शहीद के पिता के अपमान मामले में दोषी पुलिस अधिकारी पर होगी सख्त कार्रवाई: डीजीपी

शहीद के पिता के अपमान मामले में दोषी पुलिस अधिकारी पर होगी सख्त कार्रवाई: डीजीपी

-सदन में बुलाए गए डीजीपी और गृह अपर मुख्य सचिव

पटना: बिहार विधानमंडल के बजट सत्र के तीसरे दिन बुधवार को सदन में वैशाली में शहीद बेटे का स्मारक बनाने पर पिता को जेल भेजने के मामले पर जमकर हंगामा हुआ। सदन के अंदर हंगामा बढ़ते देख शहीद के परिवार के अपमान के मामले को लेकर डीजीपी आरएस भट्टी और गृह अपर मुख्य सचिव को बुलाया गया और इसकी जांच का आदेश दिया गया। डीजीपी आरएस भट्टी ने इस मामले में स्पेशल टीम का गठन किया है। उन्होंने इस मामले में मीडिया से बातचीत में कहा कि यदि पुलिस पदाधिकारी दोषी पाये गए तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

इसके पूर्व तेजस्वी यादव ने विधानसभा में शहीद के पिता को जेल भेजने पर सदन में कहा कि मैं उसी वैशाली से जीत कर आता हूं। जब जवान शहीद हुए थे तो हम वहां गए थे। प्रतिपक्ष के नेता गए थे कि नहीं पता नहीं। वहां के लोगों की मांग थी तो हमने वादा किया था। उस समय इनकी सरकार थी। हम लोग देशभक्ति बेचते नहीं है। उस समय परिवार की मांग थी मूर्ति लगे, लेकिन वो अपनी जमीन नहीं देना चाहते थे। बगल के दलित की जमीन पर बनाना चाहते थे। ये कैसे मुमकिन हो सकता था। जहां तक उनके पिता के गिरफ्तारी की बात है उसे देखा जा रहा है। कानून अपना काम कर रही है।

मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि भाजपा के जो नेता स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करते थे, वो गलवान के शहीदों के लिए घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। ये मौके की तलाश में रहते हैं। ये नाटक करते हैं। इनकी कोई भावना नहीं है। महागठबंधन की सरकार कभी शहीदों का अपमान कर ही नहीं सकती है।

अग्निवीरों के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने पर राजद कोटे से सहकारिता मंत्री सुरेंद्र यादव को लेकर भी भाजपा ने हंगामा किया। भाजपा विधायकों की मांग थी कि मंत्री सुरेंद्र यादव अपने बयान को लेकर माफी मांगे। दूसरी ओर सदन के बाहर भाकपा माले के सदस्यों ने आज अपनी ही सरकार के खिलाफ जमकर हंगामा किया। बजट में महागठबंधन के घोषणा पत्र के वादों को शामिल नहीं करने पर निराशा जताई।

बढ़ते अपराधों को लेकर विधान परिषद में भी हंगामा

बिहार विधान परिषद की कार्रवाई शुरू होने से पहले ही भाजपा के विधान पार्षदों ने नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी के नेतृत्व में जोरदार प्रदर्शन किया। बिहार में बढ़ते अपराध, एससी एसटी छात्रवृत्ति योजना और जेठली गांव में हुई फायरिंग को लेकर जमकर नारेबाजी हुई। पूर्व मंत्री जनक राम ने कहा कि जब से नीतीश कुमार ने महा गठबंधन के साथ सरकार बनाई है तब से बिहार में भ्रष्टाचार के साथ अपराध चरम पर है। हर बिंदु पर हम सरकार से सदन में जवाब चाहते हैं लेकिन सरकार जवाब देने से भाग रही है। विरोधी दल के नेता सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार सरकार के मंत्री जलेबी की तरह बातों को घुमा रहे हैं। बिहार में लॉ एंड ऑर्डर नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। मुख्यमंत्री के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी हो रही।

सभापति देवेश चंद्र ठाकुर की अपील का कोई असर नहीं। अपराध के सवाल पर बिहार विधान परिषद की कार्यवाही बाधित हो गई। इस पर जदयू के वरिष्ठ नेता नीरज कुमार ने कहा कि सभापति को यह अधिकार है कि वह कार्य स्थगन को स्वीकार करें या फिर और अस्वीकार करें। जब गृह विभाग का दिन आएगा तब सरकार जवाब देगी। नेशनल क्राइम ब्यूरो या स्टेट क्राइम ब्यूरो के आंकड़े में सब कुछ साफ हैं। उन्होंने कहा कि सभापति को इस बात की पीड़ा हुई। नीतीश कुमार के जन्मदिन के दिन भी विपक्ष नीतीश कुमार मुर्दाबाद के नारे लगाते रहें। भाजपा को आत्मचिंतन करना चाहिए।

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