Chhapra: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय दारोगा प्रसाद राय की जयंती के अवसर पर शहर के दारोगा राय चौक स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया.

माल्यार्पण के दौरान सूबे के स्वास्थ्य मंत्री सह जिला के प्रभारी मंत्री मंगल पांडे, जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन, विधान पार्षद वीरेंद्र नारायण यादव, पुलिस कप्तान हर किशोर राय, छपरा विधायक डॉक्टर सीएन गुप्ता आदि गणमान्य लोग मौजूद थे.

विधान पार्षद वीरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि दारोगा बाबू ने आजादी की लड़ाई में बढ़ चढ़ के हिस्सा लिया था. बिहार के मुख्यमंत्री रहते हुए बिहार का जितना भला हो सकता था आर्थिक, शैक्षणिक और सामाजिक रूप से उन्होंने किया. मुख्यमंत्री बनने से सारण का उन्होंने गौरव बढ़ाया. दारोगा बाबू की भोजपुरी मिश्रित हिंदी लोगों को बहुत प्रभावित करती थी.

बताते चलें कि दारोगा प्रसाद राय बिहार के दसवें मुख्यमंत्री थे. वे 16 फरवरी 1970 से 22 दिसंबर 1970 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे.

0Shares

Chhapra: मालदीव में आयोजित ‘ग्लोबल यूथ पीस एंबेसडर’ कार्यक्रम में छपरा के अजित कुमार सिंह को ‘ग्लोबल पीस’ मेडल देकर सम्मानित किया गया है.

31 अगस्त को अजित सिंह को यह सम्मान मिला. अजित को मालदीव में विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था. वहां के युवा मंत्रालय द्वारा उन्हें यह सम्मान मिला. अजित को यह सम्मान युवा सशक्तिकरण एवं स्वरोजगार के साथ साथ स्टार्टअप्स व गरीबों की मदद करने के लिए दिया गया है.

40 देशों के युवाओं को किया सम्बोधित
मालदीव में आयोजित इस कार्यक्रम में 40 देशों के डेढ़ सौ से अधिक युवा प्रतिनिधियों ने भाग लिया था. जिसमें छपरा के अस्पताल चौक निवासी विजय सिंह के पुत्र अजित सिंह भी भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे थे. अजित के साथ भारत के कई और युवा इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए. उन सभी को भी ग्लोबल पीस मेडल से सम्मानित किया गया. अजित ने विभिन्न देशों के युवाओं को संबोधित करते हुए विश्व शांति से संबंधित अपनी बातें रखीं. साथ ही साथ उन्होंने युवा सशक्तिकरण व विश्व शांति में युवाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला.

इसे भी पढ़ें: छपरा के लाल को मालदीव के राष्ट्रपति करेंगे सम्मानित, 40 देश के युवाओं को अजित करेंगे संबोधित

28 वर्षीय अजित सिंह ने दिल्ली से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. उन्होंने दिल्ली में ही हेल्थी स्माइल फाउंडेशन का गठन करके गरीब बच्चों की काफी मदद की है. इस फाउंडेशन ने पिछले कुछ सालों में हर दिन दिल्ली एनसीआर के इलाकों में गरीब बच्चों के लिए भोजन समेत तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराती है.

0Shares

Chhapra: नगर थाना क्षेत्र के रुपगंज घाट पर रविवार को एक युवक सरयू नदी में डूब गया. युवक के कपड़े नदी किनारे बरामद हुए है जिससे उसके डूबने से मौत की आशंका व्यक्त की जा रही है.

घटना के बाद आसपास के लोगों ने उसे खोजना शुरू किया. वही प्रशासन की मदद से गोताखोर भी लगाये गए पर देर शाम तक शव बरामद नहीं किया जा सका था.

पानी में डूबे व्यक्ति की पहचान नगर थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर निवासी ओम प्रकाश प्रसाद के 19 वर्षीय पुत्र शंकर कुमार के रूप में की गई है. नदी के किनारे पेड़ के समीप युवक का कपड़ा टंगा मिला है.

कुछ लोगों का कहना था कि युवक नदी में नहा रहा था तभी पुलिस ने देसी शराब कारोबारियों को पकड़ने के लिए छापेमारी की. इस दौरान वह घबरा गया और नदी में डूब गया. कुछ लोगों ने एक से अधिक लोगों के डूबने की आशंका व्यक्त की है.

वही इस घटना पर सारण के पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय ने कहा कि उक्त युवक नहाने के दौरान डूबा है, ऐसा प्रतीत होता है. उसके कपड़े भी नदी किनारे से बरामद किये गए है. उन्होंने कहा कि इस इलाके में पुलिस ने कोई छापेमारी नहीं की थी. डूबे युवक की तलाश के लिए गोताखोर लगाये गए है.

0Shares

Chhapra: रविवार को छपरा मंडलकारा में छापामारी हुई. पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय और अनुमंडल पदाधिकारी के नेतृत्व में जेल में छापेमारी की गयी. इस दौरान जेल के विभिन्न वार्डों की तलाशी ली गयी. 

एसपी हरकिशोर राय ने बताया कि जेल में छापेमारी नियमित रूप से की जाती है. आज सभी 12 वार्डों में सघन जांच की गयी है. कोई आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ है. 

छापेमारी के दौरान DSP, SDPO समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल को लगाया गया था.   

इसे भी पढ़ें: नगर थाना क्षेत्र के रूपगंज घाट पर एक युवक के डूबने की सूचना 

0Shares

Chhapra: युवा कलाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए शनिवार को कला कला पंक्ति द्वारा पेंटिंग प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. इस दौरान युवा कलाकारों ने अपने द्वारा बनाई हुई एक से बढ़कर एक आकर्षक पेंटिंग इस प्रदर्शनी में लगाई.

प्रदर्शनी का उद्घाटन चित्रकार मेहंदी शॉ ने दीप प्रज्वलित कर किया. इसके बाद उन्होंने प्रदर्शनी में लगाये गए चित्रों को देखा और उनके चित्रकारों से बातचीत की.

प्रदर्शनी को देखने कई लोग पहुंचे. सब ने आकर्षक पेंटिंग्स को देखकर काफी तारीफ भी की. इस दौरान कलाकार अर्चना किशोर, पंकज, पवन व सृष्टि समेत कई कलाकारों ने अपनी-अपनी पेंटिंग प्रदर्शनी लगाई थी.

पवन ने दिया पानी बचाने का संदेश
कलाकर पवन ने बेहद खूबसूरत चित्रकारी की थी. उन्होंने चित्रकारी के जरिये पानी बचाने को लेकर संदेश दिया. पवन ने शानदार पेंटिंग की मदद से लोगों को जीवन में पानी की अहमियत को समझाने की कोशिश की. इसके अलावा उन्होंने महिलाओं पर हो रहे जुल्मो को भी दर्शाया. अर्चना के द्वारा बनाई गई पेंटिंग में महिलाओं के लाइफ की स्ट्रगल को दर्शाया गया था. इसके अलावें उन्होंने डॉट आर्ट से समय को प्रदर्शित कर अपनी कला का परिचय दिया. साथ ही अर्चना के द्वारा मधुबनी पेंटिंग व कई अन्य पेंटिंग्स लगाए थे.

पंकज ने कॉफी से बनायी नगरपालिका चौक की पेंटिंग 
चित्र प्रदर्शनी में कलाकार पंकज ने शानदार पेंटिंग लगाई थी. जिसने सभी को आकर्षित किया. पंकज ने कॉफी के इस्तेमाल करके नगरपालिका चौक को कैनवास पर दिखाया है. जो देखने में बेहद शानदार लग रहा था. इसके अलावा उन्होंने डॉट आर्ट से कई और पेंटिंग्स बनाई थी. जिसमें तमाम तरह की चीजों को दर्शाया गया था. पंकज ने डॉट आर्ट से भगवान गणेश, राधा कृष्ण की पेंटिंग बनाकर लोगों को काफी आकर्षित किया

कला को निखारने के लिए अवसर जरूरी: मेहदी शॉ
पेंटिग्स को देखकर ख्यातिप्राप्त चित्रकार मेहदी शॉ ने कहा कि यहां के कलाकार में काफी प्रतिभा है, जो बिल्कुल साफ नजर आ रही है. उन्होंने कहा कि यहां के कलाकारों को अपनी कला को निखारने के लिए जरूरी अवसर चाहिए. ऐसी प्रदर्शनी के जरिये उन्हें कला का प्रदर्शन करने के लिए अवसर प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि पेंटिंग को देखकर ऐसा लगता है बच्चों ने काफी मेहनत की है. यह काबिले तारीफ भी है. छपरा में इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन होता है तो काफी अच्छा भी लगता है. यहां के कलाकारों को आगे बढ़ाने को लेकर उन्होंने कहा कि छपरा के कलाकरों को यहां से बाहर निकलना होगा. इस अवसर पर सैंड आर्टिस्ट अशोक कुमार भी मौजूद थे.

कुल मिलाकर पेंटिग के जरिये सभी कलाकारों ने समाज मे फैली कुरीतियों को खत्म करने के साथ जागरूकता लाने का कार्य किया. कलाकारों ने पेंटिंग्स जरिए कई अहम सन्देश भी दिए.

0Shares

Chhapra: मुफस्सिल थाना क्षेत्र के प्रभुनाथ नगर टांडी मुहल्ले में शुक्रवार देर शाम अपराधियों ने एक दुकानदार को गोली मार दी. जिससे दुकानदार बुरी तरह घायल हो गया. आनन फानन में उसे ईलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया जहाँ से बेहतर ईलाज के लिए चिकित्सकों ने पटना रेफर कर दिया. वही स्थानीय लोगों ने अपराधियों को दौड़ाकर पकड़ लिया. साथ ही साथ पुलिस के हवाले भी कर दिया.

घायल दुकानदार का नाम धनेश सिंह बताया जा रहा है. फिलहाल उन्हें गंभीर हालत में छपरा सदर अस्पताल से पटना रेफर कर दिया गया है.

आसपास के लोगों ने बताया कि धनेश अपनी दुकान पर बैठे थे. तभी बाइक से दो युवक आए और उनसे सलाई की मांग की. इसी दौरान अपराधियों ने उनके ऊपर गोली चला दी. जिससे वह घायल हो गए. गोली उनके कंधे में लगी है. 

गोली की आवाज़ सुनकर आसपास के लोग जमा हो गए और लोगों ने अपराधियों को दौड़ाकर पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया. फिलहाल पुलिस अपराधियों से पूछताछ कर रही है. 

0Shares

• एक ही परिसर में मिलेगी सभी सुविधाएं
• बिहार भर के डॉक्टरों को प्रशिक्षण के लिए बुलाया जायेगा
• भर्ती होने वाले नवजात के माँ को भी दिया जायेगा प्रशिक्षण

Chhapra: सदर अस्पताल में बिहार का पहला शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों के प्रशिक्षण संस्थान खुलेगा । सारण प्रमंडल के एकमात्र एसएनसीयू को राज्य सरकार ने शिशु रोग विशेषज्ञ के प्रशिक्षण संस्थान के रूप में विकसित करने की कार्य योजना बनाई है । इस योजना के तहत एसएनसीयू, एनआरसी, शिशु रोग ओपीडी तथा आपातकालीन कक्ष एक ही परिसर में स्थापित किया जाएगा । इसकी प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है । सिविल सर्जन ने राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा है । एसएनसीयू में शून्य से लेकर 5 वर्ष तक के बच्चों के गहन चिकित्सा की व्यवस्था है । यहां बच्चों के जन्म के उपरांत संक्रमण, कुपोषण, जौंडिस, मस्तिष्क बुखार, मिर्गी, चमकी समेत अन्य गंभीर बीमारियों के इलाज की व्यवस्था करीब 3 साल पहले शुरू की गई थी ।

प्रमंडल का इकलौता है एसएनसीयू

यह सारण प्रमंडल का इकलौता सिक न्यू बर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) है । इसमें 24 घंटे इलाज व्यवस्था है । सरकारी अस्पतालों के अलावा निजी अस्पतालों में जन्म के उपरांत बीमार बच्चों को इलाज के लिए यहां भेजा जाता है । जिसमें शून्य से लेकर 28 दिन के बच्चों का इलाज किया जाता है। यहां सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध है।

नवजात शिशु तथा 5 वर्ष तक के बच्चों के इलाज की सभी सुविधाएं एक जगह

सिक न्यू बर्न केयर यूनिट को और आधुनिक तथा विकसित बनाया जाएगा । इसके लिए इसके बगल में ही शिशु रोग विभाग का ओपीडी खोला जाएगा । इस केन्द्र बगल में पोषण सह पुनर्वास केंद्र खोल दिया गया है । नवजात शिशु तथा 5 वर्ष तक के बच्चों के इलाज की सभी सुविधाएं एक जगह उपलब्ध कराने की योजना है । सभी व्यवस्था के एक साथ होने से न केवल मरीजों को इलाज कराने में सहूलियत होगी, बल्कि चिकित्सकों तथा कर्मचारियों को भी कार्यों के निष्पादन में सुविधा होगी ।


प्रशिक्षण संस्थान के रूप में होगा विकसित

एसएनसीयू को प्रशिक्षण संस्थान के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसमें शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों को नवजात शिशुओं तथा बच्चों की देखभाल करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा । यह बिहार का पहला एशियन सीओ होगा जिसे मॉडल के रूप में विकसित करने की योजना है।

बिहार के बाहर से भी विशेषज्ञों को बुलाया जायेगा

यहां बिहार भर के शिशु रोग विशेषज्ञ को प्रशिक्षण के लिए बुलाया जाएगा । नवजात शिशुओं तथा बच्चों को होने वाले जन्मजात तथा मौसमी बीमारियों के उपचार व उनकी समुचित देखभाल करने और बच्चों को देखभाल करने का माताओं को भी प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की जाएगी । चिकित्सकों के अलावा एएनएम, जीएनएम, पारा मेडिकल स्टाफ को भी प्रशिक्षण देने की व्यवस्था होगी । इस व्यवस्था के शुरू होने से मरीजों के उपचार के लिए चिकित्सकों तथा कर्मचारियों की कमी को भी काफी हद तक दूर किया जा सकेगा।

क्या कहते हैं अधिकारी

एसएनसीयू को बिहार के मॉडल एसएनसीयू के रूप में विकसित करने की योजना है । इसके तहत यहां बिहार का पहला प्रशिक्षण संस्थान खोला जाएगा, जिसमें शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों तथा चिकित्सा कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा ।

0Shares

Chhapra: सेन्ट्रल पब्लिक स्कूल के छात्रों ने इनोवेटिव आईडिया पर आधारित ऑब्स्टकल सेंसर व्हीकल का निर्माण किया है. छात्रों ने अपने इस निर्माण से लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है.

शहर के विशेश्वर सेमिनरी इंटर स्कूल में अटल टिंकरिंग लैब की दो दिवसीय कार्यशाला में सेन्ट्रल पब्लिक स्कूल के दो छात्र गौरव पाण्डेय और दिव्यांशु राज ने विज्ञान शिक्षक अनीश कुमार सिंह के नेतृत्व में भाग लेते हुए इनोवेटिव आईडिया पर आधारित ऑब्स्टकल सेंसर व्हीकल का निर्माण कर जिला भर से आये अतिथियों, मेंटर्स और प्रतिभागियों को आश्चर्यचकित कर दिया.

छात्रों की परियोजना की सभी ने तारीफ की है. प्रतियोगिता के अंत मे दोनों छात्र वैज्ञानिकों को मैडल और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया.

विद्यालय की प्रातःकालीन सभा मे विद्यालय के निदेशक और सीपीएस ग्रुप के चेयरमैन डॉ हरेन्द्र सिंह ने दोनों छात्रों को सम्मानित किया और समस्त विद्यार्थियों को इस तरह के कार्यक्रम में सम्मिलित होकर विद्यालय और जिला का नाम रौशन करने की अपील की.

क्या है ऑब्स्टकल सेंसर व्हीकल
ऑब्स्टकल सेंसर व्हीकल से यातायात के साधनों को सुरक्षा मिलेगी. जिससे गाड़ियां आपसी टक्कर से बच सकती है. साथ ही साथ सेना और सस्त्र बालों के बहुत काम आ सकती है. ये ऑब्स्टकल व्हीकल स्वतः दुश्मनों के ठिकानों को खोज सकती है और व्हीकल पर लगे आटोमेटिक हथियारों से दुश्मनों को ढेर कर सकती है. यह नक्सल प्रभावी क्षेत्रों में सड़कों के नीचे छिपे विस्फोटकों को कुछ मीटर पहले ही पता लगा सकती है. जिससे जान माल की हानि से बच जाए सकता है.

0Shares

Chhapra: एकता भवन में आयोजित भोजपुरी गायिका अनुभूति शांडिल्य ‘तीस्ता’ की पहली पुण्यतिथि पर समारोह को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ प्रोफेसर हरिकेश सिंह ने कहा कि जयप्रकाश विश्वविद्यालय में जल्दी भोजपुरी की पढ़ाई शुरू होगी. पहले जयप्रकाश विश्वविद्यालय में भोजपुरी की पढ़ाई होती थी. लेकिन नियम से नहीं होती थी.

https://youtu.be/sx50W1IcB3E

उन्होंने कहा कि सीनेट और सिंडिकेट से पास हो गया है. इसी सप्ताह एक मीटिंग करके सिर्फ एकेडमिक काउंसिल से पास कराकर राजभवन भेजना है. इसी सप्ताह बैठक करके जो भी कार्रवाई है उसे पूरी की जाएगी.

उन्होंने कहा कि संभवतः जयप्रकाश नारायण की जयंती से पहले मान्यता मिल जाएगी और अगले सत्र से भोजपुरी की पढ़ाई जयप्रकाश विश्वविद्यालय में शुरू हो जाएगी.

0Shares

पांच घंटे तक अधिकारियों ने एक-एक बिंदुओं पर किया जांच
• प्रसव कक्ष तथा ऑपरेशन थियेटर का लिया जायजा
• 70 प्रतिशत उपलब्धि पर सांत्वना पुरस्कार
• तय मानकों को पूरा करने पर मिलेगा पुरस्कार

छपरा: लक्ष्य योजना के तहत चयनित सदर अस्पताल का निरीक्षण राजयस्तरीय दो सदस्यीय टीम ने किया। इस दौरान टीम ने प्रसव कक्ष और ऑपरेशन थियेटर का जायजा लिया। राज्यस्तरीय टीम एक-एक बिंदुओं पर करीब 5 घंटे तक जांच किया। वहां मौजूद डॉक्टर व कर्मियों से पूछताछ किया गया।

टीम दो दिनों तक जांच करेगी। टीम ने प्रसव कक्ष व ऑपरेशन थियेटर में मिलने वाली सुविधाओ के बारे में जानकारी लिया। बता दें कि चयनित अस्पताल का तीन स्तर पर रैंकिंग किया जाता है। सदर अस्पताल पहले जिलास्तरीय टीम जांच करती है। फिर राज्यस्तरीय टीम जांच करती है। राज्यस्तरीय टीम अपना जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी। सरकार द्वारा यह रिपोर्ट केंद्रीय टीम को भेजा जायेगा। जिसके बाद केंद्रीय टीम सदर अस्पताल का निरीक्षण कर क्वालिटी की जांच करेगी।

निरीक्षण के बाद सुविधाओं के आधार पर रैंकिंग किया जायेगा। अगर रैंकिंग में 70 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त होता है तो सदर अस्पताल को तीन लाख रूपये का इनाम दिया जायेगा। मुख्य रूप से अस्पतालों के प्रसव कक्ष तथा ऑपरेशन थिएटर को लक्ष्य कार्यक्रम के मानक के अनुरूप विकसित किया गया है।

इस मौके पर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. दीपक कुमार, महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. नीला सिंह, डीएचएस के डीपीसी रमेशचंद्र कुमार प्रसाद, यूनिसेफ के जिला समन्वयक आरती त्रिपाठी, अस्पताल प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद, केयर के डीटीएल संजय कुमार विश्वास, अमितेश कुमार समेत अन्य चिकित्साकर्मी मौजूद थे।

अस्पताल की गुणवत्ता की हुई मैपिंग:
सदर अस्पताल अस्पताल की गुणवत्ता की मैपिंग की गयी। जिसमें कुल आठ तरह के मूल्यांकन पैमाने बनाए गए हैं। इसमें अस्पताल की आधारिक संरचना के साथ अस्पताल में साफ़-सफाई का स्तर, स्टाफ की उपलब्धता, लेबर रूम के अंदर जरुरी संसाधनों की उपलब्धता के साथ ऑपरेशन थिएटर की भी मैपिंग की गयी है। निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करने वाले जिला स्तरीय अस्पताल को प्रोत्साहन धनराशि और प्रमाणपत्र देने का प्रावधान है। सदर अस्पताल का लक्ष्य कार्यक्रम के तहत प्रमाणिकरण किया जा रहा है।

मरीजों व परिजनों टीम ने लिया फिडबैक:

जांच टीम ने सदर अस्पताल में आये मरीजों व उनके परिजनों से भी फिडबैक लिया। टीम ने मरीज के परिजनों से अस्पताल द्वारा दी जाने वाली सुविधा व जानकारियों के बारे में पूछताछ किया गया। मरीजों व परिजनों ने कहा कि यहां पर मिलने वाली सुविधाओं से वह पूरी तरह से संतुष्ट है। अब पहले से बेहतर सुविधा मिल रही है। गुणवत्ता में भी सुधार किया गया है।

प्रसव कक्ष तथा ऑपरेशन थियेटर को किया गया सुसज्जित

लक्ष्य कार्यक्रम के तहत सभी संसाधनों व सुविधा उपलब्ध कराया गया है और लक्ष्य कार्यक्रम के मानकों के अनुरूप सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष तथा ऑपरेशन थियेटर को सुसज्जित कर दिया गया है। प्रसव कक्ष और ऑपरेशन थियेटर को बेहतर बनाने से मरीजों को सुविधा व सहुलियत हो रही है।
तीन स्तर पर रैंकिंग

लक्ष्य कार्यक्रम के तहत तीन स्तरों पर रैंकिंग की जाती है। पहले जिला स्तर पर, उसके बाद रिजनल स्तर पर और तृतीय चरण में राष्ट्रीय स्तर पर रैंकिंग की जाती है। प्रोत्साहन राशि प्राप्त करने के लिए न्यूनतम 75 अंक प्राप्त करना अनिवार्य होता है।

70 प्रतिशत उपलब्धि पर सांत्वना पुरस्कार

तय मानकों के सापेक्ष 70 प्रतिशत उपलब्धि पर सांत्वना पुरस्कार दिए जाने का भी प्रावधान बनाया गया है। सांत्वना पुरस्कार के रूप में सदर अस्पताल को 3 लाख, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों या अनुमंडलीय अस्पतालों को 1 लाख एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को 50 हजार रुपए दिए जाते हैं।

इन मानकों पर तय होते हैं पुरस्कार
• अस्पताल की आधारभूत संरचना
• साफ-सफाई एवं स्वच्छता
• जैविक कचरा निस्तारण
• संक्रमण रोकथाम
• अस्पताल की अन्य सहायक प्रणाली
• स्वच्छता एवं साफ़-सफाई को बढ़ावा देना

0Shares

Chhapra: सड़क पार कर रहे एक बुजुर्ग को ठोकर मार भाग रहे बाइकसवार ने पीछा कर रही भीड़ पर गोली चला दी. गोली लगने से एक छात्र हुआ घायल. सड़क दुर्घटना में घायल बुजुर्ग और गोली लगने से घायल छात्र को सदर अस्पताल लेकर परिजन पहुंचे है.

घटना रिविलगंज थाना क्षेत्र के मेथवलिया गाँव के समीप एनएच 85 की है, जहाँ मेथवलिया गाँव निवासी 55 वर्षीय मुनेश्वर राम को सड़क पार करते समय एक बाइकसवार ने ठोकर मार दिया. ठोकर मारते ही बाइकसवार भी सड़क पर गिर गया लेकिन गाँव के लोगो ने जब उसे पकड़ने का प्रयास किया तो वह उठा और गाँव वालों की भीड़ पर गोली चला दिया. जिससे मेथवलिया गाँव निवासी आठवी कक्षा के छात्र सन्नी कुमार को पैर में गोली लग गई.

  1. बाइक सवार अपनी बाइक छोड़ एक अन्य व्यक्ति की बाइक छीन भागने में सफल रहा. वही गांववासी दोनो घायलों को लेकर सदर अस्पताल पहुँचे जहां उनका इलाज हो रहा है.
0Shares

Chhapra: छपरा मशरक पथ पर हुए सड़क हादसे में एक CRPF जवान की मौत हो गई. घटना गौरा ओपी क्षेत्र के दोजुरा मंदिर के समीप की है. जहां एक तेज रफ्तार ट्रक और बाइक की टक्कर में 55 साल के सीआरपीएफ जवान चंद्रकेत सिंह की मौत हो गई.

मिली जानकारी के अनुसार चंद्रकेत अपनी पत्नी के साथ अपने गांव मशरख के बहादुरपुर जा रहे थे. तभी रास्ते में ही ट्रक से आमने-सामने की टक्कर हो गई. इस घटना में सीआरपीएफ जवान ने मौके पर दम तोड़ दिया.

वहीं उनकी पत्नी पुष्पा सिंह घायल हो गई हैं. फिलहाल पुष्पा का इलाज छपरा सदर अस्पताल में चल रहा है. घटना के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल लाया गया.

परिजनों ने बताया कि चंद्रकेत बनारस से देर रात छपरा जंक्शन उतरे और बाइक से पत्नी के साथ अपने गांव जा रहे थे. तभी रास्ते मे यह दुर्घटना हो गई.

परिजनों के अनुसार को वो सीआरपीएफ गुवाहाटी में कार्यरत थे. हाल ही में उनका ट्रांसफर दिल्ली में हुआ था. इस घटना के बाद पूरे परिवार में मातम पसरा हुआ है.

0Shares