सोनपुर थाना अंतर्गत पुलिस पर हमला सहित आर्म्स एक्ट रंगदारी, अपहरण, गंभीर मारपीट के कई कांडो में वांछित दो अभियुक्त समेत पाँच अभियुक्त गिरफ्तार

दो दोपहिया वाहन समेत अंग्रेजी शराब जप्त,

गिरफ्तार अभियुक्त रामजी राय एवं नुनु सिंह के विरूद्ध सारण जिलान्तर्गत पूर्व से आधा-आधा दर्जन कांड दर्ज हैं

chhapra: सोनपुर थाना अंतर्गत दिनांक-28.06.25 को विशेष छापामारी समकालीन अभियान के तहत पुलिस पर हमला सहित रंगदारी / गंभीर मारपीट के कई कांडों में वांछित अभियुक्त 1. रामजी राय को गिरफ्तार किया गया है वहीं पूर्व से आर्म्स एक्ट/रंगदारी / गंभीर मारपीट के कई कांडों में वांछित 2. नुनु सिंह को अन्य तीन 3. श्यामबाबू चौधरी उर्फ कचकच 4. संजीत कुमार एवं 5. आनंद कुमार के साथ अवैध शराब कारोबार करते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है, जिसमे पृथक रूप से सोनपुर थाना काण्ड संख्या- 632/25, दिनांक-28.06.25 धारा 30 (ए) बिहार मद्यनिषेध अधिनियम दर्ज कर अग्रतर विधि-सम्मत कार्रवाई की जा रही है।

 गिरफ्तार अभियुक्त का नाम एवं पता :-

1. रामजी राय, पिता-अमेरिका राय, साकिन जैतिया, थाना-सोनपुर जिला-सारण।

2. नुनु सिंह, पिता-स्व० राजदेव सिंह, सा०-परवेजाबाद, थाना-सोनपुर जिला-सारण।

3. श्यामबाबू चौधरी उर्फ कचकच, पिता अशोक चौधरी, सा०-बरबट्टा, थाना-सोनपुर जिला-सारण।

4. संजीत कुमार, पिता-स्व० शिवनाथ राय, सा०-चित्रसँपुर, थाना-सोनपुर जिला-सारण।

5. आनंद कुमार, पिता-मुकेश प्रसाद राय, सा०+थाना-राजापाकर, जिला-वैशाली ।

 गिरफ्तार अभियुक्त का अबतक का ज्ञात आपराधिक इतिहास :-
1. रामजी राय :-

1. सोनपुर थाना कांड संख्या-51/01, दिनांक 22.03.2001, धारा-399/402/307 भा०द० वि० एवं 25(1-बी)ए/26/27/35 आर्म्स एक्ट ।

2. सोनपुर थाना कांड संख्या-515/19, दिनांक-20.07.19, धारा-147/148/149 /323/325/307/354/379/427 भा०द०वि० एवं 27 आर्म्स एक्ट ।

3. सोनपुर थाना कांड संख्या-03/20, दिनांक-01.01.20, धारा-147/148/149/341/323 भा०द०वि० एवं 27 आर्म्स एक्ट ।

4. सोनपुर थाना कांड संख्या-985/22, दिनांक- 21/12/22 धारा-147/148/149/323/337/307/353/427/504 भा०द०वि०।

5. सोनपुर थाना कांड संख्या-76/2000, दिनांक-08.05.2000, धारा-363/364/366/366(ए) भा०द०वि० ।

6. सोनपुर थाना कांड संख्या-217/25 दिनांक-14.03.25, धारा-126 (2)/115 (2)/191(1) /191(2)/191(3)/190/109/132/121(1)/121(2)/352/351(2)(3)/3(5) बीएनएस एवं 37 (बी) (सी) बिहार मद्यनिषेध अधिनियम ।

2. नुनु सिंह :-

1. सोनपुर थाना काण्ड संख्या-434/18, दिनांक-15.05.18, धारा-147/148/149/341/323/448/379/504/506 भा०द०वि० ।

2. सोनपुर थाना काण्ड संख्या- 509/18, दिनांक-01.06.18, धारा 147/148/149/341 /323/379/504/506 भा०द०वि० ।

3. सोनपुर थाना काण्ड संख्या- 502/20, दिनांक-28.06.20, धारा 147/148/149/447/342/323/324/307/387/379/504 भा०द०वि० एवं 27 आर्म्स एक्ट ।

4. सोनपुर थाना काण्ड संख्या-37/23, दिनांक-14.01.23, धारा-452/427/307/504/506/34 भा०द०वि० एवं 27 आर्म्स एक्ट ।

5. सोनपुर थाना काण्ड संख्या-985/22, दिनांक-21.12.22, धारा-147/148/149/323/337/307/353/504 भा०द०वि० ।

6. सोनपुर थाना काण्ड संख्या-632/25, दिनांक-28.06.25, धारा-30 (ए) बिहार मद्यनिषेध अधिनियम ।

(शेष तीनों के आपराधिक इतिहास हेतु अभिलेख का अवलोकन किया जा रहा है।)

 जप्त सामानों की विवरणी

1. दो पहिया वाहन-02, 2. मोबाइल- 02, 3. अवैध अंग्रेजी शराब-1.5 लीटर ।

छपरा से गोरखपुर तक तीसरी और चौथी रेल लाइन के लिए पहल, डीएम ने कि बैठक

chhapra: जिलाधिकारी सारण अमन समीर द्वारा आज दिनांक 28.06.2025 को गोरखपुर रेलवे के अधिकारियों के साथ कोपा सम्हौता से भटनी तक लगभग 102 किमी तथा डोरीगंज से कोपा सम्हौता लगभग 24 किमी तक तीसरी एवं चौथी नई रेलवे लाइन निर्माण हेतु भारतीय रेल द्वारा किए जा रहे सर्वे कार्य में पूर्ण सहयोग हेतु बैठक की गई।

उक्त सर्वे में आवश्यक सहयोग हेतु वन प्रमंडल पदाधिकारी, जिला भू अर्जन पदाधिकारी, पथ प्रमंडल, ग्रामीण कार्य प्रमंडल, नहर प्रमंडल, लघु सिंचाई प्रमंडल, विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंताओं को आवश्यक निदेश दिए गये।

गौरा मे आपसी विवाद के बाद स्थिति सामान्य, पुलिस ने कहा अफवाहों पर ना दे ध्यान

Gaura: दिनांक-27.06.2025 को गौरा थाना को सूचना प्राप्त हुई कि संध्या करीब 7:00 बजे शाम को गौरा थाना अंतर्गत ग्राम नेथुआ में दो पक्षों (करन कुमार, पिता-मुन्ना राय, ग्राम नेथुआ पोखरा, थाना-गौरा, जिला-सारण एवं उनके पड़ोसी देवानन्द कुमार, पिता-स्व० राजबन्सी माँझी, ग्राम-नेथुआ पोखरा, थाना-गौरा, जिला-सारण) के बीच बच्चो के झगड़ा को लेकर मारपीट की घटना घटित हुई है जिसमें प्रथम पक्ष के करन कुमार का सिर फट गया है। इस दौरान प्रथम पक्ष द्वारा द्वितीय पक्ष के घर के आंगन को घेरा हुआ एक टटिया में आग लगा दी गई थी जो जल गई है।

घटना की सूचना प्राप्त होते ही स्थानीय थाना द्वारा तत्परता से कार्रवाई करते हुए दोनों पक्षों से प्राप्त आवेदनों के आधार पर अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई है-

1. द्वितीय पक्ष के वादिनी के लिखित आवेदन के आधार पर गौरा थाना कांड संख्या-121/25, दिनांक-28.06.25, धारा-115 (2) / 126 (2)/326(f)/352/351(2)/3(5) बीएनएस तथा 3 (i) (r) (s) एससी/एसटी एक्ट दर्ज किया गया।

2. प्रथम पक्ष के आवेदक करन कुमार के लिखित आवेदन के आधार पर गौरा थाना कांड संख्या-122/25, दिनांक-28.06.25, धारा-115 (2) / 126(2) 118(1)/352 /351(2)/3(5) बीएनएस दर्ज किया गया है।

दोनों मामलों की गौरा थाना द्वारा विधिवत जांच प्रारंभ कर दी गई है और साक्ष्यों के आधार पर अग्रेतर विधिक कार्रवाई की जा रही है। घटना के बाद से ग्राम नेथुआ पोखरा में विधि व्यवस्था सामान्य बनी हुई है। किसी भी प्रकार की अफवाह या सांप्रदायिक तनाव की स्थिति नहीं है। थाना क्षेत्र में अमानक गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है तथा शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु पुलिस बल तैनात है।

आम जनमानस से अपील की जाती है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल गौरा थाना या जिला पुलिस नियंत्रण कक्ष हेल्पलाइन नं0-9031036406 को दें। सारण पुलिस जिले में शांति एवं विधि-व्यवस्था बनाए रखने हेतु कटिबद्ध है।

विगत् 24 घंटे में विशेष अभियान चलाकर 47 अभियुक्तों को किया गया गिरफ्तार

chhapra: वरीय पुलिस अधीक्षक, सारण द्वारा दिये गये निर्देश के आलोक में असामाजिक तत्वों / अपराधकर्मियों की गिरफ्तारी एवं शराब के सेवन / बिक्री/भण्डारण / निर्माण/परिवहन आदि पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगाने तथा देशी शराब भट्ठी ध्वस्त करने हेतु कार्रवाई को दृष्टिगत रखते हुए दिनांक-28.06.2025 को विशेष अभियान चलाया गया। इस अभियान में कुल-47 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें कारोबार में-16, शराब सेवन में-12, वारंट में-09, हत्या का प्रयास में-05, एस०सी०एस०टी० एक्ट में-01, अपहरण में-01, चोरी में-01, आर्म्स एक्ट में-01 एवं अन्य में-01 अभियुक्त शामिल हैं।

जिले में अपराध नियंत्रण एवं यातायात सुरक्षा के दृष्टिकोण से कुल-170 वाहनों से 4,05,000 रू० जुर्माना राशि वसूली गई। साथ ही जिला अंतर्गत देशी शराब-118 ली०, विदेशी शराब-162.20 ली० एवं मोटरसाइकिल-08 बरामद।

मतदाता सूची के पुनरीक्षण का कार्य प्रारंभ

छपरा: जिले के विभिन्न प्रखंडों मे मतदाता सूची के पुनरीक्षण का कार्य प्रारंभ हो चुका है। रविवार को मतदान केंद्र के बीएलओ द्वारा विशेष गणना प्रपत्र मतदाताओ के बीच वितरण किया गया।

जिले के गरखा, इसुआपुर, तरैया, बनियापुर, सहित सभी प्रखंडों मे वितरण का कार्य प्रारंभ हो चुका है।

बताते चले कि आगामी 26 जुलाई तक गणना प्रपत्र वापसी का कार्य किया जाएगा। जिसके बाद आगे कि प्रक्रिया होगी।

राजस्व विभाग ने जारी की मई माह की रैकिंग, बांका टॉप पर

पटना: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने मई महीने की जिलों की राजस्व संबंधित कार्यों के आधार पर रैंकिंग आज जारी की है। इस रैकिंग में बांका पहले और शेखपुरा दूसरे स्थान पर बरकरार है। औरंगाबाद सातवें से इस माह तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। वहीं तीसरे स्थान पर रहा पूर्वी चंपारण इस माह आठवें स्थान पर फिसल गया है।

राजस्व संबंधित कार्यों में बक्सर पांचवें से चौथे स्थान पर तो जहानाबाद चौथे से पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। सीवान ने लम्बी छलांग लगाई है। वह दसवें से छठे स्थान पर आ गया है। अरवल छठे से सातवें तो कैमूर आठवें से नौवें स्थान पर आ गया है। वहीं समस्तीपुर जिला ने इस माह लंबी छलांग लगाई है और 21 वें से अंतिम दस में जगह बनाई है।

मुजफ्फरपुर 12 वें से 11 वें, वैशाली 14 वें से 12 वें और भोजपुर 13 वें स्थान पर बरकरार है। नालंदा 11 वें से 14 वें, सुपौल 16 वें से 15 वें, बेगूसराय अपने नौवें रैंक से इस माह 16 वें स्थान पर चला गया है। मुंगेर ने लंबी छलांग लगाई है और वह 26 वें से 17 वें तो पूर्णिया अपने 18 वें और दरभंगा 19 वें स्थान पर बरकरार है।

सीतामढ़ी 17 वीं से 20 वीं रैंक पर जा पहुंचा है। जमुई 21 वें, नवादा 22 वें, मधुबनी 23 वें, शिवहर 24 वें, किशनगंज 25 वें, गोपालगंज 26 वें, मधेपुरा 27 वें एवं पश्चिमी चंपारण इस माह 28 वें स्थान पर है। गयाजी 29 वीं और कटिहार 30 वीं रैंक पर है।

क्या है रैंकिंग का आधार

1. दाखिल- खारिज का पर्यवेक्षण-25 अंक

2. परिमार्जन प्लस का पर्यवेक्षण – 25 अंक

3. अभियान बसेरा 2 – 20 अंक

4. आधार सीडिंग की स्थिति – 5 अंक

5. एडीएम कोर्ट- 2.5 अंक

6. डीसीएलआर कोर्ट- 2.5 अंक

7. ई-मापी- 10 अंक

8. डीएम कोर्ट- 10 अंक

राजस्व संबंधित कार्यों की रैकिंग में प्रथम 10 जिले

1. बांका (77.01)

2. शेखपुरा (73.86)

3. औरंगाबाद (69.68)

4. बक्सर (67.16)

5. जहानाबाद (65.36)

6. सिवान (64.95)

7. अरवल (64.83)

8. पूर्वी चंपारण (64.49)

9. कैमूर (64.35)

10. समस्तीपुर (63.28)

राजस्व संबंधित कार्यों की रैकिंग में अंतिम 10 जिले

1. गयाजी (54.25)

2. कटिहार (54.04)

3. सहरसा (53.80)

4. खगड़िया (51.33)

5. भागलपुर (51.30)

6. अररिया (50.67)

7. सारण (50.47)

8. पटना (49.54)

9. लखीसराय (49.43)

10. रोहतास (46.90)

यात्रा प्रशासन के लिए सर्वाेच्च प्राथमिकता बनी हुई है अमरनाथ यात्रा की तैयारियों पर, सीएमओ रामबन

श्रीनगर : रामबन जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कमल जी जाडू ने 3 जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा की तैयारियों के बारे में जानकारी साझा करते हुए कहा कि यात्रा प्रशासन के लिए सर्वाेच्च प्राथमिकता बनी हुई है। सीएमओ ने पुष्टि की कि रामबन में अमरनाथ यात्रा के रास्ते में 17 चिकित्सा शिविर स्थापित किए जाएंगे जिनमें उन अस्पतालों के समान एक मिनी अस्पताल होगा जो चिकित्सा और नैदानिक सुविधाएं प्रदान करेंगे। अमरनाथ यात्रा हमेशा से हमारी प्राथमिकता रही है। हमारे पास 17 चिकित्सा शिविर होंगे रामबन जिले में अमरनाथ यात्रा के रास्ते में हमारे पास उन अस्पतालों के समान एक मिनी अस्पताल भी होगा जो बिस्तर और नैदानिक सुविधाएं प्रदान करेगा । इसके अलावा रामबन सीएमओ ने इस बात पर प्रकाश डाला कि मिनी अस्पताल हृदय निगरानी प्रणालियों से सुसज्जित होगा। मोबाइल मेडिकल टीम द्वारा समर्थित, भक्तों के लिए एम्बुलेंस सेवाएं भी उपलब्ध होंगी।

उन्होंने कहा कि हमारे पास हृदय निगरानी प्रणाली भी होगी३ यात्रा के दौरान मोबाइल टीम के साथ एम्बुलेंस सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी यह एक नई पहल है जिसे हम इस वर्ष की यात्रा के दौरान कर रहे हैं उन्होंने कहा। 28 जून को पुलिस महानिदेशक जम्मू और कश्मीर, नलिन प्रभात ने 1 जुलाई से 9 अगस्त तक होने वाली आगामी अमरनाथ यात्रा के लिए उधमपुर में एक संयुक्त सुरक्षा समीक्षा बैठक की एक विज्ञप्ति में कहा गया।

बैठक तैयारियों की जांच करने और शामिल सभी एजेंसियों के बीच समन्वय को बढ़ावा देने के लिए आयोजित की गई थी। इसमें उधमपुर-रिसाई रेंज की उप महानिरीक्षक (डीआईजी), सारा ने भाग लिया। रिजवी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) उधमपुर अमोद नागपुरे, अतिरिक्त एसपी उधमपुर, जिला पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और यातायात पुलिस के अन्य वरिष्ठ अधिकारी।

इस बीच जम्मू संभागीय आयुक्त रमेश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा 2 जुलाई को जम्मू बेस कैंप से अमरनाथ यात्रा के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाएंगे।

प्रधानमंत्री ओली को चुनौती, पूर्व राष्ट्रपति विद्या भंडारी ने सक्रिय राजनीति में वापसी का किया ऐलान

काठमांडू: पूर्व राष्ट्रपति विद्या भंडारी ने नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी लेनिनवादी) यानी नेकपा एमाले के अध्यक्ष तथा प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को चुनौती देते हुए रविवार को सक्रिय राजनीति में वापसी की औपचारिक घोषणा कर दी है।

राजधानी काठमांडू में आयोजित घोषणा सभा कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति भंडारी ने पार्टी के नेतृत्व पर दावा करते हुए सक्रिय राजनीति में वापसी की घोषणा की है। इस सभा में उन्होंने प्रधानमंत्री ओली को भी आमंत्रित किया। ओली इस कार्यक्रम में आए भी, लेकिन अपना संबोधन करके वापस चले गए। विद्या भंडारी ने कहा कि पार्टी और देश की परिस्थिति ठीक नहीं है। आम लोगों में और पार्टी के कार्यकर्ताओं में व्यापक असंतुष्टि है। उन्होंने कहा कि पार्टी के अधिकांश नेता और कार्यकर्ता चाहते हैं कि पार्टी का नेतृत्व परिवर्तन होना चाहिए। इसी तरह देश की जनता भी नेतृत्व परिवर्तन के पक्ष में है।

पूर्व राष्ट्रपति का कहना है कि मैंने अंतिम समय तक सक्रिय राजनीति में रह कर पार्टी का काम करने और अवसर मिलने पर देश का नेतृत्व करने की सोच बनाई है। भंडारी ने कहा कि जल्द ही नेकपा एमाले का विधान अधिवेशन होने वाला है और उसमें ही पार्टी का भविष्य तय किया जाएगा।उन्होंने कहा कि नेपाल इस पार्टी में मेरा भी उतना ही योगदान है, जितना किसी और का। मैंने पार्टी के निर्णय के आधार पर ही राष्ट्रपति का चुनाव लड़ा और दो कार्यकाल तक देश की सेवा की है।

पूर्व राष्ट्रपति विद्या भंडारी ने कहा कि नेपाल के संविधान में यह कहीं नहीं लिखा है कि पूर्व राष्ट्रपति सक्रिय राजनीति में नहीं आ सकते हैं। भंडारी ने कहा कि जब तक सामाजिक जीवन में है और जब तक देश और जनता के लिए आप अपना योगदान दे सकते हैं आपको देना चाहिए।

अंपायर के फैसले पर आपत्ति जताई तो आईसीसी ने वेस्टइंडीज के कोच डेरेन सैमी पर लगाया जुर्माना

नई दिल्ली:  ऑस्ट्रेलिया ने बारबाडोस के ब्रिजटाउन में खेले गए पहले टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज को 159 रनों से हराकर तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। इस टेस्ट मैच में थर्ड अंपायर के कई ऐसे फैसले रहे, जिस पर वेस्टइंडीज टीम के हेड कोच डैरेन सैमी ने आपत्ति जताई थी। अब थर्ड अंपायर के फैसलों पर सवाल उठाने पर डैरेन सैमी पर जुर्माना लगा है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने उन पर 15 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगा दिया है। साथ ही उनके अनुशासनात्मक रिकार्ड में एक डिमेरिट अंक भी जोड़ दिया गया है।

दरअसल, वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए पहले टेस्ट मैच में थर्ड अंपायर एड्रियन होल्डस्टॉक की ओर से कुछ फैसले दिए गए, जिन पर विवाद देखने को मिला। वेस्टइंडीज के हेड कोच डैरेन सैमी ने इन्हीं फैसलों पर नाराजगी जताते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि आप खुद को ऐसी स्थिति में नहीं डालना चाहते जहां आप कुछ खास अंपायरों के बारे में सोच रहे हों। क्या इस टीम के खिलाफ कुछ है? लेकिन जब आप एक के बाद एक फैसले देखते हैं, तो यह सवाल उठता है। इसके बाद आईसीसी ने अब अंपायर के फैसलों के खिलाफ बोलने पर सैमी पर एक्शन लिया है।

आईसीसी के अनुसार वेस्टइंडीज के मुख्य कोच डैरन सैमी पर पहले मैच के दूसरे दिन आईसीसी आचार संहिता के लेवल 1 का उल्लंघन करने के लिए मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। सैमी को आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.7 के उल्लंघन का दोषी पाया गया, जो किसी अंतरराष्ट्रीय मैच में घटित किसी घटना या किसी खिलाड़ी, खिलाड़ी सहयोगी कर्मी, मैच अधिकारी या किसी अंतरराष्ट्रीय मैच में भाग लेने वाली टीम के संबंध में सार्वजनिक आलोचना या अनुचित टिप्पणी से संबंधित है। इसके अतिरिक्त, सैमी के अनुशासनात्मक रिकार्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ दिया गया है, जो 24 महीने की अवधि में उनका पहला अपराध है।

आईसीसी के मुताबिक सैमी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और प्रस्तावित दंड को स्वीकार कर लिया, इसलिए औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं पड़ी।

वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा टेस्ट मैच गुरुवार, 3 जुलाई से खेला जाएगा।

बिहार के जमुई में ग्रामीणों ने किया पुलिस टीम पर हमला, पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त

पटना: बिहार में जमुई जिले के लछुआड़ थाना क्षेत्र अन्तर्गत कोड़ासी गांव में वारंटी को पकड़ने गई पुलिस पर शनिवार देर रात ग्रामीणों ने हमला कर दिया।

पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया, जिसके बाद गुस्साई भीड़ ने “चोर-चोर” के नारे लगाते हुए पुलिस टीम पर पत्थरों की बारिश कर दी। इस हिंसक हमले में कई पुलिसकर्मी बाल-बाल बचे, जबकि पुलिस वाहन के शीशे टूट गए और उसे बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया।

पुलिस पर हमले का यह सिलसिला रविवार की सुबह भी देखने को मिला। सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरुष और बच्चों ने लछुआड़ थाना का घेराव कर लिया। हिरासत में लिए गए नरेश कोड़ा (जिस पर शराब अधिनियम के तहत मामला दर्ज है) और लालकुमार को छुड़ाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने थाने को चारों ओर से घेर लिया। इतना ही नहीं, ग्रामीणों ने उल्टे पुलिस प्रशासन पर ही चोरी और महिलाओं से अश्लील हरकत जैसे गंभीर आरोप जड़ दिए।

फिलहाल, ग्रामीण अभी भी थाने में डटे हुए हैं, जिससे स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।

सरकारी स्कूलों मे अब टेबलट के द्वारा बनाई जाएगी छात्रों की हाजरी

समस्तीपुर: शिक्षा विभाग द्वारा सभी सरकारी विद्यालयों को टैबलेट उपलब्ध कराए जाने का कार्य जिले में प्रारंभ हो गया है। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए डीपीओ एसएसए मानवेन्द्र कुमार राय ने समस्तीपुर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय लगुनियां सूर्यकंठ, मध्य विद्यालय जितवारपुर एवं मध्य विद्यालय मोरदीवा के प्रधानाध्यापकों को टैबलेट प्रदान किया।

डीपीओ ने बताया कि जिले के सभी प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों को 2-2 जबकि माध्यमिक विद्यालयों को छात्र संख्या के अनुसार 2 या 3 टैबलेट प्रति विद्यालय आपूर्ति की जानी है। इसके लिए राज्य स्तर से तीन एजेंसियों को आपूर्ति के लिए अधिकृत किया गया है। एजेंसी द्वारा जिले को टैब की आपूर्ति प्रारंभ कर दी गई है।प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों के स्तर से इसका शत प्रतिशत वितरण जल्द ही सुनिश्चित किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि प्रत्येक विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं एक शिक्षक को टैबलेट के संचालन के लिए प्रशिक्षित किए जाने की भी योजना है। ई -शिक्षा कोष के माध्यम से वर्ग शिक्षक कक्षा में बैठे एक साथ यानी सामूहिक रूप से 30 से 40 बच्चों की हाजिरी बनाएंगे। बच्चों की हाजिरी तीन बार बनेगी।पहली बार जब बच्चे स्कूल आएंगे, दूसरी बार जब बच्चे मध्याह्न भोजन करेंगे और तीसरी बार स्कूल में छुट्टी से पहले हाजिरी बनेगी। टैबलेट के जरिए अब स्कूलों की पढ़ाई, उपस्थिति, देखभाल और संधारण का पूरा विवरण डिजिटल रूप से दर्ज होगा. इससे विभाग सीधे निगरानी करेगा। अब तक कई स्कूलों में बच्चों की संख्या कम रही है। पढ़ाई का माहौल भी कमजोर रहा है। कई शिक्षक स्कूल की बजाय प्रखंड और जिला मुख्यालयों में समय बिताते रहे हैं। अब टैबलेट से सजी यह व्यवस्था स्कूलों की असली तस्वीर सामने ला

‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री मोदी ने आपातकाल को बताया लोकतंत्र की हत्या, संविधान रक्षकों को किया नमन

नई दिल्ली:  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में आपातकाल की 50वीं बरसी पर उसके काले अध्याय को याद किया और कहा कि यह सिर्फ संविधान की हत्या नहीं थी, बल्कि न्यायपालिका को भी गुलाम बनाने का प्रयास था। उन्होंने उन हजारों लोगों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने अत्याचारों का सामना करते हुए लोकतंत्र की रक्षा की।

मोदी ने कहा कि 1975 में लगाए गए आपातकाल के दौरान लोगों को बड़े पैमाने पर प्रताड़ित किया गया। जॉर्ज फर्नांडिस को जंजीरों में बांधा गया, छात्रों को परेशान किया गया और मीसा कानून के तहत बिना कारण लोगों को जेलों में डाला गया। अभिव्यक्ति की आज़ादी पूरी तरह कुचल दी गई थी।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आप कल्पना कर सकते हैं कि वह दौर कैसा था। आपातकाल लगाने वालों ने ना सिर्फ हमारे संविधान की हत्या की बल्कि उनका इरादा न्यायपालिका को भी गुलाम बनाए रखने का था। इस दौरान लोगों को बड़े पैमाने पर प्रताड़ित किया गया था। इसके ऐसे अनेक उदाहरण हैं, जिन्हें कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई, बाबू जगजीवन राम और अटल बिहारी वाजपेयी के पुराने ऑडियो भी साझा किए, जिनमें उन्होंने उस दौर की भयावहता को स्पष्ट किया।

उन्होंने कहा कि जॉर्ज फर्नांडिस साहब को जंजीरों में बांधा गया था। अनेक लोगों को कठोर यातनाएं दी गई। मीसा के तहत किसी को भी ऐसे ही गिरफ्तार कर लिया जाता था। छात्रों को भी परेशान किया गया। अभिव्यक्ति की आजादी का भी गला घोंट दिया गया।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उस दौर में जो हजारों लोग गिरफ्तार किए गए उन पर ऐसे ही अमानवीय अत्याचार हुए लेकिन यह भारत की जनता का सामर्थ्य है कि वो झुकी नहीं, टूटी नहीं और लोकतंत्र के साथ कोई समझौता स्वीकार नहीं किया। आखिरकार, जनता-जनार्दन की जीत हुई-आपातकाल हटा लिया गया और आपातकाल थोपने वाले हार गए। मोदी ने कहा, “यह भारत की जनता का सामर्थ्य था कि वो झुकी नहीं, टूटी नहीं और लोकतंत्र के साथ कोई समझौता स्वीकार नहीं किया।”

25 जून को लागू किए गए आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर केंद्र सरकार द्वारा इसे “संविधान हत्या दिवस” के रूप में मनाया गया। मोदी ने कहा कि देश पर आपातकाल थोपे जाने के 50 वर्ष कुछ दिन पहले ही पूरे हुए हैं। हम देशवासियों ने ‘संविधान हत्या दिवस’ मनाया है। हमें हमेशा उन सभी लोगों को याद करना चाहिए, जिन्होंने आपातकाल का डट कर मुकाबला किया था। इससे हमें अपने संविधान को सशक्त बनाए रखने के लिए निरंतर सजग रहने की प्रेरणा मिलती है।