Saran: 27 से 30 तक आयोजित किया जाएगा इवीएम का मॉक पोल

Chhapra: आगामी बिहार विधान सभा आम चुनाव के निमित्त इवीएम-वीवीपैट के एफएलसी को अंतिम रूप मॉक पोल के साथ दिया जाएगा। उक्त जानकारी जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी अमन समीर ने शनिवार को सदर प्रखंड के निकट अवस्थित इवीएम वेयरहाउस में जारी एफएलसी कार्य का निरीक्षण करने के दौरान दीं। उन्होंने एफएलएसी में सही पायी गयी मशीनों का विवरण प्राप्त करने के बाद बताया कि लगभग ढाई सौ मशीनों पर मॉक पोल किया जाना है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी श्री समीर ने बताया कि मॉक पोल की तैयारियां समानांतर रूप से पूरी कर ली गयीं हैं। सभी राजनीतिक दलों को इसकी सूचना पत्र के माध्यम से देने के साथ ही उनके साथ बैठक कर विस्तार से जानकारी दे दी गयी है। उन्हें रैंडमली मशीनों का चुनाव करने और मॉक पोल के दौरान स्वयं वोट डालने और मिलान व निगरानी करने के लिए इस अवधि में उपस्थित रहने को कहा गया है। वहीं इस कार्य में सहयोग के लिए पर्याप्त संख्या में मास्टर ट्रेनर की प्रतिनियुक्ति भी कर ली गयी है।

पांच प्रतिशत मशीन पर होगा मॉक पोल

मौके पर मौजूद उप निर्वाचन पदाधिकारी जावेद एकबाल ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के मैनुअल ऑफ इवीएम के प्रावधानों के अनुसर एफएलसी में कुल सही पायी जाने वाली मशीनों के पांच प्रतिशत पर मॉक पोल किया जाना है। जिनमें से एक फीसद पर 12 सौ, दो फीसद पर एक हजार और दो फीसद पर पांच सौ वोट डाल कर मशीनों के क्षमता की जांच की जाएगी। पोल के दौरान बैलेट यूनिट में लगे डमी सिम्बल से वीवीपैट के प्रिंट का सतत मिलान किया जाएगा। पोल पूरा होने पर कंट्रोल यूनिट के रिजल्ट से वीवीपैट की पर्ची का मिलान भी किया जाएगा।

एक प्रतिशत मशीनों की होगी लोड टेस्टिंग

इवीएम सेल के नोडल पदाधिकारी सह डीएमडब्लूओ रवि प्रकाश ने बताया कि मॉक पोल के दौरान एक फीसद यानी लगभग 50 मशीनों की लोड टेस्टिंग भी की जाएगी। इसमें 64 अभ्यर्थी मान कर मशीन की क्षमता जांची जाती है। इसके लिए चार बीयू को सीरीज कर जोड़ा जाता है। उनमें 64 अभ्यर्थियों वाले डमी सिम्बल के बैलेट पेपर लगाने के साथ ही वीवीपैट में भी 64 डमी सिम्बल अपलोड किया जाता है। तत्पश्चात वोट डाल कर लोड चेक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सारण में एफएलसी कार्य पूरी पारदर्शिता और सतर्कता के साथ की गयी है। भारत निर्वाचन आयोग के प्रेक्षणों ने भी सारण के व्यवस्था और कार्य पर संतुष्टि जाहिर करते हुए सराहना की है। राज्य के अन्य जिले भी सारण को उदाहरण के तौर पर देख रहे हैं।

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Chhapra: आर्केस्ट्रा में नाबालिगों के शोषण के मामले में सारण पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। सारण पुलिस ने एसपी सारण के निर्देश पर विभिन्न थानों के टीम अहले सुबह छापामारी कर 17 नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया गया।

 मई-2024 से अबतक के विशेष अभियान में कुल 162 नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराकर 21 कांड दर्ज करते हुए 56 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। 

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पत्र के आलोक में पुलिस अधीक्षक, सारण डॉ कुमार आशीष  के निर्देशानुसार महिला थाना द्वारा टीम गठित कर मशरक, पानापुर एवं इसुआपुर थानान्तर्गत आर्केस्ट्रा का विधिवत घेराबंदी कर छापामारी किया गया।

इस क्रम में जबरन प्रताड़ित कर आर्केस्ट्रा में नृत्य करवाये जाने वाली 17 नाबालिग लड़कियों (जिनमें पश्चिम बंगाल-08, उड़ीसा-04, झारखंड-02, दिल्ली-02 एवं बिहार-01) को मुक्त कराया गया। इस संबंध में महिला थाना कांड सं0-46/25, दिनांक-23.05.2025 दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।

छापामारी दल में शामिल सदस्य

थानाध्यक्ष महिला थाना, मशरक, इसुआपुर, पानापुर थाना एवं अन्य पदाधिकारी कर्मी, मिशन मुक्ति NGO के सदस्य, रेस्कयू फाउन्डेशन, दिल्ली के सदस्य, नारायणी सेवा संस्थान, सारण के सदस्य। 

उल्लेखनीय है की सारण पुलिस द्वारा लगातार ये अभियान चलाया जा रहा है। जनता से सुचना और सहयोग की अपील है।

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Chhapra: बुडको द्वारा दारोगा राय चौक से थाना चौक तक सड़क के दोनों तरफ निर्माणाधीन नाले का स्थलीय निरीक्षण जिलाधिकारी अमन समीर के द्वारा किया गया। 

इस दौरान उप विकास आयुक्त, नगर आयुक्त, छपरा नगर निगम, कार्यपालक अभियंता, पथ प्रमंडल, छपरा, बुडको के अभियंता तथा नगर निगम के अभियंता उपस्थित थें। 

जिलाधिकारी ने बुडको के अभियंता को उक्त सड़क से समानांतर ठोस एवं मजबूत नाले का निर्माण कराने का निदेश दिया ताकि दोनों तरफ सड़क की चौड़ाई को बढ़ाया जा सके।

साथ ही नाला से लेकर चहारदीवारी तक उच्च गुणवत्ता वाले पेवर ब्लॉक को लगाकर सुदृढ़तापूर्ण एवं सौंदर्यपूर्ण फुटपाथ का निर्माण करने हेतु मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना के तहत योजना का प्रस्ताव तैयार करने का निदेश दिया गया।  ताकि डाकबंगला पथ का पूर्ण रूप से सौंदर्यीकरण तथा चौड़ीकरण किया जा सके।

वेंडिंग जोन के निर्माण हेतु निर्देश
इसके साथ ही जिलाधिकारी द्वारा मज़हरूल हक चौक से लेकर महमूद चौक तक सड़क के पूर्वी भाग में काफी खाली भूमि तथा अध्यक्ष, जिला परिषद के आवास के पीछे अवस्थित भूमि का स्थलीय निरीक्षण कर उक्त भूमि पर वेंडिंग जोन के निर्माण हेतु नगर बोर्ड से प्रस्ताव पारित कराकर नगर आयुक्त, छपरा नगर निगम को अविलंब आवश्यक कार्रवाई करने का निदेश दिया गया।

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Chhapra: पुलिस उप-महानिरीक्षक, सारण क्षेत्र, निलेश कुमार एवं पुलिस अधीक्षक, सारण डॉ कुमार आशीष द्वारा संयुक्त रूप से पुलिस केंद्र, सारण में आयोजित जनरल परेड का निरीक्षण किया गया।

इस अवसर पर दोनों अधिकारियों ने परेड में शामिल अधिकारियों एवं जवानों की तैयारियों की समीक्षा की तथा परेड की गुणवत्ता, अनुशासन एवं वर्दी की स्थिति का निरीक्षण किया।

गौरतलब है कि पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों की शारीरिक फिटनेस, प्रशिक्षण तथा अनुशासन बनाए रखने हेतु पुलिस केंद्र, सारण में नियमित रूप से पी.टी. एवं जनरल परेड का आयोजन किया जाता है।

इस अवसर पर वरिष्ठ अधिकारियों ने जवानों को कर्तव्यनिष्ठा, अनुशासन एवं जनसेवा की भावना के साथ कार्य करने हेतु प्रेरित किया।

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26 मई 2025 को नियोजन कैम्प का होगा आयोजन

Chhapra: नियोजन पदाधिकारी, अवर प्रादेशिक नियोजनालय, छपरा से प्राप्त जानकारी के अनुसार अवर प्रादेशिक नियोजनालय (पता-बाजार समिति, साढ़ा, प्रेम नगर, काजरिया टाईल्स के सामने), छपरा के द्वारा दिनांक 26.05.2025 को एक दिवसीय नियोजन कैम्प का आयोजन नियोजन कार्यालय, छपरा में किया जाएगा।

इस नियोजन कैम्प में GSA Foundation के द्वारा जॉब लोकेशन अहमदाबाद गुजरात के खुल रिक्त 45 पदों पर पात्र अभ्यर्थियों का चयन किया जायेगा। नियोजन कैम्प में भाग लेने हेतु शैक्षणिक योग्यता 10 वीं पास होना आवश्यक है। वेतन -15720 से 25000 रुपये होगा ।

नियोजन कैम्प में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के लिए आवश्यक है कि उनका निबंधन नियोजनालय में हो। नियोजनालय में निबंधन की प्रक्रिया ऑनलाईन कर दी गयी है जो कि भारत सरकार के पोर्टल (www.ncs.gov.in) के माध्यम से होता है। कोई भी अभ्यर्थी घर बैठे अपना निबंधन इस पोर्टल के माध्यम से कर सकता है। साथ ही अवर प्रादेशिक नियोजनालय, छपरा कार्यालय में भी ऑनलाईन निबंधन हेतु संपर्क किया जा सकता है। अभ्यर्थी अपना नियोजनालय निबंधन इस पोर्टल पर आवश्यक रूप से करा लेंगे। नियोजन कैम्प में भी ऑनलाईन नियोजनालय निबंधन की व्यवस्था रहेगी।

रोजगार के इच्छुक अभ्यर्थी इस नियोजन कैम्प में भाग लेकर रोजगार प्राप्त कर सकते हैं।

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शारदीय खरीफ महा अभियान कार्यशाला का जिलाधिकारी ने किया शुभारंभ

Chhapra: शहर के भिखारी ठाकुर आर्ट गैलरी में आयोजित जिला स्तरीय खरीफ कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी अमन समीर, संयुक्त कृषि निदेशक राकेश रंजन, एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग की असिस्टेंट डायरेक्टर और पटना की नोडल पदाधिकारी शगुफ्ता शफी, कृषि विज्ञान केंद्र प्रमुख वैज्ञानिक एसके राय, जिला कृषि पदाधिकारी एस बी सिंह, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला डेरी ऑफिसर,सहायक निदेशक हॉर्टिकल्चर, सहायक निदेशक मिट्टी जांच, सहायक निदेशक पौधा संरक्षण आदि ने संयुक्त रूप से किया।

कार्यक्रम में जिले के सभी प्रखंडों के कृषि पदाधिकारी, ऐसी, एटीएम, बी टी एम, कृषि सलाहकार, जिले में योगदान दिए सभी प्रशिक्षु प्रखंड कृषि पदाधिकारी और बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे जिन्होंने कार्यशाला का लाभ लिया।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि हर किसान तक कृषि की योजनाएं पहुचनी चाहिये इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि कृषि में बेहतर विकास के लिए जिले के सभी 318 पंचायत की क्रॉपिंग इंटेंसिटी तैयार की जाएगी। इसके लिए जिला कृषि पदाधिकारी को अभी से ही लग जाना होगा। इतना ही नहीं प्रत्येक पंचायत की मिट्टी जांच होनी चाहिए ताकि पता लग सके की मिट्टी की गुणवत्ता क्या है। इसके लिए सैंपल लिया जाना चाहिए। नियमित रूप से खेती किसानी परिचर्चा आयोजित होनी चाहिए। कृषि परिचर्चा में एजेंडा हर पंचायत का अलग-अलग और स्पेसिफिक होनी चाहिए। कृषि चौपाल के लिए भी बेहतर एजेंडा होना चाहिए ताकि इसका लाभ किसानों तक पहुंचे। किसानों की मदद के लिए मौसम पूर्वानुमान को लेकर भी समय-समय पर जानकारी दी जानी चाहिए।उन्होंने कहा कि खाद की उपलब्धता हमेशा बफर स्टॉक के रूप में किया जाना चाहिए ताकि कभी भी किसानों को परेशानी नहीं हो।आकस्मिक फसल बीमा योजना और सरकार की किसानों के लिए जो विभिन्न योजनाएं हैं उनका व्यापक प्रचार प्रसार करने का आदेश दिया। जिलाधिकारी ने कृषि से संबंधित अनेक महत्वपूर्ण बिंदु पर सुझाव और निर्देश दिए।

उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि कृषि की योजनाएं आम किसानों तक पहुंचे इसके लिए जिला से लेकर प्रखंड स्तर के कृषि पदाधिकारी को जुट जाना होगा।किसी तरह की लापरवाही होती है तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

कार्यक्रम को संयुक्त कृषि निदेशक, जिला कृषि पदाधिकारी समेत अन्य अधिकारियों ने भी संबोधित किया।

खरीफ महाअभियान कार्यशाला प्रखंड स्तर पर भी होगा, इसके लिए कैलेंडर जारी कर दिया गया है। जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि

26 मई को सदर प्रखंड, दिघवारा प्रखंड और दरियापुर प्रखंड में,

27 को जलालपुर प्रखंड में, परसा प्रखंड में और रीविलगंज प्रखंड में,

28 को मकेर प्रखंड में, अमनौर प्रखंड में और तरैया प्रखंड में,

29 को नगरा प्रखंड में, एकमा प्रखंड में, मांझी प्रखंड में,

30 को मढ़ौरा, सोनपुर और गरखा प्रखंड में,

31 को बनियापुर, लहलादपुर, इसुआपुर प्रखंड में,

1 जून को पानापुर और मशरख प्रखंड में कार्यशाला का आयोजन होगा.

कार्यक्रम में खरीफ शंकर धान बीज वितरण कार्यक्रम, खरीफ वर्ष 2025- 26, मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना अंतर्गत धान बीज वितरण के लिए प्रखंड द्वारा प्रस्तावित लक्ष्य के बारे में जानकारी दी गई, चतुर्थ कृषि रोड मैप के अंतर्गत खाद्य एवं पोषण सुरक्षा दलहन योजना अंतर्गत अरहर फसल को बढ़ावा देने के लिए भौतिक एवं वित्तीय जिलावार वार्षिक कार्य योजना आदि के बारे में जानकारी दी गई।

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Bollywood:  मनोरंजन जगत से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। बॉलीवुड अभिनेत्री अथिया शेट्टी ने फिल्म इंडस्ट्री को अलविदा कहने का फैसला कर लिया है। इस बात की पुष्टि खुद उनके पिता सुनील शेट्टी ने की है। अथिया के इस फैसले से उनके प्रशंसकों को बड़ा झटका लगा है।

 

2015 में अथिया ने फिल्म ‘हीरो’ से बॉलीवुड में कदम रखा था

साल 2015 में अथिया ने फिल्म ‘हीरो’ से बॉलीवुड में कदम रखा था और अब महज 32 साल की उम्र में उन्होंने ग्लैमर वर्ल्ड को छोड़ने का निर्णय लिया है। बताया जा रहा है कि हाल ही में मां बनने के बाद अथिया ने पूरी तरह से मातृत्व की जिम्मेदारियों को अपनाने का फैसला किया है और इसी कारण उन्होंने अभिनय से दूरी बनाने का रास्ता चुना है।

दियासुनील शेट्टी ने अपनी बेटी अथिया शेट्टी के फिल्म इंडस्ट्री से दूर होने के फैसले को लेकर खुल कर बात की है

अथिया ने हमेशा के लिए बॉलीवुड छोड़ दियासुनील शेट्टी ने अपनी बेटी अथिया शेट्टी के फिल्म इंडस्ट्री से दूर होने के फैसले को लेकर खुल कर बात की है। उन्होंने बताया कि यह निर्णय अथिया ने पूरी तरह अपने मन से लिया है। सुनील ने कहा, “अथिया ने अपनी आखिरी फिल्म के बाद कई प्रस्ताव ठुकरा दिए। एक दिन वह मेरे पास आई और बोली, ‘पापा, मैं अब फिल्मों में काम नहीं करना चाहती और बस, वह चली गई।” उन्होंने आगे कहा, “मैं उसके फैसले का पूरा सम्मान करता हूं। सबसे अच्छी बात यह है कि उसने दूसरों की नहीं बल्कि अपने दिल की सुनी।” इस तरह सुनील शेट्टी ने साफ किया कि अथिया ने फिल्मों दुनिया से दूरी बनाने का फैसला सोच-समझकर लिया है।

अथिया का करियर

अथिया शेट्टी ने जनवरी 2023 में भारतीय क्रिकेटर के.एल. राहुल से शादी रचाई थी। मार्च 2025 में दोनों एक प्यारी-सी बेटी के माता-पिता बने, जिसका नाम उन्होंने ‘इवारा’ रखा है। सुनील शेट्टी ने एक मां के रूप में अथिया की भूमिका की सराहना करते हुए कहा, “आज वह अपने जीवन की सबसे खूबसूरत भूमिका निभा रही है, मातृत्व। वह इस नई यात्रा को पूरी तरह जी रही है और हर पल का आनंद ले रही है।” हालांकि अथिया के एक्टिंग करियर को अलविदा कहने का फैसला उनके प्रशंसकों के लिए चौंकाने वाला रहा, लेकिन कई लोग उनके इस फैसले की तारीफ भी कर रहे हैं और उनके नए जीवन को शुभकामनाएं दे रहे हैं, अथिया ने 2015 में फिल्म ‘हीरो’ से अपने करियर की शुरुआत की और उसके बाद दो फिल्मों ‘मुबारकां’ (2017) और ‘मोतीचूर चकनाचूर’ (2019) में काम किया। हालाँकि, इन फिल्मों को अपेक्षित सफलता नहीं मिली। फिर भी लोगों ने अथिया के प्रदर्शन की प्रशंसा की।

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Chhapra: सामाजिक सुरक्षा कोषांग द्वारा सरकार की योजनाओ से लाभान्वित लाभुकों के बीच बुधवार को आनुदान राशि से संबंधित जमा राशि के कागजात हस्तगत कराए गये।

जिला सामाजिक सुरक्षा कार्यालय में मुख्यमंत्री दिव्यांगजन विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना से अच्छादित रेखा कुमारी वधु एवं महादेव कुमार वर ग्राम-छोटा तेलपा, पो०-छपरा को सावधि जमा से संबंधित Fixed Deposit सहायक निदेशक राहुल कुमार द्वारा हस्तगत कराया गया।

इसके अतिरिक्त अंतर जातीय विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना से अच्छादित नीरू कुमारी, पति- प्रधूमन कुमार, ग्राम-पचरुखी भेल्दी, परसा को सावधि जमा से संबंधित Fixed Deposite हस्तगत करया गया।

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विलुप्त होने के कगार पर जिले की 12 नदियां, चौड़ाई बढ़ाने कि तैयारी जुटा प्रशासन

छपरा : सारण जिलाधिकारी अमन समीर द्वारा बुधवार 21 मई को भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के अधीन WAPCOS (जल एवं विद्युत परामर्श सेवा) के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में अपर समाहर्ता, सभी उप समाहर्त्ता, भूमि सुधार, सभी अंचलाधिकारी भी मौजूद रहें।

बैठक में बाढ़ प्रमंडल के अभियंताओं के साथ विलुप्त होने के कगार पर खड़ी जिले की 12 नदियों की चौड़ाई बढ़ाने, उन्हें पूर्ण रूप से अस्तित्व में लाने तथा 179 संरचनाओं की चौड़ाई बढ़ाने हेतु प्रस्तावित परियोजना के सफल कार्यान्वयन के परिप्रेक्ष्य में दो दिनों के अंदर मौजावार संबंधित नदियों की चौड़ाई का आकलन करने तथा कितना चौड़ा किया जा सकता है, से संबंधित मौजावार प्रतिवेदन तैयार करने तथा सभी उप समाहर्ता भूमि सुधार की अध्यक्षता में बैठक कर उक्त परियोजना के कार्यान्वयन हेतु अग्रेत्तर कार्रवाई करने का निदेश दिया गया ताकि WAPCOS के पदाधिकारियों द्वारा उक्त परियोजना का कार्य प्रारंभ कराया जा सके।

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Chhapra: रिविलगंज थाना क्षेत्र के एनएच-85 पर मुकरेड़ा मोड़ से 50 मी0 आगे लाइन होटल के पास ट्रैक्टर और टोटो की टक्कर हो गई। दुर्घटना में 2 लोगों की मौत हो गई। वहीं दो घायल हो गए। घायलों को ईलाज के लिए सदर अस्पताल भी भर्ती कराया गया है। 

इस दुर्घटना में मुन्ना महतो (40) और अरविन्द कुमार (40) की मौत हो गई है। दोनों सुबह सुबह मजदूरी करने रिविलगंज जा रहे थे।  वहीं टोटो चालक चंद्रिका महतो और  रामेश्वर मांझी घायल हैं। जिनका ईलाज सादर अस्पताल में चल रहा है। 

पुलिस ने मौके पर पहुँच ट्रैक्टर को जब्त किया है, वहीं मृतकों के शव को पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया है। 

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21 मई: अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस

हर साल 21 मई को दुनिया में अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य वैश्विक चाय व्यापार के श्रमिकों और उत्पादकों पर पड़ने वाले प्रभाव की ओर सरकारों और नागरिकों का ध्यान आकर्षित करना होता है। इसमें समर्थन मूल्य और निष्पक्ष व्यापार के अनुरोधों को भी जोड़ा गया है। पहले इसे 15 दिसंबर को मनाया जाता था। दरअसल साल 2015 में संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन ने आधिकारिक तौर पर संयुक्त राष्ट्र संघ में अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था। इसे 21 दिसंबर 2019 को मान्यता दी गई और 21 मई को अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस घोषित किया गया। 21 मई 2020 को पहली बार अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस मनाया गया। तब से हर साल यह दिवस मनाया जाता है।

कोल्ड ड्रिंक के बाद चाय दुनिया का दूसरा सबसे लोकप्रिय पेय है

दुनिया में ज्यादातर लोगों के दिन की शुरुआत चाय के साथ होती है। कोल्ड ड्रिंक के बाद चाय दुनिया का दूसरा सबसे लोकप्रिय पेय है। चाय के सम्मान में एक पूरा दिन समर्पित किया गया है। चाय की खेती कई देशों में आजीविका का मुख्य साधन है। इस दिवस को मनाने का खास उद्देश्य लोगों को चाय पीने के फायदे बताने के साथ चाय की खपत को बढ़ावा देना भी है। असम, भारत का पहला राज्य है जहां चाय के बागान सबसे पहले स्थापित किए गए थे।

भारत में चाय को अंग्रेजों (ब्रिटिशर्स) ने लोकप्रिय किया

भारत में चाय को अंग्रेजों (ब्रिटिशर्स) ने लोकप्रिय किया है। साल 1834 में जब गवर्नर जनरल लॉर्ड बैंटिक भारत आए, तो उन्होंने असम में लोगों को एक तरह की पत्तियों को पानी में उबालकर दवाई की तरह पीते हुए देखा। दरअसल यह चाय की ही पत्तियां थीं। बैंटिक ने असम के लोगों को इन पत्तियों के बारे में बताया और इस तरह से भारत में चाय की शुरुआत हुई। ऐसा माना जाता है कि 2732 बीसी में चीन के शासक शेंग नुंग ने गलती से चाय की खोज की थी। अब तो दूध, चीनी और पत्ती से बनने वाली चाय कई तरीकों से बनाई जाने लगी है। कश्मीर का काहवा इसका उदाहरण है।


अब चाय के कई रूप हो चुके हैं

अब चाय के कई रूप हो चुके हैं। बहुत से लोग मसाला चाय को पसंद करते हैं। जो इसका स्वाद ही नहीं बढ़ाते, बल्कि फायदे भी बढ़ाते हैं। सर्दियों में इस चाय को पीने से गर्मी आती है। लौंग, दालचीनी, काली मिर्च जैसे मसाले इसमें प्रयोग किए जाते हैं। ईरानी चाय का स्वाद भी मशहूर हो गया है। हैदराबाद और पुणे में लोग इस चाय के अधिक शौकीन हैं। बटर टी भी लोगों के चौकों में प्रवेश कर चुकी है। इसे याक के बटर, चाय की पत्तियों और नमक से साथ बनाया जाता है। कहते हैं स्वाद में जबरदस्त होती है। अब तो तंदूरी चाय भी बनने लगी है। इसे तंदूर में पका कर कुल्हड़ में परोसा जाता है। नून चाय का स्वाद भारत के कश्मीर में चखने को मिलता है। यह यहां की ट्रेडिनशल चाय है। वैसे कश्मीर के अलावा राजस्थान और नेपाल में भी नून चाय मशहूर है। गर्मियों में नींबू चाय भी पसंद की जाती है। इसे चायपत्ती, शक्कर और नींबू से तैयार किया जाता है।

महत्वपूर्ण घटनाचक्र:

1502: पुर्तगाल के जोआओ दा नोवा ने दक्षिण अटलांटिक महासागर में सेंट हेलेना द्वीप की खोज की।

1819: अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर की सड़कों पर पहली बार साइकिल देखी गई। तब उसे स्विफ्ट वॉकर कहा जाता था।

1840: न्यूजीलैंड को ब्रिटेन का उपनिवेश घोषित किया गया।

1851: दक्षिण अमेरिका के कोलंबिया में गुलामी प्रथा समाप्त हुई।

1881: अमेरिकी रेड क्रॉस संस्था की स्थापना।

1904: पेरिस में फुटबॉल की सर्वोच्च संस्था अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल महासंघ (फीफा) की स्थापना।

1918: अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने महिलाओं को मतदान की अनुमति दी।

1927: अमेरिकी पायलट चार्ल्स लिंडनबर्ग ने एक छोटे से विमान से न्यूयॉर्क से पेरिस के बीच बिना रुके पहली अटलांटिक पार उड़ान भरी।

1935: क्वेटा में भूकंप। 30 हजार से अधिक लोगों की मौत।

1961: दक्षिण अफ्रीका के अलाबामा के मोंटगुमरी शहर में श्वेत और अश्वेत लोगों के बीच टकराव। रंगभेद का विरोध करने वाले डॉ. मार्टिन लूथर किंग की सभा के दौरान श्वेत लोगों के हंगामा करने से झगड़ा शुरू हुआ।

1981ः पियरे मोरो फ्रांस के प्रधानमंत्री नियुक्त।

1991: तमिलनाडु के श्रीपेरम्बदूर में आत्मघामी बम हमले में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या।

1994: सुष्मिता सेन ने मनीला में संपन्न 43वीं मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में जीत हासिल की।

1994ः दक्षिणी यमन की उत्तरी यमन से अलग होने की घोषणा।

1996ः प्रसिद्ध शीतल पेय कंपनी पेप्सी ने विश्व में पहली बार अंतरिक्ष में विज्ञापन फिल्म बनाने की घोषणा की।

1997: जबलपुर के पास भूकंप। 27 की मौत।

1998ः बत्तीस वर्ष तक लगातार इंडोनेशिया पर शासन करने वाले राष्ट्रपति सुहार्तों का त्यागपत्र।

2002ः बांग्लादेश के पूर्व राष्ट्रपति एचएम इरशाद को छह महीने कारावास की सजा।

2003ः विश्व के 190 से भी अधिक देशों ने तम्बाकू के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय संधि को जिनेवा में मंजूरी दी।

2008ः संयुक्त राष्ट्र संघ की योजना के तहत 15 देशों की वायुसेनाओं के 90 अधिकारियों का एक साझा टेबल अभ्यास हैदराबाद में प्रारम्भ।

2008ः मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद के पुत्र दातुक मोखजानी महातिर ने सत्तारूढ़ दल यूएमएनओ से इस्तीफा दिया।

2010ः ओडिशा तट पर बंगाल की खाड़ी में भारतीय सेना के जंगी जहाज रणवीर से भारतीय नौसेना ने सुपरसोनिक ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल के उर्ध्वाधर प्रक्षेपण संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।

2010ः दार्जिलिंग में अखिल भारतीय गोरखा लीग के अध्यक्ष मदन तमांग की हत्या।

2020: समुद्री तूफान अम्फान की वजह से पश्चिम बंगाल में 77 लोगों की मौत।

जन्म

1857ः प्रसिद्ध विधिवेत्ता और सार्वजनिक कार्यकर्ता सर सुंदर लाल।

1930ः ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री मैल्कम फ्रेजर।

1931ः भारत के प्रसिद्ध व्यंग्यकार शरद जोशी ।

1940ः भारतीय मूल के हिन्दी लेखक नरेश भारतीय।

निधन

1979ः गांधीवादी जीवन शैली की कट्टर समर्थक जानकी देवी बजाज।

2021ः प्रसिद्ध पर्यावरणविद और चिपको आन्दोलन के प्रमुख नेता सुन्दरलाल बहुगुणा।

महत्वपूर्ण दिवस

-राजीव गांधी की पुण्य तिथि।

-अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस।

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Chhapra: संपूर्ण क्रांति के पुरोधा लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्मभूमि सिताब दियारा से जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने मंगलवार को राज्यव्यापी ‘बिहार बदलाव यात्रा’ की शुरुआत की।

120 दिनों में बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों का दौरा
प्रशांत किशोर इस यात्रा के तहत अगले 120 दिनों में बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों का दौरा करेंगे और जनता से सीधा संवाद स्थापित करेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य बिहार की जनता को व्यवस्था परिवर्तन के प्रति जागरूक करना और आगामी विधानसभा चुनाव में जन सुराज के रूप में जनता के सामने एक मजबूत विकल्प प्रस्तुत करना है। बिहार को बदहाली से निकालकर देश के अग्रणी राज्यों में से एक बनाने का सपना लेकर प्रशांत किशोर एक बार फिर राज्यव्यापी यात्रा पर निकले हैं।

शहीद मोहम्मद इम्तियाज के घर पहुँच दी श्रद्धांजलि
बिहार बदलाव यात्रा शुरू करने से पहले प्रशांत किशोर ऑपरेशन सिंदूर में शहीद हुए सारण जिले के शहीद मोहम्मद इम्तियाज के घर गए और उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वे सिताब दियारा के लिए रवाना हो गए। सिताब दियारा पहुंचकर उन्होंने सबसे पहले जेपी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उनके पैतृक घर का दौरा किया। जेपी के घर की जर्जर हालत पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि जेपी के नाम पर उनके अनुयायी अपने घरों में एसी (A.C) चला रहे हैं और यहां सिताब दियारा में उनके घर में अंधेरा है। हम सरकार से अपील करते हैं कि हमसे चंदा लेकर जेपी जी के घर में बिजली बहाल करें। मैं यहां जेपी के जर्जर घर को देखने नहीं आया हूं, मैं लोकनायक की जन्मस्थली से प्रेरणा लेने आया हूं। लेकिन यहां की हालत देखकर बिहार में बदलाव की मेरी बात और मजबूत हो जाती है।

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