(कबीर की रिपोर्ट) रमज़ान का महीना गुरुवार से शुरू हो रहा है. बुधवार की शाम चाँद का दीदार हुआ. बुधवार की रात से मस्जिदों में तरावीह शुरू हो गयी और गुरुवार से पहला रोजा रखा जायेगा.
इस्लामिक कैलेंडर के हिसाब से नौवां महीना सबसे पाक होता है, जो कि रमजान का महीना है. इस्लाम धर्म में अच्छे इंसान को बखूबी परिभाषित किया गया है. इसके लिए मुसलमान होना ही काफी नहीं, बल्कि बुनियादी पांच कर्तव्यों को अमल में लाना आवश्यक है.
पहला इमान, दूसरा नमाज, तीसरा रोजा, चौथा हज और पांचवां जकात. इस्लाम में बताए गए इन पांच कर्तव्य इस्लाम को मानने वाले इंसान से प्रेम, सहानुभूति, सहायता तथा हमदर्दी की प्रेरणा स्वतः पैदा कर देते हैं. जिसका मतलब है रुकना. जकात इसी महीने में अदा की जाती है.
इस बार रमज़ान के पूरे महीने में 5 जुमे पड़ेंगे. पहला जुमा रमज़ान शुरू होने के अलगे दिन 18 मई को पड़ेगा वहीं, 15 जून को आखिरी जुमा होगा, जिसे अलविदा जुमा कहा जाता है.
आपको बता दें रमज़ान का पाक महीना पूरे 30 दिनों का होता है, इस पूरे महीने रोज़े रखे जाते हैं.