सीवान: गौतम बुद्ध नगर थाना क्षेत्र के लालगढ़ हरिहरपुर गांव में रविवार को पूर्वाह्न करीब 11:30 बजे एक ईंट भट्ठे के विवाद को लेकर हुई गोलीबारी में एक पक्ष के पांच व्यक्ति जख्मी हो गए. घायलों में खुश मोहम्मद के 3 पुत्र फतेह आलम, शाहीम आलम, मोहम्मद रहीम, लाल मोहम्मद का पुत्र सलीम मियां एवं रामदयाल यादव का पुत्र सुरेश यादव शामिल है.

जख्मी फतेह आलम ने बताया कि गांव के ही भानु सिंह की रंगदारी के कारण पिछले 2 सालों से उनका ईंट भट्ठा बंद था. ईंट भट्टे को लेकर कई बार मारपीट एवं झड़प हुआ है. बताया कि जनवरी माह में एसडीएम सीवान द्वारा उसके पक्ष में निर्णय दिया गया. फतेह आलम ने बताया कि आज रविवार को वह अपने भाइयों के साथ अपने ईट भट्ठे पर ईंट निकालने के लिए गया. इसी क्रम में पहले से घात लगाए भानु सिंह एवं उसके परिवार के लोगों ने अंधाधुंध फायरिंग करके उसके तीन भाइयों सहित पांच लोगों को जख्मी कर दिया.

घायल सभी व्यक्तियों को स्थानीय लोगों की मदद से सदर अस्पताल में भर्ती किया गया. फतेह आलम ने आरोप लगाया कि 10 लाख रुपए रंगदारी की मांग भानु सिंह द्वारा की गई थी. रंगदारी नहीं देने के कारण आज घटना को अंजाम दिया गया. इस घटना को लेकर गांव में दो पक्षों के बीच तनाव कायम है.घटना की सूचना मिलते ही एसडीपीओ जितेंद्र कुमार पांडे एवं एसडीएम रामबाबू बैठा सदर अस्पताल पहुंचे तथा घटना की जानकारी लिया.

0Shares

Chhapra: बिहार लोक सेवा आयोग के द्वारा बाल विकास परियोजना पदाधिकारी की प्रारंभिक परीक्षा रविवार को छपरा शहर के 19 परीक्षा केंद्रों पर हुई.

परीक्षा केन्द्र के मुख्य द्वार पर केन्द्राधीक्षक, प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी एवं पुलिस बल की सहायता से परीक्षार्थियों की शारीरिक जाँचोपरांत, उनके प्रवेश पत्र को देख कर परीक्षा कक्ष में प्रवेश दिया गया.

जिले के 19 केंद्रों पर इस परीक्षा में 9750 परीक्षार्थियों में शामिल होने वाले थे. परीक्षा द्वितीय पाली में 12:00 बजे मघ्याह्न से 02:00 बजे अपराह्न तक की होगी.

इन केंद्रों पर हुई परीक्षा

जिला मुख्यालय के राजकीय जिला स्कूल, साधुलाल पृथ्वीचंद प्लस टू स्कूल, राजेन्द्र कॉलेजिएट, गाँधी उच्च विद्यालय-सह-इंटर कॉलेेज, एल.एन.बी. उच्च विद्यालय, राजपुत उच्च विद्यालय-सह-इंटर कॉलेज, विश्वेश्वर सेमीनरी इंटर कॉलेज, मिश्रीलाल साह आर्य कन्या उच्च विद्यालय, अब्दुल क्युम अंसारी उच्च विद्यालय, शंकर दयाल सिंह कॉलेज, सारण एकेडमी, डॉ आर.एन.सिंह इविनिंग कॉलेज, तपेश्वर सिंह कॉलेज, जनक यादव कन्या उच्च विद्यालय, जगदम कॉलेज, गंगा सिंह कॉलेज, राजेन्द्र कॉलेज, राजकीय कन्या उच्च विद्यालय एवं डॉ सैयद महमूद उर्दू कन्या उच्च विद्यालय को परीक्षा केन्द्र बनाया गया है.

बिहार लोक सेवा आयोग के आयोजित इस परीक्षा के सफल संचालन हेतु अपर समाहर्ता डॉ गगन को सहायक संयोजक बनाया गया है.

आयोग के द्वारा दिये गये दिशा-निर्देश को लेकर जिला प्रशासन ने परीक्षा केंद्रों पर दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की है. साथ ही केन्द्राधीक्षकों को परीक्षा को शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त संपन्न कराने के निर्देश दिए गए हैं.

0Shares

गोरखपुर: पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा सेवित क्षेत्र पर्यटन एवं ऐतिहासिक विरासत की दृष्टि से बहुत ही समृद्ध है. यात्री प्रधान पूर्वोत्तर रेलवे उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड तथा बिहार की जनता को विश्वसनीय एवं किफायती रेल परिवहन सुविधा उपलब्ध कराकर इस क्षेत्र के सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है. इस रेलवे के क्षेत्राधिकार में उत्तर प्रदेश के 37, उत्तराखण्ड के 02 तथा बिहार के 03 जिले पड़ते हैं साथ ही पूर्वोत्तर रेलवे पड़ोसी देश नेपाल की परिवहन आवश्यकता की पूर्ति भी करती है.

पूर्वोत्तर रेलवे प्रमुख पर्यटन स्थलों, ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक केन्द्रों से गुजरती है जिनमें प्रयागराज, वाराणसी, सारनाथ, कुशीनगर, गोरखपुर, मगहर, छपिया, लुम्बिनी, श्रावस्ती, बहराइच, अयोध्या, लखनऊ तथा मथुरा आदि प्रमुख हैं. इसके अतिरिक्त यह प्रकृति के नैसर्गिक विविधताओं से युक्त पर्वतीय क्षेत्र जैसे-नैनीताल, कौसानी, अल्मोड़ा, रानीखेत के लोकप्रिय रमणीय पर्वतीय स्थलों तथा जिम कार्बेट एवं दुधवा राष्ट्रीय उद्यान जाने वाले पर्यटकों को रेल यात्रा सुविधा उपलब्ध कराती है.

पूर्वोत्तर रेलवे अपनी आधारभूत संरचना में निरन्तर विस्तार के साथ ही यात्री सुविधाओं में वृद्धि में निरन्तर बेहतर कार्य करते हुए विकास के पथ पर अग्रसर है. पूर्वोत्तर रेलवे पर अधिकतर क्षेत्र में विद्युतीकरण का कार्य हो जाने से इन पर्यटन स्थलों पर बड़ी सुगमता से पहुँचा जा सकता है.

पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा सेवित इन पर्यटन स्थलों में से अनेक महात्मा बुद्ध से सम्बन्धित हैं. पूर्वोत्तर रेलवे क्षेत्र में स्थित महात्मा बुद्ध के जीवन से सम्बन्धित प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों का विवरण निम्नवत है.

गोण्डा-बढ़नी-गोरखपुर रेल खण्ड पर स्थित सिद्धार्थनगर रेलवे स्टेशन से लगभग 35 किमी. दूरी पर स्थित लुम्बिनी में राजकुमार सिद्धार्थ (गौतम) का जन्म हुआ था. सम्राट अशोक ने 249 ई. पूर्व में लुम्बिनी आकर 36 फुट ऊँचा एक स्तम्भ निर्मित कराया था, जिसमें लिखा है कि यहाँ बुद्ध का जन्म हुआ था. अशोक स्तम्भ, गौतम बुद्ध की माँ का महादेवी मन्दिर, एक पुराने मठ के अवशेष तथा कुछ नये स्तूप यहाँ पर देखने योग्य है. सिद्धार्थनगर शाक्य वंश की प्राचीन राजधानी कपिलवस्तु (पिपरहवा) पहुँचने हेतु रेल का निकटतम स्टेशन भी है.

गोरखपुर रेलवे स्टेशन से 55 किमी. उत्तर-पूर्व में सड़क मार्ग पर कुशीनगर स्थित है. इसी स्थान पर गौतम बुद्ध ने महापरिनिर्वाण प्राप्त किया था. चीनी यात्री ह्वेनसांग ने अपने यात्रा वृतान्त में लिखा है कि वह स्थान जहाँ भगवान बुद्ध ने निर्वाण प्राप्त किया था, नगर के उत्तर-पूर्व की ओर हिरण्यवटी नदी (छोटी गण्डक) के पास साल वृक्षों के कुंजों में स्थित है. यहाँ विभिन्न बौद्ध बाहुल्य देशों की अपनी-अपनी वास्तुकला में निर्मित बौद्ध मन्दिर है. आधुनिक बर्मीज मन्दिर में भगवान बुद्ध की संगमरमर, कांस्य एवं लकड़ी की खूबसूरत तीन प्रतिमायें हैं. यहाँ एक पुस्तकालय भी है, जिसमें विभिन्न भाषाओं की पुस्तकें उपलब्ध हैं. पूर्वाेत्तर रेलवे के बड़ी लाइन खण्ड पर स्थित गोरखपुर, पडरौना एवं देवरिया सदर निकटतम रेलवे स्टेशन हैं, जहाँ से सड़क मार्ग द्वारा कुशीनगर पहुँचा जा सकता है.

सारनाथ के प्रसिद्ध बौद्ध अवशेष पूर्वाेत्तर रेलवे के सारनाथ रेलवे स्टेशन के निकट है. इसकी पहचान मृगदाव या हिरणपार्क से होती है. वर्षों की तपस्या के बाद गौतम बुद्ध को यहीं पर परम ज्ञान प्राप्त हुआ और वे भगवान बुद्ध कहलाये. उन्होंने यहीं पर अपने पाँच शिष्यों को पहली शिक्षा दी और यहीं से धर्मचक्र प्रवर्तन आरम्भ कराया. सम्राट अशोक ने कई स्तूपों का निर्माण कराया. यहाँ की बहुत सारी इमारतों को आक्रमणकारियों ने भारी नुकसान पहुँचाया, फिर भी सारनाथ में बहुत कुछ दर्शनीय हैं. पुरातात्विक संग्रहालय में भारत सरकार का राष्ट्र चिन्ह अशोक स्तम्भ जो कि खुदाई में मिलने के बाद यहाँ रखा गया है और इसमें अनेक बौद्ध स्थापत्य के नमूने प्रदर्शित किये गये हैं. यहाँ पर चीनी मंदिर, जैन मंदिर तथा तिब्बत मंदिर आदि अन्य दर्शनीय स्थल हैं.

प्राचीन कौशल राज्य की राजधानी श्रावस्ती, गोण्डा-बढ़नी बड़ी लाइन रेल खण्ड पर स्थित बलरामपुर रेलवे स्टेशन से 29 किमी. दूर स्थित है. यह नगर वर्तमान में सहेत-महेत या टॉप्सी-टर्वी टाउन के नाम से जाना जाता है. भगवान बुद्ध ने यहीं पर अपने जीवन के 24 वर्षाकाल व्यतीत किये. सहेठ-महेठ दो अलग-अलग स्थल हैं, जो कि एक दूसरे से 01 किमी. की दूरी पर स्थित हैं। सहेठ का सम्बन्ध जैतवन के अवशेषों से है जबकि महेठ श्रावस्ती के अवशेषों से सम्बद्ध है. महेठ में अंगुलिमाल का विशाल स्तूप तथा सुदत्त का स्तूप दर्शनीय है. श्रावस्ती, बलरामपुर बहराइच सड़क मार्ग पर स्थित है.

0Shares

19 केंद्रों पर हुई बीपीएससी की सीडीपीओ की परीक्षा

Chhapra: बिहार लोक सेवा आयोग के द्वारा बाल विकास परियोजना पदाधिकारी की प्रारंभिक परीक्षा रविवार को छपरा शहर के 19 परीक्षा केंद्रों पर हुई.

परीक्षा केन्द्र के मुख्य द्वार पर केन्द्राधीक्षक, प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी एवं पुलिस बल की सहायता से परीक्षार्थियों की शारीरिक जाँचोपरांत, उनके प्रवेश पत्र को देख कर परीक्षा कक्ष में प्रवेश दिया गया.

जिले के 19 केंद्रों पर इस परीक्षा में 9750 परीक्षार्थियों में शामिल होने वाले थे. परीक्षा द्वितीय पाली में 12:00 बजे मघ्याह्न से 02:00 बजे अपराह्न तक की होगी.

इन केंद्रों पर हुई परीक्षा

जिला मुख्यालय के राजकीय जिला स्कूल, साधुलाल पृथ्वीचंद प्लस टू स्कूल, राजेन्द्र कॉलेजिएट, गाँधी उच्च विद्यालय-सह-इंटर कॉलेेज, एल.एन.बी. उच्च विद्यालय, राजपुत उच्च विद्यालय-सह-इंटर कॉलेज, विश्वेश्वर सेमीनरी इंटर कॉलेज, मिश्रीलाल साह आर्य कन्या उच्च विद्यालय, अब्दुल क्युम अंसारी उच्च विद्यालय, शंकर दयाल सिंह कॉलेज, सारण एकेडमी, डॉ आर.एन.सिंह इविनिंग कॉलेज, तपेश्वर सिंह कॉलेज, जनक यादव कन्या उच्च विद्यालय, जगदम कॉलेज, गंगा सिंह कॉलेज, राजेन्द्र कॉलेज, राजकीय कन्या उच्च विद्यालय एवं डॉ सैयद महमूद उर्दू कन्या उच्च विद्यालय को परीक्षा केन्द्र बनाया गया है.

बिहार लोक सेवा आयोग के आयोजित इस परीक्षा के सफल संचालन हेतु अपर समाहर्ता डॉ गगन को सहायक संयोजक बनाया गया है.आयोग के द्वारा दिये गये दिशा-निर्देश को लेकर जिला प्रशासन ने परीक्षा केंद्रों पर दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की है. साथ ही केन्द्राधीक्षकों को परीक्षा को शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त संपन्न कराने के निर्देश दिए गए हैं.

0Shares

जलालपुर :यूएस एग्री सीड्स कंपनी के द्वारा जलालपुर के होटल शिवम सह चटकारा रेस्टोरेंट परिसर में प्रेरक किसानों का प्रशिक्षण कार्यक्रम व संगोष्ठी का आयोजन किया गया. यूएस एग्रीसीड्स के डीजीएम रवीद्र सिंह एवं एरिया डेवलपमेंट ऑफिसर नितेश तिवारी के द्वारा जिला प्रेरक किसानों का प्रशिक्षण दिया गया. जिसमें धान की उत्तम वैरायटी यूएस 362 और यूएस 380 के बारे में अधिक पैदावार करने के बारे मे बताया गया. सही तरीका से धान के इस फसल की रोपाई की जाए तो सबसे अधिक पैदावार होगी. कंपनी द्वारा कई किसानों को प्रोत्साहित व सम्मानित किया गया. उपस्थित किसानों नागेंद्र कुमार, उपेंद्र यादव, मुकुल प्रसाद गणेश कुमार सहित जिले के सैकड़ों किसानों ने प्रशिक्षण प्राप्त कर उन्नत खेती की जानकारी प्राप्त की.

0Shares

Chhapra: युवाओं के द्वारा जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया. युवाओं ने शिक्षा विभाग में अनुकंपा नियोजन में हो रहे विलंब को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा. युवाओं ने कहा कि शिक्षा विभाग में अनुकंपा पर नियोजन से संबंधित फाइल जिला परिषद नियोजन इकाई से जिला शिक्षा पदाधिकारी के माध्यमिक डीपीओ के पास लगभग 2 महीने से है, लेकिन वहां से कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है. इस संबंध में जब भी कार्यालय में पूछताछ की गई है तो हमेशा आश्वासन ही मिला है. युवाओं ने जिलाधिकारी से अनुरोध किया कि उस प्रक्रिया का उचित तरीके से जांच कर कार्रवाई करने की कृपा की जाए.

0Shares

नितिन गडकरी ने कहा छपरा हाजीपुर फोरलेन का निर्माणकार्य दिसंबर 2022 होगा पूर्ण, सारणवासियों ने कहा ये नया जुमला तो नही

Chhapra: एक दशक से निर्माण के अधर में लटकी छपरा से लेकर हाजीपुर तक जाने वाली सड़क एनएच 19 के भाग्योदय को लेकर एक बार फिर उम्मीद जगी है. भोजपुर के कोइलवर में पर 6 लेन सड़क पुल के डाउनस्ट्रीम के लोकार्पण के मौके पर बिहार के विभिन्न नदी पुल, सड़क परियोजनाओं की जानकारी देते हुए देश सड़क के सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने छपरा हाजीपुर सड़क के बारे में भी अपना बयान दिया.

केंद्रीय मंत्री श्री गडकरी ने कहा कि छपरा से हाजीपुर के 70 किलोमीटर के फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य इसी वर्ष यानी दिसंबर 2022 में पूर्ण कर ली जाएगी. करीब 700 करोड़ रुपए से इस सड़क का निर्माण किया जा रहा है. जिससे छपरा से पटना हाजीपुर की यात्रा सुगम हो जायेगी.

केंद्रीय मंत्री के इस बयान पर छपरा के लोगों को एक उम्मीद की आस जगी है. हालाकि एक दशक से इस सड़क के निर्माण के बाट जोह रहे सारणवासी इसे जुमला ही मान रहे है. छपरा से लेकर हाजीपुर तक करीब 70 किलोमीटर के बनने वाले इस फोरलेन सड़क के निर्माण में कई मुश्किलें सामने आई हैं जिसके बाद केंद्रीय मंत्री के इस बयान को लोग जुमला बता रहे हैं. एक दशक के लंबे समय से निर्माणाधीन फोरलेन सड़क में कई स्थानों पर रोड कनेक्टिविटी, सड़क पर पिचिंग मिट्टी भराई, आरओबी कनेक्टिविटी का निर्माण बाकी है. जिससे यह कार्य दिसंबर 2022 तक असंभव सा लगता है.

लोगों का कहना है कि भले ही देश में, राज्य में युद्ध स्तर पर सड़कों का निर्माण किया जा रहा हो लेकिन सारण के लोग सारण की यह सड़क जिससे राजधानी से सीधा संपर्क होता है उपेक्षित है.

सड़क निर्माण नहीं होने से वर्तमान में छपरा शहर और उसके आसपास के इलाकों मे रहने वाले लोगों को राजधानी पटना जाने के लिए 100 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है. छपरा से गरखा, सोनहो, परसा, शीतलपुर होते हुए लोग हाजीपुर, सोनपुर और पटना जाते हैं. जिसमें समय और पैसा दोनों व्यर्थ होता है.

हाजीपुर गाजीपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 19 के फोरलेन में परिवर्तन एवं निर्माण की अधिसूचना के बाद सारण वासियों में काफी खुशी थी. लोगों को यह स्वर्णिम अनुभूति हो रही थी कि वह 1 घंटे में राजधानी पहुंच जाएंगे. लेकिन केंद्र की यह परियोजना कई बार ठंडे बस्ते में चली गई. करीब 2010 से निर्माणाधीन सड़क का अब तक पूर्ण ना होना सड़क एवं परिवहन मंत्रालय के साथ-साथ राज्य के शीर्ष नेताओं के कार्यशैली पर भी सवालिया निशान खड़ा करता है. हालांकि यह देखना होगा कि केंद्रीय मंत्री के इस बयान के बाद 70 किलोमीटर की यह करीब 700 करोड़ रुपए से बनने वाली फोरलेन छपरा हाजीपुर दिसंबर 2022 में पूर्ण होती है. यह घोषणा लोगों के लिए एक बार फिर जुमला साबित होगा.

0Shares

Chhapra: सरकारी स्कूल में हेडमास्टर बनने का सपना अगर टूट गया हो तो घबराने की बात नहीं है. बीपीएससी ने प्रारंभिक स्कूलों में हेडमास्टर बनने के लिए भरे जाने वाले फॉर्म भरने की तिथि बढ़ा दी है. जारी सूचना के अनुसार अब योग्य उम्मीदवार 20 मई तक फॉर्म भर सकते है. साथ ही फॉर्म में सुधार 23 मई तक कर सकते है.

तिथि बढ़ने से आवेदकों में खुशी है. बताते चले कि प्रारंभिक विद्यालयों में प्रधान शिक्षक के पद पर नियुक्ति को लेकर बीपीएससी ने करीब 40 हजार पदों पर अधिसूचना जारी की थी. जिसमे फॉर्म को भरने की अंतिम तिथि 2 मई निर्धारित थी, साथ ही आवेदक 9 मई तक भरे फॉर्म में सुधार कर सकते थे. तिथि बढ़ने से छूटे हुए आवेदक फॉर्म भर सकते है.

0Shares

Chhapra: अपर पुलिस महानिदेशक (विशेष शाखा) सुनील कुमार (IPS) के द्वारा जिले के पुलिस अधीक्षक, सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों, अंचल पुलिस निरीक्षकों/थानाध्यक्ष-सह-पुलिस निरीक्षकों व अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारियों के साथ सारण में अपराध नियंत्रण, त्वरित व गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान एवं विधि व्यवस्था संधारण हेतु समीक्षा बैठक आयोजित की गई.

इसमें मुख्य शीर्ष के कांडो में गुणवत्तापूर्ण त्वरित अनुसंधान, गिरफ्तारी, प्रभावी गस्ती करने एवं मुख्य शीर्ष के कांडो में त्वरित विचारण प्रारंभ कराने का निर्देश दिया गया.

इस दौरान प्रत्येक अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी/अंचल पुलिस निरीक्षक एवं पुलिस निरीक्षक-सह-थानाध्यक्ष को कांडों के निष्पादन हेतु लक्ष्य निर्धारित करते हुए कांड का गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान कर पूर्ण करने सहित अन्य दिशा- निर्देश दिया गया।

बैठक के उपरांत अपर पुलिस महानिदेशक (विशेष शाखा)के द्वारा नगर थाना परिसर स्थित नवसंचालित Cyber Cell Saran (Chapra) का निरीक्षण कर इसमें प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारियों/कंप्यूटर प्रोग्रामरों/कर्मियों आदि से किये जा रहे कार्यो की जानकारी ली गई तथा इसके बेहतर क्रियान्वयन हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

0Shares

भले ही भोजपुरी भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में अबतक शामिल नही हो सकी है पर इसकी लोकप्रियता से अब दुनिया भी अछूती नही है. गूगल के अनुसार भोजपुरी भाषा का करीब पांच करोड़ लोग इस्तेमाल करते हैं. जिसके कारण अब गूगल ने किसी भी भाषा से भोजपुरी में अनुवाद करने के लिए अपने गूगल ट्रांसलेट टूल्स में इसे स्थान दिया है. गूगल ने 7 भारतीय भाषाओं समेत 24 नए भाषाओं को सम्मिलित किया है.

अब ट्रांसलेशन टूल से विश्व के 157 भाषाओं में अनुवाद हो सकता है. पहले यह संख्या 133 थी.

भोजपुरी भारत के अलावा नेपाल और फिजी, मॉरीशस में भी बोली जाती है. बिहार के मिथिलांचल इलाके में बोली जाने वाली मैथिली करीब 3.8 करोड़ लोगों की मातृभाषा है उसे भी इस इस टूल में सम्मिलित किया गया है.

गूगल के द्वारा भोजपुरी को वैश्विक मान्यता देने की पहल पर बीआर अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय के भोजपुरी विभागाध्यक्ष डॉ जयकांत सिंह जय कहतें हैं कि दुनिया इस भाषा के महत्व को सिद्ध कर रही है. विकिपीडिया, लैंग्वेज इंडेक्स के बाद अब गूगल ने भी इसकी लोकप्रियता और महत्व को समझा है. सरकार को चाहिए कि वे इसे संवैधानिक मान्यता दे.

वहीं जयप्रकाश विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष व साहित्यकार उषा वर्मा ने कहा कि उन्होंने कहा कि दुनिया को समझ आ गयी है कि भोजपुरी को मान्यता मिलनी चाहिए. भोजपुरी को लोक बोली कहने वाले लोग अब इसके महत्व को समझेंगे ऐसा प्रतीत होता है. राजनीतिक कारणों और स्थिलता के कारण भी भोजपुरी को अबतक संवैधानिक मान्यता नही मिली पर अब जब विश्व इसे मान्यता दे रहा है, तो शायद लोगों की आंखें खुले. उन्होंने कहा कि भोजपुरी बेहद समृद्ध और समर्थ भाषा है गूगल के इस कदम की सराहना होनी चाहिए यह बेहद खुशी की बात है.

आपको बता दें गूगल ने अपने ट्रांसलेशन टूल में सात भारतीय भाषाओं के साथ 24 नई भाषाओं का जोड़ा है. इनमें भोजपुरी मैथिली, संस्कृत, असमिया, कोंकणी, मेइतेइलॉन (मणिपुरी) व मिजो शामिल हैं.

0Shares

Chhapra: जिलाधिकारी सारण राजेश मीणा के द्वारा आज राजकीय कन्या उच्च विद्यालय, छपरा के परिसर में बिहार शिक्षा परियोजना, सम्रग शिक्षा के तत्वाधान में समावेशी शिक्षा अंतर्गत आयोजित शिविर में चिन्हित दिव्यांग छात्र-छात्राओं को सहायक उपकरण वितरित किया गया। जिलाधिकारी के द्वारा शिविर का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी के साथ जिला शिक्षा पदाधिकारी, सारण, कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना, कार्यक्रम पदाधिकारी सर्वशिक्षा, कार्यक्रम पदाधिकारी साक्षरता, कार्यक्रम पदाधिकारी सम्रग शिक्षा एवं शिक्षा विभाग के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।


इस शिविर को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि समावेशी शिक्षा के अंतर्गत 06 से 18 आयु वर्ग के दिव्यांग छात्र-छात्राओं को सहायक उपकरण प्रदान की जाती है । उन्होंने बताया कि छात्र-छात्राओं के चयन हेतु मार्च-2021 में जिले के दस प्रखंडों में शिविर का आयोजन किया गया था जिसमें कुल 287 दिव्यांग छात्र-छात्राओं का चयन किया गया था। जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि इन्हीं चिन्हित बच्चों को आज शिविर के माध्यम से सहायक उपकरण प्रदान किया जा रहा है।
जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि समावेशी शिक्षा एक शिक्षा प्रणाली है जो यह सुनिश्चित करती हैं कि विशेष शैक्षणिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए एक सामान्य छात्र और एक अशक्त या विकलांग छात्र को समान शिक्षा प्राप्ति के अवसर मिल सके। शिक्षा के समावेशीकरण के अन्तर्गत एक सामान्य छात्र एक अशक्त या विकलांग छात्र के साथ विद्यालय में अधिकतर समय व्यतीत करने का अवसर प्रदान करती है। समावेशी शिक्षा प्रत्येक बच्चे के लिए उच्च और उचित उम्मीदों के साथ उसकी व्यक्तिगत शक्तियों का विकास करती है। समावेशी शिक्षा सम्मान और अपनेपन की स्कूल संस्कृति के साथ-साथ व्यक्तिगत मतभेदों को स्वीकार करने के लिए भी अवसर प्रदान करती है।
आज के शिविर में कुल 287 चिन्हित दिव्यांग छात्र-छात्राओं में 144 बच्चों के बीच 33 ट्राई साईकिल, 22 व्हील चेयर, 57 हेयरिंग एड, 18 मानसिक किट एवं 14 व्रेल किट जिलाधिकारी के द्वारा वितरित की गयी। शेष चिन्हित दिव्यांग छात्र-छात्राओं जो आज की शिविर में किसी कारणवश पहूॅच नहीं पाये उन्हें भी सहायक उपकरण प्रदान की जाएगी।

0Shares

सोनपुर  सोनपुर मंडल के छपरा ग्रामीण- सोनपुर रेल सेक्सन  के बीच समपार फाटक के उन्मूलन के मद्देनजर रनिंग लाइन में प्री कास्ट बॉक्स (एल एच एस) , अप एवं डाउन लाइन्स में प्रदान करने के लिए दिनांक 17 मई ,24 मई ,31 मई एवं 7 जून  को ट्रैफिक एवं पावर ब्लॉक दिया जाएगा।  इसके  फलस्वरूप ट्रेनों के परिचालन में नियमानुसार बदलाव किया गया है । जिसके तहत कुछ ट्रेनों का परिचालन रद्द रहेगा एवं कुछ ट्रेनों को परिवर्तित समय से चलाया जाएगा।


रद्द की गई ट्रेनें

1.ट्रेन नंबर 05247/48 (सोनपुर- छपरा-सोनपुर) दिनांक 17 मई, 24 मई, 31 मई एवं 7 जून को रद्द रहेगी l

2.14005 लिच्छवी एक्सप्रेस दिनांक 17 मई, 24 मई, 31 मई एवं 7 जून को रद्द रहेगी l

3.14006 लिच्छवी एक्सप्रेस दिनांक 18 मई, 25 मई, 1 जून एवं 8 जून को रद्द रहेगी l

4.04651  (जयनगर- अमृतसर )क्लोन स्पेशल एक्सप्रेस दिनांक 17 मई, 24 मई, 31 मई एवं 7 जून को रद्द रहेगी l

5. ट्रेन नंबर 04652  (अमृतसर- जयनगर)क्लोन स्पेशल एक्सप्रेस दिनांक 20 मई, 27 मई, 3 जून एवं 10 जून को रद्द रहेगी l

परिवर्तित समय से  चलने वाली ट्रेनें

1.ट्रेन नंबर  11123 ग्वालियर- बरौनी दिनांक 16 मई , 23 मई , 30 मई एवं  06 जून को ग्वालियर स्टेशन  से 210 मिनट विलंब से खुलेगी

2.  ट्रेन नंबर  15707 आम्रपाली एक्सप्रेस  दिनांक 16 मई , 23 मई एवं 30 मई  को कटिहार जंक्शन से 150 मिनट विलंब से खुलेगी एवं 6 जून को कटिहार जंक्शन से 190 मिनट विलंब से खुलेगी l

3. ट्रेन नंबर  15651 लोहित एक्सप्रेस ,  गुवाहाटी स्टेशन से दिनांक 16 मई ,23 मई एवं 30 मई  को  90 मिनट विलंब से खुलेगी एवं 6 जून को गुवाहाटी  जंक्शन से 150 मिनट विलंब से खुलेगी । उपरोक्त जानकारी सोनपुर रेल मंडल के पीआरओ रंजीत कुमार सिंह ने दी।

0Shares