Chhapra: सारण के सांसद व भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गयी है. बिहार में अब सांसद की सुरक्षा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान तैनात रहेंगे.

मिली जानकारी के अनुसार गृह मंत्रालय ने सांसद राजीव प्रताप रूडी को जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है. बिहार में अब उनकी सुरक्षा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवान तैनात रहेंगे.   

आपको बता दें कि राजीव प्रताप रूडी चार बार लोकसभा, एक बार राज्यसभा और एक बार विधानसभा के सदस्य रह चुके है. वे अटल बिहारी वाजपेयी और मौजूदा नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री का पद संभाल चुके है.

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Chhapra: कोरोना महामारी को खत्म करने के लिए टीकाकरण अभियान जोर-शोर से चल रहा है। प्रथम चरण में स्वास्थ्यकर्मियों व दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्करों का टीकाकरण किया जा रहा है. प्रथम चरण का टीका ले चुके स्वास्थ्य कर्मियों को अब दूसरा डोज भी दिया जा रहा है. जिनका 28 दिन पूरा हो गया है उन्हें दूसरे डोज का टीका दिया जा रहा है.

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सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन का दोनों डोज लेना जरूरी है. तभी यह टीकाकरण अभियान सफल हो पायेगा. टीकाकरण में सभी उत्साहपूर्वक टीका लगवा रहे हैं. टीका पूरी तरह सुरक्षित है. उन्होंने कहा है कि किसी भी अफवाह या भ्रांति पर ध्यान न दें. टीके से किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं है, कोरोना से लड़ाई में यह बहुत जरूरी है. कोरोना के नए मामले बेहद कम हैं। कोविड से लड़ाई में हम सकारात्मक रूप से आगे बढ़ रहे हैं. कोरोना संक्रमण के दौरान दिन रात काम करना पड़ा था. हमें सबसे पहले वैक्सीन का लाभ मिला. जिन लोगों का टीकाकरण होना है, वे लापरवाही न बरतें. कोविड टीकाकरण के जरिए ही कोरोना के वायरस से बचा जा सकता है.

कोरोना से सुरक्षित होने के लिए दोनों डोज लेना जरूरी
केंद्र की गाइडलाइंस के अनुसार, कोविड-19 की दूसरी खुराक के दो सप्‍ताह बाद सुरक्षा के लायक एंटीबॉडी विकसित होती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लोगों से दोनों खुराक अनिवार्य रूप से लेने की अपील कर चुके हैं. उन्होंने कहा था कि पहली खुराक लेने के बाद आप अगर खुद को कोरोना से सुरक्षित मान लेते हैं तो यह बड़ी भूल होगी. आप कोरोना से तभी सुरक्षित हो पाएंगे जब दूसरी खुराक भी समय पर लें.

कोविन पोर्टल पर रजिस्टर्ड लाभार्थियों को लगेगा टीका
सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने कहा कोविड-19 टीकाकरण अभियान के नियमन के लिए ऑनलाइन को-विन प्रणाली विकसित की गयी है. इसके जरिये पहली खुराक लेने वाले लोगों की निगरानी भी की जा रही है. पहली खुराक दिए जाने के बाद को-विन प्रणाली में संबंधित के नाम के आगे टिक कर दिया जाता है. इसके बाद उसे एक एसएमएस मिलता है, जिसमें दूसरी खुराक की तिथि और समय का उल्लेख होता है. वैक्सीन की दोनों खुराक लगाए जाने के बाद क्यूआर कोड आधारित प्रमाण-पत्र रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेज दिया जाएगा. टीकाकरण की व्यवस्था भी को-विन प्रणाली पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुरूप की जा रही है. एक केंद्र पर सिर्फ एक प्रकार की वैक्सीन लगाई जाएगी और लाभार्थी को उसी वैक्सीन की दूसरी खुराक भी दी जा रही है.

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Chhapra: सोनपुर-छपरा रेलखंड पर अप बरौनी-ग्वालियर ट्रेन में अज्ञात अपराधियों ने बुधवार की रात डकैती की घटना को अंजाम दिया है. डकैतों ने इस दौरान एक युवक को गोली मारकर घायल कर दिया है. जिसका ईलाज़ छपरा सदर अस्पताल में जारी है.

मिली जानकारी के अनुसार बुधवार रात अप बरौनी-ग्वालियर एक्सप्रेस चलती ट्रेन में 10 से 20 की संख्या में अज्ञात अपराधियों ने लूटपाट की. बताया जा रहा है कि ट्रेन के सोनपुर से खुलने के बाद यात्रियों से लूटपाट शुरू की गई. वही दिघवारा के पूर्व चेन पुलिंग कर अपराधी फरार हो गए.

इस दौरान एक यात्री को गोली मारकर घायल कर दिया. ट्रेन के छपरा पहुंचने पर GRP के द्वारा घायल यात्री को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया. गोली उसके जांघ में लगी थी. घायल युवक फिलहाल खतरे से बाहर बताया गया है.

घायल यात्री उत्तर प्रदेश के इटावा के यशवंत नगर का निवासी शिवम यादव (29) है. जो अपने साथियों के साथ मुजफ्फरपुर से CRPF की फिजिकल परीक्षा देकर वापस इटावा लौट रहा था. यात्री आदित्य कुमार, अंकित कुमार ने बताया कि डकैतों की संख्या 10 से 20 थी. ट्रेन जैसे ही सोनपुर से खुली वे सभी सवार हो गए और गेट को बंद कर दिया और लूटपाट करने लगे. डकैतों ने ट्रेन में सवार लोगों को बंदूक का भय दिखाकर मोबाइल और पैसे लूट लिए.

रेलवे के अधिकारियों को सूचना दी गयी. पुलिस इस लूटकांड की जांच में जुटी है.A valid URL was not provided.

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Chhapra: बिहार बोर्ड की 10वीं की परीक्षा बुधवार से शुरू हुई. 

परीक्षा के पहले ही दिन जिले के विभिन्न परीक्षा केन्द्रों से कुल 5 परीक्षार्थियों को कदाचार के आरोप में परीक्षा से निष्कासित कर दिया गया. इनमें छपरा के पीएन सिंह डिग्री कॉलेज से 1, पी एन सिंह इंटर कॉलेज से 2, सरस्वती शिशु मंदिर परीक्षा केंद्र से एक और सोनपुर के परीक्षा केंद्र से एक परीक्षार्थी को परीक्षा से निष्कासित किया गया है.

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परीक्षा के लिए सारण जिले में 67 परीक्षा केंद्र बनाये गए है. इन परीक्षा केन्द्रों पर 83 हज़ार 362 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे. परीक्षा को कदाचारमुक्त और शांतिपूर्ण सञ्चालन के लिए व्यापक इंतजाम किये गए है. पहली पाली की परीक्षा 9:30 और दूसरी पाली की परीक्षा 1:45 बजे शुरु होगी.

परीक्षा को लेकर दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है.

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Chhapra: सड़क सुरक्षा समिति के द्वारा राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के समापन पर शहर के थाना चौक पर बिना हेलमेट वाले चालकों को हेलमेट प्रदान किया गया और गुलाब के फूल भेंट किये गए.A valid URL was not provided.

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एसपी संतोष कुमार ने बिना हेलमेट चलने वाले चालकों को रोक कर उन्हें यातायात नियमों के बारे में बताया. साथ ही गुलाब का फूल और हेलमेट देकर उनसे अपील किया जब भी वाहन पर बैठे हेलमेट जरूर लगाएं. हेलमेट आप की सुरक्षा के लिए है.

इस अवसर पर एसपी संतोष कुमार ने कहा कि लोगों में यातायात नियमों की जागरूकता के लिए माध्यम राष्ट्रीय सुरक्षा माह के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. ताकि लोगों को जागरूक किया जा सके. इसी क्रम में हेलमेट वितरण किया गया ताकि लोग इसे पहने और अपने जीवन की कीमत को समझें.

इस अवसर पर यातायात डीएसपी रहमत अली, ट्रैफिक प्रभारी रामजस राय, मोटर वाहन निरीक्षक समेत अन्य लोग और पुलिसकर्मी उपस्थित थे. https://youtu.be/dOTJNnPfdWk/

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Chhapra: जम्मू कश्मीर के आतंकियो से सारण के युवकों  का कनेक्शन सामने आने के बाद चर्चाओं का बाज़ार गर्म है. इस मामले में  एटीएस की टीम ने मढ़ौरा थाना क्षेत्र के देव बहुआरा गाँव में छापेमारी कर सोमवार को आरोपित को दबोच लिया है.

मिली जानकारी के अनुसार एसटीएफ ने मढ़ौरा के देव बहुआरा निवासी सेवानिवृत शिक्षक महफूज अंसारी के 25 वर्षीय पुत्र जावेद को कश्मीर के आतंकियो से कथित कनेक्शन में गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि जावेद ने अपने भाई मुश्ताक को 7 पिस्टल मुहैया करायी थी, जिन्हें पाक आतंकियों तक पहुंचाया गया. ग्रामीणों के अनुसार गांव में पुलिस टीम आई थी. टीम में 40 से 50 जवान शामिल थे.

वही आरोपित जावेद के पिता रिटायर शिक्षक महफूज अंसारी ने कहा कि उनका बेटा निर्दोष है. अगर उसका आतंकी कनेक्शन साबित होता है तो उसे सजा जरुर मिले. जावेद की बहन ने बताया कि जावेद लगातार फौज में बहाली के लिए फॉर्म भरता था. किसी कारण वश उसकी जॉब नही लग सकी.वही मुश्ताक मोहाली में नर्सिंग की पढाई करता है.

बता दें कि रविवार को जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने यह खुलासा किया था कि कश्मीर में सक्रिय आतंकी बिहार से हथियार खरीद रहे हैं. आतंकी इसके लिए पंजाब में पढ़ने वाले कुछ कश्मीरी छात्रों का इस्तेमाल कर रहे थे, ताकि अवैध हथियारों को घाटी तक लाया जा सके. जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने यह खुलासा आतंकी हिदायतुल्ला मलिक और जहूर अहमद राथर की गिरफ्तारी के बाद किया था. आतंकियों को बिहार से 7 पिस्टल भेजे जाने की बात सामने आते ही एटीएस और पुलिस की अन्य एजेंसियों को जांच-पड़ताल में लगाया गया था. मुश्ताक ने अपने कश्मीरी दोस्त तक यह पिस्तौल पहुंचाई.

जावेद की गिरफ्तारी के बाद से ग्रामीणों में चर्चाओ का बाजार गर्म है. ग्रामीणों का कहना है कि जावेद पहले कहीं बाहर रहकर पढ़ाई करता था. इधर करीब एक माह से घर पर ही रह रहा था. वह घर से बहुत कम ही बाहर निकलता था और घर वाले उसके बीमार रहने की बात बताते थे. जावेद 5 भाई और एक बहन है. सुरक्षा एजेंसियों ने उसके सहोदर भाई मुश्ताक को भी पंजाब के मोहाली से गिरफ्तार  कर लिया है जहाँ वह पढाई कर रहा था.

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Patna: बिहार में जमीन के नक्शे प्राप्त करने के लिए दफ्तरों के चक्कर लगाने से मुक्ति मिलने जा रही है. सूबे की नीतीश सरकार ने जमीन का नक्शा निकालने को लेकर पहल की है. और वो ये कि जमीन का डिजिटल नक्शा (Digital Map) की होम डिलीवरी होगी. जल्द ही डाक के जरिए लोगों को घरों तक नक्शा पहुंचने लगेगा.

नक्शा लेने वाले को नक्शा की फीस के साथ-साथ डाक का खर्च भी देना होगा. ऑनलाइन आवेदन करने के 24 से 72 घंटे के अंदर नक्शा शुल्क (150 रु प्रति शीट ) और 75 रुपये के डाक खर्च (20 रु़ पैकिंग, 55 रु. स्पीड पोस्ट ) पर अपने घर मंगा सकेंगे. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की इस नयी व्यवस्था से अंचल और सर्वेक्षण कार्यालय में नक्शा के लिये लाइन में नहीं खड़ा होना पड़ेगा. नई व्यवस्था के लागू होने के बाद नक्शा के लिए सर्वे आफिस का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी.

ऑनलाइन आवेदन कर घर बैठे नक्शा मंगा सकेंगे. इतना ही नहीं, अब कहीं से भी किसी भी जिले के किसी गांव का नक्शा हासिल किया जा सकता है.इसके लिए डाक विभाग और राजस्व विभाग एवं भूमि सुधार विभाग सॉफ्टवेयर तैयार कर रहा है. बिहार सरकार का लक्ष्य है कि 28 जिलों में डिजिटन नक्शा डाकिया की मदद से पहुंचाया जाए. बता दें कि अभी तक बिहार के सभी गांवों का नक्शा केवल पटना के गुलजारबाग स्थित बिहार सर्वेक्षण कार्यालय से ही प्राप्त होता है.

गौरतलब है कि सरकार गठन के बाद नीतीश सरकार जमीन विवादों को खत्म कर अपराध रोकने की एक नई व्यवस्था पर लगातार काम कर रही है. इसी क्रम में भूमि सुधार व राजस्व विभाग अब जमीन के नक्शे व पुराने रिकार्ड के लिए डिजिटाइलेजशन की ओर कदम बढ़ाया है.

अब विभाग की साइट पर एक क्लिक करते ही जमीन के 100 साल के पुराने रिकार्ड मिल जाएंगे. इसकी व्यवस्था शुरू हो गई है.भूमि सुधार विभाग की आधिकारिक वेबसाइट irc.bihar.nic.in के अलावा एक और वेबसाइट dlrs.bihar.gov.in लॉन्च की गई है. इसमें सर्वे से संबंधित सारी जानकारी, पत्र व सूचनाएं उपलब्ध हैं.

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  • सड़क सुरक्षा माह के उपलक्ष में किया गया प्रशिक्षण शिविर का आयोजन

Chhapra: सड़क दुर्घटना एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। ऐसे में सड़क दुर्घटना में घायलों की जान बचाना सबसे महत्वपूर्ण विषय है। इसके लिए आवश्यक है कि घायलों को अस्पताल जाने के पहले तत्काल उपचार की व्यवस्था करना। उक्त बातें छपरा सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर एच एन प्रसाद ने पुलिस केंद्र में रेड क्रॉस सोसायटी की ओर से सड़क सुरक्षा जागरूकता माह के उपलक्ष्य में आयोजित पुलिस पदाधिकारियों के प्री हॉस्पिटल प्रशिक्षण कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि घटना स्थल से अस्पताल की दूरी तय करने में जितनी समय लगती है, उतने समय में घायलों की जान को अधिक खतरा बढ़ जाता है। ऐसी स्थिति में प्री हॉस्पिटल प्रशिक्षण पुलिस पदाधिकारियों को दिया जाना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जितने अधिक पुलिस पदाधिकारी प्री हॉस्पिटल के मामले में प्रशिक्षित होंगे, उतनी अधिक घायलों की जान बचाने में सहूलियत होगी।

उन्होंने कहा कि घटना स्थल पर तत्काल जो उपचार संभव है, उसे अवश्य करें। उपचार के तुरंत बाद घायल को अस्पताल पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना में किसी भी व्यक्ति के जख्मी होने के बाद एंबुलेंस अथवा अन्य वाहनों का प्रबंध जब तक नहीं हो रहा है। उतने समय में घायल का इलाज घटना स्थल पर ही करें । एंबुलेंस अथवा वाहन पहुंच जाने पर उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना में घायलों का इलाज जितनी जल्द, होगी उसकी जान को बचाना उतना ही आसान होगा। इलाज में विलंब होने पर घायलों के जीवन पर खतरा बढ़ जाता है।

इसके पहले युवा रेड क्रॉस सोसाइटी के सचिव अमन राज ने बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर गंभीर चिंता व्यक्त की और कहा कि सावधानी हटी, दुर्घटना घटी वाली कहावत लगातार हो रही है। उन्होंने कहा कि जल्द-बाजी में सबसे अधिक दुर्घटना के शिकार बाइक सवार हो रहे हैं। बाइक सवारों को गति पर नियंत्रण करने की आवश्यकता है । इस मौके पर मुख्यालय डीएसपी रहमत अली ने सड़क सुरक्षा नियम की विस्तार से चर्चा की और कहा कि नियम का उल्लंघन करने पर जुर्माना देकर लोग बच सकते हैं। लेकिन नियम का उल्लंघन करने पर दुर्घटना के शिकार होने पर जो नुकसान होती है। उसकी भरपाई संभव नहीं है। सार्जेंट मेजर मनोज कुमार ने कहा कि दुर्घटनाओं से बचने के लिए कुछ प्रमुख बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। पहली बात सड़क सुरक्षा नियम का पालन करें। दूसरी बात किसी भी काम के लिए जाते समय पर्याप्त समय लेकर घर से निकले । वाहन चलाते समय जल्द बाजी नहीं करें। वाहन को हमेशा अपने लिंग में चलाएं ओवरटेक न करें। इस मौके पर जिले के विभिन्न थाने के पुलिस पदाधिकारियों के अलावा यातायात पुलिस के जवान और पुलिस केंद्र के सभी पुलिस कर्मियों ने भाग लिया।

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Patna: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2021 परीक्षा को लेकर दिशा-निर्देश जारी कर दिये हैं. इसमें परीक्षार्थियों के लिए अहम बाते हैं जिन्हें जानना जरूरी है. इंटर की तरह मैट्रिक परीक्षा में भी एडमिट कार्ड गुम हो जाने पर भी परीक्षा के लिए अनुमति दी जायेगी. मैट्रिक परीक्षा में उत्तरपुस्तिका में परीक्षार्थियों का फोटो भी दिया रहेगा.

यदि किसी परीक्षार्थी का एडमिट कार्ड गुम हो जाता है या घर पर छूट जाता है तो, ऐसी स्थिति में उपस्थिति पत्रक में स्कैन फोटो से उसे पहचान कर और रौलशीट से सत्यापित कर परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जायेगी. रौलशीट में गलत रहने पर संबंधित परीक्षार्थी से घोषणा पत्र लेकर केंद्राधीक्षक प्रवेश पत्र के अनुसार उक्त विषय की परीक्षा में उन्हें सम्मिलित होने देने का निर्देश दिया गया है.

मैट्रिक के गणित एवं उच्च गणित विषयों के लिए 24 पृष्ठ की उत्तरपुस्तिका दी जायेगी, जिसमें पृष्ठ 23 पर ग्राफ पेपर भी रहेगा. वहीं, अन्य सभी विषयों की उत्तरपुस्तिका 20 पृष्ठ की रहेगी. बता दें कि मैट्रिक परीक्षा 17 से 24 फरवरी तक संचालित होगी.परीक्षा को लेकर सभी केंद्रों पर तैयारी पूरी कर ली गयी है. कोरोना संक्रमण को लेकर इस बार परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ायी गयी है

बोर्ड ने कहा है कि मैट्रिक में यदि छात्र एवं छात्रा दोनों को परीक्षा केंद्र में संबद्ध किया गया हो तो, छात्राओं के लिए अलग से बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित की करनी होगी. सीट प्लानिंग की व्यवस्था इस प्रकार की जायेगी कि परीक्षा कक्ष में एक रोल नंबर के सभी परीक्षार्थी रोल नंबर के अनुसार आरोही क्रम में परीक्षा में बैठेंगे.

डेस्क-बेंच को दीवारों से सटाकर नहीं लगाया जायेगा. प्रत्येक बेंच पर अधिकतम दो परीक्षार्थी ही बैठेंगे. कोविड-19 महामारी संक्रमण के बचाव के लिए एक बेंच से दूसरे बेंच के बीच पर्याप्त दूरी रखी जायेगी. प्रत्येक 25 परीक्षार्थियों पर एक वीक्षक के अनुपात में वीक्षकों की प्रतिनियुक्ति की जायेगी. एक कमरे में कम से कम दो वीक्षक रहेंगे.

सहायक केंद्राधीक्षक परीक्षा केंद्र पर प्रत्येक पाली में परीक्षा में शामिल 25 प्रतिशत परीक्षार्थियों की पहचान उनके एडमिट कार्ड, उत्तरपुस्तिका एवं ओएमआर पर मुद्रित फोटो से स्वयं करेंगे. वीक्षक ओएमआर उत्तर पत्रक एवं उत्तरपुस्तिका पर किये गये हस्ताक्षर एवं छात्र के द्वारा ओएमआर उत्तर पत्रक एवं उत्तरपुस्तिका में निर्देशित स्थान पर दिये गये निर्देश के अनुसार प्रश्न-पत्र क्रमांक एवं प्रश्न पत्र के सेट कोड सही-सही अंकित की गयी है या नहीं, इसे सूक्ष्मता पूर्वक देखेंगे.

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Chhapra: विद्या की देवी सरस्वती के उपासना का त्योहार बसंत पंचमी धूमधाम से मनाया जाता है. बसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी सरस्‍वती का जन्‍म हुआ था इसलिए इस दिन सरस्‍वती पूजा का विधान है. भारत में छह ऋतुएं होती हैं लेकिन बसंत को ऋतुओं का राजा कहा जाता है. इस दौरान मौसम सुहाना हो जाता है और पेड़-पौधों में नए फल-फूल पल्‍लवित होने लगते हैं.

हिन्‍दू पंचांग के अनुसार बसंत पंचमी का त्‍योहार हर साल माघ मास शुक्‍ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है. इस बार बसंत पंचमी 16 फरवरी 2021 को है.

बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा को लेकर युवाओं में खासा उत्साह देखने को मिलता है. सरस्वती पूजा के लिए मूर्तियों की खरीदारी से लेकर उसकी सजावट तक ले लिए युवा काफी उत्साहित दीखते है. पूजा के लिए शैक्षणिक संस्थानों समेत अन्य स्थानों पर मूर्ति स्थापित की जाती है और पंडाल का निर्माण भी होता है. पूजा की तैयारी में युवा काफी समां पहले से जुट जाते है. मूर्तियों की बुकिंग और फिर उन्हें स्थापित कर के पूजा आराधना करते है.

कड़कड़ाती ठंड के बाद प्रकृति की छटा देखते ही बनती है. बसंत पंचमी के दिन बसंत ऋ‍तु का आगमन होता है. ऋतुराज बसंत का बड़ा महत्‍व है. हरियाली और गुलाबी ठंड मौसम को सुहाना बना देती है. यह ऋतु सेहत की दृष्टि से भी बहुत अच्‍छी मानी जाती है. मनुष्‍यों के साथ पशु-पक्ष‍ियों में नई चेतना का संचार होता है.

 

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Chhapra: ऑल इंडिया कांग्रेस के द्वारा ट्वीट कर सोमवार को ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्षों की घोषणा की गई. जिसमें बिहार के कई जिलों में अध्यक्ष पद पर कई लोगों को मनोनीत किया गया.

सारण जिला में अध्यक्ष पद की जिम्मेवारी राज सिन्हा को मिली. ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष बनने के बाद राज सिन्हा ने कहा कि जो जिम्मेवारी हमें मिली है उसे मैं निभाऊंगा. हमारी कोशिश होगी कि पार्टी को मजबूत करने के लिए बेहतर कार्य करूंगा.

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• 0-18 साल के बच्चे में टीबी व कुष्ठ रोग तलाशने की जिम्मेवारी भी आरबीएसके की टीम को दी गई

• राज्य स्तर पर जिले के दो मास्टर ट्रेनर को दिया गया प्रशिक्षण

• दो हफ्ते या उससे ज्यादा समय से लगातार खांसी हो तो चिकित्सक से करें संपर्क

Chhapra: कोरोना काल से राहत मिलने के बाद सभी स्कूल व आंगनबाड़ी केन्द्र खुलने के साथ ही आरबीएसके की टीम को भी स्क्रीनिंग के लिए सक्रिय किया जा रहा है। अब सभी स्कूलों व आंगनबाड़ी केन्द्र पर बच्चों को स्क्रीनिंग करने का निर्देश जारी कर दिया गया है। लेकिन स्क्रीनिंग के दायरा को इस बार बढ़ा दिया गया है। अब 0-18 साल के बच्चे में टीबी एवं कुष्ठ रोग तलाशने की जिम्मेवारी भी आरबीएसके की टीम को दी गई है। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने पत्र जारी कर सभी सिविल सर्जन को निर्देश दिया है। अब राष्ट्रीय बाल कार्यक्रम के तहत बच्चों में टीबी और कुष्ठ के लक्षणों की पहचान, जांच,चिह्नित बच्चों को रेफरल की प्रक्रिया एवं नये संसोधित स्वास्थ्य कार्ड में संबंधित करने के लिए सभी चलंत चिकित्सा दलों को प्रशिक्षित किया जायेगा। इसको लेकर राज्य स्तर पर प्रत्येक जिले के दो आरबीएसके के चिकित्सकों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया गया है।

जिलास्तर पर दिया जायेगा प्रशिक्षण
आरबीएसके के जिला समन्वयक डॉ. अमरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि बच्चों में टीबी और कुष्ठ रोग की पहचान करने के लिए जिला स्तर पर राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया जायेगा। साथ ही आरबीएसके के ऐप के बारे में भी जानकारी दी जायेगी। ताकि मरीज मिलने पर नाम, पता व अन्य संबंधित जानकारी लोड किया जा सके।

बच्चों में भी हो सकती ता है टीबी

सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने बताया कि 0-18 साल के बच्चों बच्चो में सामान्य रोग की तरह टीबी की समस्या हो सकती है। इस रोग का सबसे बड़ा कारण रहन सहन और खान-पान में अनियमितता है। बचाव के लिए पोषक तत्व के साथ-साथ पानी पर भी ध्यान दें। शरीर में कभी भी पानी की कमी होने न दें। जागरूकता और जानकारी के अभाव में भी लोग शुरुआती दौर में ही इसकी पहचान नहीं ही कर पाते हैं। जिसके कारण आगे चलकर यह गम्भीर रूप ले लेता है। उन्होंने कहा कि बच्चों में प्रारंभिक अवस्था में मे ही इसकी पहचान हो जाने से इसपर नियंत्रण में काफी साहूलियत होगी। उन्होंने कहा कि लोगों को इस संबंध में जागरूक किये जाने की भी जरूरत है। इसलिए आंगनबाबड़ी केन्द्र और स्कूलों में आपके द्वारा की किए जाने वाली ले स्क्रीनिंग के दौरान अगर किसी कोई बच्चे बच्चा में टीबी वी या कुष्ठ रोग का लक्षण दिखता है तो उसकी सूचना पीएचसी या जिला स्तर पर जरूर दें।
दो हफ्ते या उससे ज्यादा समय से लगातार खांसी हो तो चिकित्सक से करें संपर्क
सीएस ने बताया कि बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। वहीं कुपोषित बच्चे भी जल्दी टीबी के का शिकार हो जाते हैं। स्वस्थ्य बच्चे जब टीबी से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं तो वह भी बीमार हो जाते हैं। यदि बच्चे को दो हफ्ते या उससे ज्यादा समय से लगातार खांसी आती है तो जांच कराना आवश्यक है। टीबी के कीटाणु बच्चे के फेफड़ों से शरीर के अन्य अंगों में बहुत जल्दी पहुंच जाते हैं। शुरुआत में बच्चों में हल्का बुखार बना रहता है।

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