रद्द हुई छुट्टी तो शिक्षिकाओं ने स्कूलों में ही बांधी भाइयों को राखी, बहन भी पहुंच गई स्कूल में शिक्षक भाई को राखी बांधने
Chhapra: शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी विद्यालयों में रक्षाबंधन की छुट्टी रद्द किए जाने के बाद गुरुवार को रक्षाबंधन का त्यौहार शिक्षक और शिक्षिकाओं ने स्कूलों में ही मनाया.
अपने कर्तव्य और दायित्व का निर्वहन करने के साथ-साथ सरकारी आदेश का पालन करते हुए शिक्षक और शिक्षिकाओं ने अपनी उपस्थिति स्कूलों में दर्ज की. वही महिला शिक्षिकाओं ने अपने भाइयों को स्कूल परिसर में ही राखी बांधकर यह त्यौहार मनाया. इसके साथ-साथ शिक्षक की बहन भी स्कूलों में ही पहुंचकर शिक्षकों को राखी बांधी और इस त्यौहार को मनाया.
राज्य सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा विगत दिनों शिक्षकों की छुट्टियों में संशोधन करते हुए कई छुट्टियों को रद्द कर दिया गया है. जिसमें रक्षाबंधन जैसा प्रमुख त्योहार भी शामिल है. मुख्य रूप से महिलाओं के लिए बना यह त्योहार पूरे देश में धूमधाम से मनाया गया, लेकिन बिहार के सरकारी विद्यालयों में शिक्षक और शिक्षिकाओं ने अपने भाई एवं बहन को बुलाकर यह त्यौहार मनाया.
शिक्षकों की छुट्टी रद्द होने के बाद गुरुवार को स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की उपस्थिति नगण्य रही बावजूद इसके शिक्षक और शिक्षिकाएं अपनी ड्यूटी बजा रहे थे.
रक्षाबंधन की छुट्टी रद्द करने को लेकर शिक्षिकाओं में भारी आक्रोश था. जिले के कई हिस्से सहित राज्य के कई विद्यालयों में महिला शिक्षिकाओं ने न सिर्फ अपने मुंह पर काली पट्टी बांधी, वही सभी शिक्षकों ने हांथो में काली पट्टी बांधकर सरकार के प्रति आक्रोश जताया.
शिक्षक और शिक्षिकाओं का कहना है कि शिक्षा विभाग द्वारा विगत 3 महीने से लगातार तुगलकी फरमान जारी किया जा रहा है. ऐसे में विगत 29 अगस्त को जारी माध्यमिक शिक्षा के निदेशक के पत्र ने शिक्षकों में आक्रोश ला दिया है. आने वाले दिनों में पर्व और त्योहारों में निर्धारित अवकाश रद्द करने से शिक्षक और शिक्षिकाओं की परेशानी बढ़ गई है.
विभाग द्वारा निर्धारित अवकाश तालिका की छुट्टियों को रद्द करने के बाद वह व्रत और त्यौहार कैसे करेंगे यह चिंता सता रही है.