- पेट्रोल की बढ़ी कीमतों को लेकर पुराने दौर को याद कर रहे हैं लोग
- साईकिल और इलेक्ट्रिक बाइकों पर बढ़ा रुझान
Chhapra: पेट्रोल की बढ़ी कीमतों को देखते हुए लोग इन दिनों पुराने दौर को याद कर रहे हैं. जब साइकिले सड़कों पर सरपट दौरा करती थी और वहां उसमें किसी तरह के ईंधन की कोई जरूरत नहीं पड़ती थी. साईकिल चलाने से स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर रहता था शारीरिक व्यायाम भी हो जाता था.
एक तरफ जहां पेट्रोल की कीमत आसमान छू रही है तो वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे भी लोग हैं जो बाइक के जगह पर अब साइकिल अपना रहे हैं. रोजाना के छोटे-मोटे काम, बाज़ार जाना आदि साइकिल के माध्यम से करना शुरू कर चुके हैं.
पुराना दौर फिर से लौटने लगा है साइकिल को भूल चुके लोग अब फिर से इसे चलाने लगे है. युवाओं में भी साइकिल को लेकर रुझान बढ़ा है. बाज़ार में स्पोर्टी लुक की बाइक बिकने लगी है. हालांकि दूर-दराज जाने वाले लोग आज भी बाइक का ही सहारा ले रहे हैं, पर छोटे मोटे काम के लिए लोग साइकिलों का सहारा लेने लगे हैं.
साइकिल के दुकानदार अंकित कुमार बताते हैं कि अब तक सरकारी योजनाओं में सिमट चुके साईकिल व्यवसाय को फिर एक नया स्वरूप मिला है. पेट्रोल की बढ़ी कीमतों के बाद एक बार फिर लोगों का रुझान साइकिलों पर लौटने लगा है. इससे इस व्यवसाय में उन्नति की उम्मीद है. साईकिल व्यवसाय के अपने पुराने दौर में लौटने की आशा है.
इलेक्ट्रिक बाइक्स बने विकल्प
वहीं दूसरी ओर इलेक्ट्रिक बाइक पेट्रोल की बढ़ी कीमत के बाद उत्पन्न स्थिति में पेट्रोल से चलने वाले बाइक के विकल्प के रूप में लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे है. इलेक्ट्रिक बाइकों की मांग इन दिनों बढ़ी है. लोग इलेक्ट्रिक बाइक खरीद रहे हैं. इसमें पेट्रोल की कोई झंझट नहीं है, जिससे बढ़ी हुई पेट्रोल की कीमतों का कोई असर भी नहीं पड़ता. एक बार चार्ज किया और फिर 80 से 100 किलोमीटर की सवारी बिना किसी ईंधन के आराम से कर सकते है. इन इलेक्ट्रिक बाइकों की एक और खास बात है कि इसके लिए रजिस्ट्रेशन की जरुरत नहीं पड़ती और ना ही चालक को ड्राइविंग लाइसेंस की आवश्यकता होती है. ये बाइक्स प्रदूषण भी नहीं करती.
इलेक्ट्रिक बाइक के शो रूम शिवम हीरो इलेक्ट्रिक के ऑनर अलोक रंजन बताते है कि इलेक्ट्रिक बाइक में पेट्रोल का झंझट नहीं है. पेट्रोल की बढ़ती कीमतों का असर इसको चलाने वालों पर नहीं पड़ता. पेट्रोल के महंगे होने पर लोगों का रुझान इसे खरीदने की ओर बढ़ा है. इन बाइकों की खास बात यह है कि ये प्रदूषण भी नहीं फैलाती और एक बार चार्ज करने के बाद 100 किलोमीटर तक चल सकती है. इसके लिए रजिस्ट्रेशन और चालक के लिए लाइसेंस की भी जरुरत नहीं है. उन्होंने बताया कि मौजूदा हालात में बढ़ी मांग से आउट ऑफ़ स्टॉक की स्थिति हो गयी है.
बढ़ी महंगाई ने लोगों को पुराने दौर और पेट्रोल के विकल्प को तलाशने को मजबूर किया है. ऐसे में साईकिल और इलेक्ट्रिक बाइकों पर बाधा रुझान इन व्यवसायों में जुटे लोगों के लिए अच्छे संकेत है.
-
#loksabhaelection2024 सारण सीट पर शुरू हुआ नामांकन, 3 मई तक चलेगा नामांकन।
-
लोकसभा चुनाव: जिलाधिकारी की प्रेस वार्ता
-
सारण लोकसभा सीट: नामांकन की प्रक्रिया आज से शुरू, 3 मई तक होगा नामांकन
-
लोकसभा चुनाव: नामांकन कार्यक्रम को लेकर छपरा शहर में यातायात व्यवस्था में बदलाव
-
श्री #हनुमान #जन्मोत्सव पर सामूहिक #संगीतमय हनुमान #chhapra #चालीसा पाठ का आयोजन
-
23 April 2024
-
लोकसभा चुनाव में क्या मुद्दा विहीन हो गई है राजनीति?
-
चुनावी माहौल में बिहार की राजनीति में सत्तू की इंट्री
-
#भाजपा प्रवक्ता ने की कांग्रेस पर टिप्पणी, #कांग्रेस नेता ने कहा- सत्ता का अहंकार सही नही
-
युवाओं ने ठाना है, सारण में मतदान का प्रतिशत बढ़ाना है #voterawareness #electioncommission