6,793 अंतरराष्ट्रीय छात्रों का नामांकन हुआ है।

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Chhapra: विद्या भारती विद्यालय सरस्वती शिशु विद्या मंदिर द्वारा ग्रीष्मकालीन शिविर का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्घाटन विशिष्ट अतिथि के रूप में लोक शिक्षा समिति, बिहार की अध्यक्षा सुधा बाला, विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के सचिव सुरेश प्रसाद सिंह, विद्यालय के प्रधानाचार्य फणीश्वर नाथ, अभिषेक कुमार (ताइक्वांडो प्रशिक्षक ) ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया गया।

विभिन्न विद्याओं में कौशल को विकसित करने की योजना
विभिन्न प्रवक्ताओं ने ग्रीष्मकालीन शिविर के महत्व को बताया । विद्यालय के प्रधानाचार्य फणीश्वर नाथ ने बताया कि सीबीएसई के पाठ्यक्रम के अंतर्गत भैया, बहनों को विभिन्न विद्याओं में कौशल को विकसित करने की योजना है। इसलिए ग्रीष्मावकाश में दो दिवसीय विभिन्न विधाओं जैसे+ तैराकी, कला, सुलेख, बेकार पदार्थों से विभिन्न प्रकार के सजावटी सामानों का निर्माण, योग, स्पोकन इंग्लिश, ताइक्वांडो इत्यादि को भैया, बहनों में कौशल के रूप में विकसित करना है।

ग्रीष्मकालीन शिविर में भैया, बहनों ने बढ़-चढकर हिस्सा लिया। छोटे-छोटे भैया बहनों ठंडे पेय पदार्थ का सेवन करते हुए स्विमिंग पूल में स्नान करने एवं तैरने का लुत्फ़ उठाते हुए नजर आए। वहीं बहनें आत्मरक्षा हेतु ताइक्वांडो का अभ्यास करते हुए नजर आईं। विभिन्न विद्याओं में भैया, बहनों ने हर्ष एवं उमंग के साथ भाग लिया।

इस ग्रीष्मकालीन शिविर का आयोजन विद्यालय के प्रधानाचार्य फणीश्वर नाथ के नेतृत्व में विभिन्न विधाओं के प्रमुख राजेश कुमार, राजेश कुमार पाठक, अनिल कुमार आजाद, मणि भूषण सिंहा, राकेश कुमार के दिशा निर्देश में प्रारंभ हुआ।

इस ग्रीष्मकालीन शिविर के आयोजन में आचार्य बंधु, भगिनी जय प्रकाश द्विवेदी, आशुतोष कुमार दर्शना सिंह, नीलू कुमारी, रंजीता रंजन, रिचा गुप्ता, विशाल कुमार, इंदु कुमारी, गीतांजलि कुमारी, स्वाति कुमारी, अंजलि कुमारी, शुभम कुमार, मनीष कुमार इत्यादि ने बढ़- चढ़ कर भाग लिया।

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Chhapra: राजेन्द्र कॉलेज छपरा में संस्कृत विभाग में बी ए संस्कृत प्रतिष्ठा विषय में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले एवं प्रथम श्रेणी से सत्र 2020 से 2023 में उत्तीर्ण आशीष कुमार त्रिपाठी को भुवनेश्वर प्रसाद मेमोरियल अवॉर्ड 2023 से नवाजा गया।ज्ञातब्य हो कि प्रतिवर्ष संस्कृत विषय में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र को प्रति वर्ष बाबू भुवनेश्वर प्रसाद मेमोरियल अवॉर्ड से पुरस्कृत किया जाता है।

यह पुरस्कार महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ उदय शंकर पाण्डेय ने दिया। भुवनेश्वर बाबू के परिवार से श्री पति परमात्मा , संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ ज्योति कुमारी,  प्रो राजीव कुमार मिश्र,  डॉ ऋचा मिश्रा सुनील कुमार, अनामिका कुमारी एवं अन्य उपस्थित थे।

पुरस्कार में चार हजार नगद और प्रशस्ति पत्र प्राचार्य डॉ उदय शंकर पाण्डेय और श्रीपति परमात्मा ने प्रदान किया।

ज्ञातब्य हो कि प्रतिवर्ष हिंदी और संस्कृत विषय में राजेन्द्र कॉलेज में सबसे अधिक अंक लाने वाले छात्र को यह अवार्ड और 4 हजार रुपए नगद पुरस्कार प्रदान किया जाता है।

आशीष कुमार त्रिपाठी एक सुदूर देहात बड़की धवरी पोस्ट सहाजितपुर से आते है। इनके इस उपलब्धि पर इनके ही गांव के डॉ विद्या वाचस्पति त्रिपाठी पूर्व समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना, डॉ रविंद्र त्रिपाठी, मिथिलेश पांडेय,आचार्य विजय कुमार त्रिपाठी ने बधाई दी है।

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प्रयोगशाला सहायक के खाली पदों पर भर्ती प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है

बिहार में लेबोरेटरी असिस्टेंट (प्रयोगशाला सहायक) के खाली पदों पर भर्ती प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है। यह भर्ती बिहार कर्मचारी चयन आयोग (BSSC) के माध्यम से की जा रही है। जिन अभ्यर्थियों ने 12वीं (साइंस स्ट्रीम) से उत्तीर्ण किया है और सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे हैं, वे इस अवसर का लाभ उठा सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन है और इच्छुक उम्मीदवार आयोग की वेबसाइट onlinebssc.com के जरिए फॉर्म भर सकते हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 14 जून 2025 तय की गई है।

रिक्त पदों का वर्गवार विवरण

इस भर्ती अभियान के अंतर्गत कुल 143 पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी। वर्ग के अनुसार पदों का आरक्षण इस प्रकार है:

  • अनारक्षित (General): 56 पद
  • अनुसूचित जाति (SC): 22 पद
  • अनुसूचित जनजाति (ST): 1 पद
  • अत्यंत पिछड़ा वर्ग (EBC): 27 पद
  • पिछड़ा वर्ग (BC): 18 पद
  • पिछड़े वर्ग की महिलाएं: 5 पद
  • आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS): 5 पद इसके अतिरिक्त, कुल पदों में से 48 सीटें महिला अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित रखी गई हैं।


शैक्षणिक योग्यता और आयु सीमा

  • अभ्यर्थी का किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 (इंटरमीडिएट) विज्ञान विषयों के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य है।
  • आयु की गणना 1 अगस्त 2024 के अनुसार की जाएगी, जिसमें न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम 37 वर्ष निर्धारित है।
  • आरक्षित वर्गों को नियमानुसार आयु सीमा में छूट प्रदान की जाएगी।

 


आवेदन शुल्क

  • सामान्य, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस श्रेणी: ₹540
  • एससी, एसटी, पीडब्ल्यूडी वर्ग: ₹135
    शुल्क का भुगतान डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग से किया जा सकता है।


आवेदन की प्रक्रिया

1. सबसे पहले आयोग की आधिकारिक वेबसाइट https://www.onlinebssc.com/labassistant25/ पर जाएं।

2. होम पेज पर दिए गए रजिस्ट्रेशन लिंक पर क्लिक करके आवश्यक विवरण दर्ज करें।

3. लॉगिन कर फॉर्म को भरें और श्रेणी अनुसार शुल्क जमा करें।

4. अंत में फॉर्म सबमिट कर उसकी प्रिंट कॉपी सुरक्षित रखें।

 

महत्वपूर्ण सुझाव:
इस भर्ती में भाग लेने से पहले उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे आधिकारिक अधिसूचना को भली-भांति पढ़ लें और सभी जरूरी दस्तावेज तैयार रखें। यह भर्ती बिहार में विज्ञान विषयों के छात्रों के लिए सरकारी सेवा में प्रवेश का महत्वपूर्ण अवसर है।

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बीती देर रात 11,801 महिला शिक्षकों के अंतर-जिला और आंतरिक स्थानांतरण

Patna,  20 मई (हि.स.): शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिदार्थ ने बीती देर रात 11,801 महिला शिक्षकों के अंतर-जिला और आंतरिक स्थानांतरण का आदेश जारी किया। यह तबादला शिक्षक भर्ती परीक्षा (टीआरई-1 और टीआरई-2) के तहत चयनित शिक्षिकाओं का है।

स्थानांतरण की जानकारी ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर अपलोड की गई है।

शिक्षकों को उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एसएमएस के जरिए यह सूचित किया जा रहा है। शिक्षा विभाग की इस प्रशासनिक कार्रवाई में टीआरई-1 के 5,630 और टीआरई-2 के 6,167 महिला शिक्षकों का स्थानांतरण हुआ। कुल 11,802 शिक्षकों के आवेदनों में से 4 निष्क्रिय किए गए, जिसके बाद 11,801 शिक्षकों का तबादला अंतिम रूप से स्वीकृत हुआ।

शिक्षकों को व्यक्तिगत रूप से ई-शिक्षाकोष पोर्टल और एसएमएस के माध्यम से जानकारी दी जाएगी

एसीएस एस. सिद्धार्थ ने स्पष्ट किया है कि तबादले की विस्तृत सूची सार्वजनिक नहीं की जाएगी। शिक्षकों को व्यक्तिगत रूप से ई-शिक्षाकोष पोर्टल और एसएमएस के माध्यम से जानकारी दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि यह स्थानांतरण अंतर-जिला और आंतरिक स्तर पर किया गया है, जिसमें शिक्षकों की वर्तमान पोस्टिंग और उनके गृह जिले या पसंदीदा स्थान की दूरी को प्राथमिकता दी गई है। संबंधित जिले में योगदान देने के बाद शिक्षकों की वरीयता को नए सिरे से निर्धारित किया जाएगा।

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पटना, 20 मई (हि.स.)। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिदार्थ ने बीती देर रात 11,801 महिला शिक्षकों के अंतर-जिला और आंतरिक स्थानांतरण का आदेश जारी किया। यह तबादला शिक्षक भर्ती परीक्षा (टीआरई-1 और टीआरई-2) के तहत चयनित शिक्षिकाओं का है।

स्थानांतरण की जानकारी ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर अपलोड की गई है। शिक्षकों को उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एसएमएस के जरिए यह सूचित किया जा रहा है।

शिक्षा विभाग की इस प्रशासनिक कार्रवाई में टीआरई-1 के 5,630 और टीआरई-2 के 6,167 महिला शिक्षकों का स्थानांतरण हुआ। कुल 11,802 शिक्षकों के आवेदनों में से 4 निष्क्रिय किए गए, जिसके बाद 11,801 शिक्षकों का तबादला अंतिम रूप से स्वीकृत हुआ।

एसीएस एस. सिद्धार्थ ने स्पष्ट किया है कि तबादले की विस्तृत सूची सार्वजनिक नहीं की जाएगी। शिक्षकों को व्यक्तिगत रूप से ई-शिक्षाकोष पोर्टल और एसएमएस के माध्यम से जानकारी दी जाएगी।

उल्लेखनीय है कि यह स्थानांतरण अंतर-जिला और आंतरिक स्तर पर किया गया है, जिसमें शिक्षकों की वर्तमान पोस्टिंग और उनके गृह जिले या पसंदीदा स्थान की दूरी को प्राथमिकता दी गई है।

संबंधित जिले में योगदान देने के बाद शिक्षकों की वरीयता को नए सिरे से निर्धारित किया जाएगा।

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