Bhagalpur, 15 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को पूर्णियां से पिरपैंती में 2400 मेगावाट क्षमता वाले थर्मल पावर प्लांट का शिलान्यास किया।

स्थानीय लोगों ने ट्रेन के चालक का फूल-माला से  स्वागत किया

इसके साथ ही स्थानीय लोगों की वर्षों पुरानी मांग को पूरा करते हुए पीरपैंती रेलवे स्टेशन पर ब्रह्मपुत्र मेल का ठहराव भी शुरू कर दिया गया। जैसे ही ब्रह्मपुत्र मेल पहली बार पीरपैंती रेलवे स्टेशन पर रुकी, वहां लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। स्थानीय लोग स्टेशन पर जुट गए और ट्रेन के चालक का फूल-माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया।

इस मौके पर लोगों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार व्यक्त करते हुए जमकर नारेबाजी की। लोगों का कहना है कि इस ठहराव से न केवल उनकी लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी हुई है, बल्कि अब उन्हें राजधानी समेत अन्य बड़े शहरों से जुड़ने में बड़ी सुविधा होगी। इससे पीरपैंती और आसपास के क्षेत्र का विकास भी तेज रफ्तार पकड़ेगा।

Ekma/Manjhi: जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी अमन समीर ने कहा कि चुनाव कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने साफ कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनायी जाती है और किसी भी कोताही पर सीधे कार्रवाई तय है।

सोमवार को मांझी और एकमा विधानसभा के सेक्टर पदाधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में डीएम ने कहा कि सेक्टर पदाधिकारी चुनाव की धुरी हैं। क्षेत्र में वे प्रशासन की आंख और कान होते हैं। उन्होंने बताया कि सेक्टर ऑफिसर सीधे चुनाव आयोग के अधीन होते हैं और भारत निर्वाचन आयोग के प्रेक्षक उनसे प्रत्यक्ष रिपोर्ट लेते हैं।

टू-वे कम्युनिकेशन से समीक्षा

डीएम ने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान वन-वे कम्युनिकेशन अपनाया गया था, जिसमें कार्य-दायित्व समझाए गए थे। लेकिन समीक्षा बैठक में टू-वे कम्युनिकेशन की पद्धति अपनायी गई है, ताकि अब तक किए गए कार्यों का आकलन हो सके। उन्होंने कहा कि आगे केवल परिणाम देखा जाएगा, किसी भी कमी या कोताही को क्षमा नहीं किया जाएगा।

प्रश्नोत्तरी के माध्यम से डीएम ने बूथ तक पहुंच मार्ग, रास्ते की बाधाएं, भविष्य की संभावित समस्या, वैकल्पिक व्यवस्था, क्रिटिकल बूथ और वलनरेबल क्षेत्र की पहचान के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि सेक्टर पदाधिकारियों की रिपोर्ट के आधार पर ही फोर्स डिस्प्लायमेंट, निरोधात्मक कार्रवाई और लोगों में विश्वास बहाली का काम होगा।

निहित होती है मजिस्ट्रेट की शक्ति

डीएम अमन समीर ने बताया कि चुनाव के पूर्व सेक्टर पदाधिकारियों को मजिस्ट्रेट की शक्ति प्राप्त हो जाती है। लॉ एंड ऑर्डर का संधारण भी उन्हीं की जिम्मेदारी होगी। एक छोटी घटना को भी गंभीरता से लेकर एसएचओ और बीडीओ को रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने ईवीएम की सुरक्षा से लेकर मतदान केंद्र तक ले जाने और पोल्ड ईवीएम को स्ट्रॉन्ग रूम में जमा कराने तक की जवाबदेही भी सेक्टर पदाधिकारियों की बताई। रिजर्व ईवीएम को वेयरहाउस में जमा करना होगा।

डीएम ने कहा कि मांझी विधानसभा क्षेत्र में अंतर्राज्यीय सीमा है, जिस पर विशेष निगरानी रखनी होगी। सभी थानों में तीन-तीन स्थायी जांच केंद्र (एसएसटी) स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि चुनाव कार्य सर्वाधिक संवेदनशील है और इसमें कोई ढिलाई नहीं चलेगी। संबंधित अधिकारी या कर्मी पर तत्काल सख्त कार्रवाई होगी।

पोलिंग प्रक्रिया और पोल-डे रिपोर्टिंग की ट्रेनिंग दी जाएगी: जावेद एकबाल

उप निर्वाचन पदाधिकारी जावेद एकबाल ने कार्य सूची की प्रस्तुति के साथ बैठक की शुरुआत की। उन्होंने चुनाव पूर्व, मतदान दिवस और चुनाव समाप्ति तक की प्रक्रिया विस्तार से समझाई। उन्होंने कहा कि आगे ईवीएम संचालन, पोलिंग प्रक्रिया और पोल-डे रिपोर्टिंग की ट्रेनिंग दी जाएगी।

बैठक में एकमा के आरओ सह जिला पंचायत राज पदाधिकारी शशि कुमार, मांझी के आरओ सह सदर भूमि सुधार अपर समाहर्ता आलोक राज, एसडीपीओ सदर राज कुमार, पुलिस इंस्पेक्टर एकमा वीरेंद्र कुमार सिंह, बीडीओ एकमा अरुण कुमार, बीडीओ मांझी रंजीत कुमार सिंह, बीडीओ बनियापुर रामेंद्र कुमार, बीडीओ जलालपुर विनोद कुमार प्रसाद, सीओ मांझी सौरभ अभिषेक, सीओ एकमा राहुल कुमार, एसएचओ मांझी आशीष कुमार, एसएचओ एकमा उदय कुमार, एसएचओ जलालपुर चंदन कुमार राम एवं एसएचओ बनियापुर दिनेश कुमार यादव समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

Patna, 15 सितम्बर (हि.स.)। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्णिया दौरे को लेकर तेजस्वी यादव के “जुमलों की बारिश” वाले बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री लगभग 40 हजार करोड़ के पैकेज के साथ बिहार आ रहे हैं।

तेजस्वी पर केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय का पलटवार

केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि प्रधानमंत्री पूर्णिया में जहां एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे, वहीं बिहार को तीन स्पेशल ट्रेन भी मिलने जा रहा है। तेजस्वी यादव को अगली बार अगर दिल्ली जाना हो, तो वे पटना और दरभंगा के साथ-साथ पूर्णिया से भी उड़ान भर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि पूर्णिया से वह उड़ान भर रहे होंगे, तो प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देना उन्हें नहीं भूलना चाहिए। आजकल पटना के नए टर्मिनल से दिल्ली तथा देश के दूसरे हिस्सों के लिए सफर करने पर तेजस्वी यादव को सुखद आनंद की अनुभूति होती है, उसी तरह पूर्णिया से भी 15 सितंबर से यात्रा करने में अच्छा अनुभव जरूर महसूस होगा।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्णिया दौरे को लेकर तेजस्वी यादव ने तंज कसा है। बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक्स पर लिखा, ‘आदरणीय प्रधानमंत्री मोदी जी, आज पूर्णिया में जुमलों की बारिश करने से पूर्व कृपया अपने सभा स्थल से 2-3 किलोमीटर के दायरे में अवस्थित जर्जर ग्रामीण सड़क, शिक्षकविहीन स्कूल, बदहाल स्वास्थ्य केंद्र तथा महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी व पलायन से परेशान महिलाओं व युवाओं की समस्याओं को भी आपको जाननी चाहिए।

New Delhi, 15 सितंबर (हि.स.)। पूर्व केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने वक्फ संशोधन कानून को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है। नकवी ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि संसद द्वारा पारित वक्फ व्यवस्था में सुधार का निर्णय विशुद्ध रूप से आस्था की रक्षा और प्रशासनिक व्यवस्था के सुधार के लिए है, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि कुछ भ्रष्ट लॉबी लूट के लाइसेंस का लीगल छूट चाहती हैं। इसीलिए वे हंगामा और काल्पनिक भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। ये वही लोग हैं जिन्होंने वक्फ की पूरी व्यवस्था को आसमानी किताब बना दिया था जिसे छूना मना था।

आगे नकवी ने कहा कि वक्फ बोर्ड को निशाना बनाने वाले वे लोग हैं जो अपनी स्वार्थ के लिए कानूनी छूट चाहते हैं। वे वक्फ बोर्ड में हुए सुधारों को बाधित करना चाहते हैं। सुप्रीम कोर्ट को संवैधानिक दृष्टिकोण से हर कार्य की जांच करने का अधिकार है। सरकार अपना पक्ष रख रही है। वक्फ कानून प्रशासनिक सुधार और धार्मिक आस्था के संरक्षण की गारंटी के लिए है। इसमें कोई संशय नहीं है। उन्होंने कहा कि इस धर्मनिरपेक्ष देश में वक्फ बोर्ड सांप्रदायिक आधार पर प्रवेश या नो एंट्री का फॉर्मूला चाहते हैं। कोई भी दूसरे धर्म का व्यक्ति इस प्रशासनिक कानून का हिस्सा नहीं बन सकता। धर्मनिरपेक्ष देश में इस प्रकार का सांप्रदायिक हमला स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए। संवैधानिक सुधार में सांप्रदायिक प्रहार करना ठीक नहीं है।

उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने वक्फ संशोधन अधिनियम पर पूरी तरह से रोक लगाने से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने कहा है कि पूरे कानून पर रोक लगाने का कोई आधार नहीं है। कोर्ट ने कुछ प्रावधानों पर अंतरिम रोक लगाई है।

Nawada, 15 सितंबर (हि.स.)। बिहार में नवादा जिले के सिरदला थाने के परनाडाबर थाना क्षेत्र के भटोनियां गांव में सोमवार को ग्रामीणों ने इस बार वोट का बहिष्कार करने का बड़ा ऐलान कर दिया है। गांव के बाहर बड़े-बड़े पोस्टर लगाकर उन्होंने साफ संदेश दिया है – “सड़क नहीं तो वोट नहीं।”

आजादी के 77 साल बाद भी उनके गांव तक पक्की सड़क नहीं पहुंची

ग्रामीणों का कहना है कि आजादी के 77 साल बाद भी उनके गांव तक पक्की सड़क नहीं पहुंची है। बरसात के दिनों में कीचड़ और गड्ढों से होकर गुजरना उनकी मजबूरी बन जाती है। कई बार बीमार मरीजों को समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका, जिससे उनकी जान पर भी आफत बन आई।

ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर कोई भी जनप्रतिनिधि या नेता वोट मांगने गांव आएगा तो उसका जोरदार विरोध किया जाएगा। गांव के युवक संतोष यादव ने बताया कि कई बार पंचायत से लेकर जिला प्रशासन तक आवेदन दिया गया, लेकिन अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है। इस बार गांव के लोग चुप नहीं बैठेंगे।

जब तक सड़क निर्माण की ठोस कार्रवाई नहीं होती, वे वोट नहीं डालेंगे: ग्रामीण

ग्रामीणों ने कहा कि जब तक सड़क निर्माण की ठोस कार्रवाई नहीं होती, वे वोट नहीं डालेंगे। उनका कहना है कि वोट हमारा अधिकार है, लेकिन अब इसका इस्तेमाल वे अपने हक के लिए दबाव बनाने में करेंगे। पोस्टर लगाने के बाद यह मुद्दा इलाके में चर्चा का विषय बन गया है और प्रशासन पर सड़क निर्माण का दबाव बढ़ने लगा है। सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात तो यह है कि आज तक किसी जनप्रतिनिधि या तो फिर किसी अधिकारी ने भी इस गांव के संबंध में कुछ भी सकारात्मक नहीं सोचा है।

Chhapra: शहर के दहियावा ब्राह्मण टोली में स्थापित 18 भुजाओं वाली मां दुर्गा की प्रतिमा इस वर्ष अपने 50वें वर्ष में प्रवेश कर चुकी है। यह प्रतिमा वर्ष 1975 से हर साल यहां स्थापित की जा रही है। खास बात यह है कि यह अद्भुत और अनोखी प्रतिमा दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बनी हुई है।

50वां उत्सव एक विशेष अवसर के रूप में माना जा रहा है

स्थानीय निवासी गुलशन कुमार ने बताया कि उनका परिवार 1975 से इस प्रतिमा का साक्षी रहा है और अब वह तीसरी पीढ़ी के रूप में इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। उनका कहना है कि सच्चे मन से मांगी गई हर मन्नत यहां पूरी होती है।

प्रतिमा के साथ ही इस बार पंडाल की सजावट भी देखने लायक होगा। स्थानीय कलाकारों द्वारा हुनर का शानदार प्रदर्शन किया जा रहा है। पंडाल में अलग-अलग आकर्षक चीजें बनाई जा रही है।

 छपरा शहर और आसपास के क्षेत्रों से लोग इस पंडाल को देखने और मां दुर्गा के दर्शन करने के लिए आते हैं, इस वर्ष का यह 50वां उत्सव एक विशेष अवसर के रूप में माना जा रहा है।

Entertaiment: तेलुगु अभिनेता तेजा सज्जा इन दिनों अपनी फिल्म ‘मिराय’ को लेकर सुर्खियों में हैं। 12 सितंबर को रिलीज हुई इस फैंटेसी एक्शन-एडवेंचर फिल्म को जहां समीक्षकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है, वहीं दर्शकों ने भी इसे हाथोंहाथ लिया है। रिलीज के पहले ही दिन से बॉक्स ऑफिस पर जोरदार शुरुआत करने वाली इस फिल्म की तीसरे दिन की कमाई के आंकड़े भी आ गए हैं, जिसमें बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

पहले दिन 13 करोड़ रुपये का ओपनिंग कलेक्शन दर्ज किया था

बॉक्स ऑफिस ट्रैकर सैकनिल्क के अनुसार, ‘मिराय’ ने रिलीज के तीसरे दिन यानी रविवार को 16.50 करोड़ रुपये की कमाई की। इसके साथ ही फिल्म का कुल कलेक्शन 44.50 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। इस फैंटेसी एक्शन-एडवेंचर ने पहले दिन 13 करोड़ रुपये का ओपनिंग कलेक्शन दर्ज किया था, जबकि दूसरे दिन इसकी कमाई बढ़कर 15 करोड़ रुपये रही। फिल्म का अनुमानित बजट करीब 60 करोड़ रुपये बताया जा रहा है।

मेकर्स ने इसके सीक्वल ‘मिराय: जैथरया’ का ऐलान भी कर दिया है

‘मिराय’ का निर्देशन कार्तिक गट्टामनेनी ने किया है। फिल्म में मांचू मनोज, रितिका नायक, श्रिया सरन, जयराम, जगपति बाबू, राजेंद्रनाथ जुत्शी, पवन चोपड़ा और तनजा केलर जैसे कलाकार महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नजर आते हैं। पीपल मीडिया फैक्ट्री के बैनर तले बनी यह फिल्म एक युवा योद्धा की कहानी है, जिसे 9 पवित्र शास्त्रों की रक्षा का जिम्मा सौंपा गया है। खास बात यह है कि मेकर्स ने इसके सीक्वल ‘मिराय: जैथरया’ का ऐलान भी कर दिया है।

Patna, 15 सितंबर (हि.स.)। बिहार में उमस भरी गर्मी के बाद मानसून का असर दाे दिनाें से जारी है रविवार से शुरू हुई लगातार बारिश से पूरे राज्य को गर्मी से राहत मिली है। सोमवार को भी हालात जस के तस बने हुए हैं। पटना समेत गया, भोजपुर, मुंगेर, समस्तीपुर, किशनगंज जैसे कई जिलों में भारी बारिश का दौर जारी है।

बारिश का यह दौर 20 सितंबर तक जारी रह सकता है

भारतीय मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अगले पांच दिनों तक यह सिलसिला जारी रहेगा, जिससे नदियों का जलस्तर बढ़ने और बाढ़ का खतरा गहरा गया है। उमस भरी गर्मी से तो राहत मिली, लेकिन अब जलजमाव और यातायात की समस्याएं सिरदर्द बन गई हैं। आईएमडी की मानें तो पूर्वोत्तर बांग्लादेश और असम के ऊपर बना चक्रवाती तंत्र तथा बंगाल की खाड़ी में सक्रिय लो-प्रेशर एरिया ने बिहार के मौसम को पूरी तरह हिला दिया है। समुद्र से आने वाली नमी के कारण बारिश का यह दौर 20 सितंबर तक जारी रह सकता है।

मौसम विभाग ने 13 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है, जहां अति भारी वर्षा की आशंका है। इनमें किशनगंज, अररिया, पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, वैशाली, सारण, समस्तीपुर, खगड़िया प्रमुख हैं। वहीं पटना, मुंगेर, भोजपुर, बेगूसराय और शेखपुरा में भी मध्यम से भारी बारिश जारी रहेगी। वज्रपात हाेने का खतरा सबसे ज्यादा उत्तर और दक्षिण बिहार के ग्रामीण इलाकों में है। गंगा, कोसी और बागमती नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, उत्तराखंड की बारिश का असर भी यहां दिख रहा है।

Kolkata, 15 सितम्बर (हि.स.) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कोलकाता स्थित भारतीय थलसेना के ईस्टर्न कमांड मुख्यालय विजय दुर्ग (पूर्ववर्ती फोर्ट विलियम) में तीन दिवसीय संयुक्त कमांडरों के सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे। यह सम्मेलन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद का पहला उच्चस्तरीय आयोजन है।

इस वर्ष सम्मेलन का विषय है – सुधारों का वर्ष

रक्षा अधिकारियों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर सीमापार आतंक ढांचे को ध्वस्त करने के लिए की गई एक दंडात्मक और लक्षित सैन्य कार्रवाई थी। इस अभियान ने त्रि-सेनाओं की सटीकता, पेशेवर क्षमता और सुनियोजित रणनीति का प्रदर्शन किया।

सम्मेलन में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और थल, वायु और नौसेना प्रमुख भी शामिल हुए। इस मंच को सशस्त्र बलों का सर्वोच्च मंथन स्थल माना जाता है, जहां सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व सामरिक, संस्थागत और परिचालन प्राथमिकताओं पर विचार-विमर्श करता है।

इस वर्ष सम्मेलन का विषय है – ‘सुधारों का वर्ष: भविष्य के लिए रूपांतरण’। 16वें संस्करण का मुख्य फोकस सशस्त्र बलों में सुधार, परिवर्तन, तकनीकी आधुनिकीकरण और बहु-क्षेत्रीय तैयारियों को सुदृढ़ करना है। रक्षा अधिकारियों का कहना है कि यह बैठक सेनाओं की गहरी एकीकरण प्रक्रिया और उच्चस्तरीय ऑपरेशनल तत्परता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

प्रधानमंत्री मोदी कल शाम असम से कोलकाता पहुंचे और राजभवन में रात बिताने के बाद सोमवार सुबह करीब 9:30 बजे विजय दुर्ग पहुंचे। वह दोपहर बाद बिहार के पूर्णिया रवाना होंगे। यह पिछले पांच महीनों में प्रधानमंत्री का चौथा बंगाल दौरा है और एक माह के भीतर दूसरा। संयुक्त कमांडरों का पिछला सम्मेलन वर्ष 2023 में भोपाल में आयोजित हुआ था।

Chhapra: सारण होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में रविवार को लायंस क्लब के बैनर तले पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर पूर्व आईएएस अधिकारी प्रवीर कृष्ण, डॉ एस.के. पांडेय और लायंस क्लब के कई सदस्य मौजूद रहे।

अप्रैल से नामांकन शुरू होने की पूरी संभावना

कार्यक्रम के दौरान पूर्व आईएएस अधिकारी प्रवीर कृष्ण ने कहा कि कॉलेज को उसके पुराने गौरव को दिलाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कॉलेज के विकास को लेकर बिहार सरकार से लेकर भारत सरकार तक बातचीत चल रही है। आगे उन्होंने ने कहा कि अगले सेशन यानी अप्रैल से यहां नामांकन शुरू होने की पूरी संभावना है।

नवंबर में बड़े स्तर का लगेगा मेगा हेल्थ चेकअप कैंप

डॉ एस.के पांडेय ने कहा कि अगर यह कॉलेज पूरी तरह सक्रिय हो जाता है तो छपरा और आसपास के लोगों को नई सुविधा मिलेगी। उन्होंने यह भी बताया कि नवंबर में एक तारीख तय कर एक बड़े स्तर का मेगा हेल्थ चेकअप कैंप आयोजित किया जाएगा। इस कैंप में लायंस क्लब के सभी डॉक्टर शामिल होकर मरीजों की जांच करेंगे।

गौरतलब है कि इसी साल जून में जिलाधिकारी अमन समीर ने कॉलेज का उद्घाटन किया था। उसके बाद से कॉलेज में तरह-तरह के स्वास्थ्य कैंप और होम्योपैथिक चिकित्सा से जुड़ी गतिविधियां लगातार चल रही हैं।

Chhapra: अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवी संगठन लायंस इंटरनेशनल की स्थानीय इकाई लायंस क्लब ऑफ छपरा सारण के तत्वावधान में सारण होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के प्रांगण में क्लब के सदस्यों द्वारा 15 विभिन्न औषधीय पौधों का पौधारोपण किया गया।


इस अवसर पर पूर्व जिलापाल डॉ. एस. के. पांडेय, पूर्व कैबिनेट कोषाध्यक्ष डॉ मनोज कुमार वर्मा संकल्प, पूर्व अध्यक्ष डॉ अमरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, डॉ ओम प्रकाश गुप्ता, सचिव डॉ नागेंद्र कुमार, लियो चैयरपर्सन प्रमोद कुमार मिश्रा, शैलेंद्र कुमार, लियो क्लब अध्यक्ष विशाल भास्कर, सचिव मोनू कुमार एवं पंकज तथा कॉलेज के मुख्य न्यासी अवकाश प्राप्त IAS प्रवीर कृष्णा सचिव एवं प्रबंधक, अतुल श्रेष्ठ, डॉ अशोक श्रीवास्तव सीनियर एडवाइजर, डॉ रोशन पांडेय (आर एम ओ) , एस के शर्मा, नीरज कुमर सहित सभी सदस्य उपस्थित थे।

Jammu, 14 सितंबर (हि.स.)। माता वैष्णो देवी यात्रा खराब मौसम के कारण 19 दिनों के अंतराल के बाद आज से नहीं शुरू हो पाई और अगले आदेशों तक स्थगित कर दी गई है। भवन और ट्रैक पर लगातार बारिश के चलते यात्रा रोकने के बाद श्राइन बोर्ड ने भक्तों से आधिकारिक संचार चैनलों के माध्यम से अपडेट रहने का अनुरोध है।

भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में कम से कम 34 लोगों की जान चली गई

माता वैष्णो देवी यात्रा के रास्ते में 26 अगस्त को अर्धकुंवारी में इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में कम से कम 34 लोगों की जान चली गई, जिनमें ज्यादातर तीर्थयात्री थे और कई अन्य घायल हो गए। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 26 अगस्त के भूस्खलन के कारणों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। इस समिति की अध्यक्षता विभागीय जल शक्ति के अतिरिक्त मुख्य सचिव शलीन कबरा कर रहे हैं, जिसमें डिविजनल कमिश्नर और जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक भी शामिल हैं। यह कमेटी जांच के बाद एलजी सिन्हा को एक व्यापक रिपोर्ट सौंपेगी।

माता वैष्णो देवी यात्रा अगले आदेशों तक फिर स्थगित

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सचिन कुमार वैश्य ने 13 सितंबर को 22 सितंबर से शुरू होने वाले नौ दिवसीय नवरात्रों के दौरान निर्बाध तीर्थयात्रा सुनिश्चित करने के लिए आध्यात्मिक विकास केंद्र, कटरा में एक संयुक्त बैठक की अध्यक्षता की। सीईओ ने कहा कि नवरात्रि उत्सव नजदीक है और बोर्ड को पवित्र तीर्थस्थल और कटरा में आधार शिविर में भक्तों की एक महत्वपूर्ण आमद की उम्मीद है। इस प्रकार नवरात्र महोत्सव के दौरान सभी हितधारकों के बीच तालमेल पर जोर दिया गया। उन्होंने आने वाले दिनों में परेशानी मुक्त तीर्थयात्रा के लिए विभिन्न मोर्चों पर कार्रवाई करने का भी आह्वान किया।

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने खराब मौसम और पवित्र तीर्थस्थल तक जाने वाले मार्ग के आवश्यक रखरखाव के कारण अस्थायी रूप से स्थगित होने के बाद श्री माता वैष्णो देवी जी की यात्रा 14 सितंबर (रविवार) से अनुकूल मौसम की स्थिति के अनुसार फिर से शुरू करने की घोषणा की थी।इसी के मद्देनजर के मुताबिक भवन परिसर के साथ अन्य धार्मिक स्थलों की साफ-सफाई तथा रंग रोगन का कार्य तेजी से कराया गया। श्राइन बोर्ड का अधिकतर स्टाफ भी तैनात कर दिया गया। इसके बावजूद भवन और ट्रैक पर लगातार बारिश के चलते आज से यात्रा नहीं शुरू हो पाई और अगले आदेशों तक फिर स्थगित कर दी गई है।