VIP स्कूल के दर्जनों विद्यार्थी सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में 90% अंक से ऊपर तथा 45 से अधिक विद्यार्थी 80% अंक से ऊपर

Chhapra: सारण जिले का सुप्रसिद्ध शिक्षण संस्थान विवेकानंद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल प्रारंभ से ही बच्चों को अच्छी शिक्षा, उचित ज्ञान एवं सुदृढ़ अनुशासन प्रदान करता आया है। मंगलवार की शाम जैसे ही सीबीएसई 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षा रिजल्ट की घोषणा हुई, वैसे ही पूरे विद्यालय परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई।

विद्यालय के निदेशक डॉ राहुल राज ने बताया कि 12वीं बोर्ड के रिजल्ट में तनवी मिश्रा ने 95.2% तथा साकेत कुमार ने 94.2% अंक से उत्तीर्ण होकर परचम लहराया है वहीं 10वीं बोर्ड के रिजल्ट में विद्यालय के दर्जनों विद्यार्थी 90% से ऊपर एवं 45 से अधिक विद्यार्थी 80% तथा उससे अधिक अंक से सफल हुए।

जिनमें पीयूष सिंह 94.2%, वैष्णवी सिंह 93%, अंकिता कुमारी 92.5%, कुमार गौरव 90.6%, हसन रजा 90.6%, कंचन कु 90.5%, मितांशु कुमार 90.2%, सोनल सिंह चौहान 90.1%, अक्षता 90% अंक प्राप्त कर अनेकों विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। उतीर्ण विद्यार्थियों ने बताया कि यह संस्थान पूरे जिले में अपना अलग स्थान रखता है।

प्रारंभ से ही यहाँ उपस्थित योग्य, अनुभवी एवं प्रशिक्षित शिक्षकों के द्वारा सभी बच्चों को विशेष शिक्षा प्रदान की जा रही थी, साथ ही समय समय पर उनका उचित मार्गदर्शन, तथा परीक्षा से जुड़े विशेष तथ्यों की जानकारी दी जाती रही। जिसका सकारात्मक नतीजा आज हम सभी के सामने है और हम सभी में खुशियों भरा माहौल कायम है। इतना ही नही विद्यालय के डे-बोर्डिंग कक्षा के माध्यम से भी बच्चों को विशिष्ट शिक्षा प्रदान की जाती रही है। विद्यालय के शिक्षकों ने सभी उतीर्ण विद्यार्थियों को उनके इस सफलता प्राप्ति के सुअवसर पर उनका मुंह मीठा करते हुए बताया कि ये बच्चे प्रारंभ से ही अपनी अध्ययन के प्रति एकनिष्ठ और दृढसंकल्पित थें।

साथ ही उनकी कड़ी मेहनत, माता पिता अभिभावकों का परस्पर सहयोग, विश्वास तथा विद्यालय के समस्त शिक्षकों का विशेष योगदान रहा है। अध्यक्ष ने बताया कि इस शिक्षण संस्थान का सर्वथा प्रयास रहा है कि चाहे वो किसी भी स्तर के विद्यार्थी हों, सभी विद्यार्थी विद्यालय की समुचित सुविधाओं से लाभान्वित हों तथा अच्छे अंक प्राप्त करने के साथ-साथ देश दुनिया में अपनी अलग पहचान कायम करते हुए अपना और अपने परिवार का नाम रौशन करें। वहीं प्राचार्य महोदय ने भी अपने मंतव्यों में कहा कि विद्यार्थी जिज्ञासु एवं दृढसंकल्पित हों तो निश्चय ही वे सफलता को प्राप्त करते हैं। परीक्षा परिणाम को लेकर पूरे विद्यालय प्रांगण में हर्ष का माहौल कायम रहा।।

मुख्यमंत्री ने माता, पिता और पत्नी को दी श्रद्धांजलि

– गांव के पुश्तैनी देवी मंदिर में पूजा-अर्चना कर की शांति की कामना

पटना:  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की धर्मपत्नी स्वर्गीय मंजू कुमारी सिन्हा की बुधवार को पुण्य तिथि मनायी गयी। स्वयं मुख्यमंत्री ने कंकड़बाग में मंजू कुमारी सिन्हा स्मृति पार्क जाकर अपनी पत्नी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। बाद में मुख्यमंत्री ने अपने पैतृक गांव कल्याण बिगहा जाकर कविराज रामलखन सिंह स्मृति पार्क में अपने पिता स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय कविराज रामलखन सिंह, माता स्वर्गीय परमेश्वरी देवी और धर्मपत्नी स्वर्गीय मंजू कुमारी सिन्हा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सभी को नमन किया।

मुख्यमंत्री के बड़े भाई सतीश कुमार और पुत्र निशांत कुमार समेत परिवार के अन्य सदस्यों ने भी स्व. कविराज रामलखन सिंह, स्व. परमेश्वरी देवी और स्व. मंजू कुमारी सिन्हा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अपने गांव के पुश्तैनी देवी मंदिर में राज्य की सुख, शांति एवं समृद्धि के लिये पूजा-अर्चना भी की। मुख्यमंत्री ने अपने गांव में ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और उनके त्वरित निष्पादन के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये।

राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद जमा खान, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष उदयकांत मिश्रा, विधायक कृष्ण मुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया, विधायक जितेन्द्र कुमार, विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों, सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने भी स्व. मंजू कुमारी सिन्हा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

बिहार के औरंगाबाद में महिला ने चार बच्चों संग खाया जहर, तीन मासूमों की मौत

-घटना की वजह घरेलू विवाद बताया जा रहा है

-महिला और उसके एक बच्चे का सदर अस्पताल में चल रहा इलाज

पटना: बिहार में औरंगाबाद जिले के रफीगंज रेलवे स्टेशन के डाउन प्लेटफार्म पर बुधवार एक महिला ने पहले अपने चार बच्चों को जहरीला पदार्थ खिलाया और फिर खुद भी खा लिया। इस घटना में तीन बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि महिला और एक बच्चे की हालत नाजुक बनी हुई है। घटना की वजह घरेलू विवाद बताया जा रहा है।

रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के मुताबिक डाउन प्लेटफर्मा पर चार बच्चों के साथ महिला के तड़पने की खबर आई थी। आरपीएफ ने तुरंत सभी को रफीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने तीन बच्चों को मृत घोषित कर दिया, जिनमें पांच वर्षीय सूर्यमणि कुमारी, तीन वर्षीय राधा कुमारी और एक वर्षीय शिवानी कुमारी शामिल है। वहीं छह वर्षीय रितेश कुमार और इन बच्चों की 40 वर्षीय मां सोनिया की नाजुक हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद औरंगाबाद सदर अस्पताल में रेफर कर दिया गया है।

सूचना मिलते ही रफीगंज थानाध्यक्ष शंभू कुमार, आरपीएफ इंस्पेक्टर राम सुमेर , एस आई इंदल कुमार पुलिस बल के साथ अस्पताल पहुंचे और जांच पड़ताल में जुड़ गए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तीन बच्चे की मौत देखकर मृतक के चाचा राम सूरज बिंद और मौसी बेबी देवी का रो-रोकर बुरा हाल था। सोनिया देवी का मायका नालंदा जिला में है।

रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के इंस्पेक्टर ने बताया कि जवानों ने उन्हें यह सूचना दी कि डाउन प्लेटफार्म पर एक महिला सहित चार बच्चे छटपटा रहे हैं। पांचो को टेम्पू के माध्यम से रफीगंज अस्पताल लाया गया। जहां के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि जहरीला पदार्थ मां ने खुद भी खाया और चारों बच्चों को भी खिलाया, जिसमें तीन बच्चे की मौत इलाज के दौरान हो गई। एक बच्चा और मां सोनिया की नाजुक स्थिति को देखते हुए औरंगाबाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।

बिहार एवं जम्मू-कश्मीर ने केआईवाईजी 2025 के वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता में बनाया अंतरराष्ट्रीय रिकार्ड

नालंदा:  राजगीर विश्वविद्यालय स्थित खेल प्रांगण में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के वेटलिफ्टिंग मुकाबलों के अंतिम दिन बुधवार को ऐतिहासिक खेल देखने को मिला, जहां जम्मू-कश्मीर और मेजबान बिहार ने पहली बार इस खेल में पदक अपने नाम किए। केरल की अमृथा पी. सुनी ने बालिका +81 किग्रा वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। पांच दिनों तक चली प्रतियोगिता में कुल 10 अंतरराष्ट्रीय रिकार्ड बने। जहां देश के युवा भारोत्तोलकों ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स के पिछले संस्करण के मामले में बेहतर प्रदर्शन किया।वही तमिलनाड़ु में आयोजित इन खेलों के छठे संस्करण में कुल 8 नेशनल रिकार्ड बने थे और इस लिहाज से मौजूदा संस्करण आगे निकल गया है।

अंतिम दिन हालांकि कोई रिकार्ड नहीं बना लेकिन युवा भारोत्तोलकों ने अपने परफार्मेंस से प्रभावित किया है। दूसरी ओर बालकों के 102 से अधिक के भार वर्ग में हरियाणा के सनी भाटी ने कुल 268 किग्रा वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता, जिसमें 151 किग्रा का क्लीन एंड जर्क शामिल था। जम्मू-कश्मीर के सतविक लूथरा ने कुल 266 किग्रा वजन उठाकर रजत पदक अपने नाम किया। तीसरे प्रयास में 151 किग्रा उठाने की असफल कोशिश ने उन्हें स्वर्ण से दूर कर दिया।इस साल जनवरी में हुई आईडब्ल्यूएफ नेशनल चैंपियनशिप से पहले कलाई की चोट से जूझ रहे थे सात्विक ने यह प्रदर्शन कठिन परिस्थितियों में किया।

उन्होंने बताया मेरे कोच आकाश विर्धी ने एक ही बात सिखाई है और वह है– एक समय में सिर्फ एक लिफ्ट पर ध्यान दो। मैंने तीन साल पहले लिफ्टिंग शुरू की थी और मेरे पिताजी विजय लूथरा ने ही मुझे इस खेल के लिए प्रेरित किया था।”बिहार के उज्ज्वल सिंह, जिन्होंने कुल 241 किग्रा वजन उठाया उन्होनें कांस्य पदक जीता और राज्य के लिए वेटलिफ्टिंग में पहला पदक हासिल किया। पटना से सटे जहानाबाद जिले से आने वाले उज्ज्वल साई के खेलो इंडिया केंद्र में ट्रेनिंग करते हैं। उज्ज्वल ने कहा, “शुरुआत में मैं थोड़ा नर्वस था, लेकिन मेरे भाई ने मुझे शांत रहने की सलाह दी और उससे मुझे काफी मदद मिली। यह मेरा खेलो इंडिया में पहला पदक है और मैं बहुत खुश हूं।”पूर्व सैनिक अमरनाथ सिंह के बेटे उज्ज्वल का लक्ष्य अब अगस्त में अहमदाबाद में होने वाली कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप ट्रायल्स में भाग लेना है।

उन्होंने कहा, “इस पदक ने मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया है। साई से मुझे बेहतरीन उपकरण, कोचिंग और फिजियो सेवाएं मिली हैं। मुझे उम्मीद है कि यह प्रदर्शन मुझे स्कॉलरशिप दिलाने में मदद करेगा।”बालिका +81 किग्रा वर्ग में, केरल की अमृथा पी. सुनी ने स्नैच में 79 किग्रा8 और क्लीन एंड जर्क में 102 किग्रा वजन उठाकर कुल 181 किग्रा वजन के साथ स्वर्ण पदक जीता। आंध्र प्रदेश की कर्णाटि नागा रामालक्ष्मी ने 176 किग्रा (75+101) के साथ रजत और पंजाब की गगनदीप कौर ने 167 किग्रा के साथ कांस्य पदक जीता।नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, लखनऊ में ट्रेनिंग करने वाली अमृथा को वेटलिफ्टिंग में रुचि उनके पिता से मिली जो स्वयं एक राष्ट्रीय स्तर के वेटलिफ्टर रहे हैं और अब इंजीनियरिंग सुपरवाइज़र के रूप में काम करते हैं।

अमृथा ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं क्योंकि मुझे लगा था कि मुकाबला बहुत कड़ा होगा। जब मैं मंच पर होती हूं, तो दिमाग में सिर्फ एक बात होती है – अपना सर्वश्रेष्ठ देना।”उन्होंने आगे कहा, “मेरा लक्ष्य भारत का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व करना है । खासकर एशियाई चैंपियनशिप, कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स और ओलंपिक में मुझे खेलना है। मुझे पता है कि इसके लिए कड़ी मेहनत करनी होगी, लेकिन मैं तैयार हूं।”एनसीओई, लखनऊ के बारे में उन्होंने कहा, “यहां हमें बेहतरीन कोच, स्पोर्ट्स साइंस एक्सपर्ट, न्यूट्रिशनिस्ट, मसाज और फिजियो सुविधाएं मिलती हैं। हमारे डाइट और रिकवरी का पूरा ध्यान रखा जाता है – यही एक एथलीट को चाहिए।

स्वास्थ्य मंत्री ने किया मॉडल सदर अस्पताल का शुभारंभ, 27 नए एचडब्ल्यूसी की भी सौगात

-29.80 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ है मॉडल अस्पताल

पटना/ मुजफ्फरपुर :  स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बुधवार को मुजफ्फरपुर में मॉडल सदर अस्पताल के शुभारंभ पर लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग की सोच सिर्फ भवन बनाना नहीं बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर और सेवाओं का विस्तार करना भी है। इसी उद्देश्य से मुजफ्फरपुर में 29.80 करोड़ की लागत से मॉडल सदर अस्पताल के शुभारंभ के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में 27 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का निर्माण किया जा रहा है। इसके अक्टूबर में पूरा होने का अनुमान है। एचडब्ल्यूसी के निर्माण में 11 करोड़ 56 लाख की लागत लगेगी।

मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा कि मॉडल सदर अस्पताल में कुल 100 बेड उपलब्ध होगें। इसके अलावा सभी तरह की उच्च स्तरीय चिकित्सकीय सुविधा का लाभ भी यहां लिया जा सकेगा। प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में बात करते हुए माननीय मंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 के पहले ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधा नाम की कोई चीज नहीं थी। कहीं-कहीं सिर्फ खंडहरनुमा भवन दिखाई देते थे। जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए अंतरविभागीय समन्वय, ग्राम पंचायतों के माध्यम से जागरूकता सहित अन्य कार्य के लिए जिला प्रशासन एवं जिलाधिकारी सुब्रत सेन का भी आभार प्रकट किया।

मानव बल की कमी को किया जाएगा पूरा:

मंगल पांडेय ने कहा कि विभिन्न माध्यमों से यह प्रकाश में आता है कि विभाग में और मानव बल की आवश्यकता है। इसे ध्यान में रखते हुए अगले दो-तीन महीनों में लगभग 41 हजार नई नियुक्तियां करने जा रहे हैं। इससे स्वास्थ्य संस्थानों में मानव बल की कमी को पूरा किया जा सकेगा। नए बने मॉडल सदर अस्पताल को तीन फ्लोर का बनाया गया है। इसके निचले तल पर 16 विभागों की ओपीडी सेवाएं शुरू की गयी हैं। यहां मरीजों के बैठने की उचित व्यवस्था है। अस्पताल में 20 बेड इमरजेंसी सेवा के लिए हैं। पहले फ्लोर पर आइपीडी और ऑपरेशन थियेटर की सुविधा उपलब्ध है।

मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि पिछले पांच छह वर्षों से हमने चमकी को लगभग समाप्त सा कर दिया है। शुभारंभ के मौके पर माननीय मंत्री ने एएनएम को चमकी किट भी प्रदान किया। उन्होंने कहा कि यह हर स्वास्थ्य संस्थानों को दिए जाएगें। इसमें 13 प्रकार के उपकरण हैं। उपकरण से संबंधित प्रशिक्षण भी प्रदान की गयी है।

भागलपुर भाजपा के द्वारा 16 मई को निकाली जाएगी तिरंगा यात्रा

भागलपुर:  सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए भागलपुर भाजपा के द्वारा 16 मई तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी।

उल्लेखनीय है कि ऑपरेशन सिंदूर में मिली जीत को घर घर तक पहुंचाने के लिए भाजपा 16 मई को भागलपुर में तिरंगा यात्रा निकाल रही है। इस मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष संतोष कुमार ने कहा कि तिरंगा यात्रा किसी राजनीतिक पार्टी का कार्यक्रम नहीं है, यह देश का, समाज का हमारी सेना के लिए निकाला जा रहा कार्यक्रम है। इसमें आमजन की भागीदारी रहेगी।

तिरंगा यात्रा के जरिए भाजपा यह संदेश भी देना चाहती है कि ये नया भारत किसी भी आतंकी हमले या दुश्मन देश के दुस्साहस का माकूल जवाब देने में सक्षम है। भाजपा जिला मिडिया प्रभारी प्राणिक वाजपेई ने बताया कि 16 मई को जिला स्कूल के मैदान से नगरमॉल, भाभाशाह चौक, वैरायटी चौक, स्टेशन चौक, लोहिया पुल होते हुए घंटाघर चौक तक यात्रा जाकर समाप्त होगी।

बैठक मेँ मुख्य रूप से राजकिशोर गुप्ता, वंदना तिवारी, आलोक सिंह बंटू, योगेश पांडे, प्रणव दास, राजेश टंडन, अभिमन्यु राम, चंदन ठाकुर आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।

सारण के तीन नर्सिंग कर्मियों को मिला फ्लोरेंस नाइटेंगल नर्स अवार्ड, स्वास्थ्य मंत्री ने किया सम्मानित
• जनसेवा में उत्कृष्ट योगदान का मिला सम्मान
• 10 हजार रूपये नगद और प्रशस्ति पत्र देकर किया गया सम्मानित
• पीड़ितों की संवेदनाओं को समझने वाले सच्चे कर्मयोगी नर्सिंग स्टाफ
छपरा: सेवा, समर्पण और करुणा का प्रतीक अंतरराष्ट्रीय नर्सेज दिवस (12 मई) पर सारण जिले की तीन नर्सिंग कर्मियों को फ्लोरेंस नाइटेंगल नर्स अवार्ड 2025 से सम्मानित किया गया। राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने छपरा सदर अस्पताल की जीएनएम मोनिका, गड़खा प्रखंड के बसंत एपीएचसी की एएनएम कविता कुमारी, और हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर, प्रतापपुर दरियापुर के सीएचओ नंदन कुमार को यह सम्मान प्रदान किया। फ्लोरेंस नाइटेंगल की स्मृति में मनाए जाने वाले इस दिवस पर इन नर्सिंग कर्मियों का सम्मान, न केवल उनके कार्य को पहचान देने वाला है, बल्कि यह स्वास्थ्य सेवा में लगे हजारों कर्मियों के लिए प्रेरणास्रोत भी है।
सम्मान स्वरूप मिला प्रशस्ति पत्र, मेडल और नकद राशि
अवार्ड के रूप में इन कर्मियों को ₹10,000 की राशि, प्रशस्ति पत्र और सम्मान चिह्न (मेडल) प्रदान किया गया। इन तीनों स्वास्थ्य कर्मियों को यह सम्मान स्वास्थ्य और नर्सिंग क्षेत्र में निःस्वार्थ सेवा, समर्पण भाव और समाज में सकारात्मक प्रभाव के लिए प्रदान किया गया है। गौरतलब है कि बिहार राज्य फ्लोरेंस नाइटिंगेल नर्स अवार्ड एक प्रतिष्ठित राज्य स्तरीय सम्मान है, जो नर्सिंग व प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं में उत्कृष्ट योगदान देने वाले नर्सों व स्वास्थ्य कर्मियों को प्रदान किया जाता है। यह अवार्ड फ्लोरेंस नाइटिंगेल की स्मृति में दिया जाता है जो आधुनिक नर्सिंग सेवा की जननी मानी जाती है।
पीड़ितों की संवेदनाओं को समझने वाले सच्चे कर्मयोगी
सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि इन सभी कर्मियों ने मरीजों की न केवल चिकित्सा की, बल्कि उन्हें भावनात्मक संबल भी दिया। उनकी पहचान समय पर ड्यूटी पर आना, मुस्कुराते हुए सेवा करना, और हर मरीज को आत्मीयता से देखना रही है। यह केवल कर्तव्य नहीं, बल्कि समाज को नई दिशा देने वाला संवेदनशील दायित्व है, जिसे उन्होंने बखूबी निभाया है। मरीज को शीघ्र और सही उपचार दिलाने के लिए डॉक्टर और नर्स के बीच बेहतर संवाद आवश्यक होता है। उन्होंने मरीजों को चिकित्सा के साथ-साथ मानसिक सहयोग, सहानुभूति और उचित मार्गदर्शन देने पर विशेष ध्यान दिया। उनका मानना है कि रोगी को केवल दवा नहीं, बल्कि प्यार, धैर्य और आश्वासन की भी ज़रूरत होती है।
जन-जन को मिल रही चिकित्सा सुविधा
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीसी रमेशचंद्र कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा तय की गई रणनीति के तहत नजदीकी क्षेत्रों में प्राथमिक उपचार, रोग की पहचान, टीकाकरण और नियमित जांच सुविधा इन कर्मियों के माध्यम से सुलभ कराई जा रही है। खासकर ग्रामीण और दूर-दराज के इलाकों में इनकी पहुंच से समय रहते इलाज, बीमारी की रोकथाम और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा मिल रहा है। संचालित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर प्रशिक्षित सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी लगातार जनजागरूकता, स्वास्थ्य परामर्श, और बुनियादी उपचार के माध्यम से ग्रामीणों के बीच स्वास्थ्य सेवाओं की नई पहचान बना रहे हैं। यह केंद्र सामान्य बीमारियों के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं की देखभाल, बच्चों के टीकाकरण, और कुपोषण की रोकथाम में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

Chhapra: सी.बी.एस.ई. के परिणाम घोषित होते ही एस. डी. एस. सीनियर सेकन्डरी स्कूल, छपरा के विद्यार्थियों में खुशी की लहर जाग उठी. 

सी.बी.एस.ई. की दसवीं एवं बारहवीं की परीक्षा मे सफलता प्राप्त कर विद्यार्थियों ने विद्यालय को गौरवान्वित किया है. बारहवीं तथा दसवीं की परीक्षा में विद्यालय के दस से अधिक छात्रों को 85 % से अधिक अंक प्राप्त हुए है. 

बारहवीं में सुशांत कान्त (90.6%),अंशु कुमारी (90.2%) तथा समीर कुमार (89.2%) ने सर्वाधिक अंक प्राप्त किए हैं. वहीं दसवीं में प्रिंस कुमार गुप्ता ने 93%, सिमरन कुमारी ने 92.6%, सत्यम किशोर ने 92% तथा आरव राज ने 90.2 % अंक प्राप्त कर अपने विद्यालय तथा परिवार का गौरव बढ़ाया है. 

इस अवसर पर विद्यालय के अध्यक्ष पूर्व प्राचार्य अरुण कुमार सिंह एवं विद्यालय के निदेशक डॉ. राकेश कुमार सिंह ने सभी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की.

Chhapra:  बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने जम्मू कश्मीर में शहीद हुए सीमा सुरक्षा बल (BSF) के सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज़ घर पहुंचे श्रद्धांजलि दी।

राज्यपाल ने उनके गृह स्थल सारण जिला के गरखा प्रखंड स्थित जलाल बसंत पंचायत अंतर्गत नारायणपुर जाकर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दिया।  प्रदान करने की दुआ की।

उन्होंने शहीद के परिजनों से मुलाकात कर अपनी संवेदना प्रकट की तथा उन्हें धैर्य धारण की शक्ति

Chhapra: सी.बी.एस.ई. बोर्ड की बारहवीं की परीक्षा का परिणाम प्रकाशित किया गया। परीक्षा में आचार्य नरेंद्र देव पब्लिक स्कूल, खलपुरा (Acharya Narendra Deo Public School, Khalpura) के छात्रों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है।   

वाणिज्य संकाय के दिव्यांशु प्रवीर, गणित संकाय के पीयूष कुमार, जीव विज्ञान संकाय की छात्रा अनुष्का शर्मा
वाणिज्य संकाय के दिव्यांशु प्रवीर ने 98.0, नारायण कुमार के 96.2, अनिकेत कुमार के 92.2 एवं वैष्णवी को 91.0 प्रतिशत अंक प्राप्त हुआ। गणित संकाय के पीयूष कुमार को 90.4 प्रतिशत तथा आकाश गोस्वामी को 88.8 प्रतिशत अंक प्राप्त हुआ। जीव विज्ञान संकाय की छात्रा अनुष्का शर्मा को 90.6 प्रतिशत एवं रंजीता रंजन को 89.6 प्रतिशत अंक प्राप्त हुआ। स्कूल के लिए यह कक्षा 12वीं के वाणिज्य संकाय में अब तक का सर्वश्रेष्ठ परिणाम है, जिसमें दिव्यांशु प्रवीर जिले में अव्वल रहे।

दसवीं की परीक्षा में भी बेहतरीन प्रदर्शन, शत प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण 
इसके साथ ही सी.बी.एस.ई. बोर्ड की दसवीं की परीक्षा का परिणाम भी प्रकाशित किया गया। छात्रों के परीक्षा में इस विद्यालय का परिणाम शत-प्रतिशत रहा। दसवीं की परीक्षा में आराध्या सोनी ने 97.2% अंकों के साथ टॉप किया। पुष्कर राज 95.4% अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहे। तीसरा स्थान पर अमन कुमार सिंह और अदिति कुमारी ने 95.4% अंक हासिल किए। कुल 24 छात्रों ने 90% या उससे अधिक अंक प्राप्त किए, जबकि 36 छात्रों ने 80% से 89% के बीच अंक प्राप्त किए तथा अन्य 47 छात्रों ने 70% से 79% के बीच अंक प्राप्त किए।

इस परीक्षा परिणाम से विद्यालय में हर्ष का माहौल था। इस अवसर पर विद्यालय में बहुत सारे शिक्षकों, छात्र एवं उनके अभिभावकों उपस्थित थे।

प्रधानाचार्य अनिल कुमार सिंह ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि 1994 में अपनी स्थापना के बाद से यह स्कूल का अब तक का सर्वश्रेष्ठ परिणाम है। सचिव अनीता सिंह ने भी इस बात पर जोर दिया कि यह परिणाम स्कूल के अनुभवी शिक्षकों के संयुक्त प्रयास और छात्रों की कड़ी मेहनत का परिणाम है।

नई दिल्ली, 14 मई (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से बुधवार को सीडीएस सहित तीनों सेना प्रमुखों ने मुलाकात की और उन्हें आतंकवाद के खिलाफ भारत के सफल ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दी।

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान, थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने बुधवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की।राष्ट्रपति भारतीय सशस्त्र बलों की कमांडर-इन-चीफ हैं।

राष्ट्रपति भवन के अनुसार इस मुलाकात के दौरान राष्ट्रपति ने सशस्त्र बलों की वीरता और समर्पण की सराहना की करते हुए कहा कि उनके पराक्रम ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिक्रिया को एक शानदार सफलता बना दिया।

उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आंतकवादियों ने 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या कर दी थी। भारतीय सशस्त्र बलों ने पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाकर ध्वस्त कर दिया था। इसमें 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए थे।

पटना, 14 मई (हि.स.)। बिहार के नालंदा जिले के उतरथु गांव निवासी बीएसएफ जवान सिकंदर राउत जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर में पाकिस्तान की गोलीबारी में शहीद हो गए। इस खबर से पूरे गांव में मातम छा गया।

कुछ महीने पहले तक झारखंड के रांची में पदस्थापित थे
सिकंदर राउत कुछ महीने पहले तक झारखंड के रांची में पदस्थापित थे। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए उन्हें कुपवाड़ा बुलाया गया। वहां तैनाती के दौरान एक आतंकी मुठभेड़ में वे गंभीर रूप से घायल हो गए। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई और देश ने एक और जांबाज सपूत को खो दिया।

सिकंदर राउत के शहादत की खबर उनकी पत्नी को मोबाइल फोन पर एसएमएस के जरिए मिली। शहीद सिकंदर राउत के चचेरे भाई रामरतन राउत ने बताया कि सिकंदर को कुछ महीने पहले ही रांची से कुपवाड़ा भेजा गया था। वे हमेशा देश सेवा के लिए तत्पर रहते थे लेकिन इस बार उनकी वापसी शव के रूप में हो रही है।

पुलिस अधीक्षक भारत सोनी ने कहा कि अभी तक बीएसएफ या किसी वरीय अधिकारी से इस संबंध में कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। बिंद थानाध्यक्ष चंदन कुमार सिंह ने भी कहा कि विभागीय स्तर पर उन्हें कोई सूचना नहीं मिली है, लेकिन ग्रामीणों ने सूचना दी है कि सिकंदर राउत शहीद हो गए हैं। सिकंदर राउत दो भाइयों में छोटे थे और अपने पूरे परिवार के लाडले थे। उनकी 10 साल पहले शादी हुई थी और उनके दो बच्चे हैं। एक बेटा 8 साल और दूसरा 4 साल का है।

सिकंदर राउत का पार्थिव शरीर 15 मई को गांव लाया जाएगा, जहां उन्हें पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी। स्थानीय प्रशासन और सेना के अधिकारी अंतिम संस्कार में शामिल होंगे।