गांधी सेतु के समानांतर दूसरे पुल को 42 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य: पथ निर्माण मंत्री

गांधी सेतु के समानांतर दूसरे पुल को 42 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य: पथ निर्माण मंत्री

Patna: बिहार के लिए लाइफ लाइन कहे जाने वाले महात्मा गांधी सेतु के समांतर बनने वाले पुल का निर्माण तय सीमा में ही पूरा किया जाएगा. इसके लिए काम शुरू हो चुका है. पुल का निर्माण 42 महीने में पूरा करने का लक्ष्‍य है. ये बातें पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडे और प्रदेश के पूर्व पथ निर्माण मंत्री सह स्थानीय विधायक नंदकिशोर यादव ने बुधवार की सुबह पुल निर्माण स्‍थल का निरीक्षण करने के दौरान कहीं.

दोनों नेता बुधवार की सुबह ही पटना सिटी के गायघाट पहुंचे. गांधी सेतु के बगल में बनने वाले नए पुल के निर्माण कार्यों का दोनों ने जायजा लिया. पुल निर्माण कंपनी द्वारा गायघाट में बनाए गए कार्यालय सह कंट्रोल रूम का भी उन्होंने मुआयना किया. पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि महात्मा गांधी सेतु के पश्चिम में बनने वाले फोरलेन के सेतु का निर्माण कार्य आरंभ हो चुका है.

हाजीपुर के वैशाली क्षेत्र और पटना क्षेत्र में स्कूल के दोनों सिरे का निर्माण कार्य सुचारू रूप से चले, इसके लिए विभागीय अभियंताओं के साथ बातचीत की जा रही है. उन्होंने कहा कि गंगा पर बनने वाले इस दूसरे महात्मा गांधी सेतु का निर्माण तय समय सीमा में पूरा हो जाएगा. कहीं कोई अड़चन नहीं है. सेतु निर्माण के लिए पटना क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण का भी कोई मामला नहीं है. पुल निर्माण के लिए आवश्यक जगह और लेन पूरी तरह से खाली है.

पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि महात्मा गांधी सेतु के समानांतर गंगा पर बनने वाला फोरलेन पुल बिहार के विकास में बड़ी मजबूत कड़ी साबित होगा. 1800 करोड़ रुपए से बनने वाला यह पुल 42 महीनों में तैयार कर लेने का लक्ष्‍य है. उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाले इस पुल से यातायात व्यवस्था सुगम हो जाएगी. विकास की रफ्तार तेज होगी. उन्होंने कहा कि बिहार आत्मनिर्भर बनने के लिए तेजी से प्रगति के पथ पर अग्रसर है.

मंत्री ने कहा कि मुजफ्फरपुर, सारण, वैशाली की जनता को गांधी सेतु पर बनने वाले इस दूसरे पुल का लाभ मिलेगा. उनके लिए राजधानी पहुंचना तथा राजधानी से उत्तर बिहार होते हुए दूसरे राज्यों तक आना जाना बेहद आसान हो जाएगा.

निवर्तमान पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने कहा कि गांधी सेतु के समानांतर बनने वाला पुल प्रधानमंत्री द्वारा बिहार के लिए घोषित विशेष पैकेज का हिस्सा है. इस पुल का शिलान्यास बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री ने किया था. उन्होंने कहा कि पुल का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. निर्माण एजेंसी तथा विभागीय अभियंताओं से बातचीत कर चल रहे निर्माण कार्य से संबंधित जानकारियां ली गई हैं. अगले एक माह में पुल के निर्माण कार्य में और तेजी आएगी. इसके लिए सभी आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं.

राजधानी को वैशाली से जोड़ने वाले मौजूदा महात्मा गांधी सेतु के नवनिर्मित पश्चिमी लेन से ही उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार के लिए वाहनों की आवाजाही जारी है. एक लेन पर ही वाहनों का परिचालन होने से जाम की समस्या बनी रहती है. गांधी सेतु के पूर्वी लेन के सुपर स्ट्रक्चर को काटने का कार्य जारी है. हाजीपुर क्षेत्र के पाया संख्या एक से इस लेन को काटने का प्रारंभ हुआ कार्य जारी है. कुल 46 पायो के सुपरस्ट्रक्चर को काटने के बाद सेतु के पुराने पायो पर ही पश्चिमी लेन की तरह जंगरोधी लोहे से नए पुल के सुपर स्ट्रक्चर का पुनर्निर्माण किया जाएगा. इस काम के लिए विभाग ने 18 महीने का लक्ष्य रखा है. विभागीय अधिकारियों का कहना है कि तय समय सीमा से पहले ही पूर्वी लेन का पुनर्निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा.

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