देश-दुनिया के इतिहास में 01 अगस्त की तारीख कई अहम घटनाओं की वजह से दर्ज है। भारत के लिहाज से इसका खास महत्व है। ब्रितानी हुकूमत की बढ़ती ज्यादतियों का विरोध करने के लिए महात्मा गांधी ने 1920 में 01 अगस्त को ही असहयोग आंदोलन की शुरुआत की थी। असहयोग आंदोलन के दौरान विद्यार्थियों ने सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में जाना छोड़ दिया। वकीलों ने अदालत में जाने से मना कर दिया। कई कस्बों और नगरों में श्रमिक हड़ताल पर चले गए। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 1921 में 396 हड़तालें हुई जिनमें छह लाख श्रमिक शामिल थे और इससे 70 लाख कार्यदिवसों का नुकसान हुआ। शहरों से लेकर गांव देहात में इस आंदोलन का असर दिखाई देने लगा और सन 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के बाद असहयोग आंदोलन से पहली बार अंग्रेजी राज की नींव हिल गई। फरवरी 1922 में किसानों के एक समूह ने संयुक्त प्रांत के गोरखपुर जिले के चौरी-चौरा पुरवा में एक पुलिस स्टेशन पर आक्रमण कर उसमें आग लगा दी। हिंसा की इस घटना के बाद गांधी ने यह आंदोलन तत्काल वापस ले लिया।

भारतीय इतिहास में अगस्त का महीना ‘क्रांति, अधिकारों और सुधारों के महीने’ के रूप में जाना जाता है। 08 अगस्त भारत छोड़ो आंदोलन, 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस, 19 अगस्त विश्व मानवता दिवस, 20 अगस्त सद्भावना दिवस और अनुच्छेद 370 को 5 अगस्त को समाप्त किया गया था। ये सभी तारीखें भारतीय इतिहास के सुनहरे पन्नों में अंकित हैं। मगर 01 अगस्त, 2019 की तारीख ऐसी है, जिसने मुस्लिम महिलाओं को ‘तीन तलाक’ की सामाजिक कुरीति से मुक्त किया। 01 अगस्त देश के इतिहास में ‘मुस्लिम महिला अधिकार दिवस’ के रूप में दर्ज है। ‘तीन तलाक’ या ‘तलाक-ए-बिद्दत’ न तो इस्लामिक था और न ही कानूनी। इसके बावजूद तीन तलाक जैसी सामाजिक कुरीति को ‘मतदाताओं को बरगलाने’ के लिए ‘राजनीतिक संरक्षण’ दिया गया। 01 अगस्त 2019 भारतीय संसदीय इतिहास के लिए भी ऐतिहासिक है।

कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टी, सपा, बसपा और तृणमूल कांग्रेस समेत तथाकथित ‘चैंपियंस ऑफ सेकुलरिज्म’ के बाधा डालने के बावजूद तीन तलाक के खिलाफ विधेयक पर कानून बनाया गया। यह वो तारीख है जिसने मुस्लिम महिलाओं के लिए लैंगिक समानता सुनिश्चित की और उनके संवैधानिक, मौलिक और लोकतांत्रिक अधिकारों को मजबूत किया। इस कानून ने मुस्लिम महिलाओं को विश्वास दिलाया कि अब उनके साथ अन्याय नहीं होगा। ये मुस्लिम महिलाएं भारत में लगभग आधी आबादी का गठन करती हैं। ऐसे में इनके अधिकारों को भी संरक्षण मिलना चाहिए और 01 अगस्त, 2019 को भारतीय लोकतंत्र और संसदीय इतिहास में वह सुनहरा पल आया जब तीन तलाक को गैर कानूनी करार दिया गया।

यूं तो तीन तलाक की सामाजिक बुराई के खिलाफ कानून 1986 में पारित किया जा सकता था, जब सुप्रीम कोर्ट ने शाहबानो मामले में ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। 545 लोकसभा सदस्यों में से 400 से अधिक और राज्यसभा में 245 सदस्यों में से 159 से अधिक के साथ कांग्रेस के पास संसद में पूर्ण बहुमत था, लेकिन तत्कालीन राजीव गांधी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को अप्रभावी बनाने और मुस्लिम महिलाओं को उनके संवैधानिक और मौलिक अधिकारों से वंचित करने के लिए संसद में अपनी ताकत का इस्तेमाल किया। दरअसल, तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने कुछ ‘संकीर्ण विचारधारा के कट्टरपंथियों’ के अतार्किक विचारों के समक्ष झुककर उस समय मुस्लिम महिलाओं को उनके संवैधानिक अधिकारों से वंचित करने का एक पाप किया। मुस्लिम महिलाओं के लिए कांग्रेस की गलती का वह क्षण दशकों की सजा में तब्दील हो गया। कांग्रेस वोट के लिए चिंतित थी, जबकि वर्तमान की भाजपा सरकार सामाजिक सुधार के लिए चिंतित थी।

यह सत्य है कि भारत संविधान पर चलता है, शरीयत या किसी अन्य धार्मिक पाठ्यपुस्तक पर नहीं। इससे पहले ‘सती प्रथा’ और ‘बाल विवाह’ जैसी सामाजिक बुराइयों को खत्म करने के लिए देश में कई कानून लाए गए थे। इसी तरह की कुरीति तीन तलाक कानून का धर्म से कोई लेना-देना नहीं है, यह कानून विशुद्ध रूप से एक सामाजिक बुराई, अमानवीय, क्रूर और असंवैधानिक प्रथा को समाप्त करके लैंगिक समानता सुनिश्चित करने के लिए बनाया गया है। मौखिक रूप से तीन बार तलाक कहकर तत्काल तलाक अवैध है। ऐसी कई घटनाएं सामने आई थीं, जिनमें महिलाओं को पत्र, फोन या मैसेज और व्हाट्स ऐप के जरिए भी तलाक दिया गया था। इस तरह की घटनाएं एक संवेदनशील देश और समावेशी विकास के लिए प्रतिबद्ध सरकार के लिए अस्वीकार्य हैं।

इतिहास में झांके तो मिस्र पहला मुस्लिम राष्ट्र था, जिसने 1929 में इस सामाजिक बुराई को समाप्त किया था। इसके बाद 1929 में सूडान, 1956 में पाकिस्तान, 1972 में बांग्लादेश, 1959 में इराक, 1953 में सीरिया, 1969 में मलेशिया ने तीन तलाक की प्रथा को समाप्त कर दिया। इसके अलावा साइप्रस, जॉर्डन, अल्जीरिया, ईरान, ब्रुनेई, मोरक्को, कतर, यूएई जैसे देशों ने भी कई साल पहले इस सामाजिक बुराई को अपने यहां से उखाड़ फेंका, लेकिन भारत को इस अमानवीय और क्रूर प्रथा से छुटकारा पाने में 70 साल का समय लग गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को प्रभावी बनाने के लिए तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाया। सुप्रीम कोर्ट ने 18 मई, 2017 को तीन तलाक को असंवैधानिक घोषित कर दिया था। इसके बाद तीन तलाक को खत्म कर मोदी सरकार ने मुस्लिम महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक, मौलिक और संवैधानिक अधिकारों को मजबूत करने का काम किया। कानून बनने के शुरुआती साल में ही तीन तलाक के मामलों में करीब 82 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।

महत्वपूर्ण घटनाचक्र
1831: नए लंदन ब्रिज को यातायात के लिए खोला गया।
1883: ग्रेट ब्रिटेन में अंतर्देशीय डाक सेवा शुरू।
1914: प्रथम विश्व युद्ध शुरू।
1916: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष एनी बेसेंट ने होम रूल लीग की शुरुआत की।
1920: महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन की शुरुआत की।
1953: क्यूबा के पूर्व राष्ट्रपति फिदेल कास्त्रो को गिरफ्तार किया गया।
1953: देश में सभी एयरलाइंसों का हवाई निगम अधिनियम के तहत राष्ट्रीयकरण किया गया।
1957: नेशनल बुक ट्रस्ट की स्थापना।
1960: पाकिस्तान की राजधानी कराची को बदलकर इस्लामाबाद किया गया।
1975: दुर्बा बनर्जी वाणिज्यिक यात्री विमान का संचालन करने वाली विश्व की पहली पेशेवर महिला पायलट बनीं।
1995: हब्बल दूरबीन ने शनि के एक और चंद्रमा की खोज की।
2004: श्रीलंका ने भारत को हराकर क्रिकेट का एशिया कप जीता।
2006: जापान ने दुनिया की पहली भूकंप पूर्व चेतावनी सेवा शुरू की।
2007: वियतनाम के हनोई शहर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय गणित ओलम्पियाड में भारतीय दल के छह सदस्यों ने तीन रजत पदक जीते।
2008ः अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के बोर्ड ने भारत के विशेष निगरानी समझौते को हरी झंडी दी।

2010ः अनुषा रिजवी निर्देशित फिल्म पीपली लाइव को 31वें डरबन अंतरराष्ट्रीय फिल्मोत्सव में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार प्रदान किया गया।

जन्म
1869ः उत्तर प्रदेश के प्रथम राज्यपाल हरकोर्ट बटलर।
1882ः स्वतंत्रता सेनानी पुरुषोत्तम दास टंडन।
1899ः प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की पत्नी कमला नेहरू।
1910ः भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी मुहम्मद निसार।
1913ः फिल्म अभिनेता, निर्माता, निर्देशक भगवान दादा।
1924ः वेस्ट इंडीज के पूर्व क्रिकेटर फ्रैंक वोरेल।
1924ः सऊदी अरब के राजा शाह अब्दुल्ला।
1932ः फिल्म अभिनेत्री मीना कुमारी।
1955ः पूर्व भारतीय क्रिकेटर अरुण लाल।
1939ः प्रसिद्ध साहित्यकार गोविन्द मिश्र।

निधन
1591ः अकबर के दरबार के प्रमुख कवि उर्फी शीराजी।
1863ः पंजाब के महाराजा रणजीत सिंह की पांचवीं पत्नी जिन्दां रानी।
1913ः हिंदी के प्रथम तिलिस्मी लेखक देवकी नन्दन खत्री।
1920ः भारत के राष्ट्रवादी नेता बाल गंगाधर तिलक।
1999ः भारतीय मूल के अंग्रेजी लेखक नीरद चन्द्र चौधरी।
2000ः ज्ञानपीठ पुरस्कार से अलंकृत शायर अली सरदार जाफरी।
2008ः भारतीय राजनेता हरकिशन सिंह सुरजीत।
2018ः भारतीय राजनीतिज्ञ, असम-मेघालय के पूर्व राज्यपाल भीष्म नारायण सिंह।

दिवस
विश्व स्तनपान दिवस (01 अगस्त से ही विश्व स्तनपान सप्ताह की शुरुआत होती है)

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Chhapra: बिहार राज्य विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ की बैठक, जय प्रकाश विश्वविद्यालय छपरा प्रक्षेत्र के अध्यक्ष शिलानाथ सिंह की अध्यक्षता में राम जयपाल महाविद्यालय में हुई.

बैठक मे प्रक्षेत्रीय सचिव एवं अन्य सभी महाविद्यालय से आये हुए शिक्षकेतर कर्मचारी उपस्थित हुए.

बैठक मे मुख्य अतिथि के रूप में बिहार राज्य विशवविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ के महामंत्री ब्रजकिशोर सिंह उपस्थित थे. इस दौरान सभी कर्मचारियों के लंबित मांगो पर विस्तृत चर्चा हुई. लंबित मांगो पर त्वरित कार्यवाई हेतु आश्वासन दिया गया.

बैठक में सर्वसम्मति से कर्मचारियों के सेवा संपुष्टि का निदान, विभिन्न मदों की राशि का भुगतान यथाशीघ्र करने की मांग की गयी. साथ ही वेतन से 25% की कटौती को अविलम्ब वापस ले ने की मांग की गयी.

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Chhapra: राजेंद्र महाविद्यालय के दर्शन शास्त्र विभाग के एसोसियेट प्रोफेसर प्रो (डॉ)  सुशील कुमार श्रीवास्तव को 41वां प्राचार्य (प्रभारी) बनाया गया है. कुलपति के आदेश से विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो (डॉ) रवि प्रकाश बबलू ने अधिसूचना जारी कर दी है. 

रविवार को कुलपति प्रोo फारुक अली ने पत्र सौंपते हुए डॉ सुशील कुमार श्रीवास्तव से कहा कि कभी भी बदले की भावना से कार्य नही कीजिएगा. महाविद्यालय मे स्वामित्व के बोध के साथ महाविद्यालय का विकास कीजिएगा. कुलपति  ने कहा कि आप लोकप्रियतापरक न होकर मूल्यों पर आधारित कार्य करना सुनिश्चित कीजिएगा.

विदित हो कि आज महाविद्यालय क्र निवर्तमान प्राचार्य डॉ बैकुंठ पाण्डेय सेवानिवृत्त हो गए. कुलपति  ने विश्वविद्यालय में डॉ बैकुंठ पाण्डेय को  अंगवस्त्र और मालवीय पगङी पहनाकर विदा किया.

इस अवसर पर समन्वयक महाविद्यालय विकास परिषद सह समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना प्रो हरिश्चंद्र, परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर अनिल कुमार सिंह उपस्थित थे.

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इंटर प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होने वाली 1059 अल्पसंख्यक (मुस्लिम) छात्राओं को मिलेंगे 15 हजार

छपरा: जिला पदाधिकारी राजेश मीणा ने बताया कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (उच्चतर माध्यमिक) से वर्ष -2022 इंटर में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण अल्पसंख्यक मुस्लिम के छात्राओं को 15000 रुपया प्रति छात्रा की दर से मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक प्रोत्साहन योजना के तहत भुगतान किया जाएगा.

वर्ष 2022 में जिला में इंटर में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण कुल 1059 छात्राओं की सूची विभाग से प्राप्त हुई है. इस संबंध में भुगतान हेतु आवंटन भी प्राप्त हो गया है राशि का अंतरण सी एफ एम एस के माध्यम से छात्राओं के आधार संबंध बैंक खाता में जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी सारण छपरा के द्वारा किया जाएगा.

इस संबंध में जिला पदाधिकारी के द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी सारण को आदेश दिया गया है कि वे अपने स्तर से सूची में सलंग्न संबंधित विद्यालयों/ महाविद्यालयों को छात्राओं की सूची के अनुसार आधार कार्ड, अंक-पत्र, प्रवेश- पत्र, आवासीय प्रमाण-पत्र, मोबाइल नंबर, आधार संबंध पासबुक की सत्यापित छाया प्रति जिला अल्पसंख्यक कल्याण कार्यालय में एक पक्ष के अंदर जमा करने का निर्देश दें. ताकि ससमय राशि का भुगतान किया जा सके.

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छपरा सोनपुर मेमू ट्रेन का परिचालन 1 अगस्त से

Chhapra: रेलवे प्रशासन द्वारा यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए गाड़ी संख्या 05245/05246 सोनपुर-छपरा-सोनपुर मेमू डेली पैसेंजर स्पेशल का परिचालन सोनपुर एवं छपरा से दिनांक 01.08.2022 से पुनर्बहाल किया जा रहा है.

गाड़ी संख्या 05245 सोनपुर-छपरा मेमू पैसेंजर स्पेशल दिनांक 01.08.2022 से प्रतिदिन सोनपुर से 15:30 बजे प्रस्थान कर परमानन्दपुर से 15:40 बजे,नयागाँव से 15:46 बजे, शीतलपुर से 15:54 बजे, डिंडीगुल से 16:01 बजे,अवतार नगर से 16:09 बजे,बड़ागोपाल से 16:21 बजे, डुमरीजुआरा से 16:27 बजे, गोलटेंनगंज से 16:55 बजे,छपरा कचहरी से 17:15 बजे छुटकर 17:30 बजे छपरा जं पहुंचेगी.

वापसी यात्रा में गाड़ी संख्या 05246 छपरा-सोनपुर मेमू पैसेंजर स्पेशल दिनांक 01.08.2022 से प्रतिदिन छपरा से 17.50 बजे प्रस्थान कर छपरा कचहरी से 17:58 बजे, गोलटेंनगंज से 18:15 बजे, डुमरीजुआरा से 18:21 बजे, बड़ागोपाल से 18:27 बजे, अवतार नगर से 18:38 बजे, दिघवारा से 18:50 बजे, शीतलपुर से 18:56 बजे, नयागाँव से 19:03 बजे, परमानन्दपुर से 19:13 बजे छुटकर 20:50 बजे सोनपुर पहुंचेगी ।

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Chhapra: जिला पदाधिकारी राजेश मीणा ने 131 नवनियुक्त पंचायत सचिवों को औपबंधिक नियुक्ति पत्र का वितरण समहरणालय सभागार में किया.

इस अवसर पर जिला पदाधिकारी ने नवनियुक्त पंचायत सचिवों को अपने संबोधन में कहा कि जिले में कुल 318 पंचायतें हैं। जिनमें से अधिकांश में पंचायत सचिव का पद खाली है। अब नई नियुक्ति हो जाने के पश्चात पंचायत सचिवों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है।

पंचायत सचिवों की नियुक्ति के उपरांत पंचायत के सभी योजनाओं में तेज प्रगति लाने हेतु सभी नवनियुक्त पंचायत सचिवों को अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी पारदर्शिता एवं ईमानदारी से करने को कहा गया।

बताया गया कि सरकार की कई महत्वपूर्ण योजनाएं पंचायत स्तर पर आम जनों के लाभ हेतु चलाई जा रही हैं। इन सभी पंचायत स्तरीय योजनाओं के कार्यान्वयन एवं अनुश्रवण की जिम्मेवारी पंचायत सचिवों की होती है। नवनियुक्त पंचायत सचिवों को एक सप्ताह का प्रशिक्षण योजनाओं की जानकारी तथा कार्य करने करने के तरीकों के बारे में विस्तार से दिया जाएगा। इस दौरान पंजियो के रखरखाव से संबंधित जानकारी भी दी जाएगी।

जिला पदाधिकारी ने बताया कि प्रशिक्षण उपरांत नवनियुक्त पंचायत सचिवों को पंचायत आवंटित कर दिया जाएगा। तत्पश्चात उन्हें पंचायती राज विभाग की गाइडलाइन के अनुसार कार्य करना होगा।

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त अमित कुमार ने भी अपने संबोधन में नवनियुक्त पंचायत सचिवों को कहा कि वह निर्भीक होकर सही ढंग से अपने दायित्वों का निर्वहन करें। किसी भी तरह की समस्या होने पर अपने वरीय पदाधिकारियों से संपर्क करने की सलाह भी दी गई।

जिला पंचायती राज पदाधिकारी के द्वारा पंचायतों में चलाई जा रही योजनाओं की संक्षिप्त जानकारी दी गई तथा प्रशिक्षण के संबंध में तिथियों की सूचना जल्द ही देने की बात बताई गई ।

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छपरा: जम्मू कश्मीर के पूंछ सेक्टर में स्थित बाबा बूढ़ा अमरनाथ के दर्शन के लिए जाने वाले वाले 85 तीर्थयात्रियों का जत्था शनिवार को आज छपरा जंक्शन रवाना हुआ।

ये सभी तीर्थ यात्री विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के सक्रिय कार्यकर्ता का है। तीर्थ यात्रियों को विदा करने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सारण विभाग संघचालक विजय कुमार सिंह ,विभाग व्यवस्था प्रमुख ओम प्रकाश गुप्त ,नगर व्यवस्था प्रमुख प्रेम जी के अतिरिक्त संघ, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के दर्जनों प्रमुख कार्यकर्ता छपरा जंक्शन पर भी उपस्थित रहे.

” जय श्री राम ” के नारों से पूरा स्टेशन परिसर गुंजायमान हो उठा और तीर्थयात्री यात्रा के लिए प्रस्थान कर गए । इस जत्थे का नेतृत्व बजरंग दल के महामंत्री धनंजय कुमार कर रहे है.

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Chhapra: जिलाधिकारी राजेश मीणा की अध्यक्षता में जिला कौशल विकास समिति की बैठक समाहरणालय सभागार में आहूत की गयी। जिलाधिकारी महोदय ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार उद्योगों के तीब्र विकास हेतु संकल्पित है। अतएव जिला में विभिन्न तरह के उद्योगों के विकास हेतु क्लस्टर विकसित किये जा रहे है। विभिन्न विभागों के उपस्थित पदाधिकारियों से इस संबंध में प्रयास तेज करने का निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिया गया।
जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक ने विभिन्न योजनाओं में लाभुकों को ऋृण स्वीकृत कर वितरण की जाने की जानकारी दी। समीक्षा बैठक में मुख्य रुप से प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना समेत अनुसूचित जाति जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग हेतु क्रियान्वित योजनाओं में उपलब्धि पर चर्चा की गयी। बैठक में उपस्थित जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक को निर्देश दिया गया कि वे जिले के सभी बैंक प्रबंधक से संपर्क स्थापित कर योजनाओं के लिए ऋृण स्वीकृति में तीब्रता लावें।
जिलाधिकारी के द्वारा कौशल विकास कार्यक्रमों के प्रगति की मासिक समीक्षा किये जाने की प्रतिबद्धता दिखाई। बैठक में लिये गये महत्वपूर्ण निर्देशों के अनुपालन की समीक्षा अगले बैठक में की जाएगी।
बैठक में उप विकास आयुक्त अमित कुमार के साथ जिला कौशल विकास समिति के सदस्यगण उपस्थित थे।

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Chhapra: जिलाधिकारी, सारण राजेश मीणा के द्वारा समाहरणालय अवस्थित कार्यालय कक्ष में जनता का दरबार कार्यक्रम आयोजित किया गया। जनता का दरबार कार्यक्रम में कुल 95 आवेदन कर्ताओं के समस्याओं का निष्पादन ऑन द स्पॉट किया गया। प्रत्येक शुक्रवार को नियमित रुप से आयोजित हाने वाले इस जनता दरबार में आपूर्ति, भूमि विवाद, पर्चा वितरण ,परिवहन, राजस्व, मद्य निषेध, शिक्षा, नगर निगम, भू अर्जन, अतिक्रमण, आईसीडीएस, पेंशन आदि विषय से संबंधित कुल-95आवेदन का शीघ्र निष्पादन हेतु जिलाधिकारी  ने संबंधित पदाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। उपस्थित पदाधिकारियों को जिलाधिकारी के द्वारा स्पष्ट निदेश दिया गया कि आवेदन कर्ता के समस्याओं का निष्पादन अविलंब सुनिश्चित किया जाय। इस कार्य मे शिथिलता बरतने वाले पदाधिकारी के विरुद्ध कड़ी अनुशासनिक कार्रवाई किये जाने की चेतावनी भी दी गयी।

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Chhapra: जिलाधिकारी सारण राजेश मीणा के द्वारा समाहरणालय अवस्थित कार्यालय कक्ष में एकीकृत बाल विकास सेवाएं (आई.सी.डी.एस.) के नियमानुसार मृत सेविका, सहायिका के आश्रित परिजनों को अनुग्रह अनुदान के रुप में चार-चार लाख रुपये का चेक प्रदान किया गया।  मृत सेविका, सहायिका के परिजनों में परियोजना-अमनौर वार्ड संख्या-96 से स्व0 सुमांति देवी, सहायिका के आश्रित पति रविन्द्र राय, परियोजना-अमनौर, वार्ड संख्या-10 से स्व0 कुन्ती देवी, सहायिका, के पति कृष्णा महतो, परियोजना छपरा ग्रामीण, वार्ड संख्या-32 से स्व0 सुशीला कुमारी, सेविका, के पति राम विनोद सिंह, परियोजना छपरा सदर, वार्ड संख्या-83 से स्व0 कुमारी निलम, सहायिका, के पति जितेन्द्र प्रसाद एवं पुत्र चंदन कुमार को संयुक्त रुप से, परियोजना दरियापुर वार्ड संख्या-10 से स्व0 सुनिता देवी, सेविका, के पति नवल किषोर सिंह, परियोजना एकमा से वार्ड संख्या-76 स्व0 रेणु देवी, सेविका के आश्रित पुत्र  मनीष कुमार राय, परियोजना इसुआपुर वार्ड संख्या-93 से स्व0 रोहिला कुंवर, सहायिका के आश्रित पुत्र अनुज कुमार, परियोजना मढ़ौरा वार्ड संख्या-88 से स्व0 नैना देवी, सहायिका के आश्रित पति प्रभुनाथ राय, परियोजना मशरख वार्ड संख्या-51 से स्व0 विरछा देवी, सहायिका के आश्रित पुत्री रीता देवी, परियोजना मशरख वार्ड संख्या-93 से स्व0 नीरज कुमारी, सेविका के पति देव कुमार राय, परियोजना मशरख वार्ड संख्या-31 से स्व0 अनिता देवी, सेविका के पति राजदेव माँझी एवं परियोजना मशरख वार्ड संख्या-89 से स्व0 मालती देवी, पति चन्द्रमा तिवारी को अनुग्रह अनुदान के रुप में चार-चार लाख रुपये की राशि प्रदान की गयी।

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Chhapra: नियोजित शिक्षकों का एक समूह सारण जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के चुनाव को लेकर शहर में रहने वाले प्रत्येक मतदाता के पास सम्पर्क कर अपने पक्ष में मतदान करने की अपील की गई। नियोजित शिक्षकों ने अपील की कि इस बार की लड़ाई आर-पार की लड़ाई है. अगर इस बार नियोजित शिक्षक एकजुट नहीं हुए तो ऐसा मौका बार-बार भविष्य में नहीं आने वाला है। नियोजित शिक्षकों ने स्पष्ट रूप से बताया कि सारण जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला स्तरीय चुनाव में कुल मतदाता 249 है. जिसमें 210 मतदाता नियोजित शिक्षक है और यह सभी नियोजित मतदाता सुजीत कुमार के पैनल के समर्थित उम्मीदवार को अपना मतदान निश्चित रूप से करे.

नियोजित शिक्षकों का कहना है कि सारण जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के पूर्व में नियमित शिक्षकों का जो कार्यकाल रहा निश्चित रूप से नियोजित शिक्षकों के हक हुकूक की लड़ाई नहीं लड़ी गई और आने वाला समय अगर नियोजित शिक्षक खुद आगे आकर लड़ाई नहीं लड़ेंगे तो निश्चित रूप से उन्हें अपनी मांगों का उचित मंच प्राप्त नहीं होगा. वह अपनी लड़ाई मजबूती से सरकार के पास नहीं लड़ सकते हैं इसलिए तमाम मतदाताओं से अपील की गई कि अभी नहीं तो कभी नहीं के तर्ज पर हम सभी एकजुट हो और अपनी चट्टानी एकता दिखाते हुए. सारण जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के चुनाव में अपनी सहभागिता लेते हुए एक मिसाल कायम करें और पूरे बिहार को यह संदेश दे कि सारण जिला माध्यमिक शिक्षक संघ निश्चित रूप से नियोजित शिक्षकों का है और आने वाला भविष्य नियोजित शिक्षकों का है.

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• नियमित टीकाकरण को सुदृढ़ करने के लिए विभाग प्रयासरत
• टीडी वैक्सीन के दो खुराक से किशोर-किशोरियों को किया जायेगा अच्छादित

Chhapra: नियमित टीकाकरण को सुदृढ़ करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विभिन्न स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने नियमित टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करने के लिए नयी रणनीति बनायी है। अब राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) टीम के द्वारा किशोर-किशोरियों को टीडी का टीका लगाया जायेगा। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर सिविल सर्जन और जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। जारी पत्र में कहा गया है कि जिला में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अन्तर्गत सभी विद्यालयों में वार्षिक कार्ययोजना बनाकर बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की जाती है। टीडी वैक्सीन हेतु लक्षित किशोर एवं किशोरियों की भी स्वास्थ्य जांच आर.बी.एस.के. की टीम द्वारा की जा रही है। स्वास्थ्य जांच के दौरान ही उक्त आयु के लक्षित किशोर एवं किशोरियों को टीडी वैक्सीन से आच्छादित किये जाने से नियत समय में आशातीत आच्छादन की प्राप्ति हो सकती है। जिसमे आर.बी.एस.के. टीम के माध्यम से टीकाकरण कराया जाय।

विद्यालयों में आयोजित होगा टीकाकरण कार्यक्रम:
जारी पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि आर.बी.एस.के. टीम में कार्यरत चिकित्सक द्वारा यह सुनिश्चित किया जाय कि विद्यालयों निर्धारित कार्यायोजना में टीडी टीकाकरण समायोजित हो। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा यह सुनिश्चित किया जाय कि आर.बी.एस.के. टीम में इंजेक्शन लोड के अनुसार आवश्यक टीकाकर्मी टीम में कार्यरत ए.एन.एम. को सहयोग हेतु उपलब्ध हो।प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा इंजेक्शन लोड के अनुसार आवश्यक मात्रा में वैक्सीन , सिरिंज एवं अन्य संबंधित लॉजिस्टिक्स के साथ-साथ एनाफ्लेक्सिस किट की उपलब्धता आर.बी.एस.के. टीम को सुनिश्चित कराया जाये। आर.बी.एस.के. टीम में कार्यरत चिकित्सक द्वारा विद्यालय प्रबंधन से टीकाकरण हेतु आवश्यक समन्वय स्थापित कर टीकाकरण का कार्य कराना सुनिश्चित किया जाय।

कर्मियों को दिया जायेगा प्रशिक्षण:

आर.बी.एस.के. टीम टीडी टीकाकरण के पश्चात् इसका दैनिक प्रतिवेदन प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को उपलब्ध कराएगी। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा दैनिक प्रतिवेदन में प्राप्त आच्छादन आंकड़ों को संकलित कराकर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर एच. एम.आई.एस. के मासिक प्रतिवेदन में प्रखंड मूल्यांकन एवं अनुश्रवण सहायक / डाटा ऑपरेटर के माध्यम से प्रतिवेदित कराया जाय। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी द्वारा उक्त कार्य से संबद्ध पदाधिकारियों एवं कर्मियों का टीडी टीकाकरण से संबंधित आवश्यक प्रशिक्षण की व्यवस्था कराना सुनिश्चित किया जाय।

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