नई दिल्ली, 11 फरवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज दिल्ली के यशोभूमि में भारत ऊर्जा सप्ताह-2025 का वर्चुअली उद्घाटन किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि ‘विकसित भारत के लिए अगले दो दशक बहुत महत्वपूर्ण हैं। अगले पांच साल में हम कई बड़े मील के पत्थर पार करने जा रहे हैं। हमारे कई ऊर्जा लक्ष्य 2030 की समय सीमा के अनुरूप हैं।

उन्होंने कहा, हमारे ये लक्ष्य बहुत महत्वाकांक्षी लग सकते हैं लेकिन भारत ने पिछले 10 वर्षों में जो हासिल किया है, उससे यह विश्वास पैदा हुआ है कि हम इस लक्ष्य को प्राप्त करेंगे। पिछले 10 वर्षों में भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से बढ़कर पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा सौर ऊर्जा उत्पादक देश है।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले दशक में भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से बढ़कर 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। हमारी सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता में 32 गुना वृद्धि हुई है। आज भारत तीसरा सबसे बड़ा सौर ऊर्जा उत्पादक देश है। इसके अलावा, हमारी गैर-जीवाश्म ईंधन ऊर्जा क्षमता तीन गुनी हो गई है।

21वीं सदी, भारत की सदी है

उन्होंने कहा कि दुनिया का हर एक्सपर्ट आज कह रहा है कि 21वीं सदी, भारत की सदी है। भारत अपनी ही नहीं, दुनिया की ग्रोथ को भी ड्राइव कर रहा है और इसमें हमारे ऊर्जा सेक्टर की बहुत बड़ी भूमिका है। उन्होंने कहा कि भारत की ऊर्जा साझेदारी पांच खंभों पर खड़ी है। हमारे पास संसाधन हैं, जिनमें हम हार्नेस करा रहे हैं। हम अपने प्रतिभाशाली दिमागों को इनोवेट करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। हमारे पास आर्थिक ताकत है, राजनीतिक स्थिरता है। भारत के पास रणनीतिक भूगोल है, जो ऊर्जा व्यापार सबसे आकर्षक और आसान जगह है। भारत, ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे भारत के ऊर्जा क्षेत्र में नई संभावानाएं तैयार हो रही हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत अपने लक्ष्य से काफी पहले ही अपने लक्ष्य को प्राप्त कर रहा है। इसका एक उदाहरण ‘इथेनॉल मिश्रण’ है। हम वर्तमान में 19 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण कर रहे हैं, जिससे विदेशी मुद्रा की बचत हुई है, किसानों के लिए पर्याप्त राजस्व उत्पन्न हुआ है और सीओ2 उत्सर्जन में उल्लेखनीय कमी आई है। हम अक्टूबर 2025 से पहले 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया पहल के साथ, हम स्थानीय आपूर्ति और विनिर्माण को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। पिछले दशक में, भारत की सौर पीवी मॉड्यूल विनिर्माण क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो 2 गीगावाट से बढ़कर 70 गीगावाट हो गई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत की जैव ईंधन उद्योग तेजी से ग्रो करने को तैयार है। हमारे पास 500 मिलियन मैट्रिक टन का टिकाऊ फीडस्टॉक है। भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन बना, जो लगातार विस्तार कर रहा है। 28 नेशन और 12 अंतरराष्ट्रीय संगठन जुड़ चुके हैं। ये कचरे को संपत्ति में ट्रांसफार्म कर रहा है और उत्कृष्टता का केंद्र सेट रहा है।

उन्होंने कहा कि हमने देश के सामान्य परिवारों और किसानों को ऊर्जादाता बनाया है। बीते साल हमने पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना शुरू की। इस योजना का स्कोप सिर्फ ऊर्जा उत्पादन तक ही सीमित नहीं है। इससे सोलर सेक्टर में नई स्किल्स बन रही हैं, नया सर्विस इकोसिस्टम बन रहा है और आपके लिए इंवेस्ट की संभावनाएं भी बढ़ रही हैं।

फाइलेरिया मुक्त समाज की परिकल्पना को साकार करने के लिए जन-भागीदारी है जरूरी: डीएम
· डीएम ने स्वयं दवा खाकर सर्वजन दवा सेवन अभियान की शुरूआत की
· जिले में घर-घर जाकर फाइलेरिया बचाव की खिलायी जायेगी दवा
· 17 दिनों तक चलेगा अभियान, तीन दिनों तक बूथ लगाकर खिलायी जायेगी दवा
•जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर किया गया रवाना
Chhapra : फाइलेरिया मुक्त समाज की परिकल्पना को साकार करने में जन समुदाय की भागीदारी जरूरी है। फाइलेरिया से बचाव के लिए सभी को दवा खाना है जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाना है। उक्त बातें सारण के जिलाधिकारी अमन समीर ने सदर अस्पताल में राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सर्वजन दवा सेवन अभियान की शुरूआत करते हुए कही। सबसे पहले जिलाधिकारी ने खुद फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन किया उसके बाद सभी उपस्थित पदाधिकारियों और कर्मियों को दवा खिलायी गयी।
इस दौरान डीएम ने हरी झंडी दिखाकर जागरूकता रथ को रवाना किया। 4 जागरूकता रथ के माध्यम से शहरी क्षेत्रों में फाइलेरिया से बचाव तथा दवा सेवन के प्रति जागरूक किया जायेगा। डीएम अमन समीर ने कहा कि फाइलेरिया पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से एक राष्ट्रव्यापी मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) अभियान शुरू किया। घर-घर जाकर फाइलेरिया रोधी दवाएं खिलायी जाएंगी। जिला को फाइलेरिया मुक्त बनाने के लिए सबसे जरूरी है कि आम जनता को जागरूक किया जाए। जैसे पोलियों का उन्मूलन जागरूकता से हुआ। इसी तरह से इसका भी होगा। फाइलेरिया एक भयावह बीमारी है, जिसके लक्षण कई साल के बाद दिखाई देता है। जिसका कोई इलाज नहीं है। इस बीमारी का बचाव ही एक उपाय है, फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन करें। डीएम ने कहा कि यदि इस अभियान में मीडिया अपनी सकारात्मक पहल से समाज में जागरूकता फैलाए तो निश्चित तौर पर ही सारण से फाइलेरिया का उन्मूलन पूरी तरह से संभव है। क्योंकि समाज के लोग जब जागरूक होंगे। तब यह बिलकुल संभव है कि 2027 तक जिले को फाइलेरिया मुक्त किया जा सकेगा। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा, डीएमओ डॉ. दिलीप कुमार सिंह, डीएस डॉ. आरएन तिवारी, डीपीएम अरविन्द कुमार, डीवीबीडीसी सुधीर कुमार, अस्पताल प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद, पिरामल के डिस्ट्रिक्ट लीड हरिशंकर कुमार, प्रोग्राम लीड अरविन्द पाठक, यूनिसेफ के एसएमसी आरती त्रिपाठी, सीफार के डीपीसी गनपत आर्यन, वीडीसीओ मीनाक्षी कुमारी, वीडीसीओ सुमन कुमारी समेत अन्य मौजूद थे।
37.92 लाख आबादी को खिलायी जायेगी फाइलेरिया से बचाव की दवा:
जिलाधिकारी अमन समीर ने बताया कि सारण में 37 लाख 92 हजार 159 लोगों को दवा खिलायी जायेगी। अभियान के दौरान जिले में 5 लाख 88 हजार 834 घरों को लक्षित किया गया है। दवा खिलाने के 1884 टीम गठित किया गया है। 3357 ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर, 179 सुपरवाइजर लगाये गये है। 17 दिनों तक अभियान चलेगा, शुरूआती तीन दिनों तक बूथ लगाकर दवा खिलायी जायेगी। निजी और सरकारी विद्यालयों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, चौक-चौराहा, पंचायत भवन, सरकारी कार्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों, पीएचसी, सीएचसी और स्वास्थ्य केंद्रों में बूथ लगाकर दवा खिलायी जायेगी।
खाली पेट दवा का सेवन नहीं करें
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार सिंह ने कहा कि अभियान के दौरान दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर बीमारी से जूझ रहे लोगों को फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन नहीं कराया जाएगा। इनके अलावा सभी उम्र के लाभुकों को उम्र और लंबाई के हिसाब से दवाओं का सेवन कराया जाएगा। डॉ. दिलीप ने बताया कि फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन सभी लोगों के लिए लाभप्रद है। आम लोग खाली पेट दवा का सेवन नहीं करें। कभी-कभी खाली पेट दवा खाने से भी कुछ समस्याएं होती हैं। आम लोगों में फाइलेरिया की दवा सेवन के साइड इफेक्ट के बारे में कुछ भ्रांतियां हैं, जिसे दूर करने की सख्त जरूरत है। फाइलेरिया की दवा सेवन से जी मतलाना, हल्का सिर दर्द व हल्का बुखार हो सकता है जो शरीर में मौजूद फाइलेरिया के परजीवी के मरने के ही कारण होता है। इसलिए दवा सेवन से किसी भी प्रकार का साइड इफेक्ट मरीज के हित में ही है। हालांकि, इसके लिए जिले के सभी प्रखंडों में क्यूआरटी का गठन किया गया है।
प्रखंड स्तर पर रैपिड रिस्पांस टीम का गठन 
सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि इस अभियान में जन-सहभागिता जरूरी है। फाइलेरिया यानी हाथीपांव एक ऐसी बीमारी है जो एक बार हो जाये तो आपको जीवन भर के लिए दिव्यांग बना देती है। हाथी पांव का इलाज संभव नहीं है। ऐसे में सभी से अपील है कि दवा स्वयं खायें और अपने परिवार के सभी सदस्यों को खिलायें। तभी फाइलेरिया मुक्त जिला का सपना साकार हो सकेगा। सर्वजन दवा सेवन अभियान की मॉनिटरिंग मोबाइल ऐप के माध्यम से की जायेगी। इसके साथ हीं प्रखंड स्तर पर रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है, ताकि कहीं भी कोई प्रतिकूल प्रभाव सामने आने पर तुरंत रिस्पांस किया जायेगा। इसके साथ हीं सुपरविजन के लिए अलग-अलग टीम गठित की गयी है। जो क्षेत्र में जाकर अभियान के दौरान अनुश्रवण करेगी।
उम्र और हाइट के अनुसार खिलायी जायेगी दवा
अभियान के दौरान तीन तरह की दवा खिलायी जायेगी। जिसमें डीईसी, अल्बेंडाजोल और आइवरमेक्टिन की गोली शामिल है। आइवरमेक्टिन दवा हाइट के अनुसार देना है। 90 से 119 सेमी लंबाई वाले को एक गोली, 120 से 140 सेमी लंबाई वाले को 2 गोली, 141 से 158 सेमी वाले को 3 गोली और 159 सेमी से ज्यादा चाहे जितना भी हो उसे 4 गोली देनी है। वहीं 2 से 5 वर्ष आयु वर्ग को डीईसी की एक गोली और अल्बेंडाजोल की एक गोली, 6 से 14 वर्ष आयु वर्ग को डीईसी की दो गोली और अल्बेंडाजोल की एक गोली, 15 वर्ष या उससे अधिक उम्र वाले 3 डीईसी और एक अल्बेंडाजोल की गोली देनी है।

डीएम ने अस्पताल के नए मातृ शिशु अस्पताल भवन का किया निरीक्षण, परिसर के अंदर सभी स्थायी अस्थाई अतिक्रमण को अविलंब हटाने का एसडीओ को दिया निदेश
छपरा: जिलाधिकारी सारण-सह-अध्यक्ष, जिला स्वास्थ्य समिति, सारण अमन समीर द्वारा आज दिनांक 10.02.25 को सदर अस्पताल के नए मातृ शिशु अस्पताल भवन का निरीक्षण किया गया तथा पूरे परिसर के अंदर अवस्थित सभी भवनों के सुदृढ़ीकरण संबंधी कार्यों का जायजा लिया गया।
निरीक्षण के दौरान जीर्ण शीर्ण भवनों के मरम्मतीकरण अथवा नियमानुसार ध्वस्त करने हेतु कार्यपालक अभियंता, भवन को तथा परिसर के अंदर अवस्थित सभी पानी टंकियों की जांच कर आवश्यक मरम्मति अथवा नियमानुसार ध्वस्त करने की कार्रवाई हेतु कार्यपालक अभियंता, लोक स्वास्थ्य प्रमंडल को आवश्यक निदेश दिया गया।
साथ ही परिसर के अंदर सभी स्थायी अस्थाईअतिक्रमण को अविलंब नियमानुसार हटाने का निदेश अनुमंडल पदाधिकारी, सदर को दिया गया।महिला मरीजों एवं शिशुओं को अधिक से अधिक सुविधा प्रदान करने के परिप्रेक्ष्य में सिविल सर्जन को मातृ शिशु अस्पताल के अंदर सभी प्रक्रियाओं को पूर्ण रूप से ऑनलाइन करने का निदेश तथा अधिक संख्या में चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया। इसके साथ ही सिविल सर्जन को पूरे अस्पताल परिसर का नक्शा तैयार कर सभी नए भवनों तथा आवासीय भवनों को सुव्यवस्थित तरीके से निर्माण कराने के परिप्रेक्ष्य में कार्य योजना तैयार करने का निदेश दिया गया ताकि कार्य योजना के अनुसार रोगी कल्याण समिति के माध्यम से आवश्यक निर्माण कार्य कराया जा सके।

सारण डीएम ने जिला, अनुमंडल, प्रखंड-सह- अंचल कार्यालयों में 01 मार्च 2025 से e-office  लागू करने का दिया निदेश  
chhapra : सारण जिला पदाधिकारी द्वारा जिला, अनुमंडल, प्रखंड-सह- अंचल कार्यालयों में 01 मार्च 2025 से e-office  लागू करने के संबंधी बैठक की गई जिसमें निम्न निदेश दिए गये। इस दौरान डीएम ने सभी कार्यालय प्रधान स्वयं का एवं सभी लिपिकों का DSC(Digital Signature Certificate) Dongle एक सप्ताह के अन्दर बनवाना सुनिश्चित करेंगे| वहीं सभी कार्यालयों में आवश्यकतानुसार कंप्यूटर तथा इन्टरनेट की व्यवस्था ससमय सुनिश्चित कर ली जाय | कागजातों को स्कैन करने के लिए प्रति कार्यालय एक Scanner की व्यवस्था (प्रत्येक प्रखंड+अंचल कार्यालय के लिए संयुक्त रूप से एक scanner) कर ली जाय |
डीएम ने  जिला सूचना विज्ञान कार्यालय द्वारा भेजे गए EMD(Employee Master Database) एवं file head को अविलम्ब तैयार कर भेजना सुनिश्चित करें | प्रत्येक कार्यालय में इ-ऑफिस के संचालन हेतु एक नोडल कर्मी (प्रधान सहायक) को नामित करने एवं document scanning एवं अन्य तकनीकी कार्यों के लिए कार्यपालक सहायक/डाटा इंट्री ऑपरेटर की Tagging संबंधी आदेश अपने स्तर से अविलंब निर्गत की जाए।
बैठक में उपविकास आयुक्त, अपर समाहर्त्ता एवं विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।

धान अधिप्राप्ति को लेकर जिलाधिकारी ने की बैठक
लक्ष्य के विरुद्ध लगभग 77 प्रतिशत धान की हुई अधिप्राप्ति, 15 फरवरी तक होगी अधिप्राप्ति
निर्धारित मानकयुक्त गुणवत्तापूर्ण चावल ही लिया जा रहा, गुणवत्ता परीक्षण में विफल चावल को मिलरों को कर दिया जायेगा वापस:डीएम
chhapra: खरीफ विपणन मौसम वर्ष 2024-25 में धान अधिप्राप्ति की प्रक्रिया के तहत 1 नवंबर से शुरू होकर 15 फरवरी 2025 तक किसानों से निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीद की जायेगी। 15 जून 2025 तक सीएमआर जमा करने की अवधि निर्धारित है। सारण जिला में धान अधिप्राप्ति हेतु निर्धारित 123341 एमटी के लक्ष्य के विरुद्ध अभी तक 12120 किसानों से 95009 एमटी धान की अधिप्राप्ति की गई है जो लक्ष्य का 77 प्रतिशत है।
इस वर्ष सामान्य धान के लिए ₹2300 प्रति क्विंटल तथा ग्रेड ‘ए’ धान के लिये ₹2320 प्रति क्विंटल का लक्ष्य निर्धारित है। प्रति रैयत किसान से अधिकतम 250 क्विंटल तथा प्रति गैर रैयत किसान से अधिकतम 100 क्विंटल धान क्रय किया गया है। इस वर्ष सारण जिला के 267 पैक्स तथा व्यापार मंडल द्वारा धान अधिप्राप्ति की गई है। धान अधिप्राप्ति के तहत सीएमआर के लिये 33 राइस मिलों का निबंधन किया गया है, जिसमें दो उसना चावल मिल हैं।
आज जिलाधिकारी अमन समीर ने धान अधिप्राप्ति को लेकर समीक्षा बैठक किया।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि निर्धारित मानक के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण चावल ही एसएफसी के गोदाम में दिया जाएगा गुणवत्ता परीक्षण में सफल चावल को संबंधित मिलर को वापस किया जाएगा गुणवत्ता परीक्षण हेतु एसएससी के सभी गोदाम पर गुणवत्ता नियंत्रक प्रतिनियुक्त किये गये हैं।

अंतर्राष्ट्रीय बाइक चोर गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार, चोरी की चार मोटरसाइकिल बरामद

अररिया : फारबिसगंज अनुमंडल क्षेत्र में लगातार हो रही बाइक चोरी की घटना को लेकर पुलिस ने अंतर्राष्ट्रीय बाइक चोर गिरोह का खुलासा किया है।पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों की गिरफ्तारी के साथ चोरी की चार मोटरसाइकिल बरामद किया है।वहीं अन्य चोरी की मोटरसाइकिल की बरामदगी को नेपाल पुलिस से सहयोग स्थापित कर बरामदगी के लिए छापेमारी की जा रही है।

सोमवार को अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मुकेश कुमार साहा ने बताया कि अनुमंडल क्षेत्र में लगातार चोरी हो रही मोटरसाइकिल की बरामदगी के लिए एसपी अंजनी कुमार की ओर से फारबिसगंज एसडीपीओ के नेतृत्व में एक विशेष छापेमारी टीम का गठन किया था।टीम के द्वारा शहर में लगे सीसीटीवी फुटेज के अवलोकन के आधार पर सबसे पहले मोटरसाइकिल चोरों की पहचान की गई,जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी के साथ ही चोरी हुई चार मोटरसाइकिल की बरामदगी की गई।

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार सदस्यों में अम्हारा वार्ड संख्या 7 के 24 वर्षीय राहुल कुमार मंडल और फुलकाहा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर वार्ड संख्या 11 के रहने वाले 35 वर्षीय संजीत पासवान को पहले गिरफ्तार किया गया। यह लोग बाइक चुरा कर फुलकाहा निवासी 21 वर्षीय रवि कुमार भगत पिता शंभू भगत को बेचने का काम करते थे। रवि कुमार भगत चोरी की इन बाइकों को चार से 5 हजार में खरीदकर नेपाल में उसी मोटरसाइकिल को 10 से 15 हजार में बिक्री करने का काम करता था।

एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने बताया कि गिरफ्तार गिरोह के सदस्यों ने अनुमंडल क्षेत्र में दर्जनों बाइक की चोरी और नेपाल में बिक्री करने की बात को स्वीकार किया है,जिसके आधार पर नेपाल पुलिस से सहयोग स्थापित कर चोरी गए दर्जनों मोटरसाइकिल की बारामती के लिए छापेमारी की जा रही है।

नवादा में सीएम ने किया करोड़ों रुपए की योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन, पुल व डिग्री कॉलेज की दी सौगात

नवादा: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को नवादा जिले के करी गांव में आयोजित प्रगति यात्रा कार्यक्रम में करोड़ों रुपए की योजनाओं का शिलान्यास तथा उद्घाटन किया ।गोविंदपुर के महावरा में सकरी नदी पर पुल तथा रजौली में डिग्री कॉलेज की भी सौगात दी । जिस पुल के लिए नवादावासी लंबे समय से प्रयास कर रहे थे।अपने निर्धारित समय पर 10:30 बजे हेलीकॉप्टर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गोविंदपुर प्रखंड के महावरा पहुंचे। वहां स्थल निरीक्षण कर वहां प्रतिक्षित 55 करोड़ की लागत से बनने वाले सकरी नदी के पुल का शिलान्यास किया ।उसके बाद मुख्यमंत्री रजौली प्रखंड के करीगांव पहुंचे, जहां प्रगति यात्रा के तहत बनाए गए विभिन्न स्थलों का निरीक्षण के साथ ही रजौली में डिग्री कॉलेज का शिलान्यास तथा तालाब का उद्घाटन किया ।

मुख्यमंत्री ने करीगांव में जीविका दीदियों द्वारा बनाए जा रहे कंबल ,बेडशीट ,आसानी तथा विभिन्न कपड़े के स्टालों का निरीक्षण किया ।बकरी, पालन मत्स्य पालन ,पर्यावरण ,बाल विकास परियोजना ,महादलित कल्याण ,वन एवं पर्यावरण, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण सहित स्थापित किए गए अन्य स्टालों का निरीक्षण कर बेहतर कार्य के लिए जीविका दीदियों के कार्यो की सराहना की।

मुख्यमंत्री तीसरे कार्यक्रम के तहत अकबरपुर प्रखंड के हुडराही – रूनीपुर गांव पहुंचे ,जहां लाखों की लागत से बनाए गए खेल मैदान का उन्होंने उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री उसके बाद नवादा पहुंचे,जहां नवादा शहर को जाम से मुक्त कराने के उद्देश्य से अकौना के पास कादिरगंज को जाने वाले बाईपास का स्थल निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने नवादा के डीआरडीए सभागार पहुंचकर मुख्यमंत्री तथा प्रधानमंत्री विकास योजनाओं की समीक्षा कर अधिकारियों को कई विशेष निर्देश दिए गए ।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों की बैठक में घर-घर नल योजना ,आवास योजना ,कन्या उत्थान योजना,मुख्यमंत्री कल्याण योजना से संबंधित योजनाओं की भी समीक्षा किया। इस अवसर पर नवादा जिला के प्रभारी मंत्री डॉ प्रेम कुमार ,स्थानीय सांसद विवेक ठाकुर, बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के साथही जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री को पटना से उच्च अधिकारियों ने ही स्टॉल के पास ले जाकर कई तथ्यों को रखा।

उपमहापौर रागिनी कुमारी द्वारा निःशुल्क आँख जांच शिविर का किया गया आयोजन

chhapra: उप महापौर रागिनी कुमारी द्वारा निःशुल्क आँख जांच शिविर BLP पब्लिक स्कूल वार्ड 04 छोटा ब्रह्मपुर छपरा में अखंड ज्योति मस्तिचौक के सहयोग से लगाया गया।

जिसमे लगभग 250 से ज्यादा रोगियों ने अपनेआँखों की जाँच कारवाई । जाँचों उपरांत उन्हें दवा दिया गया जाँच क्रम मे मोतियाबिंद से पीड़ित 44 रोगियों की पहचान की गई। जिनका ऑपरेशन 11/02/2025 को अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल मस्तिचौक में किया जायेग।

इस अवसर पर बबन पांडेय लायंस क्लब से, प्रमोद मिश्रा, शैलेन्द्र सिंह, डॉ०ओ०पी० गुप्ता,नागेंद्र सिंह, अशर्फी शाह, वार्ड 1 के पार्षद प्रतिनिधि ज़ाकिर शाह, वार्ड 4 पार्षद संतोष कु० बांगा , बार काँसिल अध्यक्ष गांगोत्री प्रसाद , बख्तियार अहमद सिद्दीकी आदि लोग उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री बालिका कैंसर प्रतिरक्षण के तहत टीकाकरण हुआ शुरू

पूर्वी चंपारण:  मुख्यमंत्री बालिका कैंसर प्रतिरक्षण योजना के तहत सदर अस्पताल स्थित एमसीएच भवन में सोमवार को टीकाकरण शुरू हुआ। मौके पर डीएम सौरभ जोरवाल भी उपस्थित रहे। इस योजना के तहत 9 से 14 साल की लड़कियों को बच्चेदानी के मुँह के कैंसर से बचाव लिए मुफ्त में एचपीवी वैक्सीन दी जा रहीं है।आज वैक्सीन कस्तूरबा विधालय, नवोदय, एमजे के, जेएमएस छतौनी विद्यालय के छात्राओं को हेड नर्स मीरा सिन्हा, सुप्रिया कुमारी द्वारा दी जा रहीं है।

जिलाधिकारी ने कहा कि यह वैक्सीन 98 प्रतिशत तक सर्वाइकल कैंसर से बचाव करती है। बच्चियों को सर्वाइकल यानी बच्चेदानी के मुंह के कैंसर से सुरक्षित करने के लिए इसे लेना आवश्यक है। वहीं सीएस डीआईओ, ने कहा की पहले राउंड में 740 लड़कियों को टीका दिया जाएगा।

मौके पर नोडल चिकित्सक डॉ मोहसिन हकीम ने बताया कि महिलाओं को होने वाले कैंसर में से 17 प्रतिशत को बच्चेदानी के मुंह का कैंसर होता है। इससे मृत्युदर बहुत अधिक है। ऐसे में राज्य सरकार ने निशुल्क एचपीवी टीका लगवाने का निर्णय लिया है। एचपीवी की दो डोज देने से 98 प्रतिशत तक बचाव होता है। मौके पर सीएस डॉ रविभूषण श्रीवास्तव, डीआईओ डॉ शरत चंद्र शर्मा, डीएस डॉ विजय कुमार, नोडल डॉ मोहसिन हकीम व अन्य लोग उपस्थित थें।

24 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आएंगे भागलपुर, दौरे को लेकर तैयारियों की हुई समीक्षा

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी की बैठक में गाया गाना, कहा-तेजस्वी को मौका मिला तो खजाना लूटेंगे

किशनगंज: भारतीय जनता पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. दिलीप कुमार जायसवाल की अध्यक्षता में सोमवार को पार्टी की बैठक हुई। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष का एक अलग अंदाज दिखा। उन्होंने गीत गाकर एनडीए सरकार और नीतीश कुमार की उपलब्धियां बताई। डाॅ. दिलीप कुमार जायसवाल ने गाया ‘हरा बा की भगवा बा, ब्लू बा की लाल बा। बिहार में का बा। नीतीश कुमार के राज बा, कानून के राज बा, किसान खुशहाल बा। यही नीतीश कुमार के राज बा। बिहार में और का बा। आज भी है और कल भी रहेगा।

24 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भागलपुर आने वाले हैं। उनके दौरे को लेकर बैठक में तैयारियों की समीक्षा की गई। मीडिया से बातचीत करते हुए डा. दिलीप कुमार जायसवाल ने बिना नाम लिए तेजस्वी यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ‘दिल्ली के नतीजे सबके सामने हैं। केजरीवाल ने मुफ्त की दुकान खोल रखी थी। छत्तीसगढ़ में भी बघेल ने मुफ्त की रेवड़ी का वादा किया था। बिहार में भी कुछ लोग केजरीवाल के चेले बने हैं। जगह-जगह माई बहिन योजना की होर्डिंग लगा रहे थे। केजरीवाल वाली नाव पर चले थे। बिहार में इनका अब कुछ नहीं होना है। दिल्ली में जनता ने मुफ्त की जगह पीएम मोदी की गारंटी पर भरोसा जताया है।

‘प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ‘तेजस्वी को अगर मौका मिला तो पूरा बिहार खाली कर देंगे। जनता भ्रष्ट नेताओं को सबक सीखा रही है। जब मौका मिला तो नौकरी के नाम पर जमीन लिखवाने लगेंगे। तेजस्वी जैसे लोग चांदी के चम्मच लेकर पैदा हुए हैं। परिवार के लोग ही सीएम पद का उम्मीदवार होंगे, यही उनका समाजवाद है। अगर हिम्मत है तो लालू यादव घोषणा करें कि गरीब का बेटा ही नेता बनेगा।’ तेजस्वी ने बिहार की जनता को एक बार मौका देने की बात कही थी। इस पर रिएक्शन देते हुए डाॅ. दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा कि ‘ठीक बोल रहे हैं, एक बार मौका दें और पूरा बिहार खाली कर दें। तेजस्वी एक ही मौका में सब खाली कर देंगे। आज बिहार में एक राक्षस मरता है तो सौ पैदा हो रहे हैं। ऐसी प्रवृत्ति पैदा करने वाले यही गठबंधन के नेता हैं।’

पीएम मोदी 24 फरवरी को बिहार दौरे पर आ रहे हैं। इसको लेकर बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में पार्टी की बैठक बुलाई गई। इस बैठक में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के साथ साथ सभी मंत्री, विधायक, पदाधिकारी और भागलपुर के सीमावर्ती 15 जिलों के जिलाध्यक्ष मौजूद थे।

महामंडलेश्वर सदा शिवेंद्र सरस्वती ने महाकुम्भ में योगी सरकार की व्यवस्थाओं को सराहा

प्रयागराज से वापस लौटे संतों ने महाकुंभ में योगी सरकार की व्यवस्थाओं को सराहा

सीतापुर:  प्रयागराज महाकुंभ से महामंडलेश्वर की पदवी पाकर नैमिषारण्य वापस लौटे संतों ने महाकुंभ की व्यवस्थाओं को लेकर योगी सरकार की सराहना की है, तो वहीं महाकुंभ में व्यवस्था के दुष्प्रचार के नाम पर हो रही सियासत पर भी गहरी नाराजगी प्रकट की है। जानकारी हो कि महाकुंभ में पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी से जुड़े नैमिषारण्य के दो संतों को महामंडलेश्वर की पदवी मिली है। नैमिषारण्य वापसी पर प्रयागराज महाकुम्भ की व्यवस्थाओं पर हो रही राजनीति पर उनकी प्रतिक्रिया जानी।

स्वामी विद्यानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि महाकुंभ की व्यवस्थाएं अच्छी थीं। योगी सरकार ने साधु-संतों एवं श्रद्धालुओं के लिए कोई कसर नहीं बाकी रखी। उन्होंने कहा कि भगदड़ की घटना अत्यंत दुखद थी, परंतु इसकी आड़ में व्यवस्थाओं को कोसा नहीं जा सकता। सरकार की पूरी ईमानदारी से कोशिश रही कि साधु-संतों एवं स्नान के लिए आने वाले लोगों लिए अच्छा प्रबंध हो। योगी सरकार इस मामले में खरी उतरी है ।

महामंडलेश्वर विद्यानंद सरस्वती ने उदाहरण देते हुए कहा कि 10 लोगों की क्षमता के एक कमरे में अगर 100 लोग आ जाएं तो थोड़ी बहुत अव्यवस्था होना स्वाभाविक बात है, परंतु बाद में उसे ठीक करने की कोशिश होती है, लेकिन जिस प्रकार से अपने राजनैतिक स्वार्थ के लिए कुछ लोग प्रयागराज में हुई भगदड़ की घटना की आड़ में पूरे महाकुंभ को बदनाम कर रहे हैं , वह अत्यंत दुःखद व निन्दनीय है।

वही महामंडलेश्वर सदा शिवेंद्र सरस्वती ने महाकुम्भ में योगी सरकार की व्यवस्थाओं को सराहनीय बताते हुए कहा कि आलोचना राजनीतिक रोटियां सेकने जैसी है।सभी साधु -संतों एवं श्रद्धालुओं के लिए योगी सरकार की व्यवस्था अच्छी थी। उत्तर प्रदेश में राजसत्ता की कमान एक संत के हाथ में है। संत के रूप में योगी जी पूरी ईमानदारीपूर्वक महाकुंभ के प्रति अपने दायित्व का बखूबी निर्वहन कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि सनातन धर्म की धरोहर को योगी जी ने अच्छे तरीके से आगे बढ़ाया है।

प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में सीतापुर को धार्मिक दृष्टिकोण से मिली उपलब्धि ऋषियों की तपस्थली नैमिषारण्य को गौरवान्वित करने वाली है। श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के शिविर में नैमिषारण्य से संबंध रखने वाले इन दोनों संतों , सदा शिवेंद्र सरस्वती व स्वामी विद्यानंद सरस्वती को महाकुंभ में महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई है। वहां परंपराओं का निर्वहन करते हुए इन दोनों संतों का पट्टाभिषेक किया गया है।

नैमिषारण्य वैसे भी धर्म क्षेत्र में सुविख्यात है। यहां कभी 88 हजार ऋषियों ने तपस्या की थी। वेदों, पुराणों की रचना स्थली, मनु शतरूपा की तपस्थली के रूप में इसे पूरे विश्व में मान्याता प्राप्त है। इन सबके बीच संतों का पट्टाभिषेक कर उनको महामंडलेश्वर घोषित कर देना अपने आप में बड़ी उपलब्धि है।

नैमिषारण्य के स्वामी सदा शिवेंद्र सरस्वती व स्वामी विद्यानंद सरस्वती को प्रयागराज महाकुंभ के दौरान पट्टाभिषेक करके महामंडलेश्वर की पदवी से सम्मानित किया गया है। मात्र 19 वर्ष की आयु में 1990 में संत जीवन में प्रवेश करने वाले विद्यानंद सरस्वती पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी से जुड़े हैं वहीं सदा शिवेंद्र सरस्वती 11 वर्ष की आयु से नैमिषारण्य में हरिहरानंद सरस्वती ब्रह्म विज्ञान पीठ संस्थानम से पढ़ाई करते हुए आश्रम से संत के रूप में निकले।

इन दोनों संतों को महा निर्वाणी अखाड़ा के अध्यक्ष श्री रविंद्रपुरी महाराज महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानन्द भारती, आचार्य राजगुरु की मौजूदगी में महाकुंभ में महामंडलेश्वर की उपाधि मिली। दोनों संतों को वैदिक परंपरा के अनुसार अखाड़े के महामंडलेश्वरों ने पट्टाभिषेक (चादरविधि) करके महामंडलेश्वर की पदवी से सम्मानित किया गया।

विंध्यधाम में भक्ति की बयार, श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब

मीरजापुर: माघ मास शुक्ल पक्ष प्रदोष तिथि पर विंध्यवासिनी धाम में आस्था का अद्भुत नजारा देखने को मिला। महाकुंभ पलट प्रवाह के प्रभाव से लाखों श्रद्धालु मां के दरबार में उमड़ पड़े। प्रयागराज हाईवे पर लगातार जाम लगा रहने के बावजूद भक्तों की आस्था अटूट रही और वे दर्शन-पूजन के लिए माता के चरणों में पहुंचते रहे।

गंगा स्नान के उपरांत नर-नारी, बच्चे और बुजुर्ग सभी श्रद्धा भाव से मां विंध्यवासिनी के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचे। माता का भव्य श्रृंगार देख भक्तगण भावविभोर हो उठे। मंदिर परिसर में घंटा-घड़ियाल और शंख ध्वनि के बीच जय माता दी के जयघोष गूंजते रहे, जिससे संपूर्ण वातावरण भक्तिमय हो गया।

सोमवार की भोर में मंगला आरती के बाद मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खुले, तो लंबी कतारों में खड़े श्रद्धालु जयकारे लगाते हुए दर्शन के लिए उमड़ पड़े। माता के दर्शन-पूजन का यह सिलसिला देर शाम तक अनवरत जारी रहा। श्रद्धालुओं ने मंदिर के गुंबद की परिक्रमा कर मत्था टेका और गंगा घाटों पर मुंडन संस्कार संपन्न कराए। वहीं मंदिर की छत पर साधक मंत्र जाप और साधना में लीन दिखे, जिससे संपूर्ण क्षेत्र में आध्यात्मिक ऊर्जा व्याप्त हो गई।

यातायात नियंत्रण में जुटा प्रशासन

भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। प्रयागराज-मीरजापुर मार्ग पर जबरदस्त यातायात के दबाव के चलते अटल चौराहे पर पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा स्वयं खड़े होकर वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित करते दिखे। संपूर्ण मेला क्षेत्र में पुलिस एवं पीएसी के जवान तैनात रहे। श्रीविंध्य पंडा समाज के सदस्यगण भी यूनिफॉर्म और पहचान पत्र के साथ श्रद्धालुओं की सेवा में तत्पर दिखे।