पीएम मोदी आगामी 29 मई को ही पहुचेंगे पटना

Patna: प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी के बिहार दाैरे के कार्यक्रम में बदलाव किया गया है। बदले हुए कार्यक्रम के अनुसार प्रधानमंत्री अब दो दिवसीय बिहार दौरे पर आएंगे। पीएम मोदी आगामी 29 मई को ही पटना पहुंच जाएंगे। 29 को वो पटना में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन करेंगे, जबकि 30 मई को विक्रमगंज में जनसभा को संबोधित करेंगे। पहले उनका कार्यक्रम एक दिन का तय था, लेकिन अब इसे विस्तारित कर दो दिन का कर दिया गया है

 

पीएम मोदी इस बार  दो दिवसीय दौरे पर बिहार आ रहे हैं

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने शनिवार को बताया कि पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक दिवसीय दौरे पर बिहार आने वाले थे, लेकिन अब उनके कार्यक्रम में बदलाव किया गया है। पीएम मोदी अब दो दिवसीय दौरे पर बिहार आ रहे हैं। पहले केवल बिक्रमगंज में एकदिवसीय कार्यक्रम तय था, लेकिन अब पीएम दो दिन के प्रवास पर बिहार आ रहे हैं।

 

प्रधानमंत्री 29 मई की शाम पटना एयरपोर्ट टर्मिनल का करेंगे उद्घाटन

प्रधानमंत्री 29 मई की शाम पटना पहुंचेंगे। यहां वे जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन करेंगे। यह भवन लगभग 1,216 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ है और राज्य के हवाई यातायात को नई गति देगा। उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री रात में पटना में ही विश्राम करेंगे। 30 मई को प्रधानमंत्री रोहतास के बिक्रमगंज में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। यह रैली चुनावी दृष्टिकोण से बेहद अहम मानी जा रही है। प्रधानमंत्री का यह दौरा खास तौर पर आगामी विधानसभा चुनाव और हालिया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के संदर्भ महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

 

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पटना, 17 मई (हि.स.)। सिवान के एमपी-एमएलए कोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के खिलाफ एक इश्तेहार जारी किया है। इस इश्तेहार के जरिये कोर्ट ने उन्हें ससमय पेश होने का आदेश दिया है। लालू प्रसाद आचार संहिता उल्लंघन के एक पुराने मामले में पिछले कई सुनवाई में उपस्थित नहीं हुए थे। इस कारण कोर्ट ने उनके खिलाफ यह इश्तेहार जारी किया है।

दरअसल, कोर्ट में उपस्थिति को लेकर जमानतीय और गैर-जमानतीय वारंट जारी होने के बाद भी यदि आरोपी उपस्थित नहीं होता है, तो उसके विरुद्ध इश्तेहार जारी किया जाता है। एक पुराने मामले में न्यायालय ने उन्हें स-समय कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है। लालू यादव से जुड़ा यह मामला 2011 का है।

 

दरौंदा विधानसभा क्षेत्र में 2011 में हुआ था उपचुनाव

सिवान जिले में दरौंदा थाना के विधानसभा क्षेत्र में 2011 में उपचुनाव हुआ था, जिसमें राजद उम्मीदवार परमेश्वर राय, लालू यादव के पार्टी से चुनाव लड़ रहे थे। इसी बीच चुनाव प्रचार-प्रसार के दौरान उनपर अचार संहिता 144-188 धारा लगा था। इसके अंतर्गत आचार संहिता उल्लंघन ध्वनि निस्तारण यंत्र अधिनियम 9 के तहत लाउडस्पीकर एक्ट को लेकर तत्कालीन अंचलाधिकारी (सीओ) के द्वारा, जो कि उस समय उड़नदस्ता प्रभारी थे, उनके द्वारा थाना में केस दर्ज करवाया गया था।

एमपी ,एमएलए कोर्ट में यह केस 14 साल चलने के बाद आज एक एसीजीएम एमपी एमएलए कोर्ट के द्वारा लालू यादव के खिलाफ इश्तेहार जारी किया गया है। इश्तेहार में लालू प्रसाद यादव के गांव फुलवरिया का पता है, जहां इश्तेहार को चिपकाया जाएगा।

एडवोकेट मदन सिंह ने बताया कि यह बेलेबल सेक्शन है। आचार संहिता उल्लंघन मामले में इन पर केस दर्ज हुआ था। मदन सिंह ने कहा कि दरौंदा के पांडेपुर गांव में यह जनसभा हुई थी, जिसको लेकर आचार संहिता का उल्लंघन का मामला आया था और तत्कालीन सीओ के द्वारा उन पर केस दर्ज किया गया था।

उल्लेखनीय है कि परमेश्वर राय, लालू यादव की पार्टी राजद से उम्मीदवार थे, उनकी मृत्यु हो गई है। सिर्फ लालू यादव ही इस केस में जीवित हैं, जिन पर न्यायालय के द्वारा इश्तेहार जारी किया गया है।

 

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Chhapra: राज्य मंत्रिमंडल ने सोनपुर को दो बड़ी सौगात दी है। नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रस्ताव के आलोक में सोनपुर आयोजना क्षेत्र के क्षेत्र विस्तार की स्वीकृति दी गई है। वहीं नगर पंचायत, सोनपुर को नगर परिषद के रूप में उत्क्रमण को मंजूरी दी गई है। 

राज्य मंत्रिमंडल ने नगर पंचायत, सोनपुर को नगर परिषद में उत्क्रमण करने के लिए बिहार नगरपालिका अधिनियम, 2007 की धारा-3, 4 एवं 7 तथा विभागीय अधिसूचना संख्या 2145 दिनांक 10.08.2022 के अंतर्गत संलग्न अधिसूचना प्रारूप के अनुसार नगरपालिका क्षेत्र गठित करने के आशय की घोषणा करते हुए आपत्ति एवं सुझाव आमंत्रित किये जाने एवं धारा-5 के अन्तर्गत निर्धारित अवधि में विचार योग्य आपत्ति प्राप्त नहीं होने पर धारा-6 के अन्तर्गत नगरपालिका क्षेत्र के गठन की अधिसूचना निर्गत करने के संबंध में स्वीकृति प्रदान की है।

 

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हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी शिक्षकों को नहीं मिला वेतन और पेंशन

नालंदा, बिहारशरीफ :  बिहार राज्य संबद्ध डिग्री महाविद्यालय शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ (फैक्टनेब) ने पटना उच्च न्यायालय के न्याय निर्णय के आलोक में संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों के शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों को वेतन और पेंशन शीघ्र भुगतान करने की मांग बिहार सरकार से की है।

फैक्टनेब ने स्पष्ट किया है कि एल.पी.ए. संख्या 683/2023 एवं सी.डब्ल्यू.जे.सी. संख्या 808/2019 में पटना हाईकोर्ट ने जो आदेश दिया है वह संबद्ध महाविद्यालयों में वर्षों से सेवा दे रहे शिक्षकों और शिक्षकेतर कर्मियों के हक में एक ऐतिहासिक और समाजोपयोगी निर्णय है। इसके अनुसार सरकार को उनके वेतन और पेंशन की व्यवस्था अविलंब करनी चाहिए।

फैक्टनेब के अध्यक्ष डॉ. शंभुनाथ प्रसाद सिन्हा, महासचिव प्रो. राजीव रंजन और मीडिया प्रभारी प्रो. अरुण गौतम ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा में संबद्ध महाविद्यालयों की भूमिका और वहां कार्यरत कर्मियों की दशकों की सेवाओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। न्यायालय ने उनकी दयनीय आर्थिक स्थिति को देखते हुए यह निर्णय सुनाया है जिसे निर्धारित समय सीमा के भीतर लागू किया जाना अनिवार्य है।

प्रो. अरुण गौतम ने बताया कि 30 अप्रैल से राज्यव्यापी “वेतन-पेंशन भुगतान जागरूकता सभा” की शुरुआत की गई है ताकि सरकार पर न्यायालय के निर्णय को लागू करने का दबाव बनाया जा सके।इस कड़ी में अगली संयुक्त सभा 20 मई को अल समस डिग्री कॉलेज अररिया में आयोजित की जाएगी। यह सभा पूर्णिया विश्वविद्यालय, बी.एन. मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा एवं तिलकामांझी विश्वविद्यालय भागलपुर के शिक्षकों की संयुक्त भागीदारी में होगी। इसमें भागलपुर शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से विधान पार्षद डॉ. संजीव कुमार सिंह फैक्टनेब के अध्यक्ष डॉ. सिन्हा, सचिव डॉ. रविन्द्र कुमार सहित कई शिक्षाविद और प्रतिनिधि शामिल होंगे।

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बोधगया में बौद्ध भिक्षु बनकर रह रहा बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

पटना। बिहार के बोधगया में एक बांग्लादेशी नागरिक को पकड़ा गया है। वह अपनी असली पहचान छुपा कर चोरी छुपे बोधगया के स्लीपिंग बुद्धा मॉनेस्ट्री में बौद्ध भिक्षु बनकर रह रहा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

जानकारी के अनुसार बोधगया थाना प्रभारी मनोज कुमार सिंह अपने दल-बल के साथ गश्ती कर रहे थे। यहां स्लीपिंग बुद्धा मॉनेस्ट्री में सुरक्षा के दृष्टिकोण से जांच की गई। बुद्धा इंटरनेशनल वेलफेयर मिशन में रहने वाले लोगों का सत्यापन किया गया। इस दौरान एक बौद्ध भिक्षु छुपने लगा। पुलिस ने शक के आधार पर उसे पकड़ा और पूछताछ की। पूछताछ में उसने अपनी पहचान 62 वर्षीय प्रापूल चकमा पिता गानेश्वर चकमा घर अरुणाचल प्रदेश का बताया, लेकिन पुलिस काे शक हुआ कि वह अपनी असली पहचान छुपा रहा है। पुलिस उसे बोधगया थाना लेकर आयी और फिर पूछताछ की। इसके बाद उसने अपनी असली पहचान पवन कांति बरुआ पिता सुकेंदु विकास बरुआ निवासी थाना काठ खाली, बांग्लादेश बताई। पुलिस ने असली पहचान छुपाकर रहने के जुर्म में उसे गिरफ्तार कर लिया।

बनवाया था फर्जी आधार कार्ड

बांग्लादेशी नागरिक ने कुछ दिन पूर्व बंग्लादेश से बिना वीजा पासपोर्ट के भारत में प्रवेश किया था और अरुणाचल प्रदेश में जाकर अपना एक फर्जी आधार कार्ड बनवा लिया। इसके बाद बोधगया के बुद्धा इंटरनेशनल वेलफेयर मिशन (स्लीपिंग बुद्धा) में रहने लगा।

बोधगया थाना प्रभारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि बांग्लादेशी नागरिक पिछले 15 दिनों से अपनी असली पहचान छुपा कर यहां रह रहा था। पुलिस ने शक के आधार पर जब पूछताछ की तो उसकी असली पहचान सामने आ गई। अग्रतर करवाई करते हुए उसे जेल भेज दिया गया है।

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पुलिस की वर्दी में यूट्यूब के लिए वीडियो बनाते 6 गिरफ्तार

वर्दी और नकली हथियार के साथ कैमरा जब्त

पूर्वी चंपारण:  जिले लखौरा थाना पुलिस ने शुक्रवार को सरसौला-झिटकहिया रोड स्थित सरसौला स्कूल के समीप छह युवकों को बिना अनुमति के गलत तरीके से पुलिस की वर्दी पहनकर घूमते पकड़ा है।

गिरफ्तार युवको की पहचान अमरनाथ कुमार, अंदल कुमार, अमल कुमार, सुमन कुमार, अफरोज गोहग्गद और संजय कुमार सभी निवासी लखौरा थाना के रूप में हुई है।पुलिस ने इनके पास से नकली वर्दी, प्लास्टिक और लकड़ी की बंदूकें, पुलिस की टोपी, ‘सिंघम’ नाम की नेमप्लेट, निकोन कैमरा और एक वैन बरामद किया है।

बताया गया है,कि सभी यूट्यूब के लिए वीडियो शूट कर रहे थे।पुलिस के अनुसार बिना अनुमति के पुलिस की वर्दी पहनना संगीन अपराध है।लखौरा थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि सभी आरोपी यूट्यूब के लिए वीडियो शूट कर रहे थे। जिसके लिए पुलिस की वर्दी और हथियारों का इस्तेमाल कर रहे थे।इनके पास से बरामद सामान को जब्त कर इनके यूट्यूब चैनल की तकनीकी जांच की जा रही है।

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बिहार कैबिनेट : कर्मचारियों का डीए 53 प्रतिशत से बढ़ाकार 55 प्रतिशत किया

पटना:  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में शुक्रवार शाम मंत्रिमंडल की बैठक में मोक्ष और ज्ञान की भूमि गया का नाम बदलकर गया जी रख दिया गया है। आज की बैठक में कुल 69 एजेंडों पर मुहर लगी है। कैबिनेट ने बिहार सरकार के कर्मचारियों के लिए डीए 53 प्रतिशत से बढ़ाकर इसे 55 प्रतिशत कर दिया है।

बिहार सरकार पर सप्तम केंद्रीय पुनरीक्षित वेतन संरचना में वेतन पेंशन प्राप्त कर रहे सरकारी सेवकों और पेंशन भोगियों को 53 प्रतिशत से 55 प्रतिशत महंगाई भत्ता (डीए) करने पर 1070 करोड़ रुपये का भार पड़ेगा।

1 जनवरी 2025 के प्रभाव से 455 प्रतिशत के स्थान पर 466 प्रतिशत महंगाई भत्ता

मंत्रिमंडल ने पंचम केंद्रीय वेतनमान में वेतन पेंशन प्राप्त कर रहे सरकार के सरकारी सेवकों और पेंशन भोगियों को 1 जनवरी 2025 के प्रभाव से 455 प्रतिशत के स्थान पर 466 प्रतिशत महंगाई भत्ता देने का फैसला किया है।

षष्टम केंद्रीय वेतनमान में वेतन पेंशन प्राप्त कर रहे राज्य सरकार के सरकारी सेवकों और पेंशन भोगियों को 1 जनवरी 2025 के प्रभाव से 246 प्रतिशत के स्थान पर 252 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिलेगा।

कैबिनेट में गया शहर का नाम को बदलकर गया जी करने की स्वीकृति दी गई है। इसके अलावा किसान सलाहकार योजना के कार्यान्वयन के लिए वित्तीय वर्ष 2025- 26 में एक अरब 25 करोड़ 95 लाख 23 हजार रुपये निकासी और खर्च की स्वीकृति दी गई है।

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बिहार के गया शहर का नाम बदला, अब ‘गया जी’ नाम से जाना जाएगा, नीतीश कैबिनेट का फैसला

पटना:  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में शुक्रवार शाम मंत्रिमंडल की बैठक में मोक्ष और ज्ञान की भूमि गया का नाम बदलकर गया जी रख दिया गया है।

मंत्रिमंडल ने ऑपरेशन सिंदूर में सशस्त्र सेना एवं केंद्रीय सशस्त्र पुलिस वलों के शहीद कर्मियों के निकटतम आश्रितों को अनुग्रह अनुदान के रूप में 50 लख रुपये देने की स्वीकृति दी गई है। पर्यटन मंत्रालय के स्वदेश दर्शन स्कीम 2.0 के अंतर्गत बौद्ध ध्यान एवं अनुभव केंद्र बोधगया के निर्माण के लिए 165 करोड़ 44 लाख 30000 रुपये की स्वीकृति दी गई। बिहार राज्य उड्डयन प्रशिक्षण संवर्ग भर्ती नियमावली 2025 के गठन की स्वीकृति दी गई।

कैबिनेट में गया शहर का नाम को बदलकर गया जी करने की स्वीकृति दी गई है। इसके अलावा किसान सलाहकार योजना के कार्यान्वयन के लिए वित्तीय वर्ष 2025- 26 में एक अरब 25 करोड़ 95 लाख 23 हजार रुपये निकासी और खर्च की स्वीकृति दी गई है।

पटना उच्च न्यायालय में विभिन्न बहुमंजिलीय भवनों तथा प्रशासनिक एवं आईटी भवन ऑडिटोरियम एवं मल्टी लेवल कर पार्किंग और अन्य सुविधाओं के विकास के लिए 302 करोड़ 56 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई है।

राज्य में कैंसर की रोकथाम चिकित्सा एवं समुचित प्रबंधन के लिए बिहार कैंसर केयर एंड रिसर्च सोसाइटी के गठन की स्वीकृति दी गई है। बिहार मत्स्य लिपिकीय सेवा संवर्ग भर्ती एवं सेवा शर्त नियमावली 2023 के आधार पर बिहार मत्स्यलिपिकीय संवर्ग में 170 पदों के पुनर्गठन किया जाने की स्वीकृति दी गई है।

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एयरपोर्ट का काम युद्धस्तर पर जारी , ‘स्टेट ऑफ द आर्ट’ की तर्ज पर बनेगा एयरपोर्ट: डीएम

पूर्णिया: पूर्णिया एयरपोर्ट का निर्माण अब अपने निर्णायक चरण में प्रवेश कर चुका है और जिला प्रशासन की कड़ी निगरानी में यह कार्य दिन-रात जारी है। ‘स्टेट ऑफ द आर्ट’ एयरपोर्ट की परिकल्पना को साकार करने के लिए जिला पदाधिकारी श्री कुन्दन कुमार (भा.प्र.से.) के नेतृत्व में सभी विभागीय एजेंसियों को साप्ताहिक लक्ष्य के साथ काम सौंपा गया है, जिसकी भौतिक समीक्षा स्वयं डीएम द्वारा एयरपोर्ट स्थल पर जाकर की जा रही है। हवाई अड्डे के लिए मुख्य सड़क से सिविल एनक्लेव को जोड़ने वाली सड़क, पावर सब स्टेशन, जल निकासी के लिए कल्वर्ट, अप्रोच पथ, और अंतरिम टर्मिनल बिल्डिंग जैसे सभी महत्वपूर्ण हिस्सों पर काम तेजी से प्रगति पर है।

निरीक्षण के दौरान बताया गया कि 70 में से 69 पिलर की खुदाई पूर्ण हो चुकी है, 50 खुदाई वाले गड्ढों में एंटी टर्माइट ट्रीटमेंट, पीसीसी कार्य, बार बॉन्डिंग और शटरिंग कार्यों को लगभग 70% से अधिक तक पूरा कर लिया गया है। इसके अलावा, 221 मीटर टाई बीम में से 40 मीटर तक बार बांइडिंग हो चुकी है। एयरपोर्ट के बॉक्स कॉलम और एच कॉलम का निर्माण कानपुर की फैक्ट्री में किया जा रहा है, जिनमें से 24 बॉक्स कॉलम और सभी 12 एच कॉलम बनकर पूर्णिया भेजे जा चुके हैं।

अंतरिम टर्मिनल बिल्डिंग के अंतर्गत एयरलाइन कार्यालय, सुरक्षा जांच क्षेत्र, सेल्फ चेक-इन एरिया, बैगेज क्लेम, प्रतीक्षा कक्ष, और रिटेल दुकानों जैसी आधुनिक सुविधाएं होंगी। भविष्य में इस एयरपोर्ट को पूर्ण सुविधायुक्त बनाते हुए एप्रोन, टर्मिनल बिल्डिंग, कार्गो कॉम्प्लेक्स, एसी चिलर प्लांट, एसटीपी, वॉटर व फायर टैंक, एविएशन फ्यूल फॉर्म, कमर्शियल प्लाजा, सर्फेस पार्किंग और एयरोब्रिज जैसी हाई-टेक सुविधाएं विकसित की जाएंगी।

हवाई अड्डे तक पहुंचने हेतु कुल चार संपर्क मार्गों की पहचान की गई है। डीएम ने ग्रामीण कार्य विभाग को निर्देशित किया है कि इन मार्गों के निर्माण हेतु निविदा शीघ्र प्रकाशित कर कार्य प्रारंभ करें। इसके अलावा डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया कि मानसून से पहले अधिकतम कार्य पूरे कर लिए जाएं ताकि निर्धारित समयसीमा में उड़ान सेवा का शुभारंभ सुनिश्चित किया जा सके।

निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की बाधा या तकनीकी अड़चन आने पर सभी अभियंताओं और अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे तुरंत वरीय अधिकारियों को सूचित करें, जिससे समाधान में विलंब न हो और कार्य अनवरत चलता रहे। निरीक्षण के दौरान अनुमंडल पदाधिकारी सदर, डीआरडीए निदेशक, अपर समाहर्ता, भवन, ग्रामीण व पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता सहित सभी प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे।

पूर्णिया एयरपोर्ट केवल एक आधारभूत परियोजना नहीं, बल्कि सीमांचल के करोड़ों लोगों की वर्षों की अपेक्षाओं और सपनों का प्रतीक बन चुका है। इसके शुरू होते ही न सिर्फ व्यापार और रोजगार को नई दिशा मिलेगी, बल्कि सीमांचल को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय नक्शे पर एक नई पहचान भी मिलेगी। जिला प्रशासन की यह तत्परता इस बात की गवाही है कि अब पूर्णिया आसमान छूने को तैयार है।

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पटना, 16 मई (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को पटना समेत राज्य के पांच जिलों में महिलाओं के लिए विशेष पिंक बस सेवा की शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने पटना स्थित एक अणे मार्ग से पिंक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

पहले चरण में कुल 20 मिनी पिंक बसें चलाई गई हैं। इसमें पटना में 8, मुजफ्फरपुर में 4 तथा गया, भागलपुर, दरभंगा और पूर्णिया में 2-2 बसें शामिल हैं। दूसरे चरण में 80 और पिंक बसें सड़कों पर उतरेंगी। इसमें सफर करने का किराया 6 रुपये से 25 रुपये के बीच है। सुरक्षा के लिए पैनिक बटन, सीसीटीवी भी है जबकि हर सीट पर चार्जिंग पॉइंट की सुविधा है।

ड्राइवर और कंडक्टर दोनों महिलाएं होंगी
परिवहन मंत्री शीला कुमारी ने बताया कि यह सेवा महिलाओं को एक सुरक्षित और भरोसेमंद यात्रा का विकल्प प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार की योजना के अनुसार, इन बसों का संचालन भी पूरी तरह से महिलाओं द्वारा किया जाना है। यानी ड्राइवर और कंडक्टर दोनों महिलाएं होंगी। बिहार राज्य सड़क परिवहन निगम (बीएसआरटीसी) को अब तक पर्याप्त महिला ड्राइवर नहीं मिल पाई हैं जिस कारण पहले चरण में संभावना है कि पुरुष चालक इन बसों को चलाएंगे। लेकिन भविष्य में महिला चालकों की नियुक्ति के बाद इसे पूरी तरह महिला-संचालित सेवा के रूप में विकसित किया जाएगा।

पिंक बसें खासतौर पर महिलाओं के लिए डिजाइन की गई हैं। इनमें केवल महिला एवं छात्राएं ही सफर कर सकेंगी। ये बसें शहरों के प्रमुख मार्गों पर सिटी बस सेवा के रूप में चलेंगी और इनका संचालन प्रतिदिन सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि नीतीश सरकार ने 2025 के बजट भाषण में पिंक बस सेवा शुरू करने की घोषणा की थी। यह पहल राज्य में महिलाओं की यात्रा को अधिक सुरक्षित, सुलभ और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। इन बसों से महिलाओं को विशेष सुविधा मिलेगी।

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मुख्यमंत्री ने माता, पिता और पत्नी को दी श्रद्धांजलि

– गांव के पुश्तैनी देवी मंदिर में पूजा-अर्चना कर की शांति की कामना

पटना:  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की धर्मपत्नी स्वर्गीय मंजू कुमारी सिन्हा की बुधवार को पुण्य तिथि मनायी गयी। स्वयं मुख्यमंत्री ने कंकड़बाग में मंजू कुमारी सिन्हा स्मृति पार्क जाकर अपनी पत्नी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। बाद में मुख्यमंत्री ने अपने पैतृक गांव कल्याण बिगहा जाकर कविराज रामलखन सिंह स्मृति पार्क में अपने पिता स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय कविराज रामलखन सिंह, माता स्वर्गीय परमेश्वरी देवी और धर्मपत्नी स्वर्गीय मंजू कुमारी सिन्हा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सभी को नमन किया।

मुख्यमंत्री के बड़े भाई सतीश कुमार और पुत्र निशांत कुमार समेत परिवार के अन्य सदस्यों ने भी स्व. कविराज रामलखन सिंह, स्व. परमेश्वरी देवी और स्व. मंजू कुमारी सिन्हा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अपने गांव के पुश्तैनी देवी मंदिर में राज्य की सुख, शांति एवं समृद्धि के लिये पूजा-अर्चना भी की। मुख्यमंत्री ने अपने गांव में ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और उनके त्वरित निष्पादन के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये।

राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद जमा खान, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष उदयकांत मिश्रा, विधायक कृष्ण मुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया, विधायक जितेन्द्र कुमार, विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों, सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने भी स्व. मंजू कुमारी सिन्हा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

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बिहार के औरंगाबाद में महिला ने चार बच्चों संग खाया जहर, तीन मासूमों की मौत

-घटना की वजह घरेलू विवाद बताया जा रहा है

-महिला और उसके एक बच्चे का सदर अस्पताल में चल रहा इलाज

पटना: बिहार में औरंगाबाद जिले के रफीगंज रेलवे स्टेशन के डाउन प्लेटफार्म पर बुधवार एक महिला ने पहले अपने चार बच्चों को जहरीला पदार्थ खिलाया और फिर खुद भी खा लिया। इस घटना में तीन बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि महिला और एक बच्चे की हालत नाजुक बनी हुई है। घटना की वजह घरेलू विवाद बताया जा रहा है।

रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के मुताबिक डाउन प्लेटफर्मा पर चार बच्चों के साथ महिला के तड़पने की खबर आई थी। आरपीएफ ने तुरंत सभी को रफीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने तीन बच्चों को मृत घोषित कर दिया, जिनमें पांच वर्षीय सूर्यमणि कुमारी, तीन वर्षीय राधा कुमारी और एक वर्षीय शिवानी कुमारी शामिल है। वहीं छह वर्षीय रितेश कुमार और इन बच्चों की 40 वर्षीय मां सोनिया की नाजुक हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद औरंगाबाद सदर अस्पताल में रेफर कर दिया गया है।

सूचना मिलते ही रफीगंज थानाध्यक्ष शंभू कुमार, आरपीएफ इंस्पेक्टर राम सुमेर , एस आई इंदल कुमार पुलिस बल के साथ अस्पताल पहुंचे और जांच पड़ताल में जुड़ गए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तीन बच्चे की मौत देखकर मृतक के चाचा राम सूरज बिंद और मौसी बेबी देवी का रो-रोकर बुरा हाल था। सोनिया देवी का मायका नालंदा जिला में है।

रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के इंस्पेक्टर ने बताया कि जवानों ने उन्हें यह सूचना दी कि डाउन प्लेटफार्म पर एक महिला सहित चार बच्चे छटपटा रहे हैं। पांचो को टेम्पू के माध्यम से रफीगंज अस्पताल लाया गया। जहां के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि जहरीला पदार्थ मां ने खुद भी खाया और चारों बच्चों को भी खिलाया, जिसमें तीन बच्चे की मौत इलाज के दौरान हो गई। एक बच्चा और मां सोनिया की नाजुक स्थिति को देखते हुए औरंगाबाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।

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