Chhapra: छपरा सदर डीसीएलआर के पुत्र को सीबीएसई की दसवीं परीक्षा में 99 फीसदी अंक आया है।

पुष्पेष कुमार व अनुराधा कुमारी के होनहार पुत्र को संस्कृत, मैथ व साइंस विषय में 100 में 100 अंक मिला है। इंग्लिश एंड लिटरेचर में 99 फीसदी अंक,सोशल साइंस में 96 फीसदी अंक श्रेयश स्पर्श ने पाया है।

डीएवी पब्लिक स्कूल पटना के छात्र श्रेयश ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता गुरुजनों व परिजनों के साथ -साथ दोस्तों को भी दिया है। वह आईआईटी के क्षेत्र में अपने कैरियर बनाना चाहता है।

वही, अपने लाड़ले की सफलता पर सदर डीसीएलआर व उनकी पत्नी ने प्रसन्नता जताते हुए कहा कि आगे भी श्रेयश अपनी सफलता का क्रम जारी रखेगा।

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• जनप्रतिनिधियों की भागीदारी होगी सुनिश्चित
• पंचायत के मुखिया होंगे समिति के अध्यक्ष, सीएचओ को सचिव की जिम्मेदारी
• गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने के लिए विभाग की पहल
Chhapra: जिले में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर आमजनों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। स्वास्थ्य विभाग ने गुणवत्तापूर्ण सेवा मुहैया कराने के लिए एक नयी पहल की शुरुआत की है। अब हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर आयुष्मान भारत- जन आरोग्य समिति का गठन किया जायेगा। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। जारी पत्र में कहा गया है कि हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर पर स्वास्थ्य सेवाओं और सुविधाओं के प्रावधान के संबंध में इसके संचालन, प्रबन्धन, उपभोग और जवाबदेही सुनिश्चित करने में जन प्रतिनिधियों की सक्रिय भागेदारी हेतु आयुष्मान भारत-जन आरोग्य समिति के रूप में एक मंच उपलब्ध कराया जा रहा है। यह समिति जिला स्वास्थ्य समिति के घटक के रूप में कार्य करेगी एवं इसके अलग से पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होगी।

क्या है समिति का उद्देश्य
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत बिहार प्रदेश के सभी आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स कार्यक्रम अन्तर्गत स्वास्थ्य उप केंद्रों और अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर विस्तारित प्राथमिक स्वास्थ्य सेवायें प्रदान करने के लिए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स में रूपांतरित किया गया है। इसके अन्तर्गत सभी प्रकार की विस्तारित प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए स्वास्थ्य एवं इसके सामाजिक निर्धारकों से सम्बन्धित समस्याओं पर सामूहिक सामुदायिक कार्यवाई एवं समुदाय द्वारा सेवाओं का समुचित उपभोग किये जाने हेतु जन आरोग्य समिति का गठन किया जा रहा है। आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स की शुरुआत के साथ बिहार राज्य अन्तर्गत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में रूपातरित सभी अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के रोगी कल्याण समिति को परिवर्तित कर जन आरोग्य समिति के रूप में गठित किया जाना है। समिति का नाम परिवर्तन से संबंधित अधिसूचना रोगी कल्याण समिति के अंतिम बैठक में प्रस्ताव पास कर किया जाएगा। इसके साथ ही हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में रूपातरित सभी स्वास्थ्य उप केंद्रो में भी उपरोक्त उद्देश्य के लिए जन आरोग्य समिति का गठन किया जाना है। उपरोक्त दोनों प्रकार के सभी स्वास्थ्य संस्थानों पर जन आरोग्य समिति के लिए मूल सिद्धांत समान हैं।

पंचायत के मुखिया होंगे समिति अध्यक्ष
आयुष्मान भारत जन आरोग्य समिति में पंचायत के मुखिया अध्यक्ष होंगे। वहीं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के सीएचओ को सचिव की जिम्मेदारी होगी। वरिष्ठ एएनएम और सीएचओ को उप सचिव बनाया जायेगा। सदस्य के रूप में संबंधित स्वास्थ्य उपकेन्द्र के पोषक क्षेत्र अन्तर्गत आने वाले सभी वीएचएसएनसी के सचिव संबंधित स्वास्थ्य उपकेन्द्र के कार्यक्षेत्र की एक आशा फैसिलिटेटर (जहाँ हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर अवस्थित है) अधिकतम चार सदस्य हो सकती हैं I । संबंधित स्वास्थ्य उपकेन्द्र के कार्यक्षेत्र की एक लेडी सुपरवाइजर समेकित बाल सेवाएँ विकास संबंधित स्वास्थ्य उपकेन्द्र के कार्यक्षेत्र अन्तर्गत प्रत्येक पंचायत से एक जीविका स्वयं सहायता समूह की अध्यक्षा / प्रतिनिधि / ग्राम संगठन) संबंधित स्वास्थ्य उपकेन्द्र के कार्यक्षेत्र अन्तर्गत एक सरकारी स्कूल का आयुष्मान भारत स्कूल

हेल्थ एण्ड वेलनेस एम्बेसडर एक गैर सरकारी संगठन का एक प्रतिनिधि जो क्षेत्र अन्तर्गत स्वास्थ्य एवं पोषण विषयों पर कार्य कर रहे हो, को सदस्य के रूप में शामिल किया जायेगा।

समिति की ये होगी जिम्मेदारी

• हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के भवन, उपकरणों के साफ-सफाई रख-रखाव एवं सुरक्षा सुनिश्चित कराना
• समुदाय स्तर की गतिविधियों व क्रिया-कलापों में, विशेषकर स्वास्थ्य सेवाओं का सर्वेक्षण, विभिन्न आयु वर्ग के लिए स्क्रीनिंग परामर्श, उपचार तथा फॉलो-अप को सुगम बनाने के लिए संगठित स्वयंसेवकों समूहों से सहयोग लेना
• ग्रामीण और शहरी स्थानीय निकायों अन्य सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमो सामाजिक उत्तरदायित्व निधियों, और गैर सरकारी संगठनों से संसाधनों (नकदी और वस्तु के प्रकार में) को जुटाना
• हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाने, स्वास्थ्य कार्यक्रमो / सेवाओं के प्रचार-प्रसार तथा स्वास्थ्य गतिविधियों के संचालन हेतु उक्त संसाधनों का उपयोग सुनिश्चित करना
• हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर टीम को गुणवत्तापूर्ण विस्तारित प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को सुनिश्चित करने संस्थान परिसर का अतिक्रमण एवं दुरूपयोग रोकना। 3. हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के अनटाईड फंड के प्रबंधन एवं उसका बेहतर उपयोग करना । 4. समुदाय स्तर पर स्वास्थ्य एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कार्यक्रमों, गतिविधियों एवं आउटरिच (आरोग्य दिवस) पर उपलब्ध सेवाओं में सुधार के लिए ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति के माध्यम से सामूहिक सामुदायिक कार्रवाई को नेतृत्व प्रदान करना ।
• हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में सुरक्षित पेयजल, गुणवत्ता वाले आहार, कूड़े मुक्त परिसर स्वच्छ शौचालय, साफ चादर, सुव्यवस्थित प्रतीक्षा क्षेत्र, अच्छी सुरक्षा, बायोमेडिकल अपशिष्ट / नियमित अपशिष्ट निपटान और परिसर का स्वच्छ रखरखाव सुनिश्चित करना एवं इसके बारे में जन समुदाय में जागरूकता फीस या शुल्क नहीं लेंगे।
• स्वास्थ्य योजना बनाने में क्षेत्र की ग्राम पंचायतों को सुविधा और सहायता प्रदान करना
• हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर उपलब्ध सेवाओं की सूची सिटीजन चार्टर के रूप में प्रदर्शित करवाना जो केन्द्र में प्रदान की जाती हैं तथा सभी कक्ष के बाहर साइनेज सिस्टम सुनिश्चित करना ।

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मशरक केंद्रीय विद्यालय में दो पाली में हो पढ़ाई, सांसद ने शिक्षा मंत्री को लिखा पत्र

Chhapra: महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने केंद्रीय विद्यालय मशरक में दो शिफ्ट में पढ़ाई आरंभ करने की मांग की है जिससे के महाराजगंज संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाले पानापुर, मशरक, इसुआपुर, तरैया सहित अन्य प्रखंडों को इसका लाभ मिल सकें.

सांसद श्री सिग्रीवाल ने भारत सरकार के शिक्षा मंत्री को पत्र देते हुए कहा है कि महाराजगंज संसदीय क्षेत्र दो जिले में विस्तारित है. जिसमे मशरक में एक केंद्रीय विद्यालय अवस्थित है. वर्तमान में इस विद्यालय में एक पाली में पढ़ाई होती है. आबादी की दृष्टि से क्षेत्र के अभिभावकों की आशा है कि उनके भी बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण और अच्छी शिक्षा मिले इसके लिए केंद्रीय विद्यालय मशरक में दो पालियों में पढ़ाई शुरू कराना अत्यंत ही आवश्यक है.

इस स्थिति में उन्होंने शिक्षा मंत्री से दो पालियों में पढ़ाई शुरू करने की मांग की है.

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नई दिल्ली: उत्तर-पूर्वी दिल्ली के करावल नगर स्थित जौहरीपुर में गुरुवार सुबह चाय बनाने को लेकर हुए विवाद में एक सिरफिरे व्यक्ति ने अपनी पत्नी पर खिड़की का कांच तोड़कर हमला कर दिया। शोर सुनकर तीनों बेटियां मां को बचाने पहुंची तो आरोपित ने पत्नी को छोड़कर बेटियों पर हमला कर दिया। पत्नी और तीनों बेटियों को बुरी तरह घायल करने के बाद आरोपित वहां से फरार हो गया। पड़ोसी भी परिवार को बचाने वहां पहुंच गए। एक बेटी ने किसी तरह पास में रहने वाले अपने मामा और चाचा को खबर दी।

फौरन संगीता (42) और इसकी तीनों बेटियों काजल (23) तनु (21) और अनु (18) को जीटीबी अस्पताल ले जाया गया। जहां छोटी बेटी अनु को मृत घोषित कर दिया गया। पेट में कांच लगने की वजह से काजल की हालत भी नाजुक बनी हुई है। सभी का जीटीबी अस्पताल में इलाज चल रहा है। करावल नगर थाना पुलिस ने मामले में हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर आरोपित पिता भीमसेन (48) की तलाश शुरू कर दी है। करावल नगर थाना पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से मामले की जांच कर रही है।

जानकारी के अनुसार संगीता अपने परिवार के साथ गली नंबर-8, जैन कालोनी, जौहरीपुर इलाके में रहती है। इसके परिवार में पति भीमसेन के अलावा तीन बेटियां काजल, तनु और अनु थीं। भीमसेन को शराब पीने की लत है। हर समय वह शराब के नशे में रहता है। इसके अलावा वह कोई कामधंधा भी नहीं करता है।

बड़ी बेटी काजल एक निजी बैंक में नौकरी करती है, उसकी सैलरी से ही घर का खर्चा चलता है। वहीं तनु डीयू के एक कॉलेज से ग्रेजुएशन फाइनल ईयर की छात्रा है। अनु ने इसी साल 12वीं कक्षा के एग्जाम दिए थे, वह अपने रिजल्ट का इंतजार करने के अलावा एडमिशन की तैयारी कर रही थी। उसका नर्सिंग में दाखिला भी हो गया था।

गुरुवार को उसे पहले दिन कॉलेज भी जाना था। गुरुवार सुबह करीब 6.30 बजे संगीता परिवार के लिए खाना बना रही थी। इस दौरान भीमसेन उठा और उसने अपनी पत्नी से चाय बनाने के लिए कहा। इस पर संगीता ने कहा कि पहले खाना बन जाए, उसके बाद वह चाय बना देगी। भीमसेन ने जिद की तो संगीता ने बाजार से दूध लेकर आने के लिए कहा। इस बात पर भीमसेन भड़क गया। उसने सो रही बेटियों से दूध मंगवाने के लिए कहा।

यह कहकर वह बेटियों को उठाने बढ़ा तो संगीता ने पति को रोककर बेटियों को उठाने से मना किया। इस बात पर आरोपित आग बबूला हो गया। उसने कमरे की खिड़की का कांच तोड़ा और पत्नी की गर्दन पर रखकर उसे धमकाने लगा। संगीता ने मदद के लिए बेटियों को आवाज दी। मां की आवाज सुनकर तीनों बेटियां जैसे ही वहां पहुंची तो आरोपित ने पत्नी को छोड़कर बेटियों पर कांच से हमला कर दिया।

काजल और अनु के पेट में कांच घोंपने के बाद तनु और संगीता के हाथ में कांच मार दिया। शोर-शराबा हुआ तो पड़ोसी वहां आ गए। इस दौरान आरोपित वहां से फरार हो गया। सूचना मिलने के बाद संगीता का भाई सन्नी और देवर राजेश वहां पहुंचे। दोनों मां-बेटियों को जीटीबी अस्पताल ले गए, जहां अनु को मृत घोषित कर दिया गया। अस्पताल में संगीता, काजल और तनु का इलाज जारी है। पुलिस आरोपित भीमसेन की तलाश कर रही है।

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जयपुर: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की सीकर टीम ने गुरुवार को कार्रवाई करते हुए नीमकाथाना कोतवाली जिला सीकर के पुलिस उपनिरीक्षक को एक लाख रुपये की रिश्वत राशि लेते गिरफ्तार किया है।

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने बताया कि एसीबी की सीकर टीम को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि उसके विरूद्ध दर्ज प्रकरण में उसे आरोपित नहीं बनाने की एवज में पुलिस उपनिरीक्षक सुभाष चंद्र द्वारा 1 लाख 50 हजार रुपये की रिश्वत राशि मांग कर रहा है। एसीबी सीकर के उप अधीक्षक पुलिस जाकिर अख्तर के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन कर ट्रेप की कार्रवाई करते हुए नीमकाथाना कोतवाली जिला सीकर के पुलिस उपनिरीक्षक सुभाष चंद को परिवादी से लाख रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है।

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Chhapra: जिला के भेल्दी थाना क्षेत्र के एक इलेक्ट्रानिक दूकान के व्यवसायी से अज्ञात व्यक्ति के द्वारा रंगदारी की मांग की गई थी.

जिसको लेकर दर्ज भेल्दी थानान्तर्गत कांड सं0- 255 / 22 , दिनांक 11.07.22 धारा -384 / 386 भा0 द0 वि0 दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया.

दर्ज प्राथमिकी के आधार पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर तथा थानाध्यक्ष भेल्दी थाना, सारण को कांड के अनुसंधान एवं त्वरित कार्रवाई करने की दिशा मे भेल्दी थाना द्वारा तकनीकि सहायता से कांड का त्वरित अनुसंधान एवं कार्रवाई कर कांड में संलिप्त अभियुक्तों इरफान आलम अंसारी, पिता बदरूजमा अंसारी , सा0 रंगिलोदोल्हा मोहम्मदपुर थाना गरखा, मनमोहन सिंह उर्फ मनीष सिंह, पिता- मनोकामना सिंह, ढोलहीकैथल, थाना अमनौर 3 सुरज राय उर्फ दादा साहेब, पिता- संजय राय, पैगाकला, थाना भेल्दी को गिरफ्तार किया गया.

अनुसंधान एवं पूछ – ताछ के क्रम में गिरफ्तार अभियुक्तों के द्वारा उक्त रंगदारी के कांड में अपनी संलिप्तता को स्वीकार की गई. जिसके बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया.

गिरफ्तार अभियुक्तों का अबतक ज्ञात अपराधिक इतिहास

1. गरखा थाना कांड सं0-284 / 21 दि0-02.09.21 धारा -384 / 386 भा0 द0 वि0।

जप्त / बरामद वस्तुओं की विवरणी

1. मोबाईल – 02

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Chhapra: सारण के जिला दंडाधिकारी राजेश मीणा ने स्पष्ट शब्दों में कहां है कि वैसे बैंकों के ऋण धारक जो ऋण की अदायगी नहीं कर पाते हैं तथा संबंधित बैंकों के माध्यम से उनके द्वारा बंधक रखे गए परिसंपत्तियों को जप्त करने का अनुरोध प्राप्त होता है. ऐसी स्थिति में SARFAESI ACT- 2002 की धारा 14 में उल्लेखित प्रावधानों के अंतर्गत कब्जा करने वाली बंधक संपत्ति पर भौतिक दखल कब्जा दिलाने हेतु आदेश निर्गत किया जाएगा.

इस संबंध में बताया गया कि जिले में इस तरह के कुल 64 मामले चल रहे हैं. जिनमें से 18 अट्ठारह मामलों का निष्पादन ऋण धारकों के द्वारा ऋण चुका दिए जाने के पश्चात हो गया है.

12 मामलों में बंधक संपत्ति पर कब्जा हेतु विस्तृत आदेश पारित किया जा रहा है. शेष मामलों की भी जांच तेजी से की जा रही है. जांच उपरांत बंधक संपत्ति के जप्त करने की कार्रवाई की जाएगी.

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• उच्च प्राथमिकता वाले गांवों में चलेगा अभियान
• 2023 तक कालाजार उन्मूलन का लक्ष्य निर्धारित
• आरके-39 किट के माध्यम से होगी कालाजार की जांच

Chhapra:  कालाजार उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग कृत-संकल्पित है। भारत सरकार के द्वारा वर्ष 2023 तक कालाजार उन्मूलन करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कालाजार मरीजों की खोज करना अति आवश्यक है। ऐसे में जिले में 22 जुलाई से आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा कालाजार मरीजों की पहचान की जायेगी। आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर मरीजों की पहचान करेंगी। इसको लेकर वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. विनय कुमार शर्मा ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। जारी पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि उच्च प्राथमिकता वाले राजस्व ग्रामों में घर-घर कालाजार, पीकेडीएल, एचआईबी-भीएल के संभावित मरीजों की खोज आशा कार्यकत्ताओं के माध्यम से कराने का निर्णय लिया गया है।

आरके-39 किट के माध्यम से होगी जांच

निर्देश दिया गया है कि रोगी खोज के दौरान 15 अथवा 15 दिनों से अधिक बुखार से पीड़ित व्यक्ति जिन्होंने बुखार के दौरान मलेरिया की दवा अथवा एन्टीबायोटिक दवा का सेवन किया हो एवं उसके बाद भी बुखार ठीक न हुआ हो, भूख की कमी एवं उदर का बड़ा होना जैसे लक्षण हो उन्हीं व्यक्तियों की जाँच आरके-39 किट द्वारा किये जाने हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को रेफर किया जाना है । यदि किसी व्यक्ति ने कालाजार का इलाज पूर्व में कराया हो फिर भी उन में बुखार के साथ कालाजार के लक्षण पाये जाएँ तो उन्हें आरके-39 किट से जॉच न करते हुए बोन मैरो, स्पलीन एसपिरेशन जाँच हेतु आशा द्वारा उन मरीजों को सदर अस्पताल रेफर किया जाय तथा उनके नाम की प्रविष्टी रेफरल पर्ची में की जायेगी ।

आशा कार्यकर्ताओं को दी जायेगी प्रोत्साहन राशि
एक आशा द्वारा प्रतिदिन मात्र 50 घरों में ही खोज की जानी है। अधिकतम 250 घरों में रोगी खोज करने पर उन्हें प्रोत्साहन राशि के रूप में एक मुश्त 200 /- रू० की दर से भुगतान किया जायेगा।आशाओं के कार्यों का पर्यवेक्षण आशा फैसिलिटेटर द्वारा किया जाना है। आशा फैसिलिटेटर को पर्यवेक्षण का एक मुश्त कुल 300/- की दर से भुगतान किया जाना है। रोगी खोज में प्रत्येक आशा को एक रेफरल पर्ची (20 प्रति 10 मरीजों के लिए) उपलब्ध करायी जाय।

माइकिंग के माध्यम से होगा प्रचार-प्रसार

कालाजार आक्रांत प्रखण्डों के उच्च प्राथमिकता वाले राजस्व ग्रामों में खोज के एक दिन पूर्व ही माइकिंग द्वारा प्रचार-प्रसार कराया जायेगा। आक्रान्त ग्रामों में रोगी खोज के पूर्व ही उस ग्राम के मुखिया को इसकी सूचना दी जाय एवं खोज के दौरान उनसे सहायता ली जायेगी।

कंट्रोल रूम को प्रतिदिन देना होगा प्रतिवेदन

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि भीबीडीएस, केटीएस एवं केबीसी सुनिश्चित करेंगे एवं जाँच किये गये रोगियों की संख्या एवं घनात्मक रोगियों की संख्या जिला स्तर पर स्थित कंट्रोल रूम को उपलब्ध कराएंगे । प्रतिदिन जिलावार प्रखण्डवार एवं राजस्व ग्रामवार संभावित रोगियों की संख्या, RK-39 किट द्वारा जाँच किये गये रोगियों की संख्या एवं धनात्मक रोगियों की संख्या राज्य स्तर पर स्थित कंट्रोल रूम को उपलब्ध करायी जायेगी । साथ ही प्रतिदिन घर-घर रोगी खोज में पाये गये संभावित रोगियों, धनात्मक रोगियों एवं इलाज सम्पन्न कराने वाले रोगियों की संख्या को केएएमआईएस सॉफ्टवेयर में प्रविष्ट किया जाना है।

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Chhapra: अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष कपिल लाखोटिया, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुमित चमड़िया, राष्ट्रीय महामंत्री प्रशांत खंडेलिया, प्रांतीय अध्यक्ष विकाश खंडेलिया एवं बिहार प्रान्त के कई पदाधिकारीयों का सांगठनिक दौरा छपरा की शाखा के द्वारा बहुत ही हर्षोल्लास के साथ स्वागत किया गया।

सिद्धार्थ अग्रवाल ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का ये दौरा बहुत ही मायने में महत्वपूर्ण था। मंच द्वारा देश विदेश में समाज सेवा के कई प्रकल्प निरंतर रूप से चल रहे है, जिसमे मुख्यतः एम्बुलेंस सेवा, शव वाहिनी सेवा, रक्त दान, शीतल पेय जल, कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण शिविर, कैंसर जांच शिविर, ऑक्सीजन सेवा इत्यादि कई प्रकल्प समाज सेवा में निरंतर हर शाखा में कार्यरत है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा बताया गया कि मंच का युवा भवन का निर्माण दिल्ली में बहुत ही बड़े रूप में होने जा रहा है, जहाँ मारवाड़ी समाज के इतिहास और राष्ट्र के प्रति किये गए कार्यो की सम्पूर्ण जानकारी वहाँ चिन्हित रहेगी। मारवाड़ी युवा मंच का राष्ट्र के कई बड़ी अस्पताल जिसमे aiims, apolo, medanta और कई राज्य के मुख्य अस्पतालों से मेल हुआ है जिसमे मरिजो के लिए संरक्षित बेड और फीस में अच्छी खासी छूट की व्यवस्था युवा मंच के सदस्यों के लिए की गई है।

इस मौके पर मारवाड़ी समाज के वरिष्ठगण और मारवाड़ी युवा मंच के सभी सदस्य उपस्तिथ थे। बिहार प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन छपरा शाखा अध्यक्ष हरि कृष्ण चाँदगोठिया, संगठन मंत्री सह मीडिया प्रभारी श्याम बिहारी अग्रवाल, मंत्री विजय चौधरी, प्रमंडलीय उपाध्यक्ष राज कुमार मिश्रा, गोविन्द अग्रवाल, गोपाल गोयन्का, पवन कुमार अग्रवाल आदि उपस्थित हुए। इसकी जानकारी छपरा शाखा के मीडिया प्रभारी सिद्धार्थ अग्रवाल ने दी।

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पटना: गांधी मैदान थाने की पुलिस ने बुधवार को फर्जी डीएसपी विजय कुमार को गिरफ्तार कर लिया. यह मधुबनी जिले के आंधामठ थाने के जरौली का रहने वाला है. इसकी निशानदेही पर पुलिस ने शास्त्रीनगर के देवी स्थान में इसकी बहन के घर में छापेमारी कर पुलिस की नकली वर्दी, बैच, टोपी , मुहर, टोपी व अन्य सामान बरामद कर लिया. पुलिस ने फर्जी डीएसपी के खिलाफ गांधी मैदान थाने में प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया. गांधी मैदान थानाध्यक्ष ने गिरफ्तारी की पुष्टि की.

प्राप्त जानकारी के अनुसार फर्जी डीएसपी विजय कुमार ने बीपीएससी की परीक्षा दी थी. लेकिन यह पास नहीं कर पाया. इसका सपना डीएसपी बनने का था, इसलिए इसने एक साल पहले डीएसपी की नकली वर्दी सिलवायी और बैच, टोपी, मुहर व आइकार्ड आदि बनवा लिया. वर्दी इसने बीएमपी रोड स्थित कलाम टेलर के यहां बनवाया था.

मंगलवार की रात करीब सवा दस बजे यह गांधी मैदान कारगिल चौक के पास टेंपो चालक पर रौब जमा रहा था. टेंपो चालक की गलती इतनी सी थी कि उसने भाड़ा मांग लिया था. टेंपो चालक भाड़ा मांग रहा था और यह अपने आप को डीएसपी बता कर देने से इंकार कर रहा था. दोनों के बीच बहस होने लगी और विवाद बढ़ने लगा तो कारगिल चौक पर तैनात पुलिस भी पहुंच गये. जहां इसने पुलिसकर्मियों को भी डीएसपी होने की जानकारी दी. लेकिन उसके हाव-भाव को देख कर पुलिस को शक हुआ और आइकार्ड मांग दिया. पहले तो इसने आइ कार्ड देने से इंकार कर दिया, लेकिन बाद में दिया. लेकिन उस आइकार्ड पर डीजीपी का हस्ताक्षर नहीं था. जिसके कारण पुलिस ने उसे पकड़ लिया.

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नई दिल्ली: बाहरी-उत्तरी जिले की साइबर थाना पुलिस ने एक चीनी लोन एप के जरिये वसूली करने वाले गैंग का खुलासा किया है। पुलिस ने इस संबंध में गैंग सरगना समेत चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान मुख्य आरोपित अनिल कुमार (35), आलोक शर्मा (24), अवनीश (22) और कनन (35) के रूप में हुई है। आरोपित अनिल दो चीनी नागरिकों के दिशा निर्देश पर भारत में वसूली का धंधा चला रहा था। इसके लिए अनिल ने द्वारका सेक्टर-7 में एक बड़ा कॉल सेंटर बनाया हुआ था। यहां 150 से अधिक महिलाएं व पुरुष काम करते थे।

पुलिस ने इन चारों की गिरफ्तारी के लिए 134 महिलाओं एवं 15 युवकों को पूछताछ में शामिल होने का नोटिस दिया है। पुलिस ने आरोपितों के पास से 151 मोबाइल फोन, तीन लैपटॉप और कंप्यूटर की 153 हार्ड डिस्क व अन्य सामान बरामद किया है। जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि गैंग पिछले एक साल के दौरान भारतीय लोगों से वसूली कर 10 करोड़ से अधिक की रकम चीन दोनों विदेशियों के पास भेज चुका है। इसके अलावा यह लोग खुद तीन करोड़ का कमीशन भी वसूल चुके हैं। पुलिस पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है।

बाहरी-उत्तरी जिले के डीसीपी ब्रिजेंद्र कुमार यादव ने बुधवार को बताया कि पिछले दिनों नई बस्ती नरेला निवासी हिमांशु गोयल ने चीनी एप के जरिये जबरन वसूली की शिकायत दी थी। पीड़ित ने बताया कि एक दिन फेसबुक पर उसने एक लोन एप का विज्ञापन देखा। एप में बेहद कम ब्याज दरों पर लोन देने की बात की जा रही थी।

पीड़ित ने ‘on stream’ नाम से एक एप डाउनलोड किया। उसमें उसे 50 हजार रुपये लोन देने की बात की गई। एप डाउन लोड करते समय उससे उसके मोबाइल की कांटेक्ट लिस्ट और फोटो व वीडियो गैलरी एक्सेस की अनुमति मांगी गई, जिसे हिमांशु ने ओके कर दिया।

इसके बाद उसे महज 6870 रुपये का ही लोन मिला। लोन लेने के बाद जैसे हिमांशु की आफत ही आ गई। उसकी फोटो गैलरी में सेंध लगाकर आरोपियों ने उसके परिवार के फोटो छेड़छाड़ कर उसे भेज दिए। इनको सोशल मीडिया पर डालने की धमकी देकर उससे वसूली शुरू कर दी गई। पीड़ित से धीरे-धीरे एक लाख रुपये वसूल लिए गए। इस घटना की वजह से हिमांशु और उसका पूरा परिवार परेशान हो गया। पुलिस ने हिमांशु की शिकायत पर मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी।

पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि हिमांशु से वसूली की कॉल द्वारका इलाके से हो रही थीं। द्वारका के रामपाल चौक के पास रैकी की गई। वहां एक बिल्डिंग की तीन मंजिलों पर बड़ा कॉल सेंटर चल रहा था।

पुलिस की टीम ने वहां छापा मारा। यहां ‘फ्लाई हाई ग्लोबल सर्विस एंड टेक्नोलॉजी’ के नाम से कॉल सेंटर मौजूद था। यहां 150 से ज्यादा लोग काम कर रहे थे। पुलिस ने मौके से कॉल सेंटर के तीन टीम लीडर कनन, अवनीश और आलोक शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद कॉल सेंटर के मालिक व सरगना अनिल कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया। कॉल सेंटर में मौजूद 134 महिलाओं और 15 पुरुषों को पूछताछ में शामिल होने का नोटिस दिया गया।

चीन में बैठे दो नागरिक करवा रहे थे लोन एप के जरिये वसूली…

पुलिस की पूछताछ में सरगना अनिल ने बताया कि वह एसओएल से ग्रेजुएशन कर रहा है। शुरुआत में उसने वसंत विहार के एक कॉल सेंटर में काम किया। कॉल सेंटर के अलावा कई अन्य दफ्तरों में काम किया। इस दौरान दो चीनी नागरिक एल्बर्ट और मिस्टर ट्री ने उससे ‘Ding Talk App’ के जरिये संपर्क किया।

दोनों के कहने पर अनिल ने द्वारका सेक्टर-7 में एक कॉल सेंटर खोलकर वहां 150 से ज्यादा महिलाओं व पुरुषों को नौकरी पर रख लिया। चीनी नागरिकों द्वारा उपलब्ध कराए गए एप का सोशल मीडिया के जरिए प्रचार किया जाता था। इसके बाद जो लोग इनके जाल में फंस जाते तो उनसे वसूली कर रकम को अपना कमिशन रखकर चीन भेज दिया जाता था।

ऐसे की जाती थी ठगी…

फेसबुक, इंस्टाग्राम और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉम पर एप का विज्ञापन किया जाता था। यहां बेहद कम ब्याज पर लोन देने के नाम लोगों को जाल में फांसा जाता था। एक बार जब लोग एप को डाउनलोड करते थे तो उनके कांटेक्ट लिस्ट और फोटो गैलरी को एक्सेस करने के लिए अनुमति मांगी जाती थी।

अनुमति दिए बगैर लोन का एप आगे बढ़ता ही नहीं था। मजबूरन अनुमति देनी ही पड़ती थी। लोन के लिए अप्लाई करने पर बहुत कम लोन दिया जाता था। इसके बाद एक टीम पीड़िता के मोबाइल में मौजूद परिवार के फोटो से छेड़छाड़ कर उनको अश्लील बना देते थे। बाद में इनको सोशल मीडिया और कांटेक्ट में मौजूद लोगों को भेजने की धमकी देकर वसूली की जाती थी। गैंग इसी तरह हजारों लोगों से करोड़ों रुपये चीन भेज चुके हैं। पुलिस इनके बैंक खातों की जांच कर रही है।

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Chhapra : जिले के किसानों की दुर्दशा देखकर ऐसा लगता है कि केंद्र और राज्य सरकार केवल मीडिया में किसानों के हितैषी बनने का ढोंग रचती है, लेकिन धरातल पर किसानों की स्थिति बिन पानी मछली के समान है। केंद्र और राज्य सरकार किसान विरोधी है। उक्त बातें मढ़ौरा के राजद विधायक जितेंद्र कुमार राय ने अपने आवास पर आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहीं।

उन्होंने कहा कि जिले में बारिश नहीं होने से कृषि कार्य पूरी तरह प्रभावित है, नहरों से खेतों तक पानी नहीं पहुंच रहा है अधिकांश नहरों में पानी नहीं है. जिसके कारण लोग सिचाई नहीं कर पा रहे हैं और सरकार के आला अधिकारी कान में तेल डालकर सोए हुए हैं जिससे लगता है कि न सरकार और ना प्रशासन के लोगों को इस बात की चिंता है कि हमारे किसान अपनी खेती कैसे कर पाए. जिला प्रशासन अभी तक सुखार का रिपोर्ट राज्य को नहीं भेजी है मतलब साफ है कि किसान राम को राम भरोसे छोड़ दिया गया है.

उन्होंने कहा कि ने कहा कि कृषि विभाग की योजनाएं धरातल पर कहीं नहीं दिखाई दे रही है न किसानों को धान का बीज मिला और ना ही खाद मिलने की भी संभावना है. कृषि उपकरणों खाद बीजों के दाम में बेतहाशा वृद्धि कर दी गई है लेकिन किसान अपनी उपज को औने पौने दाम में बेचने पर मजबूर हैं. सारण नहर प्रमंडल एवं मढ़ौरा ब्रांच केनाल से अंतिम छोर तक पानी नहीं पहुंच रहा है जिससे किसान अपनी खेती नहीं कर पा रहे हैं. केंद्र की मोदी सरकार उल्टे किसानों पर टैक्स का बोझ जीएसटी के माध्यम से डालने का काम की है जो आजादी के बाद पहली बार हुआ है. किसानों के दूध दही आटा चावल इत्यादि पर जीएसटी का बोझ डाल दिया गया. पहले से ही किसान महंगाई से त्रस्त हैं और इस निर्णय के बाद किसानों को भूखे मरने की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी.

उन्होंने कहा कि राज सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री का इकबाल अब समाप्त हो चुका है मुख्यमंत्री जी थक चुके हैं जिसके कारण उनसे सत्ता नहीं चल रहा है और सत्ता में बैठे अधिकारी उनकी बातों को भी नहीं सुन रहे हैं मुख्यमंत्री जी मजबूर हैं ऐसे में जनता की सुधि लेने वाला कोई नहीं है. महंगाई बेरोजगारी चरम पर है. सिंचाई व्यवस्था पूरे राज्य में फेल है भ्रष्टाचार चरम पर है इसलिए डबल इंजन की सरकार को एक दिन भी बने रहने का अधिकार नहीं है.

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