Chhapra: देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है, मोदी सरकार इसके लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रही, है जीडीपी दर मे कोई सुधार नहीं हो रहा है, महगांई चरम सीमा पर है,, चुनाव में जनता द्वारा किया गया एक भी वादा पूरा नहीं किया गया। यूपीए-2 की सरकार में इस तरह के देश में हालात पैदा नहीं हुए थे। उक्त बातें यूपीए सरकार में रह चुके गवर्नर सह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता निखिल कुमार ने जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अनिल सिंह के दहियावां स्थित आवास पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कही।

इससे पूर्व देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद के तैल चित्र पर माल्यार्पण किया। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार ने कहा कि मोदी सरकार ने चुनाव में जनता से बहुत कुछ वादा किया था। लेकिन एक भी जनता द्वारा किया गया वादा पूरा नहीं किया गया। लगातार बढ़ रही महंगाई को लेकर जनता में त्राहिमाम व्याप्त है। लेकिन मोदी सरकार को इससे कोई लेना देना नहीं है। मोदी सरकार का नोटबंदी निर्णय देश के हित में नहीं रहा इससे व्यापारी वर्ग को बड़ा नुकसान हुआ है। राज्यपाल ने पत्रकारों से बात करते हुए जीडीपी के बारिकियों बारे में बताया कि देश की अर्थव्यवस्था पर इसका सीधा असर पड़ता है। पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार एनडीए सरकार और युपीए 2 की सरकार से तुलना करते हुए कहा कि दोनों सरकार में जमीन – आसमान का फर्क दिख रहा है। कांग्रेस की सरकार में ₹61 पेट्रोल था। लेकिन आज पेट्रोल ₹100 के पार हो गया है। जिसका सीधा असर महंगाई पर पड़ रहा है। केन्द्र की मोदी सरकार की जमकर आलोचना करते हुएउन्होंने कहा कि तीनों कृषि कानून का विपक्ष द्वारा विरोध किया जाता रहा लेकिन मोदी सरकार ने ऑर्डिनेंस के तहत कृषि बिल को पारित करा दिया। किसानों द्वारा 1 साल से कृषि कानून का विरोध किया जा रहा था, लेकिन मोदी सरकार के कान तक जू नही गया। लेकिन चुनाव आते देख मोदी सरकार ने कृषि कानून को वापस ले लिया। पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार ने विदेश नीति की भी आलोचना करते हुए कहा कि आज पड़ोसी देशों से संबंध भी अच्छे नहीं है। विदेश भ्रमण के नाम पर जनता की गाढ़ी कमाई को खर्च करना देश हित में नहीं है। एनडीए सरकार झूठ की बुनियाद पर टिकी हुई है। उन्होंने कहा कि जीडीपी सुधार की दिशा में मोदी सरकार द्वारा कोई ठोस प्रयास नहीं किया जा रहा है। देशवासियों को अच्छे दिन का झूठा आश्वासन देकर सत्ता में आई मोदी सरकार ने देश को ठगने का काम किया। आने वाला समय में जनता इसका जनता हिसाब लेगी। प्रेस वार्ता में पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह,पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल सिंह, नदीम अख्तर अंसारी एवं राकेश कुमार सिंह सहित अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित थे।

– स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को दी सलाह, कोरोना के सभी मामलों का तुरंत लें संज्ञान

नई दिल्ली: कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के नए मामले सामने आने से केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की चिंताएं बढ़ गई हैं। शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों को कोरोना के सभी मामलों को तुरंत संज्ञान में लेने की सलाह दी है। इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों के सचिवों को पत्र लिख कर दिशा- निर्देश जारी किए हैं।

उन्होंने पत्र में लिखा है कि देश में कुछ स्थानों से संक्रमण के कुछ समूह सामने आए हैं, ऐसे क्लस्टर या हॉटस्पॉट का पता लगाने में सक्रिय निगरानी और टेस्ट महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही राज्यों को सलाह दी गई है कि वे सभी जिलों में मामलों की संख्या, टेस्ट की दर और जिलेवार पॉजिटिविटी का सक्रिय रूप से पालन करते रहें। सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों जैसे कि संपर्क की खोज, संपर्कों को अलग करना, सकारात्मक पाए जाने वालों को अलग करना और उचित नियंत्रण सुनिश्चित करना चाहिए।

इसके साथ राज्यों को टीकाकरण में तेजी लाने के साथ कोरोना पॉजिटिव आए सभी लोगों के सैंपल का जीनोम सीक्वेंसिंग की जाने की सलाह दी गई है। उल्लेखनीय है कि देश में कोरोना के नए वेरियंट ओमीक्रोन के दो मामले सामने आ चुके हैं।

Chhapra: राष्ट्रीय सेवा योजना के पूर्व स्वयंसेवकों ने राजेंद्र जयंती के अवसर पर इनाई ग्राम के मोहमदपुर बुनियादी मध्य विद्यालय में राजेंद्र बाबू के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें याद किया. इनमें अभिषेक शर्मा, विकास कुमार और विवेक कुमार तीनो एन एस एस के पूर्व स्वयं सेवकों द्वारा संचालित छोटे छोटे छात्र छात्राओं को लगातार एक माह से मार्शल आर्ट और सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण दे रहे हैं.

राजेंद्र जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के पूर्व समन्वयक डॉ विद्या वाचस्पति त्रिपाठी उपस्थित थे और उन्होंने सर्वप्रथम राजेंद्र बाबू के चित्र पर पुष्प अर्पित कर मार्शल आर्ट में शामिल बच्चे और बच्चियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में छात्र छात्राओं को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहना है तो यह प्रशिक्षण उन्हे सबल बनाएगा और विपरीत परिस्थितियों में भी संघर्ष कर विजय दिलाएगा.

प्रशिक्षण में भाग ले रहे छोटे छोटे छात्र छात्राओं ने मार्शल आर्ट में जो जानकारी प्राप्त की, उसका प्रदर्शन किया. छोटे छोटे बच्चो ने अपने पैर से किक कर करतब दिखाए.

Chhapra: : भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद की 137वीं जयंती का आयोजन छपरा शहर के नगरपालिका चौक पर राजकीय समारोह के रुप में किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी राजेश मीणा एवं पुलिस अधीक्षक  संतोष कुमार के द्वारा डॉ राजेन्द्र प्रसाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। माल्यार्पण कार्यक्रम में जिला स्तरीय वरीय पदाधिकारीगण सहित बड़ी संख्या में राजनैतिक दल के प्रतिनिधिगण, वरिष्ठ नागरिक एवं गणमान्य व्यक्तियों के प्रसंशकों द्वारा भी माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।

जलालपुर: प्रखंड के प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में शिक्षकों व छात्र- छात्राओं ने देश के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद की 137 वी जयंती पर उन्हें श्रद्धा पूर्वक याद किया| विभिन्न विद्यालयों उत्क्रमित मध्य विद्यालय मंगोलापुर मठिया ,मध्य विद्यालय संवरीमठ, मध्य विद्यालय भटकेसरी ,उत्क्रमित मध्य विद्यालय जलालपुर, उत्क्रमित मध्य विद्यालय संवरी पूरी टोला, उत्क्रमित मध्य विद्यालय खोरोडीह ,उत्क्रमित मध्य विद्यालय देवरिया, उत्क्रमित मध्य विद्यालय देवरिया हसुलाही, मध्य विद्यालय सम्होता, मध्य विद्यालय कोपा, मध्य विद्यालय अनवल में शिक्षकों व छात्र छात्राओं ने डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया. विभिन्न विद्यालयो मे कई कार्यक्रम भी आयोजित किए गए| मौके पर विजय कुमार साह, धीरज कुमार तिवारी, उमेश कुमार सिंह ,शैलेंद्र कुमार सिंह मणीन्द्र पांडेय, उत्तम कुमार साह बसंत प्रसाद, उमेश कुमार प्रसाद वरुण कुमार पांडेय सहित कई अन्य भी थे.

• विदेश से आने वाले व्यक्तियों की आरटीपीसीआर जांच सुनिश्चित
• आवश्यकतानुसार पॉजिटिव मरीजों को कोविड केयर सेंटर में किया जाएगा भर्ती
• डेडिकेटेड कोविड हेल्थ केयर और कोविड केयर सेंटर को क्रियाशील करने का निर्देश
• राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने जारी किया निर्देश

Chhapra: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर स्वास्थ विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। इससे निपटने को लेकर आवश्यक तैयारी भी शुरू कर दी गयी है। ओमिक्रोन को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की चेतावनी के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। विदेश से आने वाले प्रवासियों की सूची तैयार की जा रही तथा स्वास्थ्यकर्मियों के द्वारा ट्रैकिंग भी की जा रही है। इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेश संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर डीएम और सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। जारी पत्र में कहा गया है कि विदेश से भारत लौटने वाले बिहार के प्रवासियों की सूची जिलावार प्रतिदिन भेजी जा रही है। सूची के आधार पर चिह्नित व्यक्तियों से दूरभाष पर संपर्क कर तथा उनके घर पर स्वास्थ्य कर्मियों को भेजकर सैंपल कलेक्शन कराना सुनिश्चित किया जायेगा। विदेश से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की आरटीपीसीआर जांच करना सुनिश्चित किया जाये। इसके साथ इससे संबंधित प्रतिवेदन प्रतिदिन राज्य मुख्यालय को भेजा जाये।

हवाई अड्‌डे पर जांच जरूरी
विदेश से लौटने वाले व्यक्तियों की जांच पटना तथा दरभंगा एयरपोर्ट पर सुनिश्चित की जायेगी। कम से कम 5 प्रतिशत यात्रियों के आरपटीपीसीआर जांच के लिए रैंडम सैंपल संग्रह किया जायेगा। अधिक से अधिक रैपिड एंटीजन किट से जांच की जायेगी। कोविड जांच में पॉजिटिव पाये गये यात्रियों की सैंपल को आईजीआईएमएस भेजा जायेगा।

कोविड केयर सेंटर को क्रियाशील करने का निर्देश
जारी पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि जिले मे पूर्व अधिष्ठापित डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर एंव कोविड केयर सेंटर में लगे बेड और उपकरणों की साफ-सफाई कर क्रियाशील किया जाये। ताकि आवश्यकता अनुसार कोविड के मरीजों को भर्ती किया जा सके। कोविड केयर सेंटर में सभी सुविधा सुनिश्चित की जाये। जरूरत पड़ने पर मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जाये। इसके साथ हीं ओमिक्रोन के प्रबंधन को लेकर जारी दिशा-निर्देश का पालन सुनश्चित किया जाये।

संक्रमण से बचना है तो रक्षा कवच को अपनाएं
सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से बचाव का एक मात्र उपाय टीकाकरण हीं है। ऐसे में हर योग्य व्यक्तियों को कोविड का टीका लेना आवश्यक है। ताकि इस गंभीर बीमारी से बचाव किया जा सके। इसके साथ हीं आम जनता की जिम्मेदारी है कि कोविड अनुरूप व्यवहारों का पालन करें। कोविड टीका का दोनों डोज लेना जरूरी है। जिनका भी सेकेंड डोज का समय हो गया है वह आवश्यक अपना टीकाकरण करा लें।

Panapur : गुरुवार की रात अज्ञात चोरों ने थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव निवासी मुन्ना कुमार सिंह के घर की खिड़की तोड़ नकदी सहित लाखो रुपये मूल्य के सामान की चोरी कर ली. गृहस्वामी को इस चोरी का पता शुक्रवार की सुबह तब लगी जब पड़ोस के लोगो ने घर के पीछे बिखरे सामान देख उन्हें सूचित किया. घर के पीछे बिखरे सामान एवं टूटी खिड़की देख उनके होश उड़ गए.

बताया जाता है कि चोर घर के पीछे स्थित कमरे की खिड़की तोड़ कमरे में प्रवेश कर गये एवं उसमे रखे बक्से को तोड़ पचास हजार रुपये नकद के अलावे गहने एवं कीमती सामान लेकर फरार हो गये. चोरो ने इतने शातिराना अंदाज में चोरी की इस घटना को अंजाम दिया था कि अन्य कमरे में सोये परिजनों को इसकी भनक तक नही लग सकी. पीड़ित गृहस्वामी ने बताया कि गाय की बिक्री कर रखे गए पचास हजार नकदी के अलावे चोरो ने लगभग डेढ़ लाख के सामान की चोरी की है.

सूचना पाकर स्थानीय थाने की पुलिस मौके पर पहुँची एवं मामले की छानबीन की. बताया जाता है वर्ष 1998 में भी मुन्ना कुमार सिंह के घर डकैतों ने धावा बोल लाखो रुपये मूल्य के सामान लूट लिए थे. ठंढ़ बढ़ने के साथ ही थाना क्षेत्र में चोरी की लगातार बढ़ रही घटनाओं से लोगो मे भय देखा जा रहा हैं. गत 24 नवंबर की रात चोरों ने बिजौली गांव निवासी हरिकिशोर राय के दरवाजे पर खड़ी बोलेरो गाड़ी चुरा ली थी. वही गत रविवार को सलेमपुर गांव निवासी लालबाबू सिंह के घर के मुख्य दरवाजे को तोड़ चोरो ने चोरी की घटना को अंजाम दिया था. चोरी की बढ़ती घटनाओं के कारण लोगो मे जहां भय देखा जा रहा है वही स्थानीय पुलिस प्रशासन के खिलाफ आक्रोश भी है.

लंदन: कोरोना के उपचार में अब एंटीबॉडी ने दस्तक दी है, जिसे ब्रिटेन के औषधि नियामक ने गुरुवार को कोविड-19 के नए एंटीबाडी उपचार को मंजूरी दे दी। उनका मानना है कि यह इलाज कोविड के ओमीक्रोन जैसे नए वैरिएंट के खिलाफ भी कारगर हो सकता है। औषधि एवं स्वास्थ्य देखभाल उत्पाद नियामक एजेंसी (एमएचआरए) ने कहा कि शेवुडी या सोट्रोविमैब, हल्के से मध्यम संक्रमण वाले पीडि़तों के लिए है, जिनमें गंभीर रोग विकसित होने का खतरा अधिक है।

जीएसके और वीर बायोटेक्नोलाजी द्वारा विकसित सोट्रोविमैब एक खुराक वाली एंटीबाडी है। यह कोरोना वायरस के बाहरी सतह पर स्पाइक प्रोटीन से जुड़कर काम करती है और वायरस को मानव कोशिका में प्रवेश करने से रोक देती है। इससे वायरस का प्रसार नहीं हो पाता है।एमएचआरए की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. जून रैन ने कहा, ‘मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारे पास अब उन लोगों के लिए कोविड-19 का एक सुरक्षित और कारगर उपचार सोट्रोविमैब है, जिनमें गंभीर रोग विकसित होने का खतरा है।’ उन्होंने कहा कि इसमें गुणवत्ता, सुरक्षा व प्रभाव को लेकर समझौता नहीं किया गया है।

एमएचआरए ने कहा कि यह जानना अभी जल्दबाजी होगी कि सोट्रोविमैब, ओमिक्रोन वैरिएंट के खिलाफ कितना प्रभावी होगी, लेकिन हम इस बारे में जानकारी जुटाने के लिए विनिर्मिताओं के साथ काम करेंगे।’ हालांकि, प्रारंभिक अध्ययन के हवाले से शोधकर्ताओं का कहना है कि यह वायरस के स्पाइक प्रोटीन को निशाना बनाती है, जिसमें अभी तक कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है। ऐसे में सोट्रोविमैब को सभी वैरिएंट के खिलाफ काम करना चाहिए।

…हर तरफ था मौत का मंजरः स्थान- भोपाल, साल- 1984, तारीख- 02/03 दिसंबर। कयामत की रात की दास्तां, उस मनहूस सुबह के चेहरे पर हमेशा के लिए चस्पां हो गयी। आधी रात को भोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड नामक कंपनी के कारखाने से जहरीली गैस मिथाइल आइसो साइनाइड के रिसाव ने पलक झपकते हजारों की जिंदगी ले ली। देखते ही देखते हजारों की संख्या में लोगों की जिंदगी हमेशा-हमेशा के लिए तबाह हो गयी। इस भयावह घटना के लिए जिम्मेदार कंपनी का मुख्य प्रबंध अधिकारी वॉरेन एंडरसन रातोंरात भारत छोड़कर अमेरिका भाग चुका था।

भोपाल में वह कड़ाके की सर्द रात थी। लोग अपने घरों में चैन की नींद में सो रहे थे। भोपाल के छोला रोड स्थित यूनियन कार्बाइड कारखाने में भी रोजमर्रा की तरह अधिकारी और कर्मचारी अपने-अपने काम में जुटे थे। इसी दौरान कंपनी के कुछ कर्मचारी भूमिगत टैंक के पास पाइप लाइन की सफाई करते हैं। कारखाने के भूमिगत टैंक में रासायनिक प्रतिक्रिया शुरू हुई और टैंकर का तापमान 200 डिग्री तक पहुंच गया तो गैस बनने लगी। टैंक से गैस पाइप में पहुंचने लगी। वाल्व ठीक से बंद नहीं होने के कारण टावर से गैस का रिसाव शुरू हो गया। वाल्व को बंद करने की कोशिशें शुरू हुई और तभी खतरे का सायरन भी गूंज उठा।

समय ने दस्तक दी। रात लगभग 01 बजे फैक्ट्री के आसपास की बस्तियों में लोगों को घुटन, खांसी, उल्टियां और आंखों में जलन की शिकायतें शुरू हो चुकी थी। कई लोगों को तो जहरीली गैस ने कोई मौका ही नहीं दिया, सोयी हुई अवस्था में ही कई लोग दम तोड़ चुके थे। चारों तरफ भगदड़, अफरातफरी के मंजर के बीच बदहवास लोग जान बचाने के लिए जहां-तहां भाग रहे थे। क्या बच्चे और बुजुर्ग, क्या औरत और मर्द। अस्पतालों में भीड़ लग गयी। शहर की सड़कों पर लोग दम तोड़ रहे थे। पूरे शहर में कीटनाशक बनाने में इस्तेमाल होने वाली जहरीली गैस फैल चुकी थी।

सुबह छह बजे तक पूरा शहर लाशों के ढेर में बदल चुका था। जिन लोगों की जिंदगी इस दौरान बच गयी, वे भी भयावह किस्म की शारीरिक हालत में थे। किसी के आंखों की रोशनी चली गयी तो कई लोगों ने कुछ दिनों के बाद इलाज के दौरान दम तोड़ा।

इस हादसे पर आधारित एक फिल्म ‘भोपाल ए प्रेयर ऑफ रेन’ का निर्माण कर घटना की भयावहता को दिखाया गया है। इस त्रासदी का ऐसा गंभीर असर पड़ा कि भोपाल में बच्चे दिव्यांग या असामान्यताओं के साथ पैदा हुए। कहते हैं कि घटना में 15 हजार से अधिक लोगों की जान गयी।हालांकि मध्य प्रदेश की तत्कालीन सरकार ने तीन हजार, 787 लोगों की मौत की ही पुष्टि की।

अन्य अहम घटनाएंः
1829ः वायसराय लॉर्ड विलियम बैंटिक ने भारत में सती प्रथा पर रोक लगायी।
1882ः भारत के सुप्रसिद्ध चित्रकार नंदलाल बोस का जन्म।
1884ः भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जन्म।
1889ः देश के लिए शहीद होने वाले क्रांतिकारी खुदीराम बोस का जन्म।
1903ः हिंदी के सुप्रसिद्ध लेखक यशपाल का जन्म।
1913ः साहित्यकार शिवनारायण श्रीवास्तव का जन्म।
1937ः जाने-माने भारतीय भाषाविद विनोद बिहारी वर्मा का जन्म।
1959ः भारत और नेपाल ने गंडक सिंचाई और विद्युत परियोजना के समझौते पर हस्ताक्षर किए।
1967ः भारत का पहला रॉकेट (रोहिणी आरएच 75) को थुम्बा से प्रक्षेपित किया गया।
1971ः परमवीर चक्र से सम्मानित लांसनायक अल्बर्ट एक्का का निधन।
1979ः भारत के प्रख्यात हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद का निधन।
2011ः दिग्गज फिल्म अभिनेता देवानंद का निधन।

पटना: बिहार क्रिकेट एसोसिएशन का संचालन और उससे जुड़े कार्य को सही तरीके से किये जाने और इसके लिए एक एडहॉक कमिटी बनाये जाने को लेकर एक जनहित याचिका पटना हाई कोर्ट में गुरुवार को दायर की गई।

यह जनहित याचिका अजय नारायण शर्मा ने दायर की है। याचिका के माध्यम से चयनकर्ताओं-सपोर्ट स्टाफ व बीसीसीआई द्वारा संचालित घरेलू टूर्नामेंट में विभिन्न उम्र के राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाडियों को सही तौर से चयन करने को लेकर आदेश देने का अनुरोध कोर्ट से भी किया गया है।याचिका में इस बात का आरोप लगाया गया है कि प्रबंधन कमेटी में अवैध रूप से कुर्सी पर विराजमान व्यक्तियों द्वारा ऐसा नहीं किया जा रहा है।याचिका में यह भी आरोप लगाया गया है कि कुर्सी पर कथित रूप से अवैध तौर पर बैठे लोग प्रतिभावान क्रिकेट खिलाड़ियों के दावों को हतोत्साहित कर रहें हैं।

सही खिलाड़ियों का चयन नही किया जा रहा है।इसलिए राज्य में खिलाड़ियों की स्थिति और भी खराब होते जा रही है जिसकी वजह से खिलाड़ी घरेलू टूर्नामेंट जितने में भी कामयाब नहीं हो रहे हैं।बस जनहित याचिका के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट द्वारा बोर्ड ऑफ कंट्रोल फोर क्रिकेट इन इंडिया एंड अदर्स बनाम क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार व अन्य के मामले में सिविल अपील संख्या -4235 में 9 अगस्त, 2018 को दिये गए फैसले के अनुसार जस्टिस आर एम लोढ़ा कमेटी द्वारा की गई अनुशंसा के आलोक में खिलाड़ियों का सही तौर से चयन करने के लिए क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी के गठन करने को लेकर आदेश देने का आग्रह भी किया गया है।

पटना: हाईकोर्ट ने पूर्व सांसद राजेश रंजन की याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को निर्देश दिया कि यादव के विरुद्ध दर्ज आपराधिक मामलों का पूरा आपराधिक रिकॉर्ड अगली सुनवाई में कोर्ट में प्रस्तुत करें।

चीफ जस्टिस संजय करोल की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने पूर्व सांसद पप्पू यादव द्वारा दर्ज प्राथमिकी को निरस्त करने के लिए दायर आपराधिक याचिका पर सुनवाई करते हुए यह निर्देश दिया।

राज्य सरकार के अपर लोक अभियोजक अधिवक्ता अजय मिश्रा ने कोर्ट को बताया कि पप्पू यादव द्वारा उक्त थाना कांड के संबंध में दर्ज प्राथमिकी को निरस्त करने के साथ ही जमानत याचिका भी दायर किया है।

पप्पू यादव का बेल बांड उक्त मामले में 16 दिसंबर, 1993 को ही रद्द हो गया था। इस मामले में पप्पू यादव फरार चल रहे थे।इसके बाद उन्होंने 8 जून, 2021 को जमानत के लिए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। जमानत याचिका के लंबित रहने के दौरान ही उक्त थाना कांड संख्या मामले में मधेपुरा स्थित निचली अदालत द्वारा उन्हें बरी कर दिया गया। इस तरह इस जमानत याचिका का कोई महत्व नही रह गया है। कोर्ट को बताया गया कि इन्होंने जमानत याचिका के साथ ही इस मामले को निरस्त करने के लिए भी याचिका दायर की ह।निचली अदालत से बरी हो जाने के बाद अब इस दोनों याचिकाएं सुनवाई के योग्य नहीं रह गई है।

उल्लेखनीय है कि याचिकाकर्ता ने अपनी जमानत याचिका में कहा था कि याचिकाकर्ता निचली अदालत में नियमित तौर से उपस्थित हो रहे थे, किन्तु अधिवक्ता की चूक की वजह से उक्त कांड में पैरवी नहीं की जा रही थी जिसकी वजह से निचली अदालत द्वारा 16 दिसंबर, 1993 को बेल बांड रद्द कर दिया गया था।कोर्ट को बताया गया कि बेल बॉन्ड रद्द होने की सूचना याचिकाकर्ता पप्पू यादव को नहीं दी गई थी.

पटना: विधानमंडल सत्र के चौथे दिन राज्य सरकार के श्रम संसाधन और आईटी मंत्री जीवेश मिश्र को रोककर एसपी-डीएम की गाड़ी को विधानमंडल परिसर में जाने देने के मामले को लेकर दिनभर राजनीतिक गलियारे में चर्चा चलती रही। मंत्री को रोके जाने और डीएम-एसपी की गाड़ी को पास कराने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने मामले का संज्ञान लिया है।

सदन में भारी हंगामे के बाद स्पीकर विजय सिन्हा ने सभी दल के नेताओं की बैठक बुलाई। बैठक में क्या निर्णय हुआ यह स्पष्ट नहीं हो पाया है लेकिन जो जानकारी है उसके अनुसार अध्यक्ष ने डीजीपी एस.के. सिंघल और गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद को शाम पांच बजे तलब किया है। दोनों अधिकारियों से इस संबंध में जानकारी ली जायेगी। उसके बाद अध्यक्ष आगे का निर्णय करेंगे।

इस प्रकरण को लेकर प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने कहा कि पब्लिक सर्वेंट राजतंत्र की तरह व्यवहार करते हैं। बिहार भाजपा अध्यक्ष ने फेसबुक पेज पर लिखा है कि मंत्री जीवेश मिश्रा के साथ विधानसभा प्रांगण में जो भी घटना घटी है उस पर मुझे पूरा विश्वास है की विधानसभा अध्यक्ष अवश्य ही संज्ञान लेंगे।

मुख्य सचिव द्वारा यह कहा जाता है कि जनप्रतिनिधियों का सम्मान जिलाधिकारी और आरक्षी अधीक्षक को करना है लेकिन जो अफसर सामान्य शिष्टाचार का भी पालन नहीं करते हैं उन पर कोई कार्यवाही नहीं होती है। आईएएस और आईपीएस अधिकारी पूरे भारत में जनता एवं जनप्रतिनिधियों के साथ हर तरह के शिष्टाचार का पालन करते हैं। बिहार में कुछ अफसर पब्लिक सर्वेंट अर्थात जनता के सेवक के बदले राजतंत्र की तरह व्यवहार करते हैं। कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री ने भी आईपीएस प्रशिक्षुओं को यह बताया था कि उनका व्यवहार जनता एवं जनप्रतिनिधियों के प्रति कैसा होना चाहिए ।

उल्लेखनीय है कि विधानसभा में आज मंत्री जीवेश कुमार ने प्रश्नकाल के दौरान सदन में उठकर कहा कि आज यह स्पष्ट होना चाहिए कि एसपी-डीएम बड़ा या सरकार। डीएम-एसपी की वजह से हमारी गाड़ी को रोक दी गई। उन्होंने कहा कि आज जब हम सदन आ रहे थे। इसी दौरान उनकी गाड़ी को रोक दी गई। कहा गया कि एसपी-डीएम जा रहे हैं। इसलिए आप नहीं जा सकते। यह तो अजीब स्थिति है। वैसे डीएम-एसपी को तुरंत सस्पेंड किया जाना चाहिए।

मंत्री के इस बात पर सदन में भारी हंगामा हुआ। विपक्ष पूरी तरह से मंत्री जीवेश मिश्रा के साथ खड़ा हो गया। अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि विधायकों की प्रतिष्ठा सबसे बड़ी है। सरकार की तरफ से संसदीय कार्य मंत्री सदन में जवाब देंगे। विपक्षी विधायक मंत्री के समर्थन में आ गये। राजद समेत सभी विपक्षी सदस्य वेल में पहुंचकर मंत्री जी न्याय दो का नारा बुलंद करने लगे। विपक्षी सदस्यों ने कहा कि मंत्री को हर हाल में न्याय मिलनी चाहिए। शोर-गुल कर रहे सदस्यों से अध्यक्ष ने कहा कि मंत्री को जरूर न्याय मिलेगा।

संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि मंत्री ने कहा कि विधानसभा परिसर में यह वाकया हुआ है। ऐसे में पूरा अधिकार विधानसभा अध्यक्ष का है। आसन जो निर्णय ले सरकार इस पर तैयार है। मंत्री को रोके जाने का मसले पर सभी दल के नेता सदन में बोल रहे थे। इस दौरान भाकपा माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने मांग किया कि जिसने भी ऐसी हरकत की है उन पर सख्त कार्रवाई हो। इसी साल विधायकों की पिटाई तो हुई ही अब मंत्री को पिटाना बच गया है।