अधिकारियों से तंज आकर शिक्षक ने खाया जहर,अस्पताल में भर्ती

अधिकारियों से तंज आकर शिक्षक ने खाया जहर,अस्पताल में भर्ती

पूर्णिया: बिहार के पूर्णियां में एक शिक्षक ने अपने पदाधिकारी से तंग आकर जहर खा लिया। लगभग दो वर्षों से उसके पदाधिकारी गण उसकी हाजिरी नहीं बना रहे थे और स्कूल जाने पर भी उसे गैरहाजिर करार दे दिया करते थे। हद तो तब और हो गई जब उस स्कूल के शिक्षक से कई लोगों ने लाखों रुपये मांगे और कई अधिकारियों ने लाखों रुपये ले भी लिए।
मामला पूर्णिया पूर्व प्रखंड के महाराजगंज मौजा के एक सरकारी स्कूल का है।शिक्षक प्रभात रंजन भारती महाराजपुर टोला के मध्य विद्यालय में शिक्षक हैं। दो वर्ष पूर्व उनका एक्सीडेंट हो गया था जिसके कारण वह स्कूल कुछ दिन नहीं जा सके। एक्सीडेंट के दौरान स्कूल को भी सूचना उन्होंने दे दी ।इस एक्सीडेंट से जैसे ही उबरे थे शिक्षक प्रभात रंजन की उन्हें जॉन्डिस हो गया और फिर वह बीमार पड़ गए। कुछ महीनों तक स्कूल नहीं जा सके परंतु इस बीच वह इस स्कूल को सूचना देते रहे। शिक्षक प्रभात रंजन जब पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गए तो उन्होंने स्कूल जाना प्रारंभ किया तो उनकी हाजिरी को बनाने से प्रधानाध्यापक द्वारा मना किया गया और लाख कोशिश करने के बावजूद भी इनकी हाजिरी नहीं बनाई जाने लगी ।यह लगातार स्कूल जाते रहे और क्लास करते रहे लेकिन इनकी हाजिरी बनाने से स्कूल के अधिकारी मना करते रहे। जिसका नतीजा यह हुआ कि इन्हें पैसा मिलना बंद हो गया ।
इन्होंने अपनी पत्नी के साथ मिलकर यहां के उच्च अधिकारी जैसे बीईओ, प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा शिक्षा पदाधिकारी इत्यादि जगह गुहार लगाई। महाराजपुर के प्रमुख से भी इन्होंने गुहार लगाई लेकिन सभी जगह इन से पैसे लिए गए या मांगे गए ।तत्कालिक बीईओ ने उनसे 50000 भी लिए और उनका काम नहीं किया और वह रिटायर भी कर गए ।धीरे धीरे शिक्षक प्रभात रंजन से लगातार हर जगह पैसे का डिमांड आने लगा और इन पर कर्ज बढ़ता चला गया ।बच्ची तब तक 12 साल की हो गई दूसरी बच्ची 9 साल की हो गई तथा तीसरा बच्चा 4 साल का है,जिसका स्कूल उन्हें पैसे के आभाव में छुड़ाना पड़ा। हर ओर से परेशान शिक्षक प्रभात रंजन ने जब अपने जीवन में चारों तरफ अंधेरा ही देखा तो बीते दिनों 23 मार्च को उन्होंने जहर खा लिया ।इस भयावह स्थिति को देखते हुए घरवालों तथा परिजनों ने पूर्णिया के मैक्स अस्पताल में भर्ती करवाया जहां लगभग उसने कर्ज लेकर दो लाख खर्च भी किया और ठीक भी नही हुए। वहां से उन्हें रेफर कर दिया गया। 
अभी वर्तमान में पूर्णिया के गैलेक्सी अस्पताल में वह शिक्षक भर्ती है ।जब यहां के स्थानीय पदाधिकारियों से बात की गई तो उन लोगों ने कहा कि हम लोग मामला को देखते हैं और समझते हैं। 
बीईओ नंदन प्रसाद ने कहा की इस मामले को गंभीरता से हम लोग देखते हैं। पत्नी पूनम देवी ने बताया कि हम लोग दर- दर की ठोकर कहा चुके।पति अगर नही रहे तो अपने बच्चों के साथ कहाँ जाऊंगी।हर ओर पैसा ही पैसा मांगा जा रहा है।
हिन्दुस्थान सामाचार
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