Chhapra: रक्षाबंधन का पावन त्योहार नजदीक है और इसको लेकर बाजारों में जबरदस्त रौनक देखने को मिल रही है। शहर के प्रमुख बाजारों जैसे गुदरी, हथुआ मार्केट, मुनिसफल चौक आदि में राखियों की दुकानें सज चुकी हैं। हर तरफ रंग-बिरंगी और आकर्षक राखियां ग्राहकों को अपनी ओर खींच रही हैं।

तनिष्क छपरा- डाकबंगला रोड,
फोन-7644849600 , 8235892335

 

बच्चों की पसंद बनी कार्टून राखियां

दुकानदारों का कहना है कि शुरुआत में ग्राहक केवल देखने आ रहे थे, लेकिन अब धीरे-धीरे खरीदार भी आने लगे हैं। एक दुकानदार ने बताया कि इस बार खासतौर पर बच्चों वाली राखियों की काफी मांग है। छोटा भीम, डोरेमॉन, मोटू-पतलू, स्पाइडरमैन जैसी कार्टून कैरेक्टर्स वाली राखियां छोटे बच्चों को खूब लुभा रही हैं।

दुकानदार बताते हैं कि बच्चे खुद आकर अपनी पसंद की राखी चुन रहे हैं। बच्चों की राखियों में रंग-बिरंगे डिजाइन, लाइट्स और म्यूजिक वाले वेरिएंट भी आ गए हैं, जो उन्हें और भी खास बना रहे हैं।

इस बार रक्षाबंधन 9 अगस्त को मनाया जाएगा

वहीं, बड़ों के लिए पारंपरिक राखियां, कुंदन, मोती और ज़री के काम वाली राखियां भी बाजार में उपलब्ध हैं। रक्षाबंधन भाई-बहन के रिश्ते का प्रतीक है और यह त्योहार हर साल नए उत्साह के साथ मनाया जाता है।

इस बार भी लोग पूरी तैयारी में हैं। इस बार रक्षाबंधन 9 अगस्त को मनाया जाएगा।

Patna, 7 अगस्त (हि.स.)। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि छपरा (सारण) में वाणिज्य कर विभाग के पदाधिकारियों के लिए आवासीय भवन निर्माण योजना को स्वीकृति प्रदान की गई है। इस योजना पर कुल 16 करोड़ 97 लाख 44 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे। इस योजना के तहत वाणिज्य कर कार्यालय में कार्यरत अधिकारियों को बेहतर आवासीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे उन्हें कार्यस्थल के पास ही रहने की सुविधा मिलेगी और उनकी कार्य क्षमता में वृद्धि होगी।

योजना 2025-26 के बजट प्रावधान के तहत स्वीकृत किया गया है

सम्राट चौधरी ने कहा कि भवन निर्माण विभाग द्वारा तैयार तकनीकी रिपोर्ट और नक्शे के आधार पर यह योजना स्वीकृत की गई है। योजना 2025-26 के बजट प्रावधान के तहत स्वीकृत किया गया है जल्द ही निर्माण कार्य की शुरुआत किया जाएगा।


उन्हाेंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार की कोशिश है कि विभागों में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों को समुचित कार्यालय, आवास और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराए। इससे उन्हें बेहतर कार्य वातावरण मिलेगा और विभागीय कार्यों में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ेगी। इसी कड़ी में वाणिज्य कर विभाग के अधिकारियों के लिए छपरा में आवासीय भवन निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है।

Patna, 7 अगस्त (हि.स.)। भारी बारिश और नेपाल से छाेड़े गये पानी से बिहार में गंगा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हाे रही है। इससे लाेगाें का पलायन शुरू हाे गया है। गंगा नदी से सटे पटना जिले के मनेर, दानापुर, पटना सदर, बाढ़ और मोकामा प्रखंडों में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है।

जिला प्रशासन के अनुसार अब तक 50,000 से अधिक की आबादी बाढ़ से प्रभावित है और लोगों का शहर की ओर पलायन शुरू हो गया है। प्रभावित इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए 35 नावें तैनात की गई हैं और सभी सीओ, बीडीओ और एसडीओ को हाई अलर्ट पर रखा गया है। जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने दीघा पाटीपुल, मीनार घाट, कुर्जी बिंदटोली घाट सहित अन्य क्षेत्रों का दौरा कर राहत व्यवस्था की समीक्षा की तथा पीड़ितों से संवाद किया।

प्रति घंटे 1 सेंटीमीटर से अधिक बढ़ रहा है बाढ़ का पानी

गंगा नदी का जलस्तर लगातार प्रति घंटे 1 सेंटीमीटर से अधिक बढ़ रहा है। बीते 24 घंटे में गांधीघाट पर जलस्तर 49.57 मीटर से बढ़कर 49.87 मीटर, दीघाघाट पर 50.81 से 51.10 मीटर, मनेर में 52.74 से 52.99 मीटर, हाथीदह में 42.48 से 42.74 मीटर, और सोन नदी में कोईलवर पर 53.01 से 53.51 मीटर तक पहुंच गया है।

निचले इलाकों की सड़कों पर पानी चढ़ चुका है, जिससे कई गांव पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं। रामनगर दियारा पंचायत (अथमलगोला) के वार्ड संख्या 9, 10, 11 और 12 सबसे अधिक प्रभावित हैं, जहां ग्रामीण सड़क पर पानी भर गया है और संपर्क पूरी तरह कट गया है।

तैयार की गयी है तीन शरणस्थली

बाढ़ राहत कार्य के लिए जिला प्रशासन ने 11 कोषांगों का गठन किया है। इन टीमों में एसडीएम, डीएसपी, सीओ और थाना प्रभारी को जिम्मेदारी सौंपी गई है ताकि जरूरतमंदों तक तुरंत राहत सामग्री पहुंचाई जा सके। पीड़ितों के लिए तीन शरणस्थली तैयार की गई हैं – नकटा दियारा (पाटीपुल), मीनार घाट और मरीन ड्राइव पर बिंदटोली के लोगों के लिए एक लेन में टेंट लगाया गया है। इन स्थानों पर सामुदायिक रसोई, चिकित्सा सुविधा और पशुओं के लिए चारा की भी व्यवस्था की गई है। बाढ़ और मोकामा में भी सामुदायिक रसोई कार्यरत है।

दियारा क्षेत्र में भी स्थिति भयावह

दानापुर के दियारा क्षेत्र में भी स्थिति भयावह होती जा रही है। जलस्तर बढ़ने के कारण लोग अपने मवेशियों और सामान के साथ ऊँचे स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। कुछ लोग बलदेव इंटर स्कूल में शरण लिए हुए हैं, तो कई अपने रिश्तेदारों के यहां आश्रय ले रहे हैं।

जिला प्रशासन ने आम लोगों से अपील की है कि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति या सूचना के लिए जिला आपातकालीन नियंत्रण कक्ष (0612-2210118) पर संपर्क करें।

Patna, 7 अगस्त (हि.स.)। अयोध्या के भव्य राममंदिर की तर्ज पर बिहार के पुनौराधाम में माता जानकी मंदिर का शिलान्यास 8 अगस्त यानी शुक्रवार काे हाेना है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंदिर परिसर की आधारशिला रखेंगे। इस समाराेह काे लेकर भव्य तैयारियां की जा रही हैं।

मंदिर शिलान्यास के लिए 31 पवित्र नदियों का जल लाया जाएगा

मंदिर शिलान्यास के लिए जयपुर से विशेष चांदी के कलश, भारत के 21 प्रमुख तीर्थों की मिट्टी और 31 पवित्र नदियों का जल लाया जाएगा। दक्षिण भारत के बालाजी मंदिर तिरुपति के समान यहां 50 हजार पैकेट लड्डू बनाए जा रहे हैं। लड्डू बनाने के लिए दक्षिण भारत के विशेषज्ञ कारीगर खासतौर पर आए हैं। इन लड्डुओं का संकल्प स्नान गंगा सहित 11 पवित्र नदियों के जल से किया जाएगा, जो कार्यक्रम की दिव्यता को और बढ़ाएगा।

मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के लिए हाेंगे आधुनिक सुविधाएं मंदिर का निर्माण 67 एकड़ में होगा, जिसमें 151 फीट ऊंचा भव्य मंदिर तैयार किया जाएगा, जिसकी योजना वर्ष 2028 तक पूरा होने की है। मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के लिए कई सुविधाएं शामिल होंगी। इसमें यज्ञ मंडप, संग्रहालय, ऑडिटोरियम, कैफेटेरिया, बच्चों के लिए खेल क्षेत्र, धर्मशाला, सीता वाटिका, लवकुश वाटिका, भजन संध्या स्थल, यात्री डॉरमेट्री भवन, यात्री अतिथि गृह, ई-कार्ट स्टेशन, मिथिला हाट, पार्किंग, मार्ग प्रदर्शनी समेत अन्य सुविधाएं शामिल हैं।

मंदिर निर्माण परियोजना पर लगभग 882 करोड़ 87 लाख रुपये का खर्च अनुमानित है

मंदिर परिसर में माता सीता से जुड़े ऐतिहासिक साक्ष्यों, तथ्यों और कहानियों को प्रदर्शित किया जाएगा, जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को धार्मिक एवं सांस्कृतिक ज्ञान भी प्राप्त होगा। इसके अलावा, माता जानकी कुंड का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा। इस भव्य आयोजन में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा कई केंद्रीय और राज्यमंत्री भाग लेंगे। साथ ही राज्य और देश भर से बड़ी संख्या में साधु-संत तथा हजारों श्रद्धालु इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने के लिए उपस्थित होंगे।

मंदिर निर्माण परियोजना पर लगभग 882 करोड़ 87 लाख रुपये का खर्च अनुमानित है। जो न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र बनेगा, बल्कि क्षेत्र का पर्यटन एवं सांस्कृतिक विकास भी करेगा। यह परियोजना मिथिला क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

Patna, 07 अगस्त (हि.स.)। बिहार में जमुई जिले के खैरा प्रखंड अंतर्गत हरखार पंचायत के मुखिया मुन्ना साव के घर बीती देर रात पुलिस ने छापेमारी कर अवैध हथियार निर्माण फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में अर्धनिर्मित और निर्मित हथियारों के अलावा हथियार बनाने वाले उपकरण बरामद किए हैं।

पुलिस ने 5 आरोपितों को गिरफ्तार किया

मामले में पुलिस ने एक साथ तीन ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान 5 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। इनकी पहचान मो खुर्शीद आलम, मो जहीर (दोनों मुंगेर), बिस्मिल्लाह अली, मोहम्मद गाजी अली (दोनों कोलकाता) और जमुई के रोपाबेल निवासी धर्मवीर साव (मुखिया का भतीजा) के रूप में की गई है।

लंबे समय से अवैध हथियार निर्माण और तस्करी के धंधे में लिप्त था

जमुई के डीएसपी सतीश सुमन ने छापेमारी अभियान का नेतृत्व किया। पुलिस के मुताबिक यह गिरोह लंबे समय से अवैध हथियार निर्माण और तस्करी के धंधे में लिप्त था। गिरोह का नेटवर्क पश्चिम बंगाल तक फैला था। प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि यहां से तैयार हथियारों की सप्लाई बंगाल तक की जाती थी।

बड़ी मात्रा में हथियार, उपकरण और अवैध सामग्री जब्त की गई

मुखिया मुन्ना साव का आपराधिक इतिहास पहले से रहा है, और अब उसके घर से मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा होने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर जमुई मुख्यालय के कल्याणपुर स्थित गुड्डू सिंह के घर पर भी छापा मारा, जहां से भी बड़ी मात्रा में हथियार, उपकरण और अवैध सामग्री जब्त की गई। इसके अलावा रोपाबेल गांव में छापेमारी के बाद गरही बाजार स्थित एक निजी मकान में भी रेड की गई। वहां से भी कई प्रकार के हथियार बरामद किए गए। तीनों स्थानों पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है और सघन तलाशी अभियान अभी जारी है।

उल्लेखनीय है कि साल 2023 में पहली बार जमुई टाउन थाना क्षेत्र के अडसार गांव में गन फैक्ट्री का पर्दाफाश हुआ था और अब एक बार फिर बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ है।

Entertainment: वरुण धवन इन दिनों अपनी आगामी फिल्म ‘बॉर्डर 2’ को लेकर खूब चर्चा में हैं। इस फिल्म में पहली बार उनकी जोड़ी नवोदित अभिनेत्री मेधा राणा के साथ बनी है, जो इस प्रोजेक्ट के जरिए बॉलीवुड में अपने अभिनय करियर की शुरुआत कर रही हैं। वरुण और मेधा ने फिल्म के लिए अपने हिस्से की शूटिंग पूरी कर ली है। अब जब फिल्म ‘बॉर्डर 2’ की रिलीज़ नज़दीक आ रही है, दोनों कलाकारों ने अमृतसर पहुंचकर स्वर्ण मंदिर में मत्था टेका और आशीर्वाद लिया। यह पल उनके लिए खास रहा क्योंकि यह मेधा की डेब्यू फिल्म भी है और वरुण के लिए एक और बड़े प्रोजेक्ट की शुरुआत का प्रतीक।

वरुण धवन, अभिनेत्री मेधा राणा के साथ अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में नजर आ रहे हैं

वरुण धवन ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक खास तस्वीर शेयर की है, जिसमें वह अभिनेत्री मेधा राणा के साथ अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में नजर आ रहे हैं। हालांकि इस तस्वीर में दोनों कलाकारों का चेहरा साफ़ नहीं दिख रहा, लेकिन वे श्रद्धा भाव से हाथ जोड़कर दर्शन करते दिखाई दे रहे हैं। तस्वीर के साथ वरुण ने लिखा, “सतनाम श्री वाहे गुरु। एक यात्रा समाप्त हुई, बॉर्डर 2।” बता दें कि ‘बॉर्डर 2’ 23 जनवरी, 2026 को सिनेमाघरों में रिलीज़ होने जा रही है। इस फिल्म का निर्देशन अनुराग सिंह कर रहे हैं और यह मेधा राणा के करियर की पहली फिल्म होगी।

Patna, 6 अगस्त (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के ऐतिहासिक बांस घाट क्षेत्र में प्रस्तावित “बिहार गौरव उद्यान – वेस्ट टू वंडर थीम पार्क” का विधिवत शिलान्यास बुधवार काे किया।

डॉ. राजेंद्र प्रसाद की 65 फीट ऊंची विशाल प्रतिमा यहां स्थापित की जाएगी

यह पार्क भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की स्मृति को समर्पित होगा और उनकी 65 फीट ऊंची विशाल प्रतिमा यहां स्थापित की जाएगी। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, मंत्री नितिन नवीन, नगर आवास विकास मंत्री जीवेश मिश्रा, तथा कई कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

यह पार्क पर्यावरणीय पहल का प्रतीक बनेगा, बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा देगा: नीतीश कुमार

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार अब तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा है। अब निवेशक बिहार की ओर आकर्षित हो रहे हैं। यहां उद्योगों की स्थापना हो रही है और रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे।

उन्हाेंने कहा कि यह पार्क न केवल राज्य की धरोहर और पर्यावरणीय पहल का प्रतीक बनेगा, बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा देगा। बांस घाट स्थित यह स्थल आने वाले समय में पटना का प्रमुख आकर्षण बन सकता है। इसके निर्माण से आसपास के क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियाँ और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलने की भी उम्मीद है।

महान विभूतियों को प्रदर्शित करने वाली मूर्तियाँ और संरचनाएं स्थापित की जाएंगी

इस थीम पार्क को 10 एकड़ भूमि पर बनाया जाएगा और इसकी अनुमानित लागत 15 करोड़ रुपये है। पार्क में ठोस अपशिष्ट पदार्थों से कलात्मक स्मारकों का निर्माण किया जाएगा। यहां बिहार की समृद्ध कला, संस्कृति, इतिहास, और राज्य की महान विभूतियों को प्रदर्शित करने वाली मूर्तियाँ और संरचनाएं स्थापित की जाएंगी।

माैके पर माैजूद मंत्री नितिन नवीन ने बताया कि यह पार्क न केवल पर्यावरण संरक्षण का संदेश देगा, बल्कि बिहार की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान को भी नई पीढ़ी तक पहुंचाएगा। हम अपने गौरव डॉ. राजेंद्र प्रसाद की स्मृति को सहेजने के लिए यह पार्क बना रहे हैं।

नगर आवास विकास मंत्री जीवेश मिश्रा ने बताया कि यह पार्क पूरी तरह से खास होगा। इसमें बिहार की हर प्रमुख विभूति की प्रतिमा लगाई जाएगी। एक ही जगह पर लोग डॉ. राजेंद्र प्रसाद, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, वीर कुंवर सिंह, बिंदी तिवारी जैसी ऐतिहासिक हस्तियों को देख सकेंगे। यहां 65 फीट ऊंची डॉ. राजेंद्र प्रसाद की भव्य मूर्ति भी लगाई जाएगी।

Patna, 06 अगस्त (हि.स.)। बिहार में इन दिनों गंगा समेत सभी नदियां उफान पर हैं। बक्सर से लेकर पटना, भागलपुर और समस्तीपुर तक नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार जा चुका है। इससे कई इलाकों में पानी अब घरों में घुसने लगा है। मौसम विभाग ने पटना में आगामी 24 घंटों के लिए मानसून सक्रिय रहने का अनुमान जताया है। साथ ही राज्य के 19 जिलों में बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

गंगा नदी खतरे के स्तर 60.32 मीटर से 0.53 मीटर ऊपर

लगातार हो रही बारिश से बक्सर में गंगा नदी बुधवार सुबह 6:00 बजे खतरे के स्तर 60.32 मीटर से 0.53 मीटर ऊपर और अपने पिछले उच्च जल स्तर स्तर 62.09 मीटर (01-08-1948) से 1.24 मीटर नीचे है। इसी तरह पटना जिले के दानापुर में गंगा नदी सुबह 6:00 बजे 51.92 मीटर के स्तर पर बह रही थी, जो इसके खतरे के स्तर 51.2 मीटर से 0.72 मीटर ऊपर और अपने पिछले उच्च जल स्तर 52.61 मीटर (15-08-2021) से 0.69 मीटर नीचे है।

पटना जिले के ही दीघाघाट में गंगा नदी आज सुबह 6 बजे 51.1 मीटर के स्तर पर बह रही थी, जो अपने खतरे के स्तर 50.45 मीटर से 0.65 मीटर ऊपर और अपने पिछले उच्च जल स्तर 52.52 मीटर (23-08-1975) से 1.42 मीटर नीचे है। पटना जिले के गांधीघाट में गंगा नदी आज सुबह 6:00 बजे 49.87 मीटर के स्तर पर बह रही थी और इसमें वृद्धि 10.0 मिमी/घंटा की प्रवृत्ति है, जो इसके खतरे के स्तर 48.6 मीटर से 1.27 मीटर ऊपर और इसके पिछले उच्च जल स्तर 50.52 मीटर (21-08-2016) से 0.65 मीटर नीचे है।

कई इलाकों में हालत गंभीर

पटना जिले के हाथीदह में गंगा नदी आज सुबह 6:00 बजे 42.74 मीटर के स्तर पर बह रही थी, जो इसके खतरे के स्तर 41.76 मीटर से 0.98 मीटर ऊपर और अपने पिछले उच्च जल स्तर (एचएफएल) 43.52 मीटर (16-08-2021) से 0.78 मीटर नीचे है। भोजपुर जिले के मौजमपुर में गंगा नदी आज सुबह 06:00 बजे 54.67 मीटर के स्तर पर बह रही थी, जो इसके खतरे के स्तर 54.496 मीटर से 0.17 मीटर ऊपर और इसके पिछले जल स्तर स्तर 55.5 मीटर (23-09-2019) से 0.83 मीटर नीचे है।

भागलपुर जिले के कहलगांव में गंगा नदी सुबह 6:00 बजे 31.78 मीटर के स्तर पर बह रही थी, जो इसके खतरे के स्तर 31.09 मीटर से 0.69 मीटर ऊपर और इसके पिछले जल स्तर स्तर 32.87 मीटर (17-09-2003) से 1.09 मीटर नीचे है। जिले के एकचारी में गंगा नदी आज सुबह 6:00 बजे 32.59 मीटर के स्तर पर बह रही थी, जो इसके खतरे के स्तर 32.23 मीटर से 0.36 मीटर ऊपर और इसके पिछले उच्च जल स्तर 33.36 मीटर (01-10-2019) से 0.77 मीटर नीचे है।

बिहार सरकार बाढ़ नियंत्रण को लेकर हर स्तर पर सजग और सतर्क है: विजय चौधरी

समस्तीपुर जिले के मोहउद्दीन नगर में गंगा बेसिन में बाया नदी आज सुबह 06:00 बजे 43.54 मीटर के स्तर पर बह रही थी, जो इसके खतरे के स्तर 43.47 मीटर से 0.07 मीटर ऊपर और इसके पिछले उच्च जल स्तर 44.97 मीटर (24-04-2021) से 1.43 मीटर नीचे है। खगड़िया जिले के खगड़िया में गंगा बेसिन में बूढ़ी गंडक नदी आज सुबह 6:00 बजे 37.54 मीटर के स्तर पर बह रही थी, जो इसके खतरे के स्तर 36.58 मीटर से 0.96 मीटर ऊपर और इसके पिछले उच्च जल स्तर (एचएफएल) 39.22 मीटर (16-08-1976) से 1.68 मीटर नीचे है। वैशाली जिले के लालगंज में गंगा बेसिन में गंडक नदी आज सुबह 06:00 बजे 51.2 मीटर के स्तर पर बह रही थी, जो इसके खतरे के स्तर 50.5 मीटर से 0.70 मीटर ऊपर और इसके पिछले उच्च जल स्तर 52.12 मीटर (02-10-2024) से 0.92 मीटर नीचे है।

बिहार में गंगा और अन्य नदियों के बढ़ते जलस्तर को लेकर लेकर विभागिय मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि जल संसाधन विभाग और बिहार सरकार बाढ़ नियंत्रण को लेकर हर स्तर पर सजग और सतर्क है। यदि कहीं बाढ़ की स्थिति उत्पन्न भी होती है, तो आपदा राहत कार्यों के लिए अग्रिम तैयारियां सुनिश्चित की जा चुकी हैं। तटबंधों की सतत् निगरानी, आवश्यक मरम्मति कार्य, पेट्रोलिंग और राहत सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।

Patna 6 अगस्त (हि.स.)। बिहार के अन्य जिलाें के साथ राजधानी पटना भी बाढ़ की चपेट में है। गंगा, पुनपुन और सोन नदियां बेक़ाबू सैलाब लेकर राजधानी पटना समेत पूरे राज्य में तबाही मचा रही है। गंगा अपने किनारों को तोड़कर शहर की ओर अपना रूख कर रही है। इससे लोगों के रोज़मर्रा का जीवन जलजमाव के जाल में उलझ गया है।

निचले इलाकों में गंगा का पानी खतरे के निशान से कई सेंटीमीटर ऊपर

केंद्रीय जल आयोग की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार पटना के दीघा, गांधी घाट, गाय घाट, गुलबी घाट, आलमगंज और बिंद टोली जैसे निचले इलाकों में गंगा का पानी खतरे के निशान से कई सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है। दीघा घाट पर जलस्तर सुबह 6 बजे 36 सेमी ऊपर था, वहीं गांधी घाट पर यह आंकड़ा 97 सेमी तक पहुंच चुका है। स्थिति और भयावह होती जा रही है क्योंकि अब भी जलस्तर में निरंतर वृद्धि हो रही है।

गली-मुहल्लों में कमर तक पानी

गली-मुहल्लों में कमर तक पानी, सड़कों पर मौत की सरसराहट और घरों के आंगन में तैरते सांप पटना के लोग इस वक्त भय और बेबसी की दोहरी मार झेल रहे हैं। दानापुर के जजेज कॉलोनी में गंदे पानी की निकासी नहीं हो पा रही, जिससे लोग दरवाज़े पर सांप देख रातें जागकर गुज़ारने को मजबूर हैं।

सरकारी सहायता गुम

इस त्रासदी में सरकारी सहायता कहीं गुम है। कुर्जी मोड़ के पास बिंद टोली में लोग रबड़ ट्यूब की नावों से अपनी जान हथेली पर लेकर आवाजाही कर रहे हैं। स्थानीय युवक सौरभ कुमार ने बताया कि नौकरी से छुट्टी लेकर बच्चों की हिफ़ाज़त कर रहे हैं क्योंकि “पानी जितना दिखता है, उससे कहीं ज़्यादा डूबा हुआ ख़तरा है।

पेयजल की किल्लत, टॉयलेट संकट, और मेडिकल इमरजेंसी – सबकुछ एक ही सवाल पर टिक गया है: “सरकारी नाव कब आएगी?” लोग प्लास्टिक की छतों और बांस के सहारे ऊंची जगहों पर शरण लिए हुए हैं।

पटना जिला प्रशासन कह रहा है कि नाव संचालन जल्द शुरू होगा और कम्युनिटी किचन एवं पशुओं के लिए चारा उपलब्ध कराया जाएगा। अंचल अधिकारियों को रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया है लेकिन जब तक रिपोर्ट बनेगी, तब तक बाढ़ कितने घर बहा ले जाएगी, ये किसी को नहीं पता।

Chhapra: अवर प्रादेशिक नियोजनालय द्वारा दिनांक 7 अगस्त 2025 एवं 8 अगस्त 2025 को दो दिवसीय नियोजन कैम्प का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें दो प्रतिष्ठित संस्थाओं द्वारा विभिन्न पदों पर अभ्यर्थियों की नियुक्ति की जाएगी। यह कैम्प अवर प्रादेशिक नियोजनालय, छपरा (बाजार समिति परिसर) में आयोजित होगा। दोनों दिन यह कैम्प 11:00 बजे दिन से शाम  4:00 बजे तक चलेगा। यह आयोजन पूर्णतः निःशुल्क है तथा पंजीकरण हेतु किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा।

अभ्यर्थियों की आयु 18 वर्ष से 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए

पहले दिन, यानी 7 अगस्त 2025 को कैशपोर माइक्रो क्रेडिट संस्था द्वारा नियुक्ति की जाएगी। संस्था द्वारा दो प्रकार के पदों, ट्रेनिंग सेंटर मैनेजर एवं प्रोविजनल सेंटर मैनेजर (लोन ऑफिसर)  पर कुल 25 रिक्तियों को भरा जाएगा। इन पदों के लिए शैक्षणिक योग्यता न्यूनतम 12वीं पास निर्धारित की गई है तथा अभ्यर्थियों की आयु 18 वर्ष से 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए। प्रोविजनल सेंटर मैनेजर पद हेतु वेतन Rs. 8,000 प्रतिमाह एवं बोनस निर्धारित है, जबकि ट्रेनिंग सेंटर मैनेजर के लिए Rs. 12,000 प्रतिमाह वेतन के साथ बोनस दिया जाएगा। कार्यस्थल सिवान जिले में रहेगा।

www.ncs.gov.in  पर पंजीकरण कराना अनिवार्य है

दूसरे दिन, 8 अगस्त 2025 को, फैंसी इन्फैंसी पब्लिक स्कूल द्वारा कक्षा 1st से 7th तक के लिए सभी विषयों के शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। इस दिन कुल 3 पदों पर नियुक्ति होगी। इसके लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता स्नातक अथवा डी.एल.एड. निर्धारित की गई है। आयु सीमा 18 वर्ष से 45 वर्ष के बीच है। मानदेय का निर्धारण साक्षात्कार के बाद नियोक्ता द्वारा उम्मीदवार की योग्यता और अनुभव के आधार पर किया जाएगा।

इन दोनों नियोजन कैम्पों में भाग लेने हेतु इच्छुक अभ्यर्थियों को राष्ट्रीय करियर सेवा (एनसीएस) पोर्टल — www.ncs.gov.in — पर पंजीकरण कराना अनिवार्य है। अभ्यर्थी स्वयं ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं अथवा आवश्यकता पड़ने पर अवर प्रादेशिक नियोजनालय, छपरा से संपर्क कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, कैम्प के दिन दोनों ही स्थानों पर ऑन-स्पॉट पंजीकरण की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी।

Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद( ABVP) द्वारा राजेंद्र महाविद्यालय में सदस्यता अभियान के तहत पोस्टर विमोचन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संगठन के विभिन्न पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जिला प्रमुख डॉ. अनुपम सिंह, डॉ. प्रत्यूष सिंह, डॉ. सुशील कुमार सिंह, श्री भावेश कुमार, विभाग सह संयोजक विशाल कनोडीया, जिला संयोजक नीरज यादव, नगर मंत्री आशीष प्रजापति, राज्य विश्वविद्यालय संयोजक रवि पांडेय, प्रांत सोशल मीडिया सह संयोजक रितेश प्रकाश श्रीवास्तव, प्रांत SFS सह संयोजक सचिन चौरसिया, प्रांत कार्यकारिणी सदस्य राजन कुमार, नगर SFD संयोजक आदर्श कुमार, नगर सह मंत्री कुशाग्र मिश्रा, नगर SFS संयोजक अर्पित शारदा, अमर पांडेय तथा विभाग संगठन मंत्री सूर्यानंद राय की उपस्थिति रही।

Nalanda, 5 अगस्त (हि.स.)। नालंदा जिले के राजगीर में मंगलवार को मुख्यमंत्री के कर कमलों से सालेपुर-राजगीर फोरलेन हाई-वे के निर्माण कार्य का शिलान्यास के साथ साथ राष्ट्रीय उच्च पथ 82 पर नवनिर्मित आर०ओ०बी० का उद्घाटन किया गया। मुख्यमंत्री ने राजगीर के सिलाव के बेलौआ में आयोजित कार्यक्रम स्थल से 862.63 करोड़ रुपये की लागत से नालंदा जिला अंतर्गत सालेपुर (एस०एच०-78) से नूरसराय-अहियापुर-सिलाव होते हुए एन0एच0-120 के बेलौआ (राजगीर) तक फोर लेन हाई-वे (बौद्ध सर्किट को जोड़नेवाला राजगीर का पर्यटन मार्ग) के निर्माण कार्य का शिलापट्ट अनावरण कर शिलान्यास किया।

इस पथ का निर्माण हो जाने से पटना से राजगीर की दूरी लगभग 20 किमी कम हो जाएगी।

शिलान्यास के अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पथ का निर्माण हो जाने से पटना से राजगीर की दूरी लगभग 20 किमी कम हो जाएगी। इसके बन जाने से राजगीर में निर्माणाधीन / निर्मित अंतर्राष्ट्रीय खेल परिसर व हवाई अड्डा, नालंदा विश्वविद्यालय एवं राजगीर पर्यटन क्षेत्र पहुंचना सुगम हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इस पथ के बन जाने से इस क्षेत्र मेंऔद्योगिक एवं आर्थिक विकास में प्रगति होगी। साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।


मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राजगीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, इससे लोगों का आवागमन और सुगम हो जाएगा तथा जाम से निजात मिलेगी। विदित हो कि रेलवे ओवरब्रिज राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या-120 (पुराना एन०एच०-82) सरदार पटेल हॉल्ट एवं राजगीर परिसर में स्थित है। पहले यहां लेवल क्रॉसिंग पर जाम की स्थिति बनी रहती थी। इस आर०ओ०बी० के बगल से राजगीर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स की तरफ राजगीर, नवादा एवं गयाजी से जाने के लिए पथ निकलती है।

राजगीर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम है, जिसमें कई अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतिस्पर्द्धाएं होती रहती हैं और आर०ओ०बी० से राजगीर अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम की दूरी 8 कि०मी० है।

राजगीर खेल परिसर स्थित स्टेडियम में एशिया रग्बी अंडर 20 चैंपियनशिप की तैयारियों का भी जायजा लिया और वहां अभ्यास कर रहे खिलाड़ियों से मुलाकात कर उनका उत्साहवर्द्धन किया। इसके पश्चात् माननीय मुख्यमंत्री ने भूटानी मंदिर में पूजा-अर्चना कर राज्य की सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना की।