Chhapra: डोरीगंज के चिरांद स्थित बंगाली बाबा घाट पर जयेष्ठ पूर्णिमा के अवसर पर गंगा महाआरती का आयोजन किया गया. चिरांद विकास परिषद् की ओर से आयोजित कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए संत गांगेय जी ने आरती देखने आये लोगो से गंगा मैया की वर्तमान स्थिति को देखने, सोचने का आह्वान किया. उन्होंने गंगा का सम्मान करने वाले लोगो से गंगा में गंदगी ना फेकने का आह्वान किया.

उन्होंने कहा कि गंगा मैया को आरती से ज्यादा चिकित्सा की जरूरत है. गंगा मैया तीन देवताओ का दर्शन कराती है. बृह्मा, शिव और विष्णु का आशीर्वाद गंगा में स्नान के साथ मिलता है. जहाँ जल है वही जीवन है. जो नदियों के जल को बांधता है वह असुर कहलाता है. नदियों का संबंध उसके जल प्रवाह से होता है.

घाटों से नदियों का कोई संबंध नही है लेकिन हम घाटों की चक्कर मे पड़े है. गंगा को लेकर शत प्रतिशत घोटाला हुआ है. नदियों में प्रवाह नही हुआ तो आखिर पैसा कहा लगा.

भगीरथ की पांच पीढ़ी गंगा को लाने के लिए मिट गयी और वर्तमान में इसके नाम पर घोटाला हो गया. अगर गंगा नही संभाली गयी तो यह चीन में चली जायेगी.

गंगा पर परियोजना बने लेकिन उसमें प्रवाह हो, नांद हो, तभी उसका संरक्षण होगा. आज गंगा नहाने लायक नही है. कभी डाक से गंगा का पानी मो तुगलक के पास जाता था. कभी गंगा पवित्र्तता के लिए जानी जाती थी आज वह नहाने लायक नही है.

उन्होंने धर्मांतरण को रोकने की जरूरत जताई. नागालैंड, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश में जाकर हिन्दू धर्म का प्रचार हम नही कर रहे है. गंगा की दयनीय स्थिति पर विचार हो तब जाकर गंगा की पूजा करें.

पूर्व विधायक ज्ञान चंद्र मांझी ने चिरांद के लिए मंत्री से मुक्ति धाम की मांग की. वही एमएलसी से सड़क की मांग की. घाट, लाइट की मांग, पर्यटन स्थल बनाने, पर्यटन विभाग से गंगा आरती करने, पर्यटन भवन निर्माण, पहुंच पथ आदि की मांग की.

विधान पार्षद ई सच्चिदानंद राय ने रामायण सर्किट में अहिल्या मुक्ति स्थान रिविलगंज को शामिल करने की मांग की. वही जय प्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो हरिकेश सिंह ने कहा कि सारण की आध्यात्मिक और राजनीतिक परिपथ को जोड़कर विकास का आधार रखी जा सकती है. इनके लिए सबो को प्रयास करने की जरूरत है. चिरांद में शोध संस्थान की मांग महेश शर्मा से करने की बात कही.

इस अवसर पर परिषद् के संरक्षक श्री श्री 108 नागा बाबा, अमनौर विधायक शत्रुघ्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा, छपरा विधायक डॉ सीएन गुप्ता, रामदयाल शर्मा, राकेश कुमार सिंह, जयराम सिंह, कृष्णकांत ओझा, श्रीराम तिवारी समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे.

इसके बाद काशी से आचार्य राजेश कौशिक के नेतृत्व में आए 27 बटुको ने गंगा महाआरती की. मां गंगा के किनारे हर हर महादेव शंभु काशी विश्वनाथ गंगे… का सुर और महाआरती का अलौकिक दृश्य श्रद्धालुओं को अद्भुत अहसास करा रही थी. भारी संख्या में श्रद्धालु महा आरती को देखने पहुंचे थे

गंगा महाआरती के आयोजन का इस साल 11 वर्ष पूरे होने पर इसे भव्य से भव्यतम रूप देने की कोशिश चिरांद विकास परिषद् ने की थी.

0Shares

जम्मू : अत्यधिक गर्मी के कारण बुधवार को माता वैष्णों देवी के समीप जंगलो में आग लग गयी. आग लगने के कारण तत्काल प्रभाव से वैष्णों देवी के दर्शन की यात्रा को रोक दिया गया है. वही दमकल विभाग और सेना के द्वारा आग को बुझाने के प्रयास किये जा रहे है.

स्थानीय लोगो के अनुसार तेज गर्मी के कारण आग ने कुछ ही देर में त्रिकुटा के जंगलों के एक बड़े हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया है. यह आग भवन के नजदीक बताई जा रही है. आग के कारण हजारों श्रद्धालु यात्रा के बीच में ही फंस गए हैं.

जंगलो में लगी आग को हेलीकॉप्टरों की मदद से बुझाने की कवायद की जा रही है.आग बुझाने के लिए वायुसेना के हेलीकॉप्टरों की मदद ली जा रही है. वायुसेना के अलावा एनडीआरएफ, दमकल विभाग और अन्य विभाग के कर्मचारियों को आग पर काबू पाने के लिए लगाया गया है.

देर शाम तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका था.उधर माता के भवन की ओर जाने वाले बैट्री-रिक्शाओं पर रोक लगा दी है. इसके अलावा अन्य यात्रियों को भी आगे की यात्रा नहीं करने की हिदायत दी गई है.

यह पहला मौका नहीं है जब त्रिकुटा के जंगलों में आग लगी है. हर साल गर्मियों में त्रिकुटा की पहाड़ियों पर आग लगने की घटनाएं सामने आती रहती हैं.

आग बुझाने के लिए 4000 से अधिक कर्मचारी लगे हुए हैं. पिछले एक हफ्ते से यहां के जंगलों में आग लगी हुई है. जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है, जंगल भी दहक रहे हैं. पहाड़ों के चारों ओर धुआं घिर गया है. आग लगने से श्रीनगर का तापमान 38 डिग्री के आसपास पहुंच गया है.

मौसम विभाग का कहना है कि अभी कई और दिनों तक मौसम शुष्क और गर्मी का प्रकोप रहेगा. मौसम गर्म होने के कारण आग लगातार फैलती जा रही है. हालांकि आग से अभीतक से किसी के हताहत होने के समाचार नहीं हैं.

0Shares

(कबीर की रिपोर्ट) रमज़ान का महीना गुरुवार से शुरू हो रहा है. बुधवार की शाम चाँद का दीदार हुआ. बुधवार की रात से मस्जिदों में तरावीह शुरू हो गयी और गुरुवार से पहला रोजा रखा जायेगा.

इस्लामिक कैलेंडर के हिसाब से नौवां महीना सबसे पाक होता है, जो कि रमजान का महीना है. इस्लाम धर्म में अच्छे इंसान को बखूबी परिभाषित किया गया है. इसके लिए मुसलमान होना ही काफी नहीं, बल्कि बुनियादी पांच कर्तव्यों को अमल में लाना आवश्यक है.

पहला इमान, दूसरा नमाज, तीसरा रोजा, चौथा हज और पांचवां जकात. इस्लाम में बताए गए इन पांच कर्तव्य इस्लाम को मानने वाले इंसान से प्रेम, सहानुभूति, सहायता तथा हमदर्दी की प्रेरणा स्वतः पैदा कर देते हैं. जिसका मतलब है रुकना. जकात इसी महीने में अदा की जाती है.

इस बार रमज़ान के पूरे महीने में 5 जुमे पड़ेंगे. पहला जुमा रमज़ान शुरू होने के अलगे दिन 18 मई को पड़ेगा वहीं, 15 जून को आखिरी जुमा होगा, जिसे अलविदा जुमा कहा जाता है.

आपको बता दें रमज़ान का पाक महीना पूरे 30 दिनों का होता है, इस पूरे महीने रोज़े रखे जाते हैं.

0Shares

Patna: अगले एक माह तक बिहार के राजगीर में चलने वाला मलमास मेला बुधवार को शुरू हो गया. मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने विधिवत रूप से मलमास मेला का उद्घाटन किया.

सीएम नीतीश कुमार ने कुंड परिसर में पूजा अर्चना कर मेले के शुरुआत की. इस मौके पर कई साधु-संत मौजूद थे.

कुंभ की तरह इसका धार्मिक महत्व है. ऐसी मान्यता है कि एक महीने यहां 33 करोड़ देवी देवता प्रवास करेंगे. इस एक माह के दौरान शादी, विवाह, मुंडन, गृहप्रवेश सहित किसी प्रकार का शुभ कार्य नहीं होता है.

मलमास मेले में इस बार 4 शाही स्नान होंगे. हिंदू तिथि के मुताबिक तीन साल पर एक माह अधिक होता है जिसे अधिमास, मलमास या पुरुषोत्तम मास कहा जाता है.मलमास मेले में देश-विदेश से श्रद्धालु इस दौरान राजगीर आते हैं.

कुछ दिनों पहले ही नीतीश कैबिनेट की बैठक में मलमास को राजकीय दर्जा दिया गया है.जब दो अमावस्या के बीच सूर्य की संक्रांति अर्थात सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश नहीं करते हैं तो मलमास होता है.मलमास वाले साल में 12 नहीं, बल्कि 13 महीने होते हैं. इसे अधिमास, अधिकमास, पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है.

मेला क्षेत्र में एक बड़ा बाजार भी सजता है. सर्कस, थियेटर, मौत का कुआं, विभिन्न प्रकार के रंग बिरंगे अत्याधुनिक झूले विशेष आकर्षण होते हैं.

मेले के दौरान पौराणिक सरस्वती नदी के घाट पर बिहार पर्यटन विभाग व पंडा समिति के संयुक्त तत्वावधान में 15 दिनों तक महामंगल आरती का आयोजन होगा.

0Shares

जम्मू : माता वैष्णो देवी के दर्शन को लेकर श्रद्धालुओं के लिए नया मार्ग तैयार हो गया है. माता के मंदिर के लिए 7 किलोमीटर लंबे वैकल्पिक मार्ग को रविवार 13 मई से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया.

हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी औपचारिक रूप से 19 मई को इस मार्ग का शुभारंभ करेंगे. इस मार्ग में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक इंतेजाम किए गए हैं. इस मार्ग को बनाने में करीब 80 करोड़ रुपये की लागत आई है.

जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल और श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीएसबी) के अध्यक्ष एनएन वोहरा ने शनिवार को इस मार्ग से यात्रा की और तैयारियों का जायजा लिया.

बताया जाता है कि फरवरी, 2011 में बाणगंगा से अर्द्धकुवारी के बीच वैकल्पिक मार्ग निर्माण करने का प्रस्ताव मंजूर किया गया था.

श्राइन बोर्ड के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंशुल गर्ग ने बताया कि 80 करोड़ रुपये की लागत से सात वर्ष में बने इस मार्ग को रविवार दोपहर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया. प्रधानमंत्री 19 मई को औपचारिक रूप से इसका शुभारंभ करेंगे.

उन्होंने कहा कि रास्ता खोलने के पहले हवन किया गया. यह मार्ग छह मीटर चौड़ा है. इस मार्ग में आरामदायक ढाल है और विभिन्न सुविधाएं हैं.बाणगंगा से अर्द्धकुवारी तक 7 किलोमीटर का यह मार्ग 6 मीटर चौड़ा है. तारकोट मार्ग में 2 भोजानालय , 4 व्यू प्वाईंट और 7 शौचालय ब्लॉक बनाए गए हैं.

0Shares

उत्तराखंड स्थित केदारनाथ मंदिर के कपाट रविवार अहले सुबह श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए. मंत्रोच्चार और जयकारे के साथ मंदिर का कपाट खुला. मंदिर का कपाट पिछले छह महीने बंद था.

कपाट खुलने के बाद मंदिर में पूजा अर्चना शुरू हो गयी. भगवान शिव के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का जत्था केदारनाथ पहुंचने लगा है.

केदारनाथ मंदिर को 20 क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया गया है. परंपरा के मुताबिक 6 महीने तक ऊखीमठ के ओमकारेश्वर मंदिर में रहने के बाद 26 अप्रैल को ही भगवान शिव की पालकी केदारनाथ के लिए रवाना हो गई थी. डोली केदारनाथ पहुंचने के बाद धाम में रिमझिम बारिश शुरू हो गयी. हिमालय की चोटियों में हिमपात भी हुआ है. अब अगले 6 महीने तक बाबा केदारनाथ में ही विराजेंगे.

केदारनाथ धाम में श्रद्धालु अब लेजर शो का लुत्फ उठा सकेंगे और उस लेजर शो के जरिए वे भगवान शिव की महिमा भी देख सकेंगे.

0Shares

परसा: स्थानीय परसा बजार के हाई स्कूल के समीप औलिया बाबा के दरगाह पर आगामी 29 अप्रैल को आयोजित होने वाली इस्लाहे मुशायरा कांफ्रेंस व कौव्वाली की तैयारी लगभग अंतिम चरण पर है.

जहाँ मजार पर चादर पोशी जुलुस तथा रात्री में आयोजित होने वाली महिला पुरुष के बीच जोरदार कव्वाली का मुकाबला होना है.

वही अध्यक्ष मोहम्मद करमुल्लाह ने बताया कि रांची के रामगढ़ जिले से कौव्वाला साहिन शाबा भारती एव कौव्वाल बिहार के गया जिले से वारिस जानी शिरकत फरमा रहे है. मौके पर अख्तर अली, मोहम्मद युसुफ, मो सलीम अंसारी, मौलाना रमजान साहब, मनोज दास, मो सलाउद्दीन, जयराम दास, मो असलम अलाउद्दीन, विश्वकर्मा दास, अफरोज आलम, उमा सिंह, मो वकील, सोनू कुमार सिंह, विकास शर्मा, मौलाना गुलाम, मोहम्मद कुदुस, मो अकबर अली आदि उपस्थित थे.

0Shares

Delhi: ताजमहल पर मालिकाना हक जताने वाले सुन्नी वक्फ बोर्ड के तेवर अब ढीले पड़ गए हैं. बोर्ड मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में शाहजहां के दस्तखत वाला वक्फनामा पेश नहीं कर पाया. इस पर, चीफ जस्टिस ने नाराजगी जताते हुए कहा कि बोर्ड कोर्ट का वक्त बर्बाद कर रहा है.

वक्फ बोर्ड ने पिछली सुनवाई में दावा किया था कि मुगल बादशाह शाहजहां ने बोर्ड के पक्ष में ताजमहल का वक्फनामा किया था. इस पर कोर्ट ने सबूत मांगे थे। यह विवाद सुन्नी वक्फ बोर्ड और आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) के बीच चल रहा है.

चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली बेंच के सामने कहा हथियार डालते हुए बोर्ड ने कहा कि ताजमहल की देखरेख एएसआई करे, इसमें उसे आपत्ति नहीं है. लेकिन ताजमहल में नमाज पढ़ने और उर्स जारी रखने का उसका अधिकार बरकरार रहे.

इस पर सुप्रीम कोर्ट ने बोर्ड से कहा कि उसे एएसआई से बात करनी चाहिए. इस पर एएसआई ने विचार करने के लिए वक्त मांगा. केस की अगली सुनवाई 27 जुलाई को होगी.

पिछली सुनवाई में चीफ जस्टिस ने वक्फ बोर्ड के वकील से पूछा था, “शाहजहां ने वक्फनामे पर दस्तखत कैसे किए? वह तो जेल में बंद थे. वह हिरासत से ही ताजमहल देखते थे.

“कोर्ट ने शाहजहां के दस्तखत वाला हलफनामा पेश करने को कहा तो बोर्ड के वकील ने एक हफ्ते की मोहलत मांगी थी. लेकिन आज वह शाहजहां का आदेश कोर्ट में पेश नहीं कर सका.

ताजमहल के मालिकाना हक़ को लेकर यह विवाद 2005 में शुरू हुआ था. सुन्नी वक्फ बोर्ड ने जुलाई 2005 में आदेश जारी कर ताजमहल को अपनी प्रॉपर्टी के तौर पर रजिस्टर करने को कहा था. एएसआई ने इसके खिलाफ 2010 में सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी.इस पर कोर्ट ने बोर्ड के फैसले पर स्टे लगा दिया था.

एएसआई की ओर से पेश एडवोकेट एडीएन राव ने कहा कि वक्फ बोर्ड ने जैसा दावा किया है, वैसा कोई वक्फनामा नहीं है. 1858 की घोषणा के मुताबिक, आखिरी मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर से ली गई संपत्तियों का स्वामित्व ब्रिटिश महारानी के पास चला गया था. वहीं, 1948 के कानून के तहत यह इमारतें अब भारत सरकार के पास हैं.

श्रोत: प्रवीण बागी

0Shares

पटना: इमरत-ए-शरिया के ‘दीन बचाओ, देश बचाओ’ सम्मेलन पटना के गांधी मैदान में रविवार को दोपहर 1:00 बजे आरंभ होगा. इस आयोजन को लेकर हर रास्ते और चौराहों पर बैनर, पोस्टर व स्वागत के लिए तोरण द्वार लगाये गये हैं. बाहर से आने वाले मेहमानों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए आयोजकों की ओर से इंतजाम किया गया है.

आयोजन स्थल गांधी मैदान में देर रात तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया. यहां बांस-बल्ले से घेर कर अलग-अलग ब्लॉक बनाये गये हैं. गर्मी को देखते हुए यहां पर्याप्त मात्रा में पानी की व्यवस्था भी की गयी है. सुरक्षा के मद्देनजर दो दिन पहले से ही प्रशासन ने गांधी मैदान को कब्जे में ले लिया है.

0Shares

Chhapra: सतुआन पर शनिवार को जिले के विभिन्न घाटों पर स्नान कर श्रद्धालुओं ने स्नानकिया. घाटों पर श्रद्धालु भारी संख्या में पहुंचे. श्रद्धालुओं ने सतुआ और आम की चटनी भी खाई. अहले सुबह से ही नदी घाट भक्तों से गुलजार हो गए.

बताते चलें कि धार्मिक आस्था के अलावा इस पर्व के साथ गर्मियों की शुरूआत भी हो जाती है. गर्मी में सत्तू और कच्चे आम को दवा की तरह माना जाता है और बिहार के घर-घर में सत्तू और आम खाने की प्रथा है. सत्तू एवं कच्चा आम खाकर और फिर घड़े का ठण्डा पानी पीकर सभी लोग गर्मी का स्वागत करते हैं.

0Shares

Chhapra: रामकृष्ण मिशन आश्रम छपरा में स्वामी विवेकानंद की मूर्ति का हुआ अनावरण बेलूर मठ से पहुंचे स्वामी सुहितानंद जी महाराज ने किया.

इस अवसर पर उन्होंने स्वामी अद्भुतानंद लाटू महाराज के जीवन वृत पर प्रकाश डालते हुए उनको महान संत बताया. उन्होंने कहा कि स्वामी रामकृष्ण परमहंस के 16 शिष्यों में से एक लाटू महाराज अद्भुत संत थे. स्वामी विवेकानद ने भी उन्हें ठाकुर का चमत्कार की संज्ञा दी थी.

यहाँ देखे VIDEO

इस अवसर पर आश्रम के सचिव अतिदेवानन्द जी महाराज, डॉ एच के वर्मा समेत श्राद्धलु उपस्थित थे.

0Shares

Chhapra: रामनवमी के अवसर पर शहर में भव्य शोभा यात्रा निकाली गयी है. शोभा यात्रा में भगवान राम और भक्त हनुमान की भव्य प्रतिमा समेत दर्जनों झांकियां शामिल है. शोभा यात्रा में बैंड बाज भी शामिल है. बड़ी संख्या में भक्त इस शोभा यात्रा में शामिल है.

यहाँ देखें शोभायात्रा LIVE

 

https://chhapratoday.com/photo_galleries/ramnavmi-2018-photo/

0Shares