सासाराम लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद छेदी पासवान को पटना हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है. गुरुवार को एक याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने सांसद छेदी पासवान की लोकसभा सदस्यता को रद्द कर दिया.

छेदी पासवान पर हलफनामे में जानकारी छिपाने का आरोप है. आपको बता दें कि छेदी पासवान ने सासाराम सीट से लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार को हराया था.

छेदी पासवान पर लगाए गए आपराधिक मामले की जानकारी छिपाने का आरोप था जिसपर सुनवाई करते हुए पटना हाईकोर्ट के जज केके मंडल की एकलपीठ ने सांसद की सदस्यता रद्द करने का आदेश दिया.

सांसद के खिलाफ याचिका सासाराम निवासी गंगा मिश्र ने डाली थी. वहीं, अपने बचाव में छेदी पासवान ने कहा है कि उनके खिलाफ जनहित का मामला था ना कि कोई आपराधिक मामला. उन्होंने कहा कि पटना हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देने के लिए वो ऊपरी न्यायालय जाएंगे.

0Shares

गोपालगंज: गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर ने तबाही मचा रखा है. बाल्मिकीनगर बराज के 33 नंबर फाटक पानी के दबाव के कारण क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद जहाँ 5 लाख क्यूसेक पानी दो दिनों में डिस्चार्ज किया हुआ था. वही रविवार की सुबह भी बाल्मिकी नगर बराज से 2.10 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किये जाने के बाद जिले के तीन दर्जन से ऊपर गॉव पूरी तरह बाढ़ के पानी से घिर चुके है.

आलम यह है कि जिले के कुचायकोट, सदर प्रखंड, मांझा, बरौली, सिधवलिया तथा बैकुंठपुर प्रखंड के 3 दर्जन से ऊपर गांव लगभग पूरी तरह बाढ़ के पानी से घिरा हुआ है. लगभग 40 से ऊपर गांव बाढ़ की पानी से घिरे हुये है.

साभार: श्रीनारद मीडिया सर्विसेज

0Shares

हाजीपुर: ट्रेन में एक महिला से छेड़छाड़ के आरोप में भाजपा एमएलसी टुन्नाजी पाण्डेय को गिरफ्तार किया गया है.

इस सम्बन्ध में मिली जानकारी के अनुसार घटना हावड़ा से गोरखपुर जा रही पूर्वांचल एक्सप्रेस ट्रेन की है. महिला के शिकायत पर हाजीपुर जीआरपी ने MLC को गिरफ्तार कर लिया है. टुन्नाजी पाण्डेय सीवान से भाजपा MLC है. उन्होंने अपने ऊपर लगाये गए आरोप से इनकार किया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

वही भाजपा ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए MLC टुन्नाजी पाण्डेय को पार्टी से निलंबित कर दिया है.    

0Shares

पटना: राजेंद्र नगर टर्मिनल के पास ट्रेन से कटकर शुक्रवार की देर रात एक युवक की मौत के बाद असामाजिक तत्वों ने जमकर बबाल काटा. इस दौरान साउथ बिहार एक्सप्रेस ट्रेन के एसी कोच में आग लगा दी. जीआरपी और पुलिस ने फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पाया.

जानकारी के मुताबिक राजेंद्र नगर टर्मिनल से ट्रेन के खुलते ही गुलजारबाग स्टेशन के पहले  भीड़ ने ट्रेन को रोक कर उसमें आग लगा दी. घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची जीआरपी और पुलिस ने फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पाया. मृतक युवक का नाम शशि कुमार बताया जा रहा है.

इस दौरान नाराज भीड़ ने ट्रेन पर जबरदस्त पथराव भी किया. पथराव में ट्रेन के शीशे फूट गए और कई सवारियों को चोटें आईं. घटना के कारण ट्रेन काफी देर तक रुकी रही. बाद में स्थिति के काबू में होने के बाद ट्रेनों का परिचालन शुरू हो सका. 

0Shares

वरिष्ठ पत्रकार नवीन सिंह परमार व डॉक्टर शम्भू यादव की रिपोर्ट

सीवान: उत्तरप्रदेश के सीमा से सटे जिले के गुठनी प्रखण्ड में अवस्थित भक्तवांच्छा कल्पतरू बाबा हंसनाथ की नगरी सोहगरा धाम धार्मिक आस्था का केंद्र है. मंदिर में जलाभिषेक करने के लिए शिवभक्तों का जनसैलाब पहुंचता है. बाबा हंसनाथ मंदिर में स्थापित विशाल शिव लिंग पौराणिक काल से स्थापित है और शिवभक्तों के आस्था का केंद्र है.

ऐतिहासिक महत्व

ऐतिहासिक प्रमाणों के अनुसार कई देशी-विदेशी इतिहासकारों ने अपनी यात्रा वृतांत में धार्मिक स्थलों के वर्णन के दौरान सोणितपुर या सोहनपुर का जिक्र किया है. सन् 630 ईसवी में चीनी यात्री ह्वेनसांग भी जब चन्द्रभूमि भारत के गंधार प्रदेश में प्रवेश किया और घूमते -घूमते बिहार आया तो धार्मिक स्थलों के परिभ्रमण में सोणितपुर /सोहनपुर का भी जिक्र किया है. (ह्वेनसांग यात्रा वृतांत हिंदी विश्वकोश).

ऐसा भी वर्णन मिलता है कि एक वार तत्कालीन मझौली नरेश महाराज हंस ने इस मंदिर का जिर्णोधार कराया था. जिससे इसका नाम हंसनाथ हो गया.

पौराणिक महत्व

पौराणिक दृष्टिकोण से भी इस स्थल का बहुत ही बड़ा महत्व है. जिसका वर्णन शिवपुराण के रूद्र संहिता (युद्ध खण्ड ) के पृ0सं0 355 में वर्णित है. कथा के अनुसार दक्ष प्रजापति की तेरह कन्यायें कश्यप मुनि से ब्याही थी. उनमें से दिति सबसे बड़ी थी जिससे दानवों की उत्पत्ति हुई थी. छोटी पुत्री अदिति से द्वादश आदित्य यानि देवता उत्पन्न हुए. दिति से हिरण्यकशिपु तथा हिरण्याक्ष उत्पन्न हुए. हिरण्यकशिपु के चार पुत्र लाद, अनुह्लाद, संह्लाद, प्रह्लाद हुए प्रह्लाद का पुत्र विरोचन उसका पुत्र बलि और बलि का पुत्र बाणासुर हुआ जो महान शिव भक्त था. बाणासुर ने कठिन तपस्या कर भगवान शिव को प्रसन्न कर उनके परिवार और गणों सहित अपने राजधानी शोणितपुर में रहने के लिए वर प्राप्त कर लिया था. ऐसा कहा जाता है कि शोणितपुर ही कालांतर में सोहनपुर हो गया जिसकी राजधानी सोहगरा में बाणासुर ने इस विशाल शिव लिंग की स्थापना की थी.

सहस्त्रों भुजाओं से सम्पन्न महावली बाणासुर अपने बल के अभिमान में अपनी सहस्त्रों भुजाओं से ताली बजाता हुआ ताण्डव नृत्य करके महेश्वर शिव को प्रसन्न किया और युद्ध में अपना जोड़ लगाने का ही वर मांग लिया. शरणागतवत्सल भगवान शिव ने अट्ठाहास करके कहा कि तुम्हारे राज्य में लगा मयूर ध्वज जब अकस्मात झुक जायेगा तो समझ लेना तुम से लड़ने वाला आ गया है. एक दिन ऐसा ही हुआ, बाणासुर की बेटी ऊषा ने स्वप्न में एक सुन्दर पुरूष को देख लिया जिसने उसका चित चुरा लिया. अपनी सखी चित्रलेखा जो कल्पना मात्र से ही किसी का चित्र बना सकती थी द्वारा बनाए गए बहुत सारे चित्रो को देख उस पुरूष को पहचान लिया वह श्री कृष्ण का पोता प्रदुम्न का पुत्र अनिरूध था. चित्रलेखा की सहायता से वह उनका हरण कर सोणितपुर ले आई और बाणासुर से युद्ध हुआ शिष्य के तरफ़ से भगवान शिव भी युद्ध भूमि में उतर आए नारदजी से समाचार पाकर भगवान श्री कृष्ण भी बारह अछौहिणी सेना और प्रदुम्न आदि बीरो के साथ सोणितपुर चढ़ आए भगवान शिव के द्वारा ही उपाय बताए जाने पर श्री कृष्ण ने जृम्भणास्त्र संधान कर भगवान शिव को स्तम्भित कर दिया और बाणासुर की सेना को तहस नहस कर दिया और सुदर्शन चक्र से उसका वध करना चाहा लेकिन भक्तवांच्छा भगवान शिव के कहने पर उसे क्षमा कर दिया सिर्फ उसका 998 भुजा काट दिया.

साभार: श्रीनारद मीडिया सर्विसेज, सीवान

0Shares

पटना: गया-औरंगाबाद में पुलिस-नक्सली के बीच सोमवार को हुए मुठभेड़ में केन्द्रीय रिजर्व सुरक्षा बल (CRPF) के 10 जवान शहीद हो गए. शहीद हुए जवानों में से तीन बिहार के बक्सर, सीवान और खगड़िया के रहने वाले है.

ADG सुनील कुमार ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि यह मुठभेड़ सर्च ऑपरेशन के दौरान दोपहर में हुआ जिसमे CRPF के 10 जवान शहीद हो गए. मुठभेड़ में चार नक्सलियों को मार गिराया गया.

उन्होंने बताया कि शहीद जवानों के परिजनों को राज्य सरकार की तरफ से 5 लाख रुपये और 20 लाख रुपए बीमा की राशि प्रदान की जाएगी. घायल 3 जवानों का ईलाज चल रहा है.

मुठभेड़ में बिहार से CRPF के तीन जवान शहीद हुए है. जिनमे बक्सर के अनिल कुमार, सीवान के रवि कुमार और खगड़िया के दिवाकर कुमार शामिल है. वहीं अन्य शहीदों जवानों में यूपी के विनोद कुमार और हरवेंद्र पनवार, मणिपुर के ओपेंद्र सिंह, पश्चिम बंगाल के पलास मोंडल और दीपक घोष, पंजाब के रमेश कुमार के साथ मध्यप्रदेश के मनोज कुमार शामिल हैं. 

नक्सली मुठभेड़ पर मुख्यमंत्री ने सीएस, डीजीपी, गृहसचिव को घटनास्थल का जायजा लेने का निर्देश दिया है.

0Shares

पटना: 11वीं शताब्दी तक पूरे विश्व को ज्ञान के याथर्थ से परिचय कराने का सबसे समृद्ध केंद्र रहे ‘नालंदा महाविहार’ के भग्नावेश को यूनेस्को ने ‘विश्व धरोहर’ का दर्ज देकर बिहार समेत पूरे भारत की प्रतिष्ठा बढ़ाई है. हाल ही में विश्व धरोहर समिति द्वारा तुर्की में आयोजित 40वें अधिवेशन में यह महत्वपूर्ण फैसला लिया गया.

नालंदा महाविहार के भग्नावेश को ‘विश्व धरोहर’ के रूप में शामिल किये जाने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यूनेस्को के प्रस्ताव का समर्थन करने वाले सभी देशों, भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय, यूनेस्को स्थित भारतीय दूतावास, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग, बिहार राज्य कला एवं संस्कृति मंत्रालय एवं सभी सम्बद्ध अधिकारियों का आभार व्यक्त किया है.

विश्व के सबसे समृद्ध अध्ययन केंद्र पर सन् 1193 में बख्तियार ख़िलजी की तुर्क सेना ने आक्रमण कर इसे जला दिया था. यह भी एक अजीब संयोग है कि जिस तुर्क आक्रमणकारियों द्वारा इस विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा पर प्रहार किया गया था आज उसी तुर्की में नालंदा महाविहार को ‘विश्व धरोहर’ घोषित किया गया है.

विदित हो की भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग(एएसआई) ने वर्ष 2015 में विश्व धरोहर समिति के समक्ष नालंदा महाविहार को विश्व धरोहर घोषित कराए जाने के लिए प्रस्ताव भेजा था जिसे केंद्र एवं राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से यूनेस्को में पारित किया गया.

0Shares

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस अपनी ताकत दिखाने के लिए रविवार को लखनऊ में रोड शो कर रही थी तभी रोड शो के दौरान मंच टूटने से शीला दीक्षित गिर पड़ीं. मंच से गिरने से शीला दीक्षित को मामूली चोट आई हैं. इस घटना के तुरंत बाद उन्हें गाड़ी में बिठाकर अस्पताल ले जाया गया. इस हादसे में अन्य नेताओं को भी थोड़ी बहुत चोटें आईं. इसी के साथ यहां पर कांग्रेस के रोड शो को रोक दिया गया.

बताते चलें कि उत्तर प्रदेश में खोई जमीन की तलाश में कांग्रेस ने राजबब्बर को यूपी कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया है वहीँ दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित को उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री का चेहरा बनाया गया है.

0Shares

जीवन में अधिकतर लोग आसान रास्तों पर चलना पसंद करते हैं पर कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो हमारे  लिए जीवनपर्यन्त संघर्ष करते हुए सुगम रास्तों का निर्माण करते हैं ताकि हम आसानी से उन रास्तों पर चलकर अपनी मंजिल तक पहुंच सकें. किसी के अथक प्रयास के बाद बनाया गया रास्ता हमें तो सुगमता प्रदान करता है पर उस रास्ते के निर्माण में संघर्ष की जो व्यथा छुपी होती है उसका अहसास तो सिर्फ उसे बनाने वाले को ही होता है.

छपरा टुडे स्पेशल स्टोरी एक ऐसे व्यक्ति को समर्पित है जिसने अपने गाँव के लोगों के लिए सुगम रास्ते के निर्माण हेतु अपनी पूरी जिंदगी समर्पित कर दी और अपने समाज के साथ-साथ अपने प्रदेश के लोगों के लिए एक मिशाल बन चुके है. सीतामढ़ी जिला के समीप मेजरगंज थानाक्षेत्र के एक छोटे से कस्बे में रहने वाले ‘कृष्णनंदन’  35 वर्षों से गाँव को शहर से जोड़ने वाले नदी के ऊपर बांस की छोटी पुल बनाते हैं ताकि उनके कस्बे के लोगों को किसी भी कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ा.

IMG-20160706-WA0003

कृष्णनंदन ने पुल बनाने का सिलसिला तब शुरू किया था जब उनके गाँव की एक बूढ़ी अम्मा नदी पार करते समय उसमे डूबने लगी थी और कृष्णनंदन ने काफी मशक्कत के बाद उन्हें पानी से बाहर निकाला था. उस वक्त उस बूढ़ी अम्मा ने कृष्णनंदन को खूब दुआएं दी और शायद वही दुआ उनके लिए प्रेरणा बन गई. कृष्णनंदन की उम्र उस समय लगभग 16 साल की थी. जिस उम्र में लोग अपने सुखद भविष्य के सपने देखा करते है कृष्णनंदन ने उस उम्र में गाँव की खुशहाली के लिए जो संकल्प लिया उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है.

कृष्णनन्दन बताते हैं कि जिस नदी पर वो 1982 से बांस के पुल का निर्माण करते आ रहे है वो भारत को नेपाल से जोड़ने का भी काम करता है साथ ही आज लगभग 27 गाँव इसी पुल के सहारे अपनी दिशा तय करते हैं. 1982 में जब इन्होंने पहली बार 100 मीटर लंबे पुल का निर्माण किया था तो तक़रीबन दो हजार का खर्च लगा था पर आज इस पुल के निर्माण में करीब 12 से 15 हजार का खर्च लगता है. हर साल बाढ़ में बांस का पुल बाह जाता है पर कृष्णनंदन 1982 से अबतक हर साल अपने मेहनत और अपने खर्चे से बांस का पुल बनाते आ रहे हैं.IMG-20160714-WA0002

पुल के निर्माण के कारण ताउम्र अविवाहित रहने वाले कृष्णनंदन की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है, आज उनके अपनों ने भी उनका साथ छोड़ दिया है. अपने गाँव में पक्के पुल के निर्माण हेतु स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर सरकार के आलाधिकारियों तक भी गुहार लगा चुके हैं पर आज भी उनका गाँव एक अदद पक्के पुल के निर्माण की बाट जोह रहा है. स्थानीय विधायक से लेकर सांसद यहाँ तक की सरकार के कुछ मंत्रियों ने भी उनके इस कार्य के लिए सम्मान भी दिया है पर कृष्णनंदन ने ठान ली है कि जबतक उनके गाँव को सरकारी पुल की सुविधा नहीं मिल जाती वो संघर्ष करते रहेंगे.

कृष्णनंदन को विश्वास है की उनका ये संघर्ष एक दिन जरूर रंग लाएगा, जिस प्रकार गया के दशरथ मांझी ने पूरे प्रदेश के लिए एक मिशाल कायम की है इन्होंने भी कुछ वैसा कार्य कर स्थानीय लोगों के मन में अपने प्रति काफी सम्मान हासिल किया है. कृष्णनंदन का संकल्प इस वाक्य को निश्चित ही सार्थक करता है कि ‘जब तक तोड़ेंगे नहीं तब तक छोड़ेंगे नहीं’ या यूँ कह लें कि ‘तब तक लड़ेंगे , जब मरेंगे नहीं….fb

0Shares

पटना: सासाराम सिविल कोर्ट के बाहर बुधवार को धमाका हो गया. धमाके में दो लोग घायल हो गए, जबकि एक की मौत हो गई.

मिली जानकारी के अनुसार सासाराम कोर्ट के बाहर एक बाइक के पास बम रखा गया था. प्रत्‍यक्षदर्शियों के अनुसार इस धमाके में तीन लोग घायल हुए हैं.

पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे गए हैं. गौरतलब है कि मार्च के महीने में भी कोर्ट के बाहर धमाका हुआ था.

0Shares

सीवान: जिले के आंदर प्रभाग के इंस्पेक्टर हनुमान राम को विजलेंस की टीम ने मंगलवार को रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया.

गौरतलब हो कि असाव थाना के सहसरावं गांव के एक मामले में विजलेंस की टीम 50 हजार रुपये रिश्वत लेने के दौरान इंस्पेक्टर को रंगे हाथ गिरफ्तार किया. वहीं पुलिस विभाग ने गिरफ्तार इंस्पेक्टर को निलंबित कर के विभागीय कार्रवाई शुरु कर दिया है.

साभार: श्रीनारद न्यूज एजेंसी, सीवान

0Shares

पटना: राज्य के सभी प्रमंडलीय आयुक्त एवं जिलाधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बाढ़ एवं सुखाड़ से निपटने के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा की.

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ या सुखाड़ से निपटने के लिए सरकार की मानक संचालन प्रक्रिया पहले से निर्धारित है. उन्होने सभी प्रमंडलीय आयुक्त और जिलाधिकारियों को अपने-अपने प्रमंडल एवं जिले में मानक संचालक प्रक्रिया के तहत प्रत्येंक बिन्दु पर तैयारियों की समीक्षा का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि चाहे बाढ़ की स्थिति हो या वर्षापात में कमी के कारण सूखे की स्थिति उत्पन्न हो. सभी जिलाधिकारी अपने-अपने स्तर पर नियमित समीक्षा करते रहें तथा मानक संचालन प्रक्रिया के अन्तर्गत कार्यो का निष्पादन करे ताकि अधिक से अधिक लोगो को लाभ मिल सके.
उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन सर्वोच्च प्राथमिकता की नीति है. अगर कोई आपदा आती है तो खजाने पर आपदा पीड़ितों का पहला अधिकार होता है.

FILE PHOTO

0Shares