बिहार कैबिनेट : कर्मचारियों का डीए 53 प्रतिशत से बढ़ाकार 55 प्रतिशत किया
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में शुक्रवार शाम मंत्रिमंडल की बैठक में मोक्ष और ज्ञान की भूमि गया का नाम बदलकर गया जी रख दिया गया है। आज की बैठक में कुल 69 एजेंडों पर मुहर लगी है। कैबिनेट ने बिहार सरकार के कर्मचारियों के लिए डीए 53 प्रतिशत से बढ़ाकर इसे 55 प्रतिशत कर दिया है।
बिहार सरकार पर सप्तम केंद्रीय पुनरीक्षित वेतन संरचना में वेतन पेंशन प्राप्त कर रहे सरकारी सेवकों और पेंशन भोगियों को 53 प्रतिशत से 55 प्रतिशत महंगाई भत्ता (डीए) करने पर 1070 करोड़ रुपये का भार पड़ेगा।
1 जनवरी 2025 के प्रभाव से 455 प्रतिशत के स्थान पर 466 प्रतिशत महंगाई भत्ता
मंत्रिमंडल ने पंचम केंद्रीय वेतनमान में वेतन पेंशन प्राप्त कर रहे सरकार के सरकारी सेवकों और पेंशन भोगियों को 1 जनवरी 2025 के प्रभाव से 455 प्रतिशत के स्थान पर 466 प्रतिशत महंगाई भत्ता देने का फैसला किया है।
षष्टम केंद्रीय वेतनमान में वेतन पेंशन प्राप्त कर रहे राज्य सरकार के सरकारी सेवकों और पेंशन भोगियों को 1 जनवरी 2025 के प्रभाव से 246 प्रतिशत के स्थान पर 252 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिलेगा।
कैबिनेट में गया शहर का नाम को बदलकर गया जी करने की स्वीकृति दी गई है। इसके अलावा किसान सलाहकार योजना के कार्यान्वयन के लिए वित्तीय वर्ष 2025- 26 में एक अरब 25 करोड़ 95 लाख 23 हजार रुपये निकासी और खर्च की स्वीकृति दी गई है।