नई दिल्ली: पूर्व गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की 140 वीं जयंती पूरे देश में मनाई गयी। इस मौके पर पूरे देश में रन फॉर यूनिटी का आयोजन हुआ। दिल्ली के राजपथ पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘रन फॉर यूनिटी’ को हरी झंडी दिखाकर शुरुआत की। इस मौके पर स्कूल के बच्चों समेत करीब 15 हजार लोगों ने इसमें हिस्सा लिया। सरदार पटेल की जयंती को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मनाया गया।
इससे पहले प्रधानमंत्री ने सुबह संसद मार्ग पर सरदार पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर पीएम मोदी के साथ गृह मंत्री राजनाथ सिंह और शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने भी हिस्सा लिया। ‘रन फॉर यूनिटी’ के लिए राजपथ पर एकत्रित लोगों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संबोधित किया।
सरदार पटेल के बलिदान को याद करते हुए अपने संबोधन प्रधानमंत्री ने पटेल के जीवन की कुछ उपलब्धियों का जिक्र किया। पीएम ने अपने संबोधन में पूर्व पीएम इंदिरा गांधी के बलिदान को याद करते हुए उन्हें भी श्रद्धांजलि अर्पित की। मोदी ने कहा कि जिन्होंने देश के लिए जान दी, उन्हें भुलाया नहीं जा सकता। इस दिन हम वल्लभभाई पटेल के साथ ही इंदिरा गांधी को भी याद करते हैं। पीएम ने कहा कि सरदार ने देश को एकता के सूत्र में पिरोया है हमें उसको श्रेष्ठ बनाना है। पीएम ने कहा कि भारत अपने अंदर विविधता में एकता को संजों के रखा है हमें इसको बचा कर रखना होगा। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर देश में शांति एकता और सद्भावना का संदेश भी दिया। मोदी ने कहा कि पटेल ने महिला सशक्तिकरण का काम किया। सरदार पटेल ने भी स्वच्छता अभियान चलाया था। चाणक्य के बाद सरदार ने ही भारत को बांधा। अंग्रेज देश को बिखेरना चाहते थे पर पटेल ने नाकाम किया। सरदार ने भारत को एकसूत्र में बांधा। सरदार पटेल का एकता से अटूट नाता। सरदार पटेल के भारत को श्रेष्ठ भारत बनाना हम सबका कर्तव्य है। सरदार साहब, लौह पुरुष के नाम से साथ-साथ जाने गए, देश के लिए उनका योगदान कम नहीं आंका जा सकता। सरदार पटेल का नाम लौह पुरुष के तौर पर किसी अखबार में नहीं छपा, उन्हें सर्टिफिकेट नहीं मिला।
केंद्र सरकार ने देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिवस के मौके पर पिछले साल से इस कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है। इस साल भी ‘रन फॉर यूनिटी’ में हजारों लोग हिस्सा लिया।