पटना: बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर प्रहार करते हुए उनसे इस्तीफे की मांग की है. उन्होंने कहा कि आप से नहीं संभालता है तो इस्तीफा दे दें. तेजस्वी यादव आज सुबह से ही फेसबुक पर लाइव रहे. कोरोना काल में स्वास्थ्य व्यवस्था पर उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कई नसीहत दीं.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार सरकार में नेता प्रतिपक्ष का कोई महत्व नहीं है. जबकि देश मे नेता प्रतिपक्ष का पद संवैधानिक है. मैंने चार सालों में मुख्यमंत्री को कितने पत्र लिखें लेकिन हमारे मुख्यमंत्री ने एक भी पत्र का जवाब नहीं दिया. मैं तो सीएम से कहूंगा कि यदि उनसे बिहार नहीं संभल रहा तो वह अपनी अंतरात्मा की सुनें और इस्तीफा दे, हम बतायेंगे कि बिहार में किस प्रकार से सरकार चलायी जाती है. उन्होंने कहा कि सरकार को विपक्ष से किसी भी तरह का सहयोग चाहिए होगा तो हम करने के लिए तैयार रहेंगे.
कोरोना महामारी में सहायता के लिए विधायकों और एमएलसी के फंड से पैसे लिये जाने पर तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा कि पिछले साल भी विधायकों और एमएलसी के फंड से पैसे लिये गये थे वे पैसे कहां खर्च हुए. सरकार ने इस साल भी करीब 312 विधायकों और एमएलसी के फंड से दो करोड़ रुपये लिये है जिससे कुल रुपये 624 करोड़ हो जाता है इन पैसों को सरकार कहां खर्च करेगी. कुछ लोग हमसे पूछते है कि कोरोना से राज्य की जनता के लिए विधायक क्या कर रहे है मैं तो उनलोगों को कहता हूं कि विधायकों के पैसे तो सरकार ने ले लिया है. विधायक बिना पैसे के जनता की सहायता कैसे करेंगे. कुछ विधायक जो जनता की सेवा में लगे है वह भी अपने निजी पैसे से काम कर रहे है. वे बेड और ऑक्सीजन सहित अन्य चीजे अस्पतालों में उपलब्ध करा रहे है. उन्होंने कहा कि यदि सरकार को जरुरत लगे तो हमारा सरकारी बंगले का इस्तेमाल कर सकती है.